Saturday 28 September 2024

झोलाछाप चिकित्सक की लापरवाही से इलाज में मौत के बाद नही हुई गिरफ्तारी**चाकवन चौराहा स्थित आदर्श पाली पॉली क्लीनिक में मौत के बाद अब पहुँचा परसरा चौराहा* *झोलाछाप डॉक्टर पत्रकार बनकर वसूली कर पत्रकारों को कर रहा बदनाम*

*झोलाछाप चिकित्सक की लापरवाही से इलाज में मौत के बाद नही हुई गिरफ्तारी*

*चाकवन चौराहा स्थित आदर्श पाली पॉली क्लीनिक में मौत के बाद अब पहुँचा परसरा चौराहा* 

*झोलाछाप डॉक्टर पत्रकार बनकर वसूली कर पत्रकारों को कर रहा बदनाम*

*कौशांबी* सिराथू तहसील क्षेत्र के चाकवन चौराहे पर संचालित एक अवैध अस्पताल में मरीज के इलाज के दौरान मौत होने के 14 महीने बाद भी अस्पताल संचालक कथित चिकित्सक पर मुकदमा दर्ज करके मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने उसकी गिरफ्तारी नहीं कराई है उसको जेल नहीं भेजा है अवैध अस्पताल को सीज नहीं किया है जिससे मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर भी बड़े सवाल खड़े हैं अवैध अस्पताल में मौत के इस मामले के बाद स्वास्थ्य विभाग के कारनामों की जांच कराए जाने की जरूरत है लेकिन सवाल उठता है कि स्वास्थ्य विभाग के अवैध वसूली की कौन जांच कराएगी इस अवैध अस्पताल के संचालक कथित चिकित्सक को कौन जेल भेजेगा चाकवन चौराहे पर अस्पताल बंद करके अब इनका अस्पताल परसरा चौराहे पर चल रहा था बीते दिनों इनका एक ऑडियो भी वायरल हुआ है जिसमें यहां 10 और 15 की वसूली की बात कर रहे हैं

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक के कड़े निर्देश के बाद भी कौशांबी के अवैध अस्पतालों पर कार्रवाई नहीं हो रही है स्वास्थ्य विभाग कुछ को छोड़कर अन्य गुनहगारों से केवल वसूली तक सीमित है जिससे मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल रहा है और मरीजों की अवैध अस्पतालों में आए दिन मौत हो रही है 27 सितंबर 2024 को फिर मंझनपुर मुख्यालय के अस्पताल में मौत हो गई है हालांकि निजी अस्पतालों में मौत का यह कोई एक मामला नहीं है अनुभव हीन कथित चिकित्सको के इलाज में आए दिन मौत होती है लेकिन किसी कथित चिकित्सक पर मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तारी नहीं कराई जाती है आखिर मौत का खेल खेलने वाले इन कथित चिकित्सकों से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इतना नरम दिली क्यों है जिससे आयोग्य  चिकित्सकों के इलाज के चलते आए दिन मरीजों की अस्पतालों में हो रही मौत के बाद अस्पताल सीज करके कथित चिकित्सक जेल नहीं भेजे जा रहे हैं 

सिराथू तहसील क्षेत्र के चाकवन चौराहा स्थित आदर्श पाली पॉली क्लीनिक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किए गए मरीज लल्लू की 13 जुलाई 2023 को मौत हो गई है मौत के इस मामले में भी मृतक लल्लू के परिजनों को स्वास्थ्य विभाग से सहयोग नहीं मिल सका 13 जुलाई को अधिकारियों को शिकायती पत्र दिया गया लेकिन अवैध नर्सिंग होम का बाल बांका नहीं हो सका पाली क्लीनिक का बोर्ड लगाकर अस्पताल की तर्ज पर यह अस्पताल चल रहा है अंदर तमाम बेड लगाए गए हैं जहां मरीज भर्ती किए जाते हैं उन्हें ग्लूकोज की बोतल टांगकर उनसे हजारों लाखों की वसूली की जाती है बिना किसी डिग्री और अनुभव के कथित चिकित्सक को अस्पताल संचालन की छूट स्वास्थ्य विभाग दे दिया है बड़े-बड़े बोर्ड लगाकर अस्पताल का संचालन हो रहा है मौके पर योग्य चिकित्सक नहीं है जिससे इलाज में मरीजों की मौत होती है लेकिन मौत होने के बाद भी अवैध अस्पतालों पर जिले में कार्यवाही होती नहीं दिख रही है जिससे पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं अस्पताल के चिकित्सक पर मुकदमा दर्ज करके अस्पताल को सीज करते हुए चिकित्सक को जेल भेजने की मांग एक बार फिर शुरू हुई है

*सुशील केसरवानी वरिष्ठ पत्रकार व ब्यूरो प्रमुख अखंड भारत संदेश हिंदी दैनिक समाचार पत्र मंझनपुर कौशाम्बी* *9838824938*

No comments:

Post a Comment