पपुआ रहा बहुत खउहान
संसद में पहुँचा है आय
रस्ता मे एक नाऊ पायेस
ओकर छ़ुूरवा लिहेस उठाय
खैंचि कचाका मारेसि छुरवा
मोदी नकिया लिहेन बचाय
पप्पू पप्पू मचा शोर तब
मोदी के गलवा पड़ि जाय जैसे अफजल पकड़ा शिव के
वैसे मोदी के पकड़ेस जाय
जैसे बच गए वीर शिवाजी वैसे मोदी बचि गए भाय
घूमि गयेन झट से फिर मोदी
पपुआ गयल बहुत खिसियाय
क्रोध के मारे पागल होइ गय
अपनै नकिया लिहेस कटाय
देखि के पपुआ कै नौटंकी
ताई जी भी गई लजाय
किहेस चलाकी बड़ा जबर ऊ
काला जादू दिहेस चलाय
छू काली कलकत्ता वाली
के जयकारा दिहेस लगाय
मोदी के हड़काय दिहेस औ
घोर रसायन दिहेस लगाय
भवा सभा में बड़ खरमंडल
देखके पपुआ के नौटंकी सगरी संसद गईल लजाय गपुआ उठ के चला पराय
भूरी काकी गइन लजाय
तुरत मँगाइन दूधू निप्पल
पपुआ के जबरी बैठाय
हाँफत डाँफत पपुआ के मुंह
झट से निप्पल दिहिन लगाय
पपुआ भा संतुष्ट परम औ
तुरतै देखा गया चुपाय
पपुआ गया बहुत खउहाय - डॉ दिलीप कुमार सिंह
बोलो सिया वर रामचंद्र की जय
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