Sunday 1 September 2024

ये यमन का वो गांव है जहां कभी बारिश नहीं होती। आज तक नहीं हुई। और इस गांव का भारत से भी एक कनैक्शन है। अल हुतैब की बात करने से पहले हमारी दुनिया की बात करते हैं। हमारी दुनिया बेहद अनोखी है। यहां कई अनोखे इंसान रहते हैं। और इंसान तो छोड़िए, यहां कई बेहद अनोखी जगहें भी मौजूद हैं। हमारे भारत को ही ले लीजिए। भारत के मेघालय में बसा मासिनराम गांव एक ऐसी जगह है, जहां दुनिया में सबसे ज़्यादा बारिश होती है।

ये यमन का वो गांव है जहां कभी बारिश नहीं होती। आज तक नहीं हुई। और इस गांव का भारत से भी एक कनैक्शन है। अल हुतैब की बात करने से पहले हमारी दुनिया की बात करते हैं। हमारी दुनिया बेहद अनोखी है। यहां कई अनोखे इंसान रहते हैं। और इंसान तो छोड़िए, यहां कई बेहद अनोखी जगहें भी मौजूद हैं। हमारे भारत को ही ले लीजिए। भारत के मेघालय में बसा मासिनराम गांव एक ऐसी जगह है, जहां दुनिया में सबसे ज़्यादा बारिश होती है। 

लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि दुनिया में ऐसी कौन सी जगह है जहां कभी बारिश नहीं होती। ये सुनते ही अब आपके दिमाग में रेगिस्तानों की तस्वीरें उभरने लगी होंगी। लेकिन ठहरिए जनाब। ये जगह जहां कभी भी बारिश नहीं होती है, ये कोई रेगिस्तान नहीं है। ये तो एक गांव है। और इस गांव में अच्छी-खासी तादाद में लोग भी रहते हैं। अल हुतैब गांव मौजूद है यमन की राजधानी सना के पास।

पहाड़ की चोटी पर बसा है गांव 

वैसे तो यमन इन दिनों भयंकर युद्ध में फंसा हुआ है, लेकिन जब यहां पर हालात एकदम सामान्य थे, तब अल हुतैब नाम का ये गांव यमन का एक बेहद मशहूर टूरिस्ट डेस्टिनेशन था। बड़ी तादाद में इस गांव में लोग घूमने के लिए आते थे और यहां के खूबसूरत नज़ारों का लुत्फ उठाते थे। ये गांव एक पहाड़ की चोटी पर बसा है। और इस पहाड़ की चोटी पर जो घर बने हैं, वे घर देखने में बेहद ही खूबसूरत नज़र आते हैं।

केवल इस समय पड़ती है ठंड

अगर ऊंचाई की बात करें तो पृथ्वी की सतह से 32 मीटर की ऊंचाई पर बसा है अल हुतैब नाम का ये गांव। यूं तो ये काफी गर्म इलाका है लेकिन सर्दियों के मौसम में यहां की सुबहें काफी ठंडी होती हैं। सर्दियों की सुबह में यहां इतनी ठंड पड़ती है कि बिना रजाई के लोग अपने बिस्तरों में आराम से लेट भी नहीं पाते हैं। हालांकि जैसे ही सूरज निकलता है वैसे ही ठंड भी गायब हो जाती है। और लोगों को फिर से भयंकर गर्मी का सामना करना पड़ता है।

भारत से है ये कनेक्शन

इस गांव की एक और खासियत ये है कि यहां पर प्राचीन और आधूनिक वास्तुकला का संगम देखने को मिलता है। और ये संगम दिखने में बड़ा ही यूनीक भी लगता है। कहने को तो ये एक गांव है, लेकिन यहां शहरों जैसी सुविधाएं भी मौजूद हैं। इस गांव में यमन की दो जनजातियां रहती हैं जो हैं अल बोहरा और अल मुकरमा। ये दोनों ही जनजातियां इस्माइली मुस्लिम संप्रदाय से आती हैं। इन जनजातियों के नेता थे मुहम्मद बुरहानुद्दीन जो भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में रहते थे। और 2014 में इनकी मृत्यु भी मुंबई में ही हुई थी। कहा जाता है कि हर तीन साल में मुहम्मद बुरहानुद्दीन इन गावों का दौरा करने यमन जाते थे।

इसलिए नहीं होती यहां बारिश

चलिए अब आपको बताते हैं कि आखिर क्यों इस गांव में कभी भी बारिश नहीं होती। तो ऐसा दरअसल इसलिए होता है क्योंकि ये गांव बसा है बेहद ऊंचाई पर। ये ऊंचाई इतनी ज़्यादा है कि बारिश के बादल इस गांव से नीचे ही बनते हैं और बरस जाते हैं। इस वजह से आज तक इस गांव को बारिश नसीब नहीं हुई है। यहां रहने वाले लोग बारिश तब देखते हैं जब वो इस गांव से बाहर निकलते हैं। तो है ना ये बड़ा ही अनोखा गांव। #AlHutaib #yemen

No comments:

Post a Comment