: नवरात्रि व्रत के बाद **कलश कलश के जल नारियल सिक्के जौ और अखंड ज्योति का क्या करें 
यदि कलश अर्थात घड़ा और दीपक मिट्टी का है तो नदी या बहते जल में प्रवाहित कर दें और जौ को भी नदी में या बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें 
सिक्के को अपने धन या पैसों की तिजोरी में रखें घट के जल को शौचालय के अतिरिक्त पूरे भवन दुकान में देवी जी का नाम लेकर छिड़काव करें या तुलसी में डाल दें 
नारियल को फोड़ कर प्रसाद रूप में ग्रहण करें और बांटे ।
कलश और दीपक यदि धातु के हैं तो धो पोंछ कर सुखाकर अगले साल के लिए रखें यह सब पारण के बाद करें डाक्टर दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर 7817713978
: वर्ष 2025 का शारदीय नवरात्रि 10 दिनों का था आज नौ देवी मां भगवान शिव और माता पार्वती और दुर्गा देवी की कृपा से बड़े ही दिव्य और भव्य ढंग से संपन्न हो गया ।2025 हमेशा की तरह हमने सनातन धर्म के लिए अखंड भारत के फिर से स्थापित होने के लिए शैतान राक्षसों के वश में उपस्थित समस्त लोगों के विनाश के लिए और अपने सभी मित्रगण सगे संबंधी परिचित अधिकारी गण कर्मचारी गण और उन सबके लिए जिन्होंने हमारे लिए कभी परमाणु मात्रा में भी कुछ किया हो पूजा पाठ हवन अनुष्ठान किया जय माता की
आप जौनपुर को साफ सुथरा और चमकता हुआ देख कर दंग रह गए होंगे है कि नहीं इसका कारण यह है कि मंत्री गिरीश चंद्र यादव जी ने खुद धुआंधार सफाई किया है और सड़क नाली नाबदान गले मोहल्ला नदी नाला सब कुछ लंदन टोक्यो न्यूयॉर्क पेरिस बीजिंग सिडनी की तरह चमक रहा है मैं भी हैरान परेशान हो गया और खोज कर थक गया पूरे शहर में कागज का टुकड़ा तो दूर एक भी मक्खी या मच्छर भी नहीं लिखा इसलिए पहली बार चुनाव लड़े जीते दोबारा लड़े जीते और दोनों बार मंत्री भी बने अब जलने वाले जलते रहे
[10/1, 7:07 AM] Dr Dileep Kumar singh: नवरात्रि व्रत के बाद **कलश कलश के जल नारियल सिक्के जौ और अखंड ज्योति का क्या करें
यदि कलश अर्थात घड़ा और दीपक मिट्टी का है तो नदी या बहते जल में प्रवाहित कर दें और जौ को भी नदी में या बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें
सिक्के को अपने धन या पैसों की तिजोरी में रखें घट के जल को शौचालय के अतिरिक्त पूरे भवन दुकान में देवी जी का नाम लेकर छिड़काव करें या तुलसी में डाल दें
नारियल को फोड़ कर प्रसाद रूप में ग्रहण करें और बांटे ।
कलश और दीपक यदि धातु के हैं तो धो पोंछ कर सुखाकर अगले साल के लिए रखें यह सब पारण के बाद करें डाक्टर दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर 7817713978
[10/1, 8:02 AM] Dr Dileep Kumar singh: आज अंतिम दिन महानवमी को पूजा पाठ हवन कैसे और कब तक करें और इस और इस व्रत का पारण कैसे करें और कब करें
आज शक्ति का परम पावन महान पर्व दुर्गा पूजा रात्रि की पूजा और उनके हवन पूजन के साथ समाप्त हो जाएगा इस क्रम में देश-विदेश में लोगों ने देवी शैलपुत्री देवी ब्रह्मचारिणी देवी चंद्रघंटा देवी कुष्मांडा देवी स्कंदमाता देवी कात्यायनी देवी कालरात्रि देवी महागौरी और देवी सिद्धिदात्री की पूजा आराधना हवन किया यह सभी देवी दुर्गा जी के और स्वयं देवी दुर्गा जी भगवती पार्वती आदि शक्ति का रूप है
आज सुबह से लेकर शाम 6:00 बजे तक पूजा पाठ हवन का मुहूर्त है लेकिन सुबह 5:01 से सुबह 10:00 बजे तक पूजा पाठ हवन का सर्वोत्तम मुहूर्त है यदि किसी कारणवश इस समय तक पूजा पाठ हवन अनुष्ठान नहीं हो पता है तो राहुकाल अर्थात सामान्य रूप से दोपहर 12:00 से 2:00 तक का समय छोड़कर इसके बाद शाम 6:00 बजे तक अर्थात 2:00 बजे दोपहर के बाद से शाम 6:00 बजे तक जो नहीं कर सकते हैं वह हवन पूजन अवश्य कर लें वैसे महानवमी की तिथि कल शाम अर्थात 30 सितंबर को 6:06 पर लग चुकी है और आज 7:01 शाम को समाप्त हो जाएगी इसलिए जो लोग पारण करना चाहे वह 7:01 के बाद इस व्रत का पालन कर सकते हैं
यदि आज आप पालन नहीं करना चाहते हैं तो कल सूर्योदय के बाद इस व्रत का पालन कर ले चल ही परम पवित्र दशहरा या विजयदशमी का महापर्व है इसी दिनमाता रानी की मूर्ति विसर्जन रावण के वध और भगवान श्री राम की पूजा अर्चना के साथ यह महापर्व समाप्त हो जाएगा डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक
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