नवंबर के मौसम की भविष्यवाणी डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि
आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस के साथ बहुत ही ठंडा सुंदर और सुहावना रहेगा आज वायु गुणवत्ता सूचकांक अत्यंत ही अच्छा 40 से 50 रहेगा इसलिए भरपूर स्वच्छ ताजी ऑक्सीजन वाली हवा पूरे दिन भर सबको मिलेगी
कल के मौसम के बारे में अनुमान है कि अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहेगा
आज दोपहर के बाद मौसम खुलने लगेगा और आज वर्षा की कोई भी संभावना नहीं प्रतीत हो रही है अधिक से अधिक कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है जौनपुर और जौनपुर के सभी पड़ोसी जनपदों में वर्षा तापमान और वायु गुणवत्ता सूचकांक का यही हाल रहेगा ।
आज पूरे 7 दिन के बाद सूर्य देव के दर्शन होंगे 7 दिन में पड़ने वाले हर पर्व त्यौहार और मांगलिक कार्य बिना सूर्य देव के दर्शन के ही समाप्त हो गए यह सनातन धर्म और मानव जाति के लिए चेतावनी भी है कि वह प्रकृति पर्यावरण से छेड़छाड़ ना करें और जीवन में बनावट और दिखावा छोड़ दें ।
वर्तमान समय में जौनपुर और आसपास तथा पूर्वांचल में चक्रवाती तूफान की पूंछ गुजर रही है चक्र की तरह घूमते हुए या दोपहर तक पर हो जाएगी इसके बाद मौसम बहुत तेजी से ठंडा होता चला जाएगा और तीन-चार दिन में न्यूनतम तापमान गिरकर 15 डिग्री सेल्सियस हो जाएगा मोटा कंबल और रजाई निकलना आवश्यक हो जाएगा उन लोगों को छोड़कर जो हमेशा हुआ वातानुकूलित मौसम के आदत हो गए हैं और सैकड़ो रोग बीमारियों से ग्रस्त हैं ।
अभी 5 या 6 नवंबर को एक बार मौसम फिर बिगड़ेगा यह समाचार कोई अभी बात नहीं पाया है लेकिन इतना अधिक नहीं जिससे कोई चिंता करने की आवश्यकता हो लेकिन अनेक स्थानों पर घने बादलों के साथ बूंदाबांदी हो सकती है इसके अलावा 15 नवंबर तक मौसम साफ और बेहद ठंडा रहेगा 15 दिनों के बाद अगला मौसम समाचार फिर से प्रसारित किया जाएगा
बंगाल की खाड़ी में एक और चक्रवाती विक्षोभ जन्म लेगा जिसके कारण म्यांमार के तटवर्ती भागों और बंगाल की खाड़ी तथा दक्षिण भारत में वर्षा की गतिविधियां जारी रहेगी मौसम में अनेक जटिल परिवर्तन और ला नीनो प्रभाव के कारण पूरा विश्व भयंकर से भयंकर ठंड झेलने को विवश होगा देश के उत्तर पश्चिमी भागों में मौसम और भी तेजी से ठंडा होगा और हिमालय क्षेत्र में हिमपात भी होगा
दीपावली को बीते हफ्तों हो चुका है संपूर्ण देश में वर्षा के कारण पराली कहीं जलाई नहीं जा रही है लेकिन फिर भी वायु गुणवत्ता सूचकांक दिल्ली और पश्चिम उत्तर भारत तथा बड़े औद्योगिक नगरों में 300 से 400 के बीच जा रहा है जो सरकार सरकारी तंत्र नकली बुद्धिजीवी लोगों और तमाम तथाकथित हरित पर्यावरण से जुड़े लोगों की पोल खोल रहा है जो दिवाली और पराली को जहरीली हवा गहरी वायु प्रदूषण का कारण बताकर चुपचाप निकल जाते थे अब इनके पास मुंह दिखाने के लिए भी साधन नहीं बचे हैं क्योंकि ईश्वर ने इनको भरी सभा में नंगा कर दिया है।
जबकि हवा में जहर घुलने जहरीली हवा भयंकर प्रदूषण प्रकृति और पर्यावरण के संतुलन का कारण सरकारी तंत्र द्वारा संसाधनों का वह हिसाब दोहन स्वच्छ प्राकृतिक क्षेत्र और पर्वतों पर अधिक से अधिक लोगों का पर्यटन करके वहां पर कूड़ा कचरा प्रदूषण फैला देना सीमेंट और कंक्रीट के वह हिसाब बढ़ रहे जंगल हर वर्ष बढ़ रही करोड़ों अरबों गाड़ियां मोबाइल की गंदगी और उसे निकाल रहा है रेडिएशनऔर वहां सड़कों पर घूम रहे अरबों दो पहिया से 10 पहिया 20 पहिया वाहन रेल और वायु यातायात का बढ़ना कल कारखाने और फैक्ट्री का तथा ईंट के भट्ठो के द्वारा फैलाया जा रहा प्रदूषण हरियाली और जंगलों का लगातार घटते चले जाना और जल से लेकर थल और नभ में प्लास्टिक कचरा इलेक्ट्रॉनिक कचरा विद्युत कचरा लगातार हो रहे युद्ध के द्वारा फैल रहे जहर और कचरा परमाणु परीक्षण का कचरा रेडियो धार्मिक कचरा मानव द्वारा फैलाया जा रहे हैं मल मूत्र नदियों में गिर रहा गंदा नल का पानी और सुनारों के द्वारा तेजाब और करोड़ों अरबों की संख्या में काटे जा रहे जानवरों का रक्त मांस और अन्य सैकड़ो कारण है जिसे सभी जिम्मेदार तंत्र मुंह छुपा कर घूमते हैं और हर साल कागजों पर हरियाली फैल जाती है 100 करोड़ से अधिक वृक्ष पूरे देश में लगाए जाते हैं दिखता कहीं कुछ नहीं है
आज से 100 साल पहले के लोग अधिक समझदार थे प्रकृति और पर्यावरण के साथ मिलकर रहते थे भारत के सभी पर्व उत्सव शुभ और मांगलिक कार्य प्रकृति और पर्यावरण को ध्यान में रखकर बनाए जाते थे लोग नगर सभ्यता के बजाय ग्रामीण सभ्यता में रहते थे चारों ओर हरियाली और स्वच्छ ऑक्सीजन भरी होती थी अभी बचपन तक हम लोग नदी और पोखरों का पानी पीते थे और उसी से भोजन भी बनता था कोई भी रोग बीमारी नहीं होती थी शरीर प्रतिरोधी और मजबूत था आज का शरीर बिना दवा के एक कदम नहीं चल पा रहा है ऊपर से नकली और मिलावटी सामानों ने प्रकृति पर्यावरण के साथ हमारे शरीर को भी बुरी तरह प्रदूषित कर दिया है। आज सब कुछ नकली और मिलावटी है अपने आप जो पैदा कर रहे हैं और घर में बना रहे हैं उसके अलावा अच्छे से अच्छे और सबसे प्रसिद्ध है होटल रेस्टोरेंट में भी जहर के अलावा कुछ नहीं मिल रहा है खाने का पीने का चाय पाव रोटी बिस्किट घी दूध दही सब कुछ नकली मिलावटी है फल और सब्जियों को खुलेआम जहर वाले रसायन और इंजेक्शन से पकाया जा रहा है और इसमें पुलिस प्रशासन सहयोग दे रहा है तभी तो बड़े-बड़े कल कारखाने फैक्ट्रियां पकड़ी जा रही हैं और अगर सही छापामारी किया जाए तो पूरे जौनपुर में पूरे भारत में एक भी दुकान एक भी सामान असली और शुद्ध नहीं मिल सकता है इसलिए छापामारी में सारे दुकानदार बंद करके भाग जाते हैं।
थोड़े से धन और प्रकृति पर्यावरण के विरुद्ध चलने के कारण अब मनुष्यअपने ही बनाए गए जाल और तंत्र को तोड़ नहीं पाएगा समय समर पर प्रकृति इसको स्वयं ही संतुलित करेगी और उन सभी क्षेत्रों को नष्ट कर देगी जो प्रकृति और पर्यावरण तथा ईश्वर की सत्ता को चुनौती दे रहे हैं लगातार बदल रहा और ठंडा होता हुआ मौसम 15 नवंबर तक बेहद ठंडा हो जाएगा यह ठंड 25 सितंबर को प्रारंभ हो गई थी बाद में फिर गर्मी बढ़ जिसके कारण भारी वर्षा हुई और 25 अक्टूबर से फिर से स्थाई रूप से ठंड आ गई जिसको अब वापस 25 मार्च के बाद ही आना है अब इस 6 महीने की ठंड को जिसमें एक महीना बीत गया है हम लोग कैसे खेलेंगे यह देखना अपने ऊपर है एक बार फिर सभी से आग्रह है कि इस वर्ष की ठंड को सामान्य ठंड मत माने वरना पछताने के अलावा और कुछ नहीं मिलेगा इस बार ठंड का यह प्रसार महाराष्ट्र कर्नाटक आंध्र प्रदेश तक जाएगा केवल केरल और समुद्र के किनारे के भाग ही इससे बच पाएंगे
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