Friday 21 April 2023

पाकिस्तान की मदीने वाले रियासत में करोड़ों मुसलमान भूखे हैं... और जम्मू-कश्मीर के लाखों मुसलमान का पेट माता वैष्णो देवी भरती हैं*

*पाकिस्तान की मदीने वाले रियासत में करोड़ों मुसलमान भूखे हैं... और जम्मू-कश्मीर के लाखों मुसलमान का पेट माता वैष्णो देवी भरती हैं* 

*जम्मू के हजारों मुसलमान बोलते हैं... जय माता दी !* 

- माता वैष्णो देवी मंदिर, कटरा में हर दिन औसतन 30 हजार श्रद्धालु आते हैं । सालाना करीब 1 करोड़ श्रद्धालु कटरा में मां के दर्शनों के लिए आते हैं । 

- माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की वार्षिक आय कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक सालाना 16 बिलियन डॉलर है । रुपए में ये कीमत बैठती है 13 खरब रुपए । अगर न्यूज मीडिया की भाषा में बात करें तो हर साल श्राइन बोर्ड की कमाई 1 लाख 31 हजार करोड़ रुपए है । आज तक की वेबसाइट बताती है कि माता वैष्णो देवी को सिर्फ चढ़ावा ही हर साल 500 करोड़ रुपए का आता है । इस बोर्ड के चेयरमैन जम्मू और कश्मीर के उप राज्यपाल यानी लेफ्टिनेंट गवर्नर होते हैं । 

-मुद्दे की बात ये है कि ये सिर्फ एक ही ऐसा मंदिर है जिसकी वजह से पूरा राज्य धन धान्य संपन्न बन जाता है । कटरा से वैष्णो देवी के मुख्य भवन तक करीब 13 किलोमीटर का सफर है और इसी 13 किलोमीटर के सफर में लाखों करोड़ों रुपए की अर्थव्यवस्था चल रही है । जिसमें सबसे ज्यादा लाभ मुसलमान उठा रहे हैं । 

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-दरअसल जम्मू और कश्मीर के हजारों मुसलमानों को यहां पर रोजगार मिलता है । यहां पर हजारों मुसलमान घोड़े लेकर आते हैं उन घोड़ों पर बैठाकर वो हिंदू श्रद्धालुओं को लेकर जाते हैं और इसके बदले में उनसे हजारों रुपए पारिश्रमिक लेते हैं । एक आलसी घोड़े वाला भी यहां पर दिन भर में हजार रुपए कमाकर ही निकलता है । यानी 30-40 हजार रुपए हर महीने यहां कोई भी मुसलमान आसानी से कमा लेता है । यहां तक की हिंदू श्रद्धालुओं की मालिश करने वाले भी ज्यादातर मुसलमान ही होते हैं । वो हिंदुओं के पैरों की मालिश भी करते हैं । सामान बेचने वाले भी बड़ी संख्या में मुसलमान होते हैं जो आपको कटरा बाजार में भी नजर आ जाएंगे । 

-माता वैष्णो देवी हजारों मुसलमान परिवारों को रोजगार देती हैं और जम्मू और कश्मीर लाखों मुसलमानों का पेट भरती हैं । मैंने देखा है कि गुजरात के सोमनाथ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की वजह से हजारों की संख्या में मुसलमानों को रोजगार मिलता है । लेकिन वहां के मुसलमान मुझे अपने मजहब के प्रति कट्टर लगे । लेकिन वैष्णो देवी में आने वाले ज्यादातर मुसलमान जय माता दी बोलते हुए नजर आते हैं । वो एक नहीं हजार बार जय माता दी बोल सकते हैं । 

-मैं नहीं जानता कि ये मुसलमान ऊपर से दिखावा करते हैं या फिर पैसे के लिए बोलने को मजबूर हैं या फिर उनके अंदर माता के प्रति कोई श्रद्धा है । अगर इस्लाम के नियमों को ध्यान में रखें तो बुतपरस्ती इस्लाम में सबसे बड़ा अपराध है । ऐसे में बुतपरस्तों की तेल मालिश करना या बुतपरस्तों को घोड़े पर बैठाकर बुतपरस्ती के लिए ले जाना । ये सब इस्लाम के जानकार या मौलाना आपको इस्लाम के खिलाफ बताएंगे । लेकिन पेट की आग सबसे बड़ी होती है । और हिंदू संस्कृति की अर्थव्यवस्था में हमेशा से मंदिरों का बड़ा योगदान रहा है । हिंदू धर्म के मंदिरों में वो ताकत है कि वो दूसरे धर्म के लोगों का भी घर चला सकती है । लेकिन पाकिस्तान की हालत आज क्या है ? सबको पता है ? पाकिस्तान और तमाम मुस्लिम देशों में कंगाली बढ़ती जा रही है और इसकी वजह आप समझ सकते हैं । 

-पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के कुछ लोगों की तरफ से भारत सरकार को ये प्रस्ताव रखा गया है कि POK यानी पाकिस्ताी कब्जे वाले कश्मीर के प्राचीन शारदा पीठ का दोबारा जीर्णोद्धार किया जाए । इमरान खान भले ही पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को मदीने की रियासत बनाना चाहते हैं लेकिन पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों को लगता है कि अगर शारदा पीठ में हिंदुओं की तीर्थयात्रा शुरू हो गई तो जम्मू के मुसलमानों की तरह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुसलमानों का पेट भी भर सकेगा और वो कम से कम इफ्तार तो कर सकेंगे जैसा कि इस वक्त पाकिस्तान में इफ्तारी का भी संकट है । 

-लेकिन मेरे मन में यहां एक प्रश्न आ रहा है और वो ये क्या जम्मू के इन मुसलमानों की घरवापसी के लिए प्रयास नहीं होना चाहिए ? क्योंकि इस्लामिक हमलावरों के राज में इन मुसलमानों के पूर्वजों ने कष्ट सहकर भयभीत होकर इस्लाम ग्रहण किया था । ये इतिहास की किताबों में लिखा हुआ है । तो क्या अब इन को दोबारा माता की शरण में लाने का प्रयास नहीं होना चाहिए । 

-ज़रूर विचार करें 

धन्यवाद
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