बुजुर्ग मां के आंसू देखकर कानपुर डीएम जितेंद्र कुमार सिंह ने तत्काल पहल की. उन्होंने महिला को सहारा दिया और उनके बेटे को ऑफिस बुलाया. डीएम ने बेटे को समझाकर मां-बेटे के टूटे रिश्ते को सिर्फ दो घंटे में जोड़ दिया. बेटे ने मां का हाथ थामा और उसे घर ले गया. अगले दिन मां ने डीएम को "दूसरा बेटा" कहकर आशीर्वाद दिया।
यूपी के कानपुर में एक मार्मिक घटना सामने आई, जहां बेटे और बहू ने एक बुजुर्ग मां को घर से निकाल दिया. मां रोते हुए डीएम जितेंद्र कुमार सिंह के जनता दरबार में पहुंची. डीएम ने तुरंत पहल करते हुए न सिर्फ मां को सहारा दिया, बल्कि सिर्फ दो घंटे में बेटे को समझाकर मां-बेटे के टूटे रिश्ते को फिर से जोड़ दिया।
दरअसल, कानपुर की 62 वर्षीय महिला पूनम शर्मा को उनके बेटे और बहू ने घर से निकाल दिया. यह घटना बीते सोमवार को हुई, जब महिला रोती हुई डीएम जितेंद्र कुमार सिंह के जनता दरबार में पहुंची. बुजुर्ग महिला की पेंशन पासबुक, मोबाइल और आधार उनसे छीन लिया गया था. महिला ने डीएम को बताया कि उन्हें 25 अक्टूबर को घर से निकाला गया था और वह दो दिन से भटक रही थीं. जिलाधिकारी ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तुरंत हस्तक्षेप किया और मां-बेटे के बीच के रिश्ते को सुलझाया।
डीएम की मानवीय पहल से सिर्फ दो घंटे में मां-बेटे के बीच का पवित्र रिश्ता फिर से जुड़ गया. डीएम और अधिकारियों के सामने ही बेटे ने मां का हाथ थामा और उन्हें घर लेकर चला गया. बुजुर्ग मां ने डीएम को अपना 'दूसरा बेटा' समझकर आशीर्वाद दिया. अगले दिन मंगलवार को डीएम ने फिर फोन करके महिला का हालचाल पूछा. बुजुर्ग मां ने भावुक होकर कहा, "सब ठीक है, जिसके पास कानपुर डीएम जैसा बेटा हो, उसकी कोई परेशानी नहीं हो सकती..."
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