*पुराने समय की कहावत है - - -*
चैते गुड़, वैसाखे तेल । जेठ के पंथ¹, अषाढ़े बेल ।।
सावन साग, भादौ दही²। कुवांर करेला, कार्तिक मही³ ।।
अगहन जीरा, पूसै धना। माघे मिश्री, फागुन चना।।
जो कोई इतने परिहरै, ता घर बैद पैर नहीं धरै।।।।
*किस माह में क्या न खाएँ*
_*आवश्यक निर्देश*
चैत्र माह में नया गुड़ न खाएं
(15 March -15 April)
बैसाख माह में नया तेल न लगाएं
(16 April-15 May)
जेठ माह में दोपहर में नहीं चलना चाहिए
(16 May-15 June)
अषाढ़ माह में पका बेल न खाएं
(16 June -15 July )
सावन माह में साग न खाएं
(16 July -15 August)
भादों माह में दही न खाएं
(16 August-15 September )
क्वार माह में करेला न खाएं
(16 September -15 October )
कार्तिक माह में जमीन पर न सोएं
(16 October-15 November )
अगहन माह में जीरा न खाएं
(16 November -15 December)
पूस माह में धनिया न खाएं
(16 Dec- 15 Jan)
माघ माह में मिश्री न खाएं
(16 Jan -15 February)
फागुन माह में चना न खाएं
(16 February - 14 March )
*आयुर्वेदामृतम्*
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