Tuesday 15 October 2024

एक ऐसा स्कैम जो अंदाजन 12 साल चला 🙂

एक ऐसा स्कैम जो अंदाजन 12 साल चला 🙂 

स्कैम भी ऐसा कि जिसे आज पास की जनता सपोर्ट करती है 🙂 

टोल प्लाजा स्कैम

गुजरात के मोरबी के पास के एक गांव है जिसका नाम है वघासिया , वघासिआ गांव के पास में से एक हाईवे गुजरता है एनएच8 , ये भारत के गोल्डन क्वाड्रिलेटरल का एक हिस्सा है

इसी जगह पर एक टोल प्लाजा बना हुआ है और उस टोल प्लाजा के ठीक बगल में एक टाइल्स फैक्ट्री है , कुछ इस तरह , जो टोल प्लाजा के एक दम नजदीक बनाई हुई है

इस टोल प्लाजा से अंदाजन 7,000 गाड़ियां गुजरती थी

संयोग से इसके पास बनी टाइल्स फैक्ट्री काफी बड़ी थी और लंबाई में टोल प्लाजा के दोनों तरफ गुजरती थी !

गांव वालों ने इस टोल प्लाजा के दोनों तरफ लगभग आधा किलोमीटर दूर पर कुछ मजबूत गांव वाले तैयार करे और उन्हें " गांव विकास फंड " के लिए गाड़ी रोकने का काम दिया गया , गांव के विकास फंड की कीमत 10/20 रुपए करीब रखी जो काफी कम थी और उसके साथ ही उन्हें टोल प्लाजा का टैक्स बचाने को " टाइल्स फैक्ट्री के अंदर से जाने का रास्ता बता दिया " 😄😄

इस तरह से उन्होंने 12 साल में लगभग 75 करोड़ रुपए का घपला कर दिया ,

जब तक पुलिस एक्शन में आती तब तक गांव के अंदर उन्होंने विकास के काम लगा दिए जैसे मंदिर , क्रिकेट ग्राउंड , गरीबों के बच्चों की शादी इत्यादि ! इसलिए गांव वाले भी उन्हें ही सपोर्ट कर रहे हैं

ये फर्जी टोल प्लाजा का स्कैम हटने के बाद टोल प्लाजा का रेवेन्यू 15 लाख से 20 लाख प्रतिदिन हो गया और गाड़ियों की संख्या में लगभग 15,00 गाड़ियों की बढ़ोत्तरी हुई

भारत में एक से एक स्कैम करने वालों की कमी नहीं है लेकिन स्कैम कर के किसी गांव का फुल सपोर्ट मिलना भी किसी अजूबे से कम नहीं 😄

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