Wednesday, 26 January 2022

वर्तमान में चुनौती--- और हमारा संविधान _________________________(गणतंत्र दिवस पर

वर्तमान में चुनौती--- और हमारा संविधान _________________________(गणतंत्र दिवस पर विशेष-- "मोहम्मद इरशाद रजवी "की कलम से )===================हम अपने देश का 75 वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहे हैं हमको अपने संविधान की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए हमारा संविधान बहुत ही कानूनी विशेषज्ञों की देखरेख में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में तैयार हुआ हमारे संविधान में कई देशों के कानून विभिन्न विषयों पर लिए गए हैं वर्तमान में हमारे देश का जो परिदृश्य बहुत ही चुनौतीपूर्ण होता दिखाई दे रहा है एक समय था कि लोग अभिव्यक्ति की आजादी में अपनी बात रखते समय संविधान के दायरे में अपने विचार रखते थे किसी जाति वर्ग विशेष को ठेस ना पहुंचे  वाणी ऐसी हो जिससे सर्व धर्म समभाव वाली स्थिति पैदा हो किसी धर्म विशेष पर कोई ऐसी टीका टिप्पणी ना हो जिससे किसी का अहित ना हो कभी भी किसी धार्मिक महापुरुष या अन्य महापुरुष के सम्मान पर ठेस ना पहुंचे नारी का सम्मान रहे मगर आज के समय में देश के अंदर रहने वाले और अपने को देश भक्त कहलाते और कभी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को निशाना बनाते हैं उन पर अपशब्द बोलते कभी उनके हत्यारे की तारीफ में कसीदे पढ़ते जो बड़ा शर्मनाक है इसी प्रकार नफरत की चौपाल लगाकर देश के संविधान को खुली चुनौती देते कभी "सत्यमेव जयते "पवित्र स्लोगन में शस्त्रमैव जयते   बोल कर उसका अपमान करते ऐसे नफरत ही चिंटूओ से संविधान के दायरे में निपटना एक चुनौती है और हमको शपथ लेनी चाहिए जो देश हित की बात करें उसका सम्मान करें और जो देश विरोधी बात करें उसका बहिष्कार कर कानून के माध्यम से कड़ी से कड़ी सजा दिलाएं ताकि हमारा 'एक देश एक प्रेम का नारा रहे'

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