नजीबाबाद में स्थित सिविल जज जूनियर डिविजन की अदालत में कार्यरत प्रेम कुमार मुकदमे की तारीख देने के बदले में 20 रूपए से लेकर 50 रूपए तक प्रति व्यक्ति वसूल रहा है !
कमाल की बात यह है कि वह यह काम जज की कुर्सी के पास में बैठ कर कर रहा है !
प्रत्येक कार्य दिवस में सैकड़ों फाइलों पर सुनवाई होती है !
मुकदमे से जुड़े सैकड़ों वादी / प्रतिवादी अदालत में हाज़िर होते हैं !
भारत टॉकीज़ के निकट अदालत के पुराने भवन में भी यह काम लगातार जारी था , और अब साहनपुर बाईपास पर स्थित अदालत के नए भवन में भी लूट खसोट का यह काम लगातार जारी है !
अदालत में तारीख पर पेश होने वाले शमशाद अहमद , मोहम्मद फहीम , दयावती, दिनेश कुमार, भारत सिंह सहित अनेक लोगों ने बताया कि उनसे जबरदस्ती यह पैसे वसूले जाते हैं !
अनुमान है कि प्रत्येक कार्य दिवस में कई हज़ार रुपए लोगों से वसूले जाते हैं !
सवाल यह पैदा हो रहा है कि आखिर प्रेम कुमार इतने पैसे किसके लिए वसूल रहा है ?
क्या वसूले गए पैसों को वह खुद अपने पास रखता है या नीचे से लेकर ऊपर तक इन पैसों की बंदरबांट होती है ?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि इंसाफ के इस पवित्र मंदिर में यह घिनौना काम सरेआम हो रहा है ?
पीड़ितों का यह भी कहना है कि पैसे लेने के बदले में उन्हें किसी प्रकार की कोई रसीद नहीं दी जाती ?
इससे साफ जाहिर है कि यह पैसा राजकीय कोष में भी जमा नहीं होता ?
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