Saturday, 13 December 2025

मौसम की भविष्यवाणी

मौसम की भविष्यवाणी 

आज जौनपुर और आसपास के सभी जनपदों का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहा आज 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली तेज  पछुआ हवा  से ठंड विकराल हो जाएगी और 250 वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ मौसम  भीषण ठंडा और गलन वाला रहेगा।‌‌ आज से हल्के बादल होंगे जो धीरे-धीरे साफ हो जाएंगे हवा तेज रहेगी लेकिन वर्षा नहीं होगी। ‌‌ वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 पर कर जाने की आशा कुछ दिनों में है

 हल्का कोहरा और हल्के बादल भी रहेंगे। कोहरा पाला ओस तुषार पहाड़ों पर बर्फबारी बढ़ती चली जाएगी।‌‌ यह ठंड गलन और पछुआ हवा एक  सप्ताह तक कायम रहेगी। इसी बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से 300 के बीच और पछुआ हवा की गति 100 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी।

कल  से मौसम में ठंड स्थिर रहेगी बाकी स्थितियां आज की तरह रहेगी कल का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहेगा इस तरह भीषण ठंड आगे से  शुरू हो जाएगी । कोहरा भी धीरे-धीरे बहुत घना हो जाएगा

अभी जौनपुर और आसपास एवं उत्तर भारत में वर्षा की 25 दिसंबर तक कोई संभावना नहीं बन रही है आने वाले दिनों में ठंड और तेज होती जाएगी हिमालय क्षेत्र में हिमपात जारी रहेगा दक्षिण भारत में चक्रवार्ती वर्ष का क्रम 11 दिसंबर तक थम जाएगा‌ उत्तर प्रदेश के कई भागों में तापमान पांच से और पश्चिम उत्तर भारत में तीन से नीचे चला जाएगा पर्वतों पर तापमान-15 डिग्री तक पहुंच जाएगा ‌।‌‌ तमिलनाडु पुडुचेरी अंडमान निकोबार में वर्षा होगी

90% अमेरिका चीन जापान रूस कोरिया 100% यूरोप और 70% एशिया के उत्तरी भागों में महाविकराल ठंड और घनघोर बर्फबारी होगी ऑस्ट्रेलिया और दक्षिणी अमेरिका में गर्मी पड़ेगी। कुछ भयानक ज्वालामुखी विस्फोट और प्रचंड समुद्री लहर और प्रशांत तथा अटलांटिक में भयानक चक्रवात उठने की संभावना है अमेरिका और यूरोप तथा रूस के उत्तरी भागों में प्रचंड बर्फ की आंधियां चलेगी।
 
जापान और बंगाल की खाड़ी में 6 से 8 रिक्टर स्केल के पैमाने पर भीषण भूकंप आने से जापान बांग्लादेश में हाहाकार बचेगा। और हल्की सुनामी आने की संभावना है इसके अलावा भी आने वाले दिनों में प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में कई जगह भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होने की प्रबल संभावना है।
 -डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर ‌ साथ में नन्हा ज्योतिषी पड़ोंकी दादा अविरल जो गुड्डा जैसा दिख रहा है

Thursday, 11 December 2025

मौसम की भविष्यवाणी डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर

मौसम की भविष्यवाणी डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर 
जौनपुर और आसपास के जनपदों में आज का तापमान न्यूनतम 8 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 23 डिग्री सेल्सियस रहा 

कल के बारे में अनुमान है कि अधिकतम तापमान 23 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहेगा 

जौनपुर और आसपास वायु गुणवत्ता सूचकांक आने वाले समय में 300 से 4 00 रहने की संभावना है जबकि पराबैंगनी किरणों की तीव्रता सुनने से पांच के बीच रहेगी पछुआ हवा की गति  ‌ 5 किलोमीटर प्रति घंटा होने से हल्का मध्य कोर कल से घने कोहरे में बदल जाएगा।

पूर्वांचल मध्य प्रदेश पश्चिमांचल हर जगह ठंड कोर बढ़ता चला जाएगा कानपुर लखनऊ अयोध्या संत कबीर नगर और आसपास की हालत सबसे खराब होगी जहां पर तापमान 5 से 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा और दृश्यता 25 से 50 मी हो जाएगी कल से और तेज ठंड कोहरा बढ़ेगा 

केरल तमिलनाडु और तटवर्ती दक्षिण भारत के इलाकों को छोड़कर ठंड पूरे भारत में फैल जाएगी मुंबई वसई नालासोपारा विरार महाराष्ट्र कर्नाटक आंध्र प्रदेश उड़ीसा पूर्वोत्तर भारत तक ठंड का प्रकोप रहेगा 

हिमालय क्षेत्र पर बर्फबारी में वृद्धि होगी जम्मू कश्मीर उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश नेपाल भूटान सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में बर्फबारी के साथ घनघोर ठंड पड़ेगी इन क्षेत्रों में तापमान न्यूनतम 0 से लेकर माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा 

दक्षिण भारत को छोड़कर बाकी पूरा भारत शुष्क रहेगा और हर जगह हमारे गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब रहेगी दक्षिण भारत बैंगलोर और मुंबई नालासोपारा पूर्वोत्तर भारत में ही वायु गुणवत्ता सूचकांक अच्छा रहेगा जहां पर वह गुणवत्ता 10 से लेकर 50 के बीच रहेगी 


25 दिसंबर तक वर्षा की कोई संभावना नहीं है उसके बाद वर्षा की संभावना बनेगी जनवरी और फरवरी 2026 हर प्रकार से बहुत ही ठंडा झंझावात से युक्त और वर्षा वाला रहेगा और ठंडक इन दो महीना में अपने चरम पर पहुंच जाएगी बेहद सावधान रहने की आवश्यकता है

कभी नहीं रुक सकती है इस देश मे अपराध और प्रतिबंध वस्तुओं की बिक्री। -डॉ दिलीप कुमार सिंह

कभी नहीं रख सकता है इस देश का अपरा द और प्रतिबंध वस्तुओं की बिक्री। -डॉ दिलीप कुमार सिंह 
दो-चार लोगों के चाइनीस मांझा से कट कर मरते ही अचानक बुद्धिजीवी और मीडिया सक्रिय उठे हैं अभी तक सो रहे थे सरकारी तंत्र जाग ही नहीं रहा है।‌ यह आज से नहीं हो रहा है जब से पतंग का आविष्कार हुआ है तब से हो रहा है उड़ने वाले लोगों के घर के लोग और माता-पिता भी तब तक ध्यान नहीं देते जब तक उनके अपने घर का कोई व्यक्ति इस शिक्षा भरे चीनी मंजा से कटकर मर ना जाए

जबकि इन सब के घरों के बच्चे पतंग उड़ाते हैं कोई रोकने वाला नहीं है सारा खेल पैसों का है चर्चा पाने के लिए किसी चीज पर चर्चा करने से खर्च के अलावा कुछ नहीं मिलता है ‌ मित्र लोग किसी चीज को गंभीरता से नहीं केवल चर्चा पर साझा करने पसंद किए जाने और टिप्पणी करने के लिए लिखने पढ़ने और बोलते हैं

यदि चर्चा करना है तो आप चर्चा करो जितना भी खाने का और पीने का पदार्थ है ठंडा है दूध और दूध से बनी सारी चीज हैं सब की सब नकली बनावटी है जितने भी घी गाय भैंस या अन्य के बिक रहे हैं गारंटी के साथ नकली हैं खोवा मंडी में आकर देख लो सारा खोवा नकली है 

जनता और बुद्धिजीवी चिल्लाकर क्या करेंगे जब इन्ही गांधी और गलत चीजों से सरकार की कमाई हो रही है और सरकारी तंत्र के अधिकारी कर्मचारी मालामाल है तो यह सब कैसे बंद हो सकता है जाम और अतिक्रमण लगाने वाली खुद पुलिस प्रशासन है रात को वसूली होती है इस पर भी बुद्धिजीवी लोगों विशेष कर महिलाओं को लाइव आकर बोलना चाहिए 

बिना महिलाओं के जागरूक हुए कुछ होने वाला नहीं है पुरुष वर्ग सिर्फ पटक कर मर जाएगा कुछ नहीं होगा । जिस दिन महिलाएं जागरूक हो गए उसी दिन धर्म का विकास होगा हिंदी भाषा और देश की भाषाओं का विकास होगा राम राज्य भी आएगा हिंदी हिंदू हिंदुस्तान भी होगा सरकार और सरकारी तंत्र तो खुलकर अंग्रेजी और विदेशी सभ्यता का प्रचार प्रसार कर रहा है वह भी श्री राम का गुणगान करने वाले लोगों का खेल है आपको कहीं हिंदी और देशी भाषाओं का प्रचार प्रसार दिख रहा है तो बताइए

उदाहरण के लिए सरकार को सबसे ज्यादा लूट और आमदनी शराब से होती है एक और मदिरा निषेध का दावा करती है दूसरी तरफ सरकारी शराब की दुकान सरकारी भंग और गज की दुकान जगह-जगह मिल जाएगा ऐसा क्यों है । ऐसी कोई भी प्रतिबंध चीज नहीं है जो इस देश में खुलेआम और धड़ल्ले से ना हो रही हो बाल विवाह सबसे अधिक मुसलमान में हो रहा है उसे रोकने की हिम्मत किसी में नहीं है

खुलेआम पान गुटखा दोहरा पान मसाला और नशे की चीज भांग की गोलियां बिक रही है हम आप सब देख रहे हैं सबके घर के बच्चे जमकर इसको खाकर पीछे से थूक कर बिना पेट के ही सारा सड़क और बिल्डिंग रंगने जा रहे हैं इस पर भी कुछ बोलना चाहिए ‌ मुझे लगता है यदि कोई बड़ी सरकारी प्राइवेट बिल्डिंग को पेंट करना हो रंग बिरंगा तो जिले भर के पान दोहरा खाने वालों को निमंत्रण दे दो एक घंटे में ही बिना पैसे की बिल्डिंग रंग कर चले जाएंगे 

इसी तरह खुले आम प्लास्टिक और पॉलिथीन भी कर रहा है कि दुकान पर नहीं है कुछ दिन के बाद छापामारी होगी और जमकर वसूली होगी लेकिन तब 10 पैसे में बिकने वाली पत्नी 15 पैसे हो जाएगी और फिर से बिकेगी उनको वसूली करना है यही हाल जाम और अतिक्रमण का है सड़क पर सब्जी से लेकर सामान बेचने वालों का है वह घूस में दिया सरकार को पैसा जनता से वसूल लेते हैं ।

मीडिया को हिम्मत नहीं है यदि कुछ लिखेगा तो अराजक तत्व खुलेगा मुझे मारपीट कर सही कर देंगे सरकार पैसा पा रही है इसलिए सरकार मीडिया की सहायता नहीं करेगी इसलिए मीडिया और बुद्धिजीवी लोग चुपचाप रहती हैं इस देश में ऐसी कौन सी चीज है जो बन रही है और बिक रही है और वह असली है यदि गुणवत्ता पर छापा मारी हो तो बड़े-बड़े प्रतिष्ठित दुकानदार और होटल जेल में चले जाएंगे। 

यही हाल दहेज प्रथा से लेकर हेलमेट लगाने और तेल पाने के खेल में है और जेल में सबसे अधिक है हर हफ्ते जिलाधिकारी ‌ न्यायिक अधिकारी पुलिस अधीक्षक जेल के पदाधिकारी जेल का निरीक्षण करते हैं कहीं कुछ भी प्राप्त नहीं होता जबकि सब कुछ जेल में उपलब्ध है इसका प्रमाण है जेल में से और अन्य पदार्थ के चिन्ह जेल के कर्मचारी अधिकारी खुद ही नशापन करते हैं किस बात का निरीक्षण होता है समझ के बाहर हैं।

यह देश पर नियंत्रण लगाना है तो शराब की दुकान बंद कर दो मांझा और पतंग की दुकान बंद कर दो पान गुटखा दोहरा की दुकान बंद करके दिखाओ प्लास्टिक और पानी बनाने का कारखाना सील कर दो तब तो कुछ होगा ऐसे में कुछ होने वाला नहीं है बस खुशी की बात इतना ही है कि बुद्धिजीवी महिलाएं काम से कम मीडिया पर आकर इसका विरोध कर रही है इसके लिए मैं धन्यवाद की पात्र हैं 

आपको लगेगा मैं कुछ अधिक ही लिख रहा हूं लेकिन मैं इस बात की प्रतिभूति देता हूं कि इस देश में जितने भी गंदी और खराब चीज हैं वह रुकने की जगह बढ़ती जाएगी जितने भी नशीले पदार्थ हैं और जहर हैं मिलावट के पदार्थ हैं यही सब पैसा और सोना उगलने के साधन है कभी भी बंद नहीं होगा ना दहेज प्रथा बंद होगा ना हेलमेट का नियम कहीं लागू होगा ना चालान बंद होगी ना अपराध और अपराध बंद होंगे जो इन्हें बंद करने का प्रयास करेगा उसे खुद ही इस दुनिया से विदा कर दिया जाएगा ‌ जितने भी गंदगी और बुरी चीज हैं वह सब कहीं न कहीं सरकार के द्वारा फिल्मों के द्वारा इंटरनेट के द्वारा जनता को पड़ोसी जा रही हैं और बड़े-बड़े हमारे फिल्मी नायक और महानायक पान गुटखा दोहरा जैसी चीजों का प्रचार करते दिखाई देते हैं हद तो तब हो जाती है जब रामायण और महाभारत के प्रसारण पर कंडोम जैसे गंदी चीजे का विज्ञापन दिखाया जाता है‌ और अंत में न्याय पाने के लिए न्यायालय में न्याय की सीढ़ी चढ़ने वाले लोगों को पता है कि न्याय कैसे मिलता है

मल भी एक रिश्तेदार है,रोज़ मिलने जरूर आता है,पर जिस दिन न आए,सारा दिन टेंशन दे जाता है।।

मल भी एक रिश्तेदार है,
रोज़ मिलने जरूर आता है,
पर जिस दिन न आए,
सारा दिन टेंशन दे जाता है।।

जिस अमानवीय काम ने वर्षों तक इंसानियत को शर्मसार किया, वह प्रथा अब भारत से लगभग समाप्त हो चुकी है। सदियों तक चलने वाली यह घोर अपमानजनक मानव मल-ढोने की परंपरा समाज के लिए एक कलंक थी। हमने इसे समाप्त तो कर दिया, पर दुनिया में कुछ जगहों पर आज भी मल को लेकर अजीब तरह की व्यवस्थाएँ देखने को मिलती हैं।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर हाल के वर्षों में कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि विदेश यात्राओं के दौरान उनकी सुरक्षा टीम उनके मल और मूत्र के नमूने इकट्ठा कर एक खास सूटकेस में बंद करके तुरंत रूस वापस भेज देती है। इसे मज़ाक-मज़ाक में “पूप सूटकेस” नाम दिया गया है।

हमारे यहाँ जो चीज़ गंदगी मानी जाती है, वहीं किसी देश के राष्ट्रपति की वो चीज़ सुरक्षा का विषय बन जाती है—यह भी व्यवस्था का एक अनोखा विरोधाभास है। यह सूचना पहली बार फ्रांसीसी पत्रिका पेरिस मैच की रिपोर्ट से सामने आई, जिसके बाद कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों ने इस दावे की पुष्टि की।

बताया जाता है कि पुतिन की यह सुरक्षा प्रक्रिया इसलिए अपनाई जाती है ताकि कोई विदेशी एजेंसी उनके स्वास्थ्य, डीएनए या अन्य जैविक जानकारी का विश्लेषण न कर सके। उनकी टीम यात्रा के दौरान वॉशरूम तक की व्यवस्था नियंत्रित रखती है, नमूने सील करती है और विशेष सुरक्षा के साथ विमान द्वारा रूस भेज देती है।

सोचिए, कहीं यह प्रक्रिया दिन में एक से ज़्यादा बार करनी पड़े तो उनकी टीम पर कितना अतिरिक्त बोझ आ जाए! मल चाहे सर पर उठाया जाए या कंधे पर रखा जाए, वह मल ही रहेगा—चाहे किसी मजदूर का हो या किसी राष्ट्रपति का। फर्क सिर्फ़ व्यवस्था और दृष्टिकोण का होता है।

क्या अजब दुनिया है—किसी की पोट्टी भी करोड़ों के सुरक्षा सिस्टम में सफ़र करती है, और किसी की गंदगी से लोग घिनाते हुए मुँह मोड़ लेते हैं। पर यह एक कटु सत्य है कि आधुनिक जासूसी तकनीक के युग में विश्व नेता अपनी जैविक जानकारी को भी सुरक्षा का विषय मानते हैं।

🙏🙏🙏
मोहम्मद जावेद खान
संपादक
भोपाल मेट्रो न्यूज़
9009626191

Wednesday, 10 December 2025

इस देश में केवल गांधी ही सही थे बाकी सब गलत है क्योंकि उन्होंने बकरी पाल कर ईश्वर अल्लाह गाकर चरखा काटकर सोंटी और आधे टांग की धोती पहनकर बकरी पाल कर गाल पर थप्पड़ खाकर देश को अखंड रखते हुए उसे उस साम्राज्य से स्वतंत्र कर दिया जिसका सूरज नहीं डूबता था। उनके साथ के सारे कांग्रेसी सच्चे देशभक्त थे बाकी देश के लिए मर मिटने वाले क्रांतिकारी तो आतंकवादी थे ही

इस देश में केवल गांधी ही सही थे बाकी सब गलत है क्योंकि उन्होंने बकरी पाल कर ईश्वर अल्लाह गाकर चरखा काटकर सोंटी और आधे टांग की धोती पहनकर बकरी पाल कर गाल पर थप्पड़ खाकर देश को अखंड रखते हुए उसे उस साम्राज्य से स्वतंत्र कर दिया जिसका सूरज नहीं डूबता था। उनके साथ के सारे कांग्रेसी सच्चे देशभक्त थे बाकी देश के लिए मर मिटने वाले क्रांतिकारी तो आतंकवादी थे ही 

गोडसे तो गलत था ही उनके लिए तो भारत के सभी धर्म ग्रंथ तीर्थ स्थान गंदगी के सिवा कुछ नहीं थे काशी पर उनके वर्णन को पढ़कर आप देख सकते हैं 200 साल अंग्रेजों से लड़ते हुए एक करोड़ लोग और 1000 साल तुर्क मुसलमान से लड़कर 7 करोड़ परमवीर बलिदानी उनके लिए केवल मूर्ख और कायर थे 

उनके लिए वीर बांडा बैरागी छत्रपति शिवाजी छत्रसाल गुरु गोविंद सिंह और 10 सिखों के गुरु महाराणा शिवा ‌ बप्पा रावल भोज देव संग सब के सब बेकार थे उनको रामकृष्ण गौतम बुद्ध में कोई बड़प्पन नहीं दिखता था उनको तो कुरान और अल्लाह ही सर्वश्रेष्ठ दिखते थे 

गांधी इतने महान थे कि पूरी दुनिया में एक भी देश एक भी व्यक्ति ने गांधीवाद नहीं अपनाया और ना भारत में लेकिन भारत सरकार और सरकारी तंत्र गांधी को राष्ट्रपिता मानकर हर जगह उनकी फोटो लगाकर देश का विस्तार करते हुए उसे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ महाशक्ति बन चुका है और मोदी जी ने तो अब गांधी की तुलना भगवान श्री कृष्ण से कर दिया 

तो फिर सैना पुलिस की क्या आवश्यकताहै ‌ लड़ाई लड़ने के लिए सोंटी और लंगोटी बकरी और चरखा ही काफी है इसी से दुश्मन का मुकाबला आराम से किया जा सकता है और जिस तरह गांधी ने सत्य अहिंसा ब्रह्मचर्य का प्रयोग किया वही काम राजनेताओं के साथ देश की 151 करोड़ जनता को भी करना चाहिए इससे अधिक क्या लिखा जाए डा दिलीप कुमार सिंह

Monday, 8 December 2025

मौसम की भविष्यवाणी

मौसम की भविष्यवाणी 

आज जौनपुर और आसपास के सभी जनपदों का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहा आज 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली तेज हवा  से ठंड विकराल हो जाएगी और 150 वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ मौसम  भीषण ठंडा और गलन वाला रहेगा।‌‌ आज से हल्के बादल होंगे जो धीरे-धीरे साफ हो जाएंगे हवा तेज रहेगी लेकिन वर्षा नहीं होगी।

 हल्का कोहरा और हल्के बादल भी रहेंगे। कोहरा पाला ओस तुषार पहाड़ों पर बर्फबारी बढ़ती चली जाएगी।‌‌ यह ठंड गलन और पछुआ हवा एक  सप्ताह तक कायम रहेगी। इसी बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 से 200 के बीच और पछुआ हवा की गति 100 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी।

कल  से मौसम में ठंड स्थिर रहेगी बाकी स्थितियां आज की तरह रहेगी कल का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहेगा इस तरह भीषण ठंड 5 से  शुरू हो जाएगी ।

अभी जौनपुर और आसपास एवं उत्तर भारत में वर्षा की 15 दिसंबर तक कोई संभावना नहीं बन रही है आने वाले दिनों में ठंड और तेज होती जाएगी हिमालय क्षेत्र में हिमपात जारी रहेगा दक्षिण भारत में चक्रवार्ती वर्ष का क्रम 7 दिसंबर तक थम जाएगा‌ उत्तर प्रदेश के कई भागों में तापमान पांच से और पश्चिम उत्तर भारत में तीन से नीचे चला जाएगा पर्वतों पर तापमान-15 डिग्री तक पहुंच जाएगा ‌।‌‌ तमिलनाडु पुडुचेरी अंडमान निकोबार में वर्षा होगी

90% अमेरिका चीन जापान रूस कोरिया 100% यूरोप और 70% एशिया के उत्तरी भागों में महाविकराल ठंड और घनघोर बर्फबारी होगी ऑस्ट्रेलिया और दक्षिणी अमेरिका में गर्मी पड़ेगी। कुछ भयानक ज्वालामुखी विस्फोट और प्रचंड समुद्री लहर और प्रशांत तथा अटलांटिक में भयानक चक्रवात उठने की संभावना है अमेरिका और यूरोप तथा रूस के उत्तरी भागों में प्रचंड बर्फ की आंधियां चलेगी।
 
जापान और बंगाल की खाड़ी में 6 से 8 रिक्टर स्केल के पैमाने पर भीषण भूकंप आने से जापान बांग्लादेश में हाहाकार बचेगा। और हल्की सुनामी आने की संभावना है इसके अलावा भी आने वाले दिनों में प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में कई जगह भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होने की प्रबल संभावना है।
 -डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर ‌ साथ में नन्हा ज्योतिषी पड़ोंकी दादा अविरल जो गुड्डा जैसा दिख रहा है

जाड़े में कैसा हो हमारा भोजन ‌और रहन सहन-डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि

जाड़े में कैसा हो हमारा भोजन ‌और रहन सहन-डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि 
ठंड का मौसम आते ही सब कुछ बदल जाता है इसके पूर्व वर्षा की ऋतु होती है जिसमें कभी सुहावना मौसम कभी उमस और पसीना तो कभी बेहद नम और कभी शुष्क मौसम का सामना एक साथ करना पड़ता है जिससे अनेक रोग बीमारियां लोगों को घेर लेते हैं।‌ वर्षा बीतने के बाद अचानक ही सब कुछ बदल जाता है और हरा-भरा मौसम सूखे मौसम में बदल जाता है और इस प्रकार क्वारऔर कार्तिक ‌‌ महीना विभिन्न प्रकार के सर्दी जुकाम खांसी शरीर दर्द बदन दर्द मच्छर और खटमल तथा मक्खी से फैलने वाले बीमारियों का होता है और इसी समय मलेरिया टाइफाइड जापानी बुखार इत्यादि का भी जोर रहता है और अगहन महीने के प्रारंभ होते ही ठंड का मौसम शुरू हो जाता है ।

आयुर्वेद दुनिया का सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा विज्ञान है आयुर्वेद के अनुसार ठंड का मौसम प्रारंभ होते ही सबसे पहले उठकर गुनगुना हल्का गर्म पानी अवश्य पीना चाहिए ठंडी जितनी बढ़ती जाए पानी भी उतना ही गर्म होना चाहिए यदि इस पानी में आप नींबू मिला लेते हैं या तुलसी की पत्तियां ज्वरांकुश जैसी कुछ चीज डालकर पीते हैं तो यह अमृत जैसा होता है।

अगहन से लेकर आधे चैत्र माह तक शरीर की सारी गर्मी पेट में इकट्ठे हो जाती है इसलिए भूख जमकर लगती है और इस समय आपको अच्छे पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन करना चाहिए बाहर की चीज भूलकर भी नहीं खाना चाहिए यह सभी भयंकर जहर से भी खतरनाक है क्योंकि इसमें सबसे रद्दी तेल मसाले की और अनाज तथा दालों का प्रयोग किया जाता है इस मौसम में अगर एक समय  अदरक तुलसी की पत्ती गिलोय काली मिर्च इलायची दालचीनी की चाय पिएं तो या  गर्म पानी आपके शरीर के जमा हुए सभी प्रकार के कफ को और जहर को निकाल बाहर करता है दूध की चाय भारत में पीने का प्रचलन है लेकिन यह बहुत ही हानिकारक और विषैली होती है जानकर भी लोग इसको छोड़ नहीं पाते हैं जिसका परिणाम अनेक प्रकार की हड्डी और गैस की बीमारियों में प्रकट होता है और भूख भी मर जाती है 

आयुर्वेद के अनुसार इस समय विभिन्न प्रकार के मसाले का हल्के तेल के साथ खूब सेवन करना चाहिए क्योंकि गरम मसाले एक तो शरीर को गर्म रखकर ऊर्जा देते हैं दूसरे सर्दी शरीर में लगे नहीं देते हैं तीसरे गरम मसाले और रसेदार गम सब्जियां शरीर को बहुत अधिक पोषक तत्व देती हैं जाड़े में कभी भूलकर भी ठंडा भोजन और ठंडी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए यदि धूप उपलब्ध है तो भोजन करने के बाद 10-15 मिनट धूप अवश्य लेना चाहिए रात में आग जलाकर भोजन करने के बाद हाथ पैर सेंक कर सोना चाहिए  अन्यथा इससे खुजली दाद खाज और अन्य एलर्जी वाली बीमारियां हो जाती हैं ।

लोग सोचते हैं की दही ठंडी होती है यह बात गलत है जाड़े में दही का सेवन जमकर करना चाहिए  ‌ क्योंकि दही का प्रभाव गर्म होता है लेकिन दोपहर के पहले ही इसका सेवन करना चाहिए रात में दही का प्रयोग भूलकर भी नहीं करना चाहिए सलाद भी और पत्तेदार सब्जियां तथा पालक चौलाई बथुआ सरसों मेंथी चना और अन्य साग जमकर खाना चाहिए इसमें पर्याप्त विटामिन लोहा कैल्शियम मैग्नीशियम एवं विटामिन का भंडार होता है। सूखा मेवा बादाम पिस्ता काजू और तीसी और तिल से बनी चीजों को खूब खाना चाहिए ‌ नीमईया  तुलसी की दो तीन पत्तियां सुबह चबाकर अवश्य खाना चाहिए इस समय अधिक से अधिक पानी पीना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है यदि गर्म पानी ना मिले तो ताजा पानी हैंडपंप का पीना चाहिए या कुएं का पीना चाहिए जेट पंप का भी ताजा पानी चला कर। पीना अच्छा रहता है सबसे खराब आरो का पानी होता है जो शरीर और हड्डियों को बेकार कर देता है।

इस समय सूखा मेवा मूंगफली का सेवन आंवला और च्यवनप्राश जैसी चीजों को खाना अमृत के समान होता है कच्चा आंवला तो अवश्य ही कम से कम एक खाना चाहिए यदि छोटा देसी वाला मिल जाए तो फिर क्या कहना ।मांसाहारी लोग इस समय अंडे का सेवन कर सकते हैं यह गर्म होता है यदि अंडा खाने के बाद दूध पीते हैं तो और भी उत्तम होता है ‌ वैसे मांसाहार कहीं मन नहीं किया गया है लेकिन शाकाहार उपलब्ध होने पर मांसाहार से परहेज ही करना चाहिए।

 एक बात और भी है कि जाड़े में ताजे पानी से नहाने की आदत डालना चाहिए गर्म पानी से नहाने पर अनेक परेशानी होती है और शरीर के प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है यदि बहुत दिनों से धूप नहीं निकली है या घना कोहरा है तभी हल्का गर्म पानी से गुनगुना करके नहाना चाहिए और नाक में सरसों का तेल अवश्य ही डालना चाहिए यह सर्दी गर्मी वर्ष हर महीने के लिए आवश्यक है इससे सर्दी जुकाम ठीक और अन्य बीमारियों से सुरक्षा मिलती है ‌ इसके साथ ही साथ एक हल्का तेल और घी का प्रयोग करके भोजन करें और बाहर का तेल और घी ना खरीदें ‌ सरसों खरीद कर उसका तेल निकालें या दूध से घी अपने घर में बनाएं ।सोते समय भूख से थोड़ा कम भोजन खाएं सुबह भरपेट भोजन और दोपहर में हल्का नाश्ता करने की आदत डालें ‌ तला भुना होना अधिक तेल मसालेदार और बासी तथा ठंडा भोजन हमेशा नुकसानदायक होता है अधिक मांस मछली भी नहीं खाना चाहिए यह दिखाना है तो घर में बनकर ही खाएं।

इस समय ठंडा पानी ठंडा पर पदार्थ कैफे नियुक्त चीज खाने से बचें बाहर का कोई भी चीज खाने से बच्चे बाहर के बने पिज़्ज़ा बर्गर तेल मसाले सड़े गले बिस्किट पाव रोटी डबल रोटी ब्रेड मक्खन लस्सी कुरकुरे धकाधक चटपटे चाऊमीन हैमबर्गर ‌ मोमोज समोसे पकोड़े नमकीन पनीर जैसी चीज बिल्कुल ना खाएं या आज सदा कर पेट खराब कर देती हैं विपरीत फल देने वाले भोजन कभी ना करें जैसे दूध के साथ मछली और मूली के साथ दूध का प्रयोग दूध के साथ खट्टी चीजों और फलों का प्रयोग कभी ना करें। बाहर की बनी चीजे गंदे ढंग से और बिना स्वास्थ्य के नियमों का पालन किया बनाई जाती हैं और ज्यादातर डायरिया हैजा कालरा इन्हीं चीजों से होता है। उसे महीने में धनिया और माघ में मूली नहीं खाना चाहिए