आज और कल के मौसम की भविष्यवाणी डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक
मौसम के बारे में हमारे पंचांग ज्योतिष देसी कहावत और पशु पक्षियों की भाषा महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं इसी में एक है बोली लोमड़ी फूली कास अब छोड़ो वर्षा की आस।
अगर इस आधार माना जाए तो वर्षा लगभग समाप्त है क्योंकि कास तो फूल चुकी है जैसा मैंने चित्र में भेजा है लेकिन अभी लोमड़ी बोलने का स्वर नहीं सुनाई दे रहा है इसका अर्थ यह है कि आंशिक वर्षा अभी होनी बाकी है और ऐसा अनुमान है कि 14 सितंबर से 18 सितंबर के बीच एक बार फिर से अच्छी वर्षा होनी चाहिए
रही बात सरकारी और बड़े-बड़े निजी मौसम विज्ञान विभाग की उनका कोई भरोसा ना कभी था और न करने की आवश्यकता है बिल्कुल उल्टा परिणाम दिखाते हैं ऐसा अनुमान है कि आज से चार-पांच दिनों तक अचानक होने वाली बूंदाबांदी और हल्की बरसात छोड़ दिया जाए तो वर्ष की विशेष आशा नहीं है इसलिए खेती बागवानी से जुड़े लोग सिंचाई कर दें
आज का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस अधिकतर धूप और बीच-बीच में बादलों का भी आना-जाना रहेगा वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 के आसपास और पराबैंगनी किरणों की तीव्रता 5 से 6 के बीच रहेगी और कल भी लगभग ऐसा ही मौसम रहेगा
कल अर्थात 11 सितंबर को भी मौसम आज की तरह रहेगा अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रहेगा इसके पहले 25 जुलाई से 5 अगस्त तक गणगौर वर्ष की भविष्यवाणी पूरी तरह सही हुई थी
जौनपुर और आसपास तथा पूर्वांचल में वर्षा न होने का प्रमुख कारण है संघनन और वाष्पन की कमी बादलों में नमी और जल का बहुत बड़ा अभाव और विक्षोभ का ना बन पाना इसीलिए घने काले बादल बहुत बड़ी मात्रा में आते हैं लेकिन गरज और चमक तथा वह जलप्रपात के बाद भी बहुत मामूली वर्षा करके चले जा रहे हैंऔर अगर यह तीनों क्रियाएं अचानक हो जाए तो कभी भी तेज वर्षा कहीं भी हो सकती है यद्यपि इसकी आशा बहुत कम है कुल मिलाकर 14 सितंबर से 20 सितंबर के बीच हम दो-तीन बार हल्की वर्षा और एक बार तेज वर्षा की आशा कर सकते हैं और यह बिल्कुल सही होगा
हमारे पूर्वजों ने एक और बात कही हैं **धन्यभाग जहां बरसे कुवारा## अर्थात कुमार महीने में अगर कहीं वर्षा हो जाए तो उसको बहुत बड़ा भाग्य मानना चाहिए एक बात और है कि कुंवर महीने में अर्थात सितंबर से 15 अक्टूबर तक गर्मी से आकर तुरंत ठंडा चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और बहुत ठंडी चीजों से तो बहुत दूर रहना चाहिए विशेष कर फ्रिज में रखी किसी चीज का उपयोग कम से कम 10 मिनट बाद करना चाहिए । वैसे इस बार कई वर्षों के बाद जौनपुर जौनपुर जनपद के आसपास पूर्वांचल और संपूर्ण भारत में औसत से अधिक वर्षा हुई है और कुछ राज्यों को छोड़ दिया जाए तो यह वर्षा खेती और अन्य चीजों के लिए बहुत अच्छी रही है
इसी के साथ में 15 में बार अपनी भविष्यवाणी दोहरा रहा हूं कि इस वर्ष ठंड बहुत जल्दी शुरू हो जाएगी और यह श्री गणेश 25 सितंबर के आसपास होने की संभावना है इसके लक्षण अभी से दिखने लगे हैं अभी घनघोर उमस पसीना और गर्मी सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम को 4:00 बजे तक चलती रहेगी लेकिन धीरे-धीरे 25 तक गुलाबी जादा रात में हो जाएगा और सुबह ठंडी पड़ने लगेगी और 6 महीने लंबी ठंड के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दीजिए वरना बाद में पछताना पड़ सकता है
सारी स्थिति प्रकृति और पर्यावरण का संतुलन घनघोर प्रदूषण गंदगी और कचरा सब इसी मानव सभ्यता की देन है जो स्वयं को पढ़ा लिखा और वैज्ञानिक कहता है प्लास्टिक के फूल लगाने वाला सीमेंट और कंक्रीट के जंगल पैदा करके असली जंगल हरियाली और पेड़ पौधों को काट देने वाली मानव सभ्यता अच्छे मौसम और अच्छे प्रकृति पर्यावरण की ठीक वैसे ही आशा कर रही है जैसे मुंगेरीलाल के हसीन सपने होते हैं या भारत में विभिन्न प्रकार के राष्ट्रवादी दल राम राज्य लाने की और हिंदी हिंदू हिंदुस्तान स्थापित करने की बिल्कुल झूठी कल्पना जनता को दिखाकर उसे आकाश कुसुम उगाने का प्रलोभन दे रहे हैं
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