मौसम की भविष्यवाणी और आकलन सुपर टाइफून रगासा ने बिगाड़ा भारत सहित पूरी दुनिया केमौसम का खेल चीन न्हांग-कांग और फिलिपींस को तबाह किया
सितंबर के अंतिम सप्ताह में भारत के विशेष कर उत्तरी उत्तरी पश्चिमी और मध्य भारत के मौसम को सुपर टाइफून रगासा ने पूरी तरह बिगाड़ कर रख दिया इसकी वजह से सितंबर के अंतिम हफ्ते में होने वाली अच्छी बरसात सूखे मौसम में बदलकर रह गई है
आज जौनपुर और जौनपुर के आसपास तथा उत्तर प्रदेश और भारत के अधिकांश भागों का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 28 डिग्री सेल्सियस रहेगा लेकिन इसका वास्तविक प्रभाव 40 डिग्री और 30 डिग्री के बराबर होने से भयानक गर्मी उम्र और पसीना से लोग बेहाल हो जाएंगे कल का मौसम भी आज की तरह रहेगा लेकिन गर्मी से थोड़ी राहत रहेगी तापमान घटकर 33 डिग्री और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रह जाएगा कल तेज हवाएं चलने की संभावना बन रही है बूदाबादी चितपुट वर्षा कभी भी कहीं भी हो सकती है भारत के अधिकांश उत्तरी भागों मध्य भागों और पश्चिमी भागों का मौसम सूखा और गर्म रहेगा
लेकिन अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बनने वाला एक चक्रवर्ती भी पीके महाराष्ट्र गुजरात मुंबई नालासोपारा वसई विरार पालघर और आसपास के सभी भागों उड़ीसा और बंगाल तथा पूर्वोत्तर भारत के अनेक भागों में दूर-दूर तक कल परसों और उसके बाद भारी से बहुत भारी वर्षा करेगा दक्षिणी भारत के अधिकांश भागों में मुंबई महाराष्ट्र कन्याकुमारी तक और उड़ीसा बंगाल पूर्वोत्तर भारत अंडमान निकोबार में बहुत तेज हवाएं और आंधी चलने की प्रबल संभावना है
किसानों को सलाह
जौनपुर और जौनपुर जनपद के आसपास के जनपद और मध्य अटरिया पश्चिमी भारत के किसानों और कृषि बागवानी से जुड़े हुए लोगों को चाहिए कि अगर आवश्यकता है तो एक सिंचाई फसलों सब्जियों को कर दें क्योंकि चार-पांच दिनों तक मौसम के सूखा गर्म रहने की और अचानक होने वाली छिटपुट हल्की वर्षा को छोड़कर वर्षा की कोई संभावना नहीं दिखाई दे रही है वैसे मौसम का उतार चढ़ाव कभी भी कहीं भी चक्रवाती वर्षा के रूप में कहानी-कहानी हो सकता है लेकिन मुख्य रूप से मौसम गर्म और सूखा ही रहेगा
क्या अब वर्षा की संभावना नहीं है
महा चक्रवात रगास के कारण सारी हवा और अपनी खींचकर प्रशांत महासागर की तरफ फिलिपींस ताइवान चिन्ह और उसके आसपास केंद्रित हो गया है लेकिन जल्द ही यह चक्रवात के रूप में घूमता हुआ 30 सितंबर के आसपास भारत में प्रवेश करेगा और 1 अक्टूबर से 10 अक्टूबर के बीच यह लगभग पूरे भारत में वर्षा करेगा इस वर्ष क्षेत्र में पूर्वोत्तर भारत दक्षिण भारत बंगाल उड़ीसा बिहार के साथ संपूर्ण दक्षिण भारत उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश महाराष्ट्र गुजरात और दिल्ली तथा आसपास तक का क्षेत्र आएगा सारांश में कहा जा सकता है कि 30 सितंबर के आसपास से अक्टूबर के पहले सप्ताह तक एक बार फिर से प्रचुर वर्ष की संभावना के साथ-साथ मौसम पूरी तरह से बदल जाएगा अभी तीन-चार दिनों तक गर्मी उमस और पसीना झेलना पड़ेगा डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक
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