Tuesday 30 July 2024

दिल्ली के जंतर मंतर पर महिला कांग्रेस का बड़ा आन्दोलन

दिल्ली के जंतर मंतर पर महिला कांग्रेस का बड़ा आन्दोलन
महिला आरक्षण कानून तत्काल लागू करने की मांग
मौलिक शक्ति न्यूज
नई दिल्ली। देश में महिला आरक्षण कानून लागू करने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है। इसे लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की महिला विंग द्वारा सोमवार को दिल्ली में बड़ा आंदोलन किया गया। महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा के नेतृत्व में आयोजित इस "नारी न्याय आंदोलन" में मध्य प्रदेश सहित देश के तमाम राज्यों से बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं।
जंतर मंतर पर आयोजित इस आंदोलन में शामिल महिला कांग्रेस की नेता पूनम पंडित ने बताया कि महिलाओं के साथ हो रही उत्पीड़न की घटनाओं पर रोक लगाने, राजनीतिक सशक्तिकरण, आर्थिक सशक्तिकरण, सामाजिक न्याय और सुरक्षा का अधिकार जैसी महत्वपूर्ण मांगों को लेकर देशभर की महिलाएं एकत्रित हुईं हैं।
महिला आरक्षण कानून के तहत वे सभी शासकीय नौकरियों से लेकर विधानसभा और लोकसभा चुनाव में 33 फीसदी महिला आरक्षण और इसमें ओबीसी महिलाओं को भी शामिल करने की मांग कर रही हैं। कार्यक्रम में शामिल महिला नेत्रियों ने कहा कि महिला आरक्षण के नाम पर जो ये हमसे छल किया गया है और उसे वर्षों तक के लिए टाल दिया गया है। हमारी मांग है कि उसे जल्द से जल्द लागू किया जाए। ताकि आने वाले विधानसभा चुनावों में उन्हें लाभ मिल सके। 
मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष विभा पटेल ने बताया कि महिलाओं के हक और अधिकार के लिए महिला कांग्रेस की इस पूरे आंदोलन की तीन बड़ी और महत्वपूर्ण मांगे केंद्र सरकार से रहेंगी।
राजनीतिक सशक्तिकरण: महिलाओं के राजनीतिक सशक्तिकरण और भागीदारी के तहत महिला आरक्षण कानून को तुरंत लागू किए जाना चाहिए, जिसमें अति पिछड़े वर्ग कि हमारी ओबीसी की बहनों को आरक्षण और भागीदारी को सुनिश्चित कराना है।
आर्थिक सशक्तिकरण के तहत देश की आधी आबादी जो आज बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से लड़ रही है, उसे राहत देने के लिए नारी न्याय के तहत केंद्र सरकार की महालक्ष्मी योजना के अनुसार हर गरीब परिवार की एक महिला को सालाना 1 लाख रुपया या हर महीने 8 हजार 500 रुपए की आर्थिक सहायता सीधा उनके बैंक खातों में दिए जाने की मांग की जाएगी।
सामाजिक न्याय और सुरक्षा का अधिकार: देश भर में लगातार महिलाओं के विरुद्ध अपराध में बढ़ोतरी हो रही है और अपराधियों में कानून नाम का कोई खौफ नहीं है। मध्य प्रदेश के रीवा में दो महिलाओं को जिंदा जमीन में दफनाए जाने की घटना ने प्रदेश ही नहीं देश को शर्मसार किया है। भोपाल में विगत 6 महीनों में 6 महिलाओं की हत्या, 153 बलात्कार की घटनाओं के साथ महिलाओं की हत्याओं का ग्राफ बढ़ा है। प्रदेश भर में महिलाओं में भय का वातावरण निर्मित है। इसलिए हम महिलाओं के लिए सुरक्षा का अधिकार चाहते हैं।

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