Dileep Singh Rajput Jounpur: *मौसम की भविष्यवाणी हमारे अलका शिप्रा वैष्णवी बाल गोपाल शिवानी ज्योतिष मौसम और विज्ञान अनुसंधान केंद्र के विद्वानों के अनुसार 1 सप्ताह पूर्व व्यवस्था की गई थी कि आज अर्थात 22 अप्रैल 2022 को जौनपुर और आसपास तथा उत्तर प्रदेश और उत्तरी भारत के अधिकांश हिस्सों में मौसम तेजी से परिवर्तित हो जाएगा और चारों और धुंध बादल छा जाएंगे तेज से बहुत तेज हवाएं अथवा अंधड़ कहीं-कहीं आंधी चलेंगे जिन की गति 15 किलोमीटर से 50 किलोमीटर तक हो सकती है तापमान भी घटकर 45 डिग्री सेंटीग्रेड से 39 डिग्री सेंटीग्रेड आ जाएगा लेकिन मौसम बहुत ही खतरनाक उमस और पसीने से भरा होगा*
Dileep Singh Rajput Jounpur: *आज आज अर्थात 22 अप्रैल को न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेंटीग्रेड रहेगा सापेक्षिक आर्द्रता 25% से लेकर 75% के बीच रहेगी जबकि हवा बदल बदल कर पश्चिमी उत्तर पश्चिमी और पूर्वी चलेगी तापमान कम होने के बावजूद मौसम बहुत ही भयंकर होगा वर्षा की अधिक आसान नहीं है लेकिन जौनपुर में बूंदाबांदी हो सकती है जबकि प्रदेश के अन्य भागों में तेज हवाओं और अंधड़ के साथ साथ हल्की वर्षा भी हो सकती है कहीं-कहीं बवंडर और चक्रवात भी आएंगे पराबैगनी किरणों का स्तर मध्यम अर्थात 2 से 5 रहेगा प्रदूषण और गंदगी से वायुमंडल धुंधला हो जाएगा और सांस लेने में तकलीफ होगी इसके अलावा अधिकतम तापमान 39 से 40 डिग्री के बीच जबकि न्यूनतम तापमान 25 से 26 डिग्री के बीच रहेगा वायु गुणवत्ता बेहद खराब रहेगी डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि और निदेशक साथ में डॉ राजकुमार मौर्य सुरेश कुमार वर्मा पद्मासिंह कन्हैयालाल पांडे मनीष पांडे के एन राय और श्वेता सिंह*
Dileep Singh Rajput Jounpur: *भयानक पंचग्रही योग दुनिया में कराएगा भयंकर परिवर्तन*
*ऐसा बहुत कम होता है कि जब 5 बड़े बड़े ग्रह एक साथ राशि परिवर्तन करते हैं इन्हें पंच ग्रह क्यों कहा जाता है यह पंच ग्रही योग भयंकर युद्ध दंगा आतंकवाद उत्पाद अराजकता और अपराध तथा यौन अपराध करा कर दुनिया भर में भीषण नुकसान पहुंचाता है और धरती को खून से लाल कर देता है और कभी-कभी तो यह एक साथ विश्व में अनेक युद्धों का कारण बनता है तो कभी-कभी ग्रहों के पारस्परिक टकराव सेवा विश्व युद्ध का रूप धारण कर लेता है इस वर्ष बृहस्पति ग्रह जो देव गुरु और सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है 12 अप्रैल 2022 को शाम को 4:58 पर अपनी राशि मकर से मीन में जाएगाइसके पहले यह कुंभ राशि में विद्यमान था और 1 वर्ष अपनी ही राशि में रहेंगे*
*सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह शनि 29 अप्रैल को दोपहर में मकर राशि से निकलकर कुंभ में चला जाएगा लेकिन 12 जुलाई 2022 को अपनी वक्र गति के कारण वापस फिर से मकर राशि में प्रवेश करेगा और फिर ढाई साल तक रहेगा इसी को शनि की ढैया भी कहा जाता है राहु और केतु दोनों 12 अप्रैल 2022 को सुबह 10:36 पर अपनी राशि बदलेंगे राहु जहां सुबह 10:36 पर वृषभ राशि से मेष राशि में गमन करेगा वहीं पर केतु उसी समय तुला राशि में वृश्चिक राशि से जाएगा*
*यहां पर ध्यान देने की बात है कि सूर्य बुध मंगल और शुक्र किसी भी राज्य में अधिकतम 1 महीने तक ही रह सकते हैं जबकि चंद्रमा केवल सवा 2 दिन ही एक राशि में रहता है सबसे अधिक प्रभाव बृहस्पति शनि राहु और केतु का होता है क्योंकि यह दीर्घकाल तक एक ही घर में रहते हैं राहु और केतु 18 वर्ष 7 महीने बाद अपने घर का परिवर्तन कर रहे हैं इसलिए मेष और वृश्चिक राशियों के लिए काफी कष्टकारी होंगे और जहां के राष्ट्राध्यक्ष प्रधानमंत्री राष्ट्रपति इन राशियों के होंगे वहां बड़े-बड़े उत्पात मचा सक हैं*
*वैसे राहु मेष वृषभ मकर और धन के लिए कभी शुभ नहीं होते हैं यह मिथुन कर्क तुला और वृश्चिक राशि के लिए शुभ होगा शनि ग्रह 2022 में मीन राशि में साढे 7 वर्ष रहेगा और साढ़ेसाती उत्पन्न करेगा कर्क और वृश्चिक पर शनि की ढैया प्रारंभ होगी अगले वर्ष धनु राशि को साढ़ेसाती से तुला और मिथुन राशि वालों को शनि की ढैया से मुक्ति मिलेगी 29 अप्रैल से नींद कुंभ मकर पर साढ़ेसाती लगेगी देश और दुनिया में इन पंच ग्रह योगों के कारण बड़े-बड़े व्यापक परिवर्तन होंगे और जनजीवन पर इसका व्यापक असर भी होगा विशेषकर महंगाई भ्रष्टाचार घूसखोरी लालफीताशाही अपराध यौन अपराध हिंसा बढ़ेगी युद्ध का तांडव 29 अप्रैल से 30 मई तक चरम पर होगा इसी काल में बड़े-बड़े भूकंप ज्वालामुखी विस्फोट सुनामी लहरों की प्रबल संभावना है विशेषकर भारत अमेरिका चीन दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों और दक्षिणी अमेरिका के उत्तर में यह प्रबल रूप में आएगा इसके अलावा फल और फसलों के उत्पादन पर बहुत प्रतिकूल असर पड़ेगा*
*इन्हीं पंच ग्रह योगों के कारण इस वर्ष मार्च और अप्रैल में वर्षा नहीं हो पाई और भारत सहित अन्य देशों में गर्मी ने सारे कीर्तिमान तोड़ दिए यह कालखंड आतंकवाद और हिंसा के लिए बहुत ही उपयोगी है और इसका तांडव होगा शिक्षा और सृजनात्मक जगत के लिए विनाशकारी है जबकि राक्षसी शैतानी और अपराधी शक्तियों के लिए बहुत ही उपयुक्त हैं इस समय अपने को नियंत्रित रख कर उचित पूजा-पाठ व्रत अनुष्ठान और मंत्रों के जाप से काफी हद तक इन पंच ग्रहों से मुक्ति मिल सकती हैं पंच ग्रही योग भारत के लिए बहुत घातक विनाशकारी और हिंसा से भरा होगा विधर्मी शक्तियों के साथ देश के गद्दार देश में हाहाकार मचा सकते हैं डॉ दिलीप कुमार निदेशक मौसम विज्ञानी एवं ज्योतिष शिरोमणि साथ में डॉ मानवेंद्र कन्हैयालाल मनीष कुमार डॉ श्वेता सिंह एसके उपाध्याय के एन राय राजकुमार मौर्य और सुरेश कुमार वर्मा*
Dileep Singh Rajput Jounpur: *इसी पंच ग्रही योग के कारण यूक्रेन किसी भी हालत में 5 मई के बाद रूस के आगे टिक नहीं पाएगा और बहुत संभव है कि 5 मई तक या उसके पहले ही रूस यूक्रेन पर कब्जा करके उसके टुकड़े-टुकड़े कर दे इसी क्रम में चीन और इजरायल द्वारा भी युद्ध प्रारंभ किया जाएगा पाकिस्तान चीन और भारत के संबंध खराब होंगे अमेरिकी देशों में हिंसा का तांडव होगा*
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