Saturday 24 June 2023

सजग प्रहरी की भूमिका निभानी होगी..!!**मानसिकता बदलनी की जरूरत..!!*

*सजग प्रहरी की भूमिका निभानी होगी..!!*

*मानसिकता बदलनी की जरूरत..!!*

हम चाहे कितने दावे कर ली कि महिलाएं देश मे सुरक्षित हैं लेकिन सच्चाई तो यह हैं कि महिलाएं ना तो ट्रेन में सुरक्षित हैं और नाही अन्य जगह क्योंकि जब तक हम अपना अपनी गंदी मानसिकता पर विराम नही लगाएंगे तक तक महिलाएं सुरक्षित नही रह सकती!महिलाओं की सुरक्षा बहुत विस्तृत विषय है पिछले कुछ समय काल में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों को देखकर हम यह तो बिल्कुल नहीं कह सकते कि हमारे देश में महिलाएं पूर्ण तरीकों से सुरक्षित हैं!महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं!अगर व बाहर अकेले रहती हैं तो उन्हें बहुत बुरा लगता है यह हमारे लिए शर्मनाक है कि हमारे देश में महिलाओं को डर से जीना पड़ रहा है!हर परिवार को अपनी महिला सदस्यों की सुरक्षा की चिंता का भय करना पड़ता है!महिलाओं के उत्पीड़न की घटनाएं आज भी देश में खुल्लम खुल्ला हो रही हैं! महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थान कोई नहीं है! सरकारें महिलाओं और युवतियों के उत्पीड़न की घटना पर बड़े-बड़े बयान देकर अपना दायित्व पूरा समझ लेती हैं!हालहि में मुजफ्फरपुर से गुजरात जा रही रात्रिकालीन ट्रेन में सफर करने वाले पति-पत्नी को बेरहमी से पीटा और महिला के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की गई जब इसमें सफलता नहीं मिली तो पति पत्नी को ट्रेन से बाहर फेंक दिया गया!ऐसे एक नही ना जाने कितनी घटनाएं हैं जो रोजमर्रा होती हैं कुछ सामने आ जाती हैं और छुप जाती हैं!रेलों या बसों या अन्य जगह महिलाओं के साथ छेड़खानी की घटनाएं क्या प्रशासन की जवाबदेही नहीं है? देश में ऐसी घटनाओं को नहीं रोका गया तो आगे चलकर अकल्पनीय घटनाएं सामने आएंगी!तो वही रात्रिकालीन गाड़ियों में नियमानुसार पुलिस की गश्त जरूरी है लेकिन पुलिस के घटना स्थल पर हाजिर न होने के कारण यह घटना सामने आती हैं और यह लापरवाही की निशानी होती हैं!देश में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो उसके लिए पुलिस को सजग प्रहरी की भूमिका निभानी होगी! महिलाओं की सुरक्षा की जवाबदेही प्रशासन की है!केंद्र हो या प्रदेश महिलाओं की सुरक्षा में लगी पुलिस को इस घटना से सबक लेना चाहिए!युवतियां और महिलाएं बिना रोकटोक कहीं भी आ-जा सकें ऐसे माहौल की देश में जरूरत है।

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