विश्व हिंदी दिवस सौर आज हिंदी दुनिया भर में गोली समझी जाती है और 177 विश्वविद्यालयों में तथा 15 से अधिक देशों में मुख्य भाषा या दूसरी भाषा के रूप में प्रतिष्ठित हैं 110 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाने वाली और 160 करोड़ लोगों द्वारा समझी जाने वाली हिंदी भाषा चीनी भाषा से भी बड़ी विश्व की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है 105 करोड़ के साथ चीनी दूसरे स्थान पर जबकि तीसरे स्थान पर चल रही है।
दुनिया में सबसे अधिक महाकाव्य खंडकाव्य उपन्यास कहानी एकांकी वाली हिंदी भाषा संसार की सबसे अधिक वैज्ञानिक कंप्यूटर वाली विशुद्ध भाषा है इसमें जो बोला जाता है वही सुना जाता है और वही लिखा जाता है दुनिया भर में सबसे अधिक कविऔर साहित्यकार हिंदी भाषा में ही हुए हैं इतना ही नहीं बिना किसी राज्य के शासक के आश्रय के बाद भी हिंदी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त कर चुकी है।
सरहपा से लेकर अब्दुर्रहमान चंदबरदाई राम रहीम सूरदास कबीरदास तुलसीदास प्रसाद पंत निराला महादेवी वर्मा प्रेमचंद्र सुदर्शन भारतेंदु हरिश्चंद्र महान साहित्यकारों द्वारा पल्लवित पुष्पित है या भाषा अद्वितीय हैं।
सिद्ध का नाक काव्य पृथ्वीराज रासो अखंड रामचरितमानस सूरसागर कामायनी उर्वशी पद्मावत जैसी विश्व काव्य से राज्य भाषा विदेशी लोगों और गद्दार स्वदेशी शासकों अधिकारियों के लगातार जड़ से मिटाने के बाद भी बरगद की तरह पूरे विश्व में फैल गए हैं और इसकी सुरभि दिग दिगंतर तक फैल रहे हैं ।
धिक्कार है भारत के वासी जो हिंदी भाषा भाषी होकर भी अंग्रेजी की गुलामी कर रहे हैं मोदी से कुछ आसान थी लेकिन वह भी धूमिल हो चली है डॉ दिलीप कुमार सिंह एम एच डी मौसम वैज्ञानिक ज्योतिष शिरोमणि
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