*निशू धीमान जैसे मानवता भरे कार्य को अंजाम देने वाले को दिल से सलाम*
*दूध का कारोबार करने वाले व्यक्ति के दिलों में कोई जज्बात कोई मानवता व कोई इंसानियत नहीं बची, गौमाता को बीमार होने पर वहां छोड़ दिया और वह मौत के आगोश में समा गई*
*क्या ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए.??*
मुज़फ्फरनगर।आए दिन सड़क हादसों में गौमाताओं की जान चली जाती है और इसके अलावा बहुतसे गोवंश समय पर इलाज न मिलने के कारण तड़पकर मर जाते हैं तथा कुछ लोग गोवंश को जब तक पालते हैं जब तक वह दूध देती हैं और इसके बाद अगर वह बीमार हो जाती हैं तो उसको सड़क पर छोड़ देते हैं जिस कारण वह बगैर इलाज के मौत के आगोश में चली जाती हैं।एक ऐसा ही मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के चरथावल मदरसे के सामने नजर आया जिस पर एक प्लॉट में एक गौमाता बगैर इलाज के मौत के मुंह में समा गई लेकिन जिसकी यह गाय थी उसने एक बार भी मुड़कर नही देखा कि जिस गौ माता का वह दूध बेच कर अपना जीवन सुखद बना रहा था और उसके बीमार होने पर उसे सड़क पर छोड़कर चला गया। बताया जा रहा है कि यह गौ माता तांगा स्टैंड से ऊपर छोटी सी गली में रहने वाले एक दूध डेरी चलाने वाले की बताई जा रही है उसके पास बहुत सी गाय और भैंस भी हैं जो दूध का कारोबार करता हैं लेकिन इस व्यक्ति के दिल में कोई जज्बात कोई मानवता व कोई इंसानियत नहीं है इसने गौमाता को बीमार होने पर वहां छोड़ दिया और वह मौत के आगोश में समा गई।क्या ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए जो गौमाताओं का दूध बेच कर अपना जीवन तो सुखद बना रहें लेकिन मानवता नही दिखा रहें हैं।लेकिन एक ऐसा समाजसेवी निशू धीमान भी है जो बेसहारा गायों को सहारा देने के लिए एक अनूठी पहल चलाये हुए हैं और आज भी गौमाता की जानकारी मिलते ही वह चरथावल रॉड प्लाट पर पहुंचकर गौमाता की मौत होने पर पूजन कर गौ समाधि विधि से अंतिम संस्कार कर गड्ढा खुदवाकर दबाया।
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