Saturday 25 March 2023

पुराने समय की कहावत है - - -*चैते गुड़, वैसाखे तेल । जेठ के पंथ¹, अषाढ़े बेल ।।सावन साग, भादौ दही²। कुवांर करेला, कार्तिक मही³ ।।अगहन जीरा, पूसै धना। माघे मिश्री, फागुन चना।।जो कोई इतने परिहरै, ता घर बैद पैर नहीं धरै।।।।

*पुराने समय की कहावत है - - -*

चैते गुड़, वैसाखे तेल । जेठ के पंथ¹, अषाढ़े बेल ।।
सावन साग, भादौ दही²। कुवांर करेला, कार्तिक मही³ ।।
अगहन जीरा, पूसै धना। माघे मिश्री, फागुन चना।।
जो कोई इतने परिहरै, ता घर बैद पैर नहीं धरै।।।।

*किस माह में क्या न खाएँ*

_*आवश्यक निर्देश*

चैत्र माह में नया गुड़ न खाएं
(15 March -15 April)

बैसाख माह में नया तेल न लगाएं
(16 April-15 May)

जेठ माह में दोपहर में नहीं चलना चाहिए
(16 May-15 June)

अषाढ़ माह में पका बेल न खाएं 
(16 June -15 July )

सावन माह में साग न खाएं 
(16 July -15 August)

भादों माह में दही न खाएं 
(16 August-15 September )

क्वार माह में करेला न खाएं 
(16 September -15 October )

कार्तिक माह में जमीन पर न सोएं
(16 October-15 November )

अगहन माह में जीरा न खाएं 
(16 November -15 December)

पूस माह में धनिया न खाएं 
(16 Dec- 15 Jan)

माघ माह में मिश्री न खाएं 
(16 Jan -15 February)

फागुन माह में चना न खाएं
(16 February - 14 March )

*आयुर्वेदामृतम्*

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