Wednesday 31 May 2023

बुद्धिजीवियों के लिए:-‼️

*‼️ब्लॉग: बुद्धिजीवियों के लिए:-‼️👇*

_*भाजपाईयों! पीले चाँवल बांट कर पिंजरे के 9 पँछी उड़ाने से क्या होगा??*_🙄

_*तुमने तो पंछियों को  "आबो दाने" से ही महरूम कर दिया!!*_😫

_*मोदी जी के आने से देश के करोड़ों पँछी पूछ रहे हैं संविधान पिंजरे से कब बाहर होगा???*_🤔

              *✒️सुरेन्द्र चतुर्वेदी*

                      *मोदी जी आ रहे हैं। जनता जनार्दन इंतज़ार कर रही है। बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है।मौसम कायड़ विश्राम स्थली पर यही फ़िल्मी गीत गा रहा है।कोयल और कौए मिल कर सभी प्रजातियों के पंछियों को पीले चाँवल बांट रहे हैं। अजमेर में मोदी जी आ रहे हैं तो शहर अपने नौ सालों के दुख दर्द भूल गया है।*😊
              *कल अजमेर के महावीर सर्किल से क्लॉक टावर वाले शहीद स्मारक तक मोदी जी के भक्तों ने शानदार स्वागत रैली निकाली। पीले चाँवल बांटे। नौ चिड़ियाओं को पिंजरे से आज़ाद किया। बेचारी न जाने कितने सालों से पिंजरे में बन्द होंगी। छैला बाबू ने उनको आज़ाद कर दिया। कम से कम उनके अच्छे दिन आ गए।*👍
                   *दोस्तों ! उड़ाई गईं नौ की नौ चिड़ियाओं का आपको तो पता नहीं चला होगा कि उड़ कर वे गईं कहाँ❓️😒*
                   *यहाँ मैं बता दूँ कि सारी चिड़ियाएं उड़ते ही विधायक वासुदेव देवनानी के घर की छत पर पहुंची । वहां रमेश सोनी के कबूतर पहले से ही उनकी बारह बजाने को तैयार बैठे थे। तभी कुछ तोते उनको बचाने के लिए आ गए।सभी चिड़ियाओं ने उनको पहचान लिया। कमबख्त धर्मेन्द्र गहलोत और नीरज जैन का नाम लेकर नारे लगा रहे थे।*🫢
                       *डरी हुई चिड़ियाओं को समझ नहीं आया कि वे जान बचाने कहाँ जाएं❓️तभी उनको ख़याल आया विधायक अनीता भदेल का। सभी चन्द्र शेखर शर्मा को गालियाँ बकती भदेल मैडम के जा पहुंची । वहां से भी उनको भागना पड़ा। वहाँ भी कई गिद्ध उनकी छत पर बैठे थे। पास ही मेयर ब्रजलता हाडा और उनके पति वाले "बाज़" निशाना साधे हुए थे।*😜
                      *मारे ख़ौफ़ के सभी चिड़ियाओं ने ख़्वाजा साहब की दरग़ाह जाना उचित समझा। थोड़ी देर बाद उनको सय्यादों की टोली ने घेर लिया। सब कांग्रेसी लग रहे थे। तभी उनमें से एक बेवकूफ़ चिड़िया चिल्लाई।"मोदी जी आ रहे हैं!इसलिए हमको एक मिनिट भी दरगाह में नहीं रुकना चाहिए! कायड़ चलना चाहिए। वहाँ भूमि पूजन हो चुका है।वातावरण पवित्र होगा"*🤪
                 *मगर सबने बूढी चिड़िया से पूछा "बताओ न? कहाँ चल कर जान बचाएं?"*😟
             *समझदार चिड़िया ने कहा "पुष्कर चलो! ब्रह्मा जी के मंदिर !"*
                *फिर ब्रह्मा जी के दर्शन करने जा पहुंची सभी नौ चिड़ियाएँ!*
                   *वे तीर्थ राज पुष्कर के दर्शन करतीं उससे पहले उनको कुछ परिन्दे लहूलुहान हालत में लड़ते दिखे! हाल ही में आज़ाद हुई चिड़ियाओं ने पहले से ही आज़ाद चिड़ियाओं को गुत्थमगुत्था होते देखा।*🙄
                  *आज़ाद हुई चिड़ियाओं ने उनको पहचान लिया। लड़ने वाली चिड़ियाँएं राठौड़ बाबा और नसीम भाभी की समर्थक थीं! पास ही घात लगाकर बैठे सुरेश रावत और कमल पाठक के तीतर बटेर तालियां बजा रहे थे!*👏
                   *वहाँ से भी भाजपा के नेताओं द्वारा आज़ाद की गईं चिड़ियाएं दुखी हो कर निकल भागीं। उड़कर मेरे फार्म हाउस होकरा चली आईं। मेरे यहाँ उन्होंने रात्री विश्राम किया। मुझसे मिलकर उन्होंने अपने दिल का दर्द बयान किया।*💁‍♂️
              *"पत्रकार जी! हमें किसी भी तरह वापस पिंजरे में पहुंचा दो! बाहर रहे तो ये राजनेताओं के चिल्गोज़े हमको उड़ा उड़ा कर मार देंगे! जब से इन दुमछल्लो ने हमको उड़ाया है तब से हमारी किसी ने सुध नहीं ली। पिंजरे में थे तब तक तो हमें अपने हक़ का रोज़ आबोदाना मिल जाया करता था। पानी हमारे पिंजरे में हुआ करता था। ताज़ी हवा भी आ जाती थी। वहां कोई कांग्रेसी भाजपाई नेता हमें तंग नहीं किया करता था। ग़ुलाम थे पर अपनी मर्ज़ी के मालिक तो थे।अपने हालातों से ख़ुश।आसमान ख़ुद पिंजरे में मिलने आ जाता था। पता नहीं कहाँ से ये मोदी जी आ गए और हमको नामाकूल नेताओं ने शहीद स्मारक पर ले जाकर आज़ाद कर दिया! कसम शहीदों की!ग़ुलामी इस आज़ादी से अच्छी थी। ग़ुलाम थे पर पराश्रित नहीं थे। अब पता नहीं हमारा क्या होगा❓️🫢"*
                 *दोस्तो! पंछियों को मैंने बहुत समझाया कि मोदी जी ने पिछले नौ सालों में देश को सोने की चिड़िया बना  दिया है! कर्नाटक इस बात को भले ही समझ नहीं पाया हो! मगर अब राजस्थान समझ जाएगा।*💁‍♂️
               *बस! 31 मई तक की बात है। मोदी जी अजमेर आकर हर प्राणी के दुख दर्द दूर कर देंगे। स्मार्ट सिटी अजमेर में चारों तरफ सुख शांति और समृद्धि का माहौल देखने को मिलेगा!*🤪
                 *कायड़ में लाखों लोग पहुंचेंगे! पीले चाँवल जो बंट रहे हैं!*🤷‍♂️ 
                        *तभी एक आज़ाद बूढी चिड़िया बोली "पागल पत्रकार! तू शायद मुझको पहचान नहीं पा रहा ! मैं चिड़िया नहीं चिड़ा हूँ! मेरा नाम संविधान है! सालों से पिंजरे में बन्द था! अब जब पूरा देश एक पिंजरे में तब्दील हो गया तो नौ चिड़ियाओं को आज़ाद करने से क्या होगा❓️❓*😴
                      *कहना उस भाजपाई चंद्रशेखर शर्मा से कि मोदी जी से कहे कि पहले देश के संविधान को बहाल करे!फिर हमको आज़ाद करना!"*😣
                        *इतना कह कर नौ चिड़ियाएं उड़ गईं। कहाँ गईं? पता नहीं! शायद दिल्ली गईं हों! नए संसद भवन!जिसका मोदी जी ने हाल ही मैं उद्धघाटन किया है।*💁‍♂️

सर्राफा व्यवसाई के यहां हुई 2 लाख से अधिक की टप्पे बाजी के मामले में बसखारी पुलिस की कार्रवाई सिफर

सर्राफा व्यवसाई के यहां हुई 2 लाख से अधिक की टप्पे बाजी के मामले में बसखारी पुलिस की कार्रवाई सिफर


मोहल्ले के सीसीटीवी की अभी तक नहीं हुई जांच 

किछौछा,अंबेडकर नगर। 

21 मार्च 2023 को सर्राफा की दुकान से ₹200000 की टप्पे बाजी के मामले में बसखारी पुलिस महज लकीर पीट रही है। स्थानीय लोगों ने इस पर काफी आक्रोश जताया है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जब से अश्विनी मिश्रा ने थाना बसखारी का कार्यभार संभाला है चोरों के हौसले बुलंद हो गए हैं ।  सर्राफा व्यवसाई भरत लाल गुप्ता के यहां हुई टप्पे बाजी की घटना के 4 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है ।  महज  दो अज्ञात महिलाओं के नाम प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज  इतिश्री कर ली गई है। गौरतलब है कि सर्राफा व्यवसाई के यहां गहना देखने के बहाने आई दो महिलाओं ने दो लाख से ऊपर के गहनों पर हाथ साफ कर दिया था इस मामले में सर्राफा व्यवसाई भरत लाल गुप्ता ने थाना बसखारी में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद दो अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच विनय कुमार सोनी को सौंप दी गई पीड़ित भरत लाल गुप्ता का कहना है की पुलिस द्वारा मोहल्ले की सीसीटीवी को अभी तक चेक नहीं किया गया है ।   क्षेत्र में इस तरह की चर्चा चारों तरफ है कि पुलिस चोरी की घटनाओं में खुद ही साझेदार है।

युहीं बेवजह कोई बदनाम नही..!!**कार्रवाई के लिए पुलिस कई कारणों से बचती..!!*

*युहीं बेवजह कोई बदनाम नही..!!*

*कार्रवाई के लिए पुलिस कई कारणों से बचती..!!*

कहते हैं कि जहाँ भी धुंआ होता है वहां आग जरूर लगी होती है! अतः युहीं बेवजह कोई बदनाम नही है कुछ काम भी ऐसे ही है जिनसे बदनामी होती हैं और लोगो को मजा भी आता हैं लेकिन गलत तो गलत ही कहा जायेगा और जब पकड़े जाओगे तो बदनाम तो होंगे ही।
मसाज और स्पा सेंटर के लिए स्पष्ट नियम-कानून न होने से जिस्मफरोशी का गंदा कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है जबकि पुलिस से बचने के लिए मसाज और स्पा सेंटर का लाइसेंस होने का दावा करते हैं! अगर सूत्रों की माने तो आयुर्वेद विभाग केवल पंचकर्म थेरेपी के लिए सेंटर खोलने का लाइसेंस देता है!स्पा व मसाज सेंटर्स की आड़ में चल रहे इस गंदे कारोबार पर पुलिस की खामोशी भी गंभीर सवाल खड़े करती है!बड़े व छोटे शहरो में चलने वाले मसाज और स्पा सेंटर में काम करने वाली युवतियां ज्यादातर दूसरे जिले या प्रदेशों की होती हैं!इन सेंट्रो में थेरेपी देने को नौकरी कर रहीं युवतियों के पास कोई योग्यता संबंधी सर्टिफिकेट भी नहीं होता हैं! बस स्पा सेंटर के नाम पर खुलेआम देह व्यापार का खेल चलता है!सूत्रों के मुताबिक इन सेंटरों के बारे में इलाके की पुलिस को पूरी जानकारी रहती है! मगर वह इन पर हाथ डालने की जरूरत नहीं समझती!सूत्रों की माने तो एक हजार से लेकर पांच हजार में डील होती हैं!स्पा सेंटरों में एक हजार से पांच हजार रुपये में फुल मसाज के नाम पर अवैध देह व्यापार किया जाता हैं!काउंटर पर पहुंचते ही रुपये जमा करा लिए जाते हैं!इसके बाद केबिन में युवतियों के साथ भेजा जाता है!राज्यों के बड़े व छोटे शहरो में अलग अलग इलाके में चल रहे स्पा व मसाज सेंटर किराए के मकान और बिल्डिंग में संचालित होते हैं,किराए पर हॉल लेकर केवल कुछ केबिन बनवाये जाते हैं और देह व्यापार का धंधा शुरू हो जाता!ऐसे मामलों में ज्यादातर देखने मे आता हैं कि स्पा सेंटर में कार्रवाई के लिए पुलिस कई कारणों से बचती है! पहला स्पा सेंटर में कई हाई प्रोफाइल कस्टमर होने के साथ वह प्रोफेशनल तरीके से काम करते हैं!कई बार पुलिस को मजबूत एविडेंस नहीं मिल पाते हैं! एविडेंस को कोर्ट में मजूबत साक्ष्य के रूप में प्रूफ नहीं करने के चलते केस स्टैंड नहीं कर पाता है!इसके अलावा सेंटर में काम करने वाले और कस्टमर के बालिग होने के चलते कानूनी कार्रवाई भी नहीं कर पाते हैं!लेकिन पुलिस चाहे तो जब यह स्पा व मसाज सेंटर खुलते ही कानून की जद में लाकर जांच की जाए तो सायद यह बंद हो जाएं।

मेवाड़ी राजपूत क्षत्रियों के पतन का कारण ।

 मेवाड़ी राजपूत क्षत्रियों के पतन का कारण ।

 मेवाड़ी क्षत्रिय राजपूतों के स्वभाव में बदला लेने की भावना , मेवाड़ी क्षत्रिय राजपूतों का जिस प्रकार सर्वनाश और पतन  हुआ उसका कारण बाहरी आक्रमणकारियों के अत्याचार की अपेक्षा उनका आपस का वैमनस्य अधिक है , हमारी मेवाड़ी क्षत्रिय राजपूत जाति में बदला लेने की भावना बहुत प्रबल थी और आज भी है और इस भावना ने ही मेवाड़ को श्मशान बना दिया था ।
 जीवन की साधारण बातों में मेवाड़ी क्षत्रिय राजपूतों का उन्मत्त उत्तेजित हो जाना और भयानक संघर्ष पैदा कर देना , एक दूसरे से अपने आप को बड़ा और श्रेष्ठ समझाना उनके स्वभाव की मामूली बात है ।

  बदला लेने की भावना मेवाड़ी क्षत्रिय राजपूतों में इतनी अधिक है कि उससे एक भी मेवाड़ी क्षत्रिय राजपूत को अलग करना कठिन मालूम होता है । एक निर्बल मेवाड़ी क्षत्रिय राजपूत भी अपना बदला लेना चाहता है सब कुछ कर सकता है लेकिन बदला लिए बिना नहीं रह सकता । मेवाड़ी क्षत्रिय राजपूत आत्म सम्मान को अधिक महत्व देता है किसी भी दशा में यदि भी अपने अपमान का बदला न ले सके तो वह अपने आप को बहुत ही  घृणति और पतित समझता है ।

 जीवन की छोटी-मोटी बातों में स्वाभिमान

डॉक्यूमेंट्री फ़िल्मों की निरपेक्षता तब और बढ़ जाती है जब सूत्रधार कोई पत्रकार या एंकर नहीं होता है

Wild Wild Country - Documentary Film on Netflix (प्रशांत विप्लवी)
डॉक्यूमेंट्री फ़िल्मों की निरपेक्षता तब और बढ़ जाती है जब सूत्रधार कोई पत्रकार या एंकर नहीं होता है। ऐसी ही एक डॉक्यूमेंट्री सीरीज ओशो के अमेरिका में विवादित प्रवास और पलायन के ऊपर बनी है - वाइल्ड वाइल्ड कंट्री। ये सीरीज़ वैसे तो 16 मार्च 2018 में ही रिलीज़ हो चुकी थी लेकिन इसे सबसे ज्यादा तब देखा गया जब ओशो के सबसे नज़दीकी सहयोगी माँ आनंद शीला ने करण जौहर को अपना इंटरव्यू दिया। 
डाक्यूमेंट्री इसलिए भी रोचक बन पाई क्योंकि आज से लगभग तीस साल पहले के वीडियो फुटेज मौजूद थे। डाक्यूमेंट्री के एडिटिंग टीम की काबिलियत के कारण आप इसे खत्म किये बगैर नहीं रह सकते। पुराने घटनाक्रम के साथ-साथ वर्तमान में उन्हीं किरदारों को स्वायत्ता से अपनी-अपनी सफाई देने के लिए कहा गया है। इस डाक्यूमेंट्री में कई पक्ष हैं और हरेक पक्ष के लोगों ने अपने-अपने ढ़ंग से अपनी बात रखी है। अगर सूत्रधार का सहारा लिया गया होता तो शायद ये किसी एक पक्ष की तरफ झुककर दूसरे पक्ष का नुकसान कर सकता था। यहाँ सबकुछ स्पष्ट है-दर्शकों के कटघरे में कभी रजनीश हैं तो कभी माँ आनंद शीला हैं, तो कभी एंटलोप की बुजुर्ग जनता हैं तो कभी अमेरिकी राजनेता हैं या कभी राष्ट्रवादी स्थानीय अधिकारी हैं। सबों को सिर्फ अपना पक्ष रखने दिया गया । यही इस डाक्यूमेंट्री को अद्भुत बनाता है। 
मैं एक दर्शक हूँ और इस सीरीज़ को देखने के बाद इस पर लिखने में मैं उतना ईमानदार नहीं रह सकता जितनी ईमानदारी फ़िल्म बनाने वालों ने दिखाई है। एक दर्शक किसी घटनाक्रम को जब देखता है तो मन ही मन एक निष्कर्ष पर भी पहुंचता है और दरअसल यही निष्कर्ष उसका पक्ष भी खड़ा करता है। मैकलेन वे और चैपमेन वे के निर्देशन में बनी जुलियाना लेम्बी के परिकल्पना की फ़िल्म है। इस फ़िल्म के दृश्य संयोजन पर इतनी मेहनत की गई है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। 
जब नब्बे के शुरुआती दौर में रजनीश एक अफ़ीम की तरह विदेशों में भी प्रसारित और प्रचारित हो रहे थे तब उनके पास विदेशों से भारी संख्या में अनुयायी भागे-भागे पुणे के उनके आश्रम में आ रहे थे । खाये-अघाये और सम्पन्न लोगों में व्याप्त वितृष्णा रोग का निवारण रजनीश के पुणे आश्रम के उन्मुक्त वातावरण में आसानी से हासिल था। रजनीश की खासियत ही रही कि उन्होंने रोगियों के रोग का निवारण रोगियों के जरिए ही पूरा कर दिया। उनमें संसाधन पैदा करने की असीम प्रवृति थी और इसी चाहत ने उनके वर्चस्व को नष्ट भी किया। देश और विदेश के अमीरों ने रजनीश के मेडिटेशन से लेकर नये शैली की आत्म-जागृति वाले वक्तृता में अपनी मुक्ति की राह चुन ली थी । अनुयायियों के लिए पैसा तुच्छ था किन्तु रजनीश के लिए पैसा एक साधन था जिससे वे अपने अनुयायियों के साथ एक नयी दुनिया बसा सकते थे। रजनीश अपने दर्शन और सम्मोहन में बेशक़ दक्ष थे लेकिन उनकी कल्पना को साकार रुप देने के लिए एक दृढ़ और महत्वाकांक्षी व्यक्ति की जरूरत थी जो उनके मुहिम को बेहतर रुप दे सकते। एक दिन रजनीश का एक अनुयायी अपनी बेटी को लेकर रजनीश के पास आए। लड़की विलक्षण थी और उसे रजनीश की जादुई आँखों में प्रेम का अथाह समुद्र दिख गया। विदेश से पढ़कर आई उस लड़की में अद्भुत लीडरशीप क्वालिटी थी और इसे रजनीश अच्छी तरह भांप गए थे। पुणे का आश्रम इतनी तादाद में आने वाले भक्तों को संभाल नहीं पाती और रजनीश जिस देश में रहकर अपने अध्यात्म और दर्शन से लोगों को आकृष्ट कर रहे थे उसमें देह की उन्मुक्ति सबसे ज़रूरी क्रिया थी और देह की उन्मुक्ति का शाब्दिक नाम भारत के लिए ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व के लिए सेक्स था। सेक्स उस समय इतना सहज शब्द नहीं था। परम्परा और मर्यादा की मुनादी करने वाले देश में सेक्स को बंद कमरे में उपभोग की जाने वाली एक प्रजनन क्रिया से अधिक नहीं देखा गया इसलिए इसका सार्वजनिक हो जाना खतरनाक था। 
ये डाक्यूमेंट्री अमेरिका के ऑरेगान के ऐन्टलोप में 80000 एकड़ ज़मीन पर राजनीशपुरम के निर्माण और विनाश की ही कहानी है। ऐन्टलोप एक बेहद कम आबादी वाली जगह थी जिसका निर्माण एक पूर्व सैनिक और एथीलिट ने रिटायर्ड लोगों के लिए बसाया था। उनकी कल्पना में एक वीरान शहर जहाँ बुजुर्ग अपने जीवन का अंतिम समय शांति से बीता सकें। अचानक जब राजनीशपुरम के निर्माण के लिए बड़े-बड़े मशीन और रजनीश अनुयायियों निर्माण दल बनकर आने लगे तो वहाँ के मूल निवासियों में एक दहशत-सी पैदा हो गई। ये सीरीज़ चंद ऐन्टलोप बुजुर्ग वासियों और रजनीश के लगभग पचास हज़ार अनुयायियों के बीच का संघर्ष भी दिखाता है। हालांकि राजनीशपुरम ऐन्टलोप शहर से पंद्रह मील की दूरी पर था लेकिन ऐन्टलोप के निवासियों की खेती उसी आसपास में होती थी और निर्माण कार्य के कारण सामान ऐन्टलोप से होकर ही गुजरती और उन्मुक्त भक्त सरेआम प्रेम आलिंगन और चुंबन करते हुए गुजरते। ऐन्टलोप के लोग असहज होकर बेचैन हो उठे और उन्होंने उनके अनजान पड़ोसी का विरोध करना शुरू किया। उनकी तादाद और ताकत रजनीश के अनुयायियों से बेशक़ कम थी लेकिन उनमें लड़ने का जज़्बा था। हालांकि यहाँ ये बताना ज़रूरी है कि रजनीश के अनुयायियों ने बेहद शांत तरीके से अपना निर्माण कार्य ज़ारी रखा और बगैर बाहरी मदद के उन्होंने अद्भुत शहर बसाया। उनके सृजनात्मकता की जितनी भी तारीफ़ की जाए वो बहुत कम है। उन्होंने चार-चार शिफ्टों में काम किया लेकिन उनके चेहरे पर भरपूर हँसी थी। वे बेहद जोश और खुशी में निर्माण कार्य में जुटे रहे। उन्होंने वो सबकुछ बनाया जो एक अदद शहर में होना चाहिए। उनके और ऐन्टलोप के निवासियों के बीच कोई तालमेल नहीं बन रहा था। ऐन्टलोप के निवासी उन्हें कभी दिल से स्वीकार नहीं कर पाए। रजनीश के लोगों को वहाँ आने से पहले वहाँ के मूल निवासियों से सहज रिश्ता बनाना चाहिए था। उनके बीच के असहज रिश्तों के कारण कई घटनाएं और दुर्घटनाएं घटित हुए। सच्ची घटनाओं के संरक्षित वीडियो टेप का संयोजन इतना मारक है कि उभय पक्ष की क्रूरता और कुटिलता साफ-साफ दिखाई पड़ती है। अपने कथित भगवान के प्रति अनुयायियों की आस्था जहाँ उन्हें उनके विवेक से विमुख करती है वहीं स्थानीय बुजुर्ग निवासियों के मन में गेरुआधारी मत्त अनुयायियों के लिए बसे अकारण भय ने उनके प्रति हिंसात्मक प्रतिक्रिया के लिए मजबूर करती है। इस पूरे सीरीज़ में राजनीशपुरम का निर्माण अद्भुत अनुभूति दिलाती है और सोचने पर विवश भी करती है कि क्या इतना निर्लोभ और इतनी समझ वाली जिम्मेदारी से किसी दुरूह काम को अंजाम दिया जा सकता है। इस पूरे प्रकरण में माँ आनंद शीला की भागीदारी इतनी अहम हो उठती है कि एक सवाल ज़ेहन में बार-बार उठता है कि रजनीश क्या बगैर शीला के अपने इस परिकल्पना को मूर्त रुप दे पाते। उन्होंने वहाँ अपने जिस समाज की निर्मिति की अवधारणा में मुक्ति की बात सोची थी उसे बचाये रख पाने में वे विफल रहे। माँ आनंद शीला अपनी महत्वाकांक्षा में स्थानीय बुजुर्गों के अस्तित्व को ही ज़मीनदोज़ कर देना चाहती थी और उनकी इसी एक भूल ने कथित अध्यात्म के शहर को तबाह कर दिया। स्थानीय, राजकीय और देश के प्रशासन से लेकर मीडिया तक उनके तल्ख तेवर स्थानीय निवासियों की मांग को और भी पुख्ता कर रहे थे। रजनीश इन तमाम घटनाओं से अवश्य अवगत होंगे किन्तु शीला की प्रतिक्रिया उनके निर्देशों के अनुरुप ही हो रहा था ये मानना कठिन लग रहा था। शीला ताकतवर महिला बन चुकी थीं  , उन्हें पता था कि अपने दुश्मन को कैसे बर्बाद किया जा सकता है किन्तु शीला के साथ सिर्फ उनके लोग थे। अमेरिका इस ढ़ंग के उलझे हुए मामलों से पहली बार निबट रहा था। उन्होंने शीला के कुटिल चालों का बदला लेने के लिए संविधान में फेर-बदलकर करना शुरू किया। उस समय अमेरिका की मीडिया इस प्रकरण को बेहद तूल दिए हुए थी। इससे रजनीश को बहुत फ़ायदा और उतना ही नुकसान पहुंचा। फ़ायदे की बात ये रही कि रजनीश को जानने के लिए रजनीश की खूब किताबें बिकी लेकिन एक बड़े तादाद में लोगों की सहानुभूति उन बुजुर्ग स्थानीय निवासियों के प्रति बढ़ा और इस कारण सरकार पर इसका दवाब दिनानुदिन बढ़ता ही गया। दरअसल लोग गुयाना के जोन्स शहर के नौ सौ लोगों के आत्महत्या वाले घटना भूल नहीं पाए थे। जोन्स नामक एक पादरी ने भी इसी तरह अपना एक अलग समुदाय बनाया था जिसमें ज्यादातर अश्वेत लोग थे। जोन्सटाउन जैसी घटना की पुनरावृति न हो इसी से बचने के लिए प्रशासन और सरकार सचेत थे।   
पहले निर्माण के लिए जज़्बों से भरे लोग आए, उन्होंने बंजर ज़मीन पर फसल उगाए, बड़ी-बड़ी इमारतें बनाई, रोड बनाया, स्कूल बनाया, प्रार्थना घर बनाए यहाँ तक कि उन्होंने हवाई पट्टी तक बनाई। इन कार्यों में उन्हें आत्मिक सुख मिला। विवाद के बाद बंदूकें आई, गोला-बारूद आए, फिर अपनी जिद को पूरा करने के लिए छल-बल के प्रयोग से षड्यंत्र रचे गए। जैसे कुछ बच्चों ने रेत के घरौंदों को बनाकर खुद ही उसे ध्वस्त करने का इंतजाम कर लिया। 
सबसे बुरा हुआ जब उनके बनाए होटल पर बम फोड़ा गया, वे हिंसक हो उठे। अभी तक ये हिंसक रुप उनके अनुयायियों और शीला के व्यवहार में नज़र आया, रजनीश अब भी इस पूरे परिदृश्य में गौण थे। प्रेस वार्ता से लेकर टी वी शोज में शीला ही प्रतिनिधित्व कर रहीं थीं। एक और अहम भूमिका निभा रहे व्यक्ति थे – फिलिप टोएलकेस (स्वामी प्रेम निरेन)। इतनी बड़ी लड़ाई का लीगल स्वामी प्रेम निरेन ही देख रहे थे। हालांकि उनकी आस्था आज भी रजनीश के प्रति वैसी ही बनी हुई है। रजनीश ने अपनी इच्छा जताई थी कि वे एक किताब लिखें और उनके प्रति उभरे तमाम दुराग्रहों को वे दूर करें। फ़िलहाल स्वामी प्रेम निरेन अपनी उसी पुस्तक पर काम कर रहे हैं। 
जो सबसे बुरा हुआ वो था राजनीशपुरम को बचाने के लिए लिया गया आत्मघाती फ़ैसला – वास्को कन्ट्री पर राजनैतिक कब्ज़ा जमाने के लिए उन लोगों ने अमेरिका के विभिन्न शहरों से होमलेस लोगों को रजनीशपुरम में जगह दी ताकि वास्को कन्ट्री पर वोटिंग के ज़रिए अपना वर्चस्व बना पाए। अमेरिका के कानून बेहद मानवीय और लोकतान्त्रिक रहे होंगे जिस कारण महज़ बीस दिन पुराने बाशिंदे को भी वोटिंग का अधिकार देता था। अंतिम समय में  उन्होंने अपना  कानून बदल दिया जो बेहद अलोकतांत्रिक फ़ैसला था।   

ऐन्टलोप में अचानक से फैली एक बीमारी का आरोप राजनीशपुरम के लोगों पर लगता है। शीला अचानक से अपने कुछ सहयोगियों के संग जर्मनी भाग जाती है। रजनीश अपना मौन तोड़ते हैं। रजनीश को पर्दे पर शीला के प्रति अपना गुस्सा जाहीर करते हुए देखना बड़ा अजीब लगता है। एक भ्रम-सा टूटता है जैसे किसी लंबे समय से चले आ रहे रहस्य से बेहद सामान्य-सा  भेद खुलता है। हाँ, ये सच है कि रजनीश ने अपने को भगवान नहीं माना और इसलिए उन्हें ओशो नाम से भी पुकारा जाने लगा किन्तु उनके सम्मोहित कर देने वाली आँखों में घृणा देखकर बहुत क्षोभ महसूस हुआ। हाथों में हथकड़ी और जेल सबकुछ उथल-पुथल हो गया। एक सुंदर सपने के  भरभराकर गिर जाने को महज़ छह एपिसोड में समेट लेना भी काबिल-ए-तारीफ़ है।  
इतना सबकुछ कह देने के बावजूद भी रोमांचित होने के लिए बहुत कुछ बचा हुआ है इस डाक्यूमेंट्री सीरीज़ में । मस्ट वाच वाले नोड पर छोड़ रहा हूँ। उम्मीद है जिन्होंने नहीं देखा है netflix पर उपलब्ध इस बेहतरीन सीरीज़ को ज़रूर देखिए।

जनपद में धारा 144 प्रभावी, किसी को भी रैली/ जुलूस निकालने की अनुमति नहीं!!*

*#जनपद में धारा 144 प्रभावी, किसी को भी रैली/ जुलूस निकालने की अनुमति नहीं!!*

*जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जनपद वासियों से की सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील...*

*सहारनपुर (सू0वि0)।* जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र ने स्थानीय अभिसूचना इकाई की गोपनीय आख्या में किए गए उल्लेख के अनुसार बताया है कि गुर्जर समाज द्वारा सर्वसम्मति से 29 मई 2023 को सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार गौरव यात्रा निकाले जाने का निर्णय लिया गया है। गौरव यात्रा का समय 9:00 बजे थाना नकुड़ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम फंदपुरी स्थित राजेश पायलट/ सम्राट मिहिर भोज चौक से प्रारंभ होकर महंत जगन्नाथ चौक पर पहुंचकर संपन्न होगी। राजपूत समाज द्वारा गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज गौरव यात्रा पर एतराज किए जाने से गुर्जर समाज में काफी रोष व्याप्त है तथा जिससे राजपूत समाज व गुर्जर समाज के बीच टकराव की स्थिति होने की संभावना के कारण उक्त जुलूस/रैली की अनुमति उप जिला मजिस्ट्रेट नकुड द्वारा निरस्त की गई है। उप जिला मजिस्ट्रेट सदर द्वारा भी गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज गौरव यात्रा के आयोजन की अनुमति निरस्त की गई है।
डॉक्टर दिनेश चंद्र ने कहा कि उक्त के परिप्रेक्ष्य में जिला मजिस्ट्रेट तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर द्वारा दोनों समुदाय के लोगों को गत 3 दिनों से किसी भी नई परंपरा का प्रारंभ ने किए जाने के संबंध में वार्ता की गई परंतु अपनी हठधर्मिता के कारण उक्त कार्यक्रम को करने के लिए पूर्णतया प्रयासरत हैं। ऐसी स्थिति में उक्त आयोजन की अनुमति नहीं दी जाती है । चूंकि जनपद में पूर्व से ही धारा 144 लागू है। अतः बिना अनुमति के उक्त कार्यक्रम का आयोजन होता है तो भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 188 के अंतर्गत दंडनीय होगा। इसके अतिरिक्त कोई भी व्यक्ति अथवा समुदाय यदि उक्त कार्यक्रम को आयोजित करवाता है या प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से आयोजन कराने हेतु प्रेरित करता है या आयोजन में सहयोग प्रदान करता है या आयोजन में शामिल होता है तो उनके विरुद्ध सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कठोर कार्रवाई की जाएगी। अतः जनसामान्य से अनुरोध है कि इस कार्यक्रम में शामिल ना हो और ना किसी को शामिल होने के लिए प्रेरित करें। जन सामान्य से अनुरोध है कि सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखें।
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Tuesday 30 May 2023

पालिका अध्यक्षा की संकीर्ण मानसिकता संविधानिक भाषा व शब्दों के फेरबदल एवं मजाक उड़ाने के संबंध में जिला अधिकारी को दिया ज्ञापन*

*पालिका अध्यक्षा की संकीर्ण मानसिकता संविधानिक भाषा व शब्दों के फेरबदल एवं मजाक उड़ाने के संबंध में जिला अधिकारी को दिया ज्ञापन* 
श्रीमती मारिया खान जिला उपाध्यक्ष भाजपा महिला मोर्चा रामपुर ने नगर पालिका के नवनिर्वाचित आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष सना खान ने नगर पालिका परिषद के शपथ ग्रहण समारोह मैं प्रशासनिक अधिकारी द्वारा मौखिक शपथ ग्रहण करते हुए संवैधानिक शब्दों में फेरबदल करते हुए  मजाक उड़ाने का दुस्साहस किया उन्होंने प्रशासनिक अधिकारी द्वारा बोले गए शब्दों को बदल कर सविधाननिक भाषा और शपथ का औचित्य ही बदल कर रख दिया विशेष तौर से जब प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि मैं ईश्वर के नाम पर शपथ लेती हूं तब इन्होंने *ईश्वर की जगह अल्लाह बोलकर सविधान और मर्यादित पद का अपमान किया* !
साथ ही वहां शपथ लेने वालों में ऐसे लोग भी चिन्हित किए गए जिनसे नगर पालिका परिषद सभासद पद से कोई संबंध ही नहीं था इस पर जिलाधिकारी महोदय से जांच के आधार पर सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही करने को ज्ञापन प्रस्तुत किया जिलाधिकारी ने तुरंत जांच का आश्वासन दिया है !

Monday 29 May 2023

आखिरकार मैहर का सबसे बड़ा एक नंबर का बहरूपिया और नटवर लाल करोड़ों रुपए के धोखाधड़ी करने के मामले में आया लम्बे इन्तजार के बाद पुलिस गिरफ्त में नही चली राजनीतिक पकड़

*_||🇮🇪 जीतू द्विवेदी||_*
_||आखिरकार मैहर का सबसे बड़ा एक नंबर का बहरूपिया और नटवर लाल करोड़ों रुपए के धोखाधड़ी करने के मामले में आया लम्बे इन्तजार के बाद पुलिस गिरफ्त में नही चली राजनीतिक पकड़पूरा मामला मैहर के एक विगत वर्ष पहले सड़क छाप दीपक अग्रवाल नामक व्यक्ति से जुड़ा बताया जा रहा जो रातों रात लोगों को गुमराह और धोखाधड़ी करके आपने अपको उद्योगपति अडानी समझ बैठा और इसकी टोपी उसके सर करके होटल सहित अरबों रुपए की अकूत संपत्ति बना लिया। लेकिन इस चोर ने एक बहुत बड़ी गलती जीवन में तब कर बैठा जब मां शारदा देवी मन्दिर के ख़ज़ाने को लूटने के इरादे से नजर गाड़ते हुए यात्री निवास क्र. 2 के साथ बंधा पार्किंग का ठेका लिया और मां शारदा प्रबंधक समिति प्रशासक  को गुमराह करके खूब चूना लगाया जिसकी जांच हो जाए तो कई करोड़ों के जालसाजी का मामला सामने आ सकता है। वही अगर शहर के सबसे बड़े लुटेरे दीपक अग्रवाल की बात किया जाए तो यह व्यक्ति ने ऐसे किसी भी अपनों को छोड़ा नहीं जिसको रातों रात करोड़पति बनाने का सपना दिखाकर करोड़ों रुपए ठगा नहीं हो। वैसे धोखाधड़ी करने में माहिर और भोपाल से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक पकड़ बताने वाले दीपक अग्रवाल को निर्धारित किए गए मुहूर्त के हिसाब से सतना पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पुण्य पाप के हिसाब के लिए सुधार गृह में खातिरदारी करने के लिए भेज दिया है👉आगे और बड़े खुलासे साक्ष्य के साथ नटवरलाल दीपक अग्रवाल के उजागर किए जाएंगे||_

Sunday 28 May 2023

स्योहारा नगर पालिका परिषद नवनिर्वाचित चेयरमैन फैसल वारसी एवं समस्त सभासदों की शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया!

स्योहारा नगर पालिका परिषद नवनिर्वाचित चेयरमैन फैसल वारसी एवं समस्त सभासदों की शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया!


स्योहारा नगर पालिका परिषद नवनिर्वाचित चेयरमैन फैसल वारसी एवं समस्त सभासदों कि शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन ठाकुरद्वारा रोड बर्फ फैक्ट्री के सामने किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राष्ट्रपति मिसाइल मैन स्वर्गीय एपीजे अब्दुल कलाम के भतीजे सैयद इब्राहिम कलाम रहे कार्यक्रम का संचालन ख्याति प्राप्त अंतरराष्ट्रीय शायर स्वर्गीय हिलाल स्योहरवी के होनहार सुपुत्र फैसल हिलाल ने किया!!
         आम आदमी पार्टी के नवनिर्वाचित चेयरमैन बीजेपी के कैंडिडेट को पराजय कर फैसल वारसी ने शानदार जीत हासिल की इस जीत का श्रेय नगर वासियों सहित अपनी टीम के जाने-माने पत्रकार सफदर हाशमी वकार वारसी विशाल अहमद डॉ इस्तेखार अहमद फैसल हिलाल मोहम्मद अली शोएब अंसारी सरताज अहमद सरफराज (गुड्डा) अली फैजान दानिश अहमद कोबरा नोमान अहमद मास्टर रिहान फिरोज हैदर कुरि हाउस हाजी फहीम उर रहमान चौधरी वली उर रहमान चौधरी बबलू जैदी मरगूब उर रहमान अनवर सोहेल गुलजार अहमद दिलशाद हाशमी महबूब अहमद (इंजी०)सैयद अनवर अली इंतखाब हुसैन आज़ारअहमद, महबूब चौधरी सिकंदर चौधरी आमिर चौधरी सभासद हाजी गफ्फार अहमद आदि विशेषकर माताओं बहनों युवाओं बुजुर्गों को दिया आज लगभग 12:30 नवनिर्वाचित चेयरमैन फैसल वारसी एवं समस्त सभासद वार्ड 1 से प्रगति वार्ड दो से हाजी कदीर मंसूरी वार्ड 3 से जयप्रकाश वार्ड 4 से सुभद्रा वार्ड 5 से यासीन वार्ड 6 से चौधरी युसूफ वार्ड 7 से नई नईम कुरैशी वार्ड 8 से नोमान राजा वार्ड 9 से अब्दुल जब्बार वार्ड 10 से पूनम वार्ड 11 से रईसा बेगम वार्ड 12 से शाहीन वार्ड 13 से फरहा वार्ड 14 से इरम वार्ड 15 से दिलशाद अंसारी वार्ड 16 से मास्टर खुर्शीद अहमद वार्ड 17 से इरम नाज वार्ड 18 से आदेश कुमार वार्ड 19 से श्वेत वार्ड 20 से अकरम वार्ड 21 से नसरीन वार्ड 22 से नादरा कमर वार्ड 23 से सुलेमान वार्ड 24 से विनोद वार्ड 25 से सत्येंद्र सैनी आदि को एस डी एम नजीबाबाद मांगेराम द्वारा विधिवत रूप से शपथ ग्रहण कराई शपथ ग्रहण में अधिशासी अधिकारी अरुणेंद्र प्रसाद पांडे एवं पालिका स्टाफ की अहम भूमिका रही नवनिर्वाचित चेयरमैन फैसल वारसी ने अपने संबोधन में कहा कि मैं माननीय मुख्यमंत्री से शीघ्र ही मिलूंगा और अपने शहर की तमाम समस्याओं का समाधान करूंगा जैसे कि रोडवेज बच्चों के खेलने लिए पार्क कम खर्चे एवं निशुल्क उच्च शिक्षा के लिए डिग्री कॉलेज महिलाओं को घूमने के लिए शूटअवेलेबल प्लेस आदि आप लोग सोच भी नहीं सकते स्योहारा की तरक्की व खुशहाली शांतिप्रिय माहौल बनाने हेतु हर संभव प्रयास किए जाएंगे माताओं बहनों युवाओं बुजुर्गों का हाथ जोड़कर आभार व्यक्त किया और कहा कि मेरा द्वार 24 घंटे खुला है सभी की जायज मांगे पूरी की जाएंगी आप नगर वासियों ने जो हौसला हिम्मत और ताकत मुझे दी है मैं उस पर खरा उतरूंगा और विकास करने में दिन रात एक कर दूंगा इस ऐतिहासिक जीत को नगर वासियों की जीत बताई नगर वासियों मैं भी जोशो खरोश के साथ शपथ ग्रहण समारोह में बड़ी तादाद में हिस्सेदारी की और अंत में सभी उपस्थित जनों को मुंह मीठा करा कर एक दूसरे के गले लग कर मुबारकबाद दी और पुलिस भारी बल के साथ तैनात रहा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रही!!

रामपुर नगर पालिका अध्यक्षा ने विधि विधान से ली जाने वाली शपथ का उड़ाया मजाक* *मारिया*

*रामपुर नगर पालिका अध्यक्षा ने विधि विधान से ली जाने वाली शपथ का उड़ाया मजाक* *मारिया* 

रामपुर नगर पालिका से आप पार्टी के नवनिर्वाचित पालिका अध्यक्ष ने विधि विधान से ली जाने वाली शपथ का मजाक उड़ाते हुए संविधानिक भाषा को न अपनाते हुए देश के कानून के खिलाफ वर्जी एवं संविधानिक भाषा का अपमान किया! शपथ समारोह चल रहा था तब आम आदमी पार्टी की नवनिर्वाचित पालिका अध्यक्ष ने संविधान द्वारा दिलाई जा रही  शपथ में जिसका एक शब्द भी इधर से उधर नहीं किया जा सकता ! उन्होंने पूरी शपथ हिंदी में ली लेकिन ईश्वर जो संवैधानिक शपथ में नाम लिया जाता है उसकी जगह *अल्लाह* शब्द का प्रयोग किया जोकि संविधान में नहीं किया जा सकता ! क्योंकि धर्म और संविधान अलग-अलग है ! देश संविधान के अनुसार चलेगा धर्म के आधार पर नहीं ! उन्होंने जाहिर कर दिया कि वह देश के संवैधानिक शब्दों और कानून को नहीं मानती ! हमारी उत्तर प्रदेश शासन और जिला प्रशासन से अपील कि वह जल्द से जल्द इस संवैधानिक अपराध के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए पालिका अध्यक्ष की दोबारा से शपथ कराएं अन्यथा जिला अधिकारी एवं माननीय  न्यायालय में याचिका दायर करूंगी नगर पालिका रामपुर के उच्च अधिकारी तुरंत संज्ञान लेते हुए मीडिया के माध्यम से जवाब दें साथ ही कुछ नगर पालिका में ऐसे व्यक्तियों ने भी शपथ ली है जो प्रत्याशी ही नहीं थे नगर पालिका के आला अधिकारियों से पूछना चाहती हूं कि वह शपथ ग्रहण में कैसे और किस  प्रकार शामिल हुए उनके विरुद्ध भी सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही करें ! इस विषय पर मंगलवार को जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक जी से मिलकर साक्ष्य दूंगी  ! यह राजनीतिक विषय ना रहकर देश की कानून व्यवस्था का विषय है जिसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ! 
श्रीमती मारिया खान
जिला उपाध्यक्ष भाजपा महिला मोर्चा रामपुर उत्तर प्रदेश

Friday 26 May 2023

कुलसुम सयानी का जन्म 21 अक्टूबर 1900 को गुजरात में हुआ था। 17 साल की उम्र में, वह और उनके पिता महात्मा गांधी से मिले। तब से वह गांधी जी के कदमों पर चल रही हैं। उन्होंने एक अन्य प्रसिद्ध स्वतंत्रता योद्धा डॉ. जान मोहम्मद सयानी से शादी की। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में काम करते हुए सामाजिक अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी। वह अपने पति के समर्थन के कारण भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की विभिन्न गतिविधियों में अत्यधिक शामिल हो गईं।

D.o.d. May 27: *कुलसुम सयानी* 
       कुलसुम सयानी का जन्म 21 अक्टूबर 1900 को गुजरात में हुआ था। 17 साल की उम्र में, वह और उनके पिता महात्मा गांधी से मिले। तब से वह गांधी जी के कदमों पर चल रही हैं। उन्होंने एक अन्य प्रसिद्ध स्वतंत्रता योद्धा डॉ. जान मोहम्मद सयानी से शादी की। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में काम करते हुए सामाजिक अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी। वह अपने पति के समर्थन के कारण भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की विभिन्न गतिविधियों में अत्यधिक शामिल हो गईं।
       भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान, उन्होंने सामाजिक परिवर्तन के लिए अभियान चलाया। उन्होंने निरक्षरों को शिक्षित करना शुरू किया और चरखा वर्ग का हिस्सा बन गईं। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की जन जागरण पहल में भी एक प्रमुख व्यक्ति थीं, जिसका उद्देश्य लोगों को सामाजिक समस्याओं के बारे में अधिक जागरूक बनाना था।
      उन्होंने वयस्क शिक्षार्थियों, भारतीय मुक्ति आंदोलन में महिलाओं के महत्व, लोक कल्याण और भारत-पाकिस्तान संबंधों के अलावा अन्य विषयों के बारे में कई रचनाएँ लिखीं। उनके हिंदी भाषा के काम में प्रौध शिक्षा में मेरे अनुभव, भारत-पाक मैत्री-मेरे प्रयत्न, भारतीय स्वतंत्र संग्राम में महिलाओं की भूमिका, भारत में प्रौध शिक्षा शामिल हैं।
      सयानी को उनके योगदान के लिए 1959 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। 1969 में, भारत के राष्ट्रपति ने उन्हें नेहरू साक्षरता पुरस्कार से सम्मानित किया। 27 मई, 1987 को उनकी मृत्यु हो गई।

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का बड़ा फैसला, राशन की दुकानों पर मिलेगा दूध-घी, ब्यूटी प्रोडक्ट और रोजमर्रा का हर सामान*◼️

AUM NEWS न्यूज  ब्रेकिंग रात्रि 9 बजे तक...*
*दिनांक-26-05-2023, दिन: शुक्रवार*


 *◼️उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का बड़ा फैसला, राशन की दुकानों पर मिलेगा दूध-घी, ब्यूटी प्रोडक्ट और रोजमर्रा का हर सामान*◼️

राज्य सरकार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत संचालित उचित दर की दुकानों के दुकानदारों की आय बढ़ाने के लिए अतिरिक्त वस्तुओं की बिक्री की अनुमति प्रदान की है, जिसमें बेकरी उत्पाद, घरेलू सामान, सौंदर्य और बेबी केयर उत्पाद शामिल हैं। शासन ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। खाद्य एवं रसद आयुक्त को इस बाबत आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है। यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि इन वस्तुओं का निर्माण एफएसएसएआई के मानकों के मुताबिक हुआ हो। ये वस्तुएं केवल उन उचित दर की दुकानों पर बेची जाएंगी, जो ऐसे मुख्य मार्ग पर स्थापित हों, जहां भारी वाहनों का आवागमन सुचारू रूप से हो सकता है।

*◼️समिति का होगा गठन* ◼️

इसके लिए खाद्य आयुक्त के स्तर पर एक समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें एक सदस्य खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन का होगा। यह समिति अनुमन्य वस्तुओं की समय-समय पर समीक्षा करते हुए इनकी संख्या में वृद्धि अथवा कमी कर सकने के लिए अधिकृत होगी।आदेश के मुताबिक उचित दर की दुकानों में गेहूं, चावल, दाल, आटा, चीनी, खाद्य तेल, मिट्टी का तेल, मोटा अनाज, नमक के अतिरिक्त जनोपयोगी रोजमर्रा की वस्तुएं और स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधी वस्तुएं जैसे साबुन, शैम्पू, चाय, पेन, कॉपी, ओआरएस टैबलेट एवं घोल, निरोध, सैनेटरी नैपकीन आदि के विक्रय करने की अनुमति वर्ष 2019 में प्रदान की गई थी। इसी शासनादेश के तहत अब कुछ और वस्तुओं को भी इसमें शामिल किया गया है। इन वस्तुओं में दूध एवं दूध से बने पैक्ड उत्पाद, बिस्किट, ब्रेड, गुड़, घी, नमकीन, सूखे मेवे, मिठाई, मसाले, दूध पाउडर, बच्चों के कपड़े (होजरी), राजमा, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री, सोयाबीन, क्रीम, धूपबत्ती, कंघी, दर्पण, झाडू, पोछा, ताला, छाता, रेनकोट, वॉल हैंगर, टूथब्रश, डिटर्जेंट पाउडर, मच्छररोधी अगरबत्ती, बर्तन धोने वाले बार, विद्युत का सामान, टार्च, दीवार घड़ी, माचिस, नायलॉन एवं जूट रस्सी, प्लास्टिक पानी पाइप, प्लास्टिक बाल्टी, मग, छलनी, हैंडवॉश, बाथरूम क्लीनर, शेविंग किट, बेबी केयर उत्पाद (डायपर, साबुन, तेल, वाइप्स, बॉडी लोशन) आदि को शामिल किया गया है।


✒️ *◼️जून में 12 दिन नहीं बदले जाएंगे 2000 के नोट, बैंक जाने से पहले चेक करें छुट्टियों की लिस्ट*◼️

आरबीआई के 2000 रुपये के नोट को लेकर बड़े एलान के बाद लोग बैंक की तरफ रुख कर रहे हैं। नोट एक्सचेज करने की लास्ट डेट 30 सितंबर तय की गई है। लेकिन इस बीच अगस्त में कई दिन बैंक रहेंगे।बैंकों के अवकाश राज्यों में मनाए जाने वाले त्योहारों या फिर उन राज्यों में होने वाले आयोजनों पर भी डिपेंड करते हैं। बैंक बंद होने के बावजूद आप घर पर बैठकर नेट बैंकिंग सर्विस का लाभ उठा सकते हैं।भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले हफ्ते 2,000 रुपये के नोटों को सर्कुलेशन से बाहर करने की घोषणा की थी। 23 मई 2023 से 2000 रुपये के नोटों को एक्सचेंज करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अगर आप भी इन नोटों को एक्सचेंज करने के लिए सोच रहे हैं तो ऐसे में आपको जल्दी करना चाहिए,आरबीआई ने जून महीने की बैंक हॉलिडे की लिस्ट जारी कर दी है। जून 2023 में 12 दिनों तक बैंकों में कोई काम नहीं होगा। इसका मतलब ये है कि नोट भी एक्सचेंज नहीं होंगे। RBI द्वारा वेबसाइट पर अपडेट की गई June Bank Holiday लिस्ट में साप्ताहिक अवकाश के अलावा कई और आयोजनों की वजह से बैंकों में छुट्टी रहेगी।

✒️ *◼️नए संसद भवन का PM मोदी काटेंगे फीता... पहलवान 'महिला सम्मान महापंचायत' के जरिए बृजभूषण के खिलाफ भरेंगे हुंकार*◼️

नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को करने वाले है। इसी दिन जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवान नई संसद के पास ही प्रोटेस्ट करने की जुगत में जुट गए हैं।प्रदर्शनकारी पहलवान महिला सम्मान पंचायत आयोजित करने जा रहे है। पहलवान साक्षी मलिक ने कहा, ''हम 28 मई को नए संसद भवन के सामने महिला सम्मान महापंचायत कर रहे हैं। इस महापंचायत को हम शांतिपूर्ण रखेंगे। इस महापंचायत के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं होगी।''इस महापंचायत को लेकर लेकर दिल्ली पुलिस मुस्तैद है। मीडिया एजेंसी एएनआई के सूत्रों के मुताबिक 28 मई के पहले ही दिल्ली पुलिस बॉर्डर सील कर देगी, जिससे हरियाणा से आने वाले प्रदर्शनकारी इस महापंचायत में जुट नहीं पाए।  दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, इस पंचायत के लिए अभी तक कोई अनुमति नहीं दी गई है। प्रदर्शनकारियों को पंचायत आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसी दिन नई संसद का उद्घाटन करेंगे।

✒️ *◼️दिल्ली-NCR में अगले 24 घंटे में आएगी धूलभरी आंधी, तेज बारिश की संभावना; 45 किमी प्रति घंटे होगी हवा की रफ्तार*◼️

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटे में दिल्ली-एनसीआर के साथ आसपास के इलाकों में धूल भरी आंधी आएगी। साथ ही गरज चमक की भी संभावना है। हवा की रफ्तार 35-45 किमी प्रति घंटे होगी। इसके अलावा बारिश की संभावना है।दिल्ली-एनसीआर सहित आसपास के इलाकों में शुक्रवार की सुबह से ही मौसम ठीकठाक बना हुआ है, क्योंकि गुरुग्राम को हल्की से मध्यम बारिश हुए थी। आज सुबह हल्के बादल छाए हुए थे, लेकिन दोपहर होते ही धूप हो गई। हालांकि आज की धूप में चुभन नहीं है और न ही गर्म हवा चल रही है। अधिकतम तापमान में भी और दिनों के मुकाबले गिरावट है,रेगिस्तान से आ रही धूल.मौसम विभाग ने बताया कि धूल की परत पश्चिम से पूर्व की ओर बढ़ रही है। यह मध्यम से थोड़ा घना धूल का आवरण है, जो हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में पहुंच जाएगा। दिल्ली के साथ गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, रोहतक और हरियाणा, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों को कवर करेगा।धूल भरी आंधियों और तेज हवाओं ने रेगिस्तानी क्षेत्रों से धूल को और बढ़ा दिया है। शहरों को आंधी पहुंचने से धूल छाए जाएगी और आसमान धुंधला हो जाएगा। साथ वायु की गुणवत्ता भी खराब हो जाएगी।शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। साथ ही अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा था। आईएमडी ने कहा कि दिल्ली में गुरुवार सुबह 8:30 बजे से शुक्रवार सुबह 8:30 बजे तक दो मिमी बारिश दर्ज की गई।

✒️ *◼️इस साल सामान्य रहेगा मानसून, लेकिन जून में कम बरसेंगे बादल, मौसम विभाग का अनुमान*◼️

देश में जून से लेकर सितंबर तक मानसून का मौसम रहता है। इस साल औसत के 96 प्रतिशत तक बरसात होने की संभावना है। मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अल नीनो प्रभाव के बावजूद 2023 में मानसून सामान्य रहेगा। देश की अर्थव्यवस्था के लिहाज से यह बेहद अहम खबर है। मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, चार जून को मानसून केरल में दस्तक दे देगा। बता दें कि यह लगातार पांचवां साल है, जब भारत में मानसून सामान्य रहेगा। बता दें कि देश में जून से लेकर सितंबर तक मानसून का मौसम रहता है। इस साल औसत के 96 प्रतिशत तक बरसात होने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि जून महीने में सामान्य से कम बारिश हो सकती है।  मौसम विभाग के एनवायरमेंट मॉनिटरिंग एंड रिसर्च सेंटर के चीफ डी शिवानंद पई ने कहा कि जून में देश के अधिकतर स्थानों पर सामान्य से कम बारिश हो सकती है और सिर्फ दक्षिण पेनिनसुला, उत्तर पश्चिम भारत, उत्तर पश्चिम और उत्तर भारत के कुछ इलाकों में बारिश सामान्य रह सकती है। शिवानंद पई ने कहा कि अल नीनो प्रभाव के बावजूद दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्य रहेगा।

✒️ *◼️चार धाम यात्रा पर फिर पड़ी मौसम की मार, केदारनाथ रजिस्ट्रेशन पर लगी रोक*◼️

उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023 पर जानेवालेतीर्थयात्रियों के लिए बहुत बड़ा अपडेट सामनेआया है। तीर्थयात्रियों को चार धाम दर्शन के लिए इंतजार करना पड़ेगा। दिल्ली-एनसीआर, यूपी, एमपी सहित देश के अन्य राज्यों सेआनेवालेतीर्थयात्रियों को दर्शन को थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। केदारनाथ मेंउमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखतेहुए शनिवार 27 मई तक नए पंजीकरणों पर रोक लगा दी गई है। धाम के लिए 31 मई तक रोजाना 22 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने पहले ही पंजीकरण करा लिया है। चार धाम यात्रा पंजीकरण नोडल अफसर योगेश गंगवार ने बताया कि, केदारनाथ के लिए नए पंजीकरणों पर 25 मई तक रोक लगाई गई थी। अब इस रोक को 27 मई तक के लिए बढ़ाया गया है। चारों धामों मेंअब तक 15 लाख श्रद्धालुदर्शन कर चुके हैं। सबसेज्यादा 5 लाख श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे हैं।

✒️ *◼️सेंसेक्स 629 अंक चढ़ा; निफ्टी 18500 के पास, बैंक और आईटी सेक्टर के शेयरों में मजबूती*◼️

सेंसेक्स 629.07 अंक की तेजी के साथ 62,501.69 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 178.20 अंक उछलकर 18,499.35 अंक पर बंद हुआ। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शेयर बाजार में बैंक और आईटी सेक्टर के शेयरों में मजबूती दिखी। रिलायंस के शेयरों में भी उछाल आया। शुक्रवार के कारोबारी सेशन के दौरान इंडिया VIX में चार प्रतिशत की कमी आई। इस दौरान रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 14 पैसे मजबूत होकर 82.58 (अस्थायी) पर बंद हुआ।

✒️ *◼️कृष्णांजलि में कल भव्य कार्यक्रम के बीच मेयर व पार्षद लेंगे शपथ*◼️

अलीगढ़ नुमाइश मैदान के कृष्णांजलि सभागार में कल शनिवार को शहर की नई सरकार शपथ लेगी। भव्य कार्यक्रम के बीच प्रशांत सिंघल 6वेंमेयर के रूप मेंशपथ लेंगे। मेयर के साथ 90 पार्षद शपथ ग्रहण करेंगे। नगर निगम नेतैयारियों को पूरा कर लिया है। 1500 लोगों के बैठने व्यवस्था कृष्णांजलि सभागार मेंकी गई है। प्रभारी एवं गन्ना मंत्री भी शपथ ग्रहण में हिस्सा लेंगे। कृष्णांजलि सभागार मेंशनिवार सुबह 10 बजेसेशपथ ग्रहण कराई जाएगी। मेयर प्रशांत सिंघल के मंडलायुक्त नवदीप रिणवा शपथ दिलाएंगे । इसके अलावा मेयर प्रशांत सिंघल सभी निर्वाचित 90 पार्षदों को शपथ दिलाएंगे । 18-18 पार्षदों को पांच बार मेंशपथ दिलाई जाएगी। पार्षदों को मंच पर बैठनेके लिए प्लेटफार्मबनाया गया है। शपथ ग्रहण मेंनिवर्तमान मेयर मो. फुरकान, पूर्वमेयर शकुंतला भारती, आशुतोष वार्ष्णेय व सावित्री वार्ष्णेय को नगर निगम नेआमंत्रित किया है। मेयर व पार्षदों के परिवार वालों के बैठनेके लिए अलग दीर्घा बनाई गई है। गणमान्य लोगों के लिए अलग दीर्घाहै। इसमेंसभी जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे। मेयर प्रशांत सिंघल के मुरादाबाद के रिश्तेदार मेयर भी समारोह मेंशामिल होंगे। प्रभारी एवं गन्ना विकास मंत्री चौ. लक्ष्मीनारायण भी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे परंपरा के अनुसार नगर आयुक्त अमित आसेरी भाजपा के मेयर प्रशांत सिंघल को शपथ ग्रहण के बाद लाल गाउन व गदा भेंट करेंगे। लाल गाउन व गदा देनेकी परपंरा रही है। गाउन पहननेके बाद मेयर प्रशांत सिंघल के पास सभी संवैधानिक अधिकार स्वत: हस्तांतरित हो जाएंगे एं । नगर निगम की बोर्ड व कार्यकारिणी की बैठक में मेयर को यह गाउन पहनना पड़ता है।

✒️ *◼️गिरते जलस्तर के संवर्धन के लिए जनपद में 60 स्थानों पर स्थापित होंगे रूफटॉप हार्वेस्टिंग सिस्टम*◼️

भूमिगत जल के संवर्धन के लिए रूफटॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की स्थापना कराए जाने के सम्बन्ध में जिला तकनीकी समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। डीएम ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को यदि सुरक्षित रखना है तो आज हमें जल का संवर्धन एवं संरक्षण करना ही होगा। भूमिगत जल के अविवेकपूर्ण अतिदोहन से जलस्तर नीचे खिसकता जा रहा है, ऐसे में आवश्यक है कि जितना पानी जमीन से निकाल रहे हैं, उसका कुछ हिस्सा तो जमीन को वापस लौटाया जाए। बढ़ते शहरीकरण से भी भू-गर्भीय जल का स्तर नीचे गिरा है। बैठक का संचालन करते हुए सहायक अभियंता लघु सिंचाई वी0एस0 सुमन ने बताया कि जनपद के विकास खण्ड इगलास को अति संवेदनशील एवं चण्डौस, गंगीरी, जवां एवं खैर को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है जबकि शेष विकासखण्ड सामान्य श्रेणी में हैं। उन्होंने बताया कि भूगर्भीय जल को रिचार्ज करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 में आवंटित की गई धनराशि से विकास खण्ड इगलास में 14 व चण्डौस में 06 रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित कराए गए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गिरते जलस्तर के प्रति संवेदनशील है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में जनपद में जिलाधिकारी के अनुमोदन के उपरान्त 60 कार्य कराए जाने हैं। जिस पर जिलाधिकारी ने क्रिटिकल, सेमी क्रिटिकल सहित जनपद के अन्य चिन्हित विकासखण्डों में कार्य कराए जाने के निर्देश दिये।

✒️ *◼️अलीगढ़ पहुंचे क्रिकेटर रिंकू सिंह*◼️

आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर के लिए खेलने वाले रिंकू सिंह गुरुवार रात अलीगढ़ पहुंचे। बेहद ही सामान्य तरीके वह अपने शहर लौटे राम को परिवार के साथ समय बिताया और शुक्रवार शाम मैदान में अभ्यास करने पहुंचे। उसके बाद उनके द्वारा बनवाए जा रहे हॉस्टल का भी दौरा किया। इस दौरान मीडिया से दूर   बनाकर रखी। किसी से कोई बात नहीं की। आईपीएल में यादगार पारी खेल कर लोगों दिल जितने वाले रिंकू सिंह अपनेघर अलीगढ़ लौट आए हैं। गुरुवार रात वह अपनेघर आए। उनके प्रशंसक उनके स्वागत के लिए तैयारियां किए हुए बैठे थे। पर उन्होंने इसके लिए मना कर दिया। देर रात पहुंचे रिंकू ने परिवार के साथ शुक्रवार को समय बिताया। उसके बाद महुआ खेड़ा स्थित मैदान पर शाम चार बजे प्रैक्टिस करने पहुंचे। उनके मैदान पर पहुंचनेके बाद खिलाड़ियों का जमावड़ा लग गया। खिलाड़ियों ने उनके साथ फोटो खिंचवाए, बारी बारी से अपने बल्लेपर उनके ऑटोग्राफ लिए। सभी की मांग पूरी करनेके बाद उन्होंने अपना वर्क आउट शुरू किया। कैच प्रैक्टिस, स्ट्रेचिंग आदि वर्कआउट करनेके बाद उन्होंनेखुद के द्वारा बनवाए जा रहेस्पोर्ट्स हॉस्टल को देखने पहुंचे। निर्माण कार्यको देखकर बेहद खुश हुए। उसके बाद घर चले गए।

✒️ *◼️सेंट्रल जीएसटी की रडार पर अलीगढ़ जोन की 358 फर्में*◼️

अलीगढ़ जीएसटी में राजस्व बढ़ने के साथ फर्जी फर्मों की संख्या में भी बंपर इजाफा हो रहा है। दस्तावेजों में खरीद बिक्री दिखाकर आईटीसी लेने वालों ने सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व की हानि पहुंचाई है। स्टेट जीएसटी के बाद अब सेंट्रल जीएसटी की रडार पर अलीगढ़ जोन में 358 इकाईयां आ चुकी हैं। केंद्र से सेंट्रल जीएसटी को सूची मिल गई हैऔर सत्यापन शुरू हो गया है। अलीगढ़ जोन मेंसेंट्रल जीएसटी व स्टेट जीएसटी के पास करीब 65 हजार सेअधिक पंजीकृत व्यापारी हैं। इसमेंइंडस्ट्री सेलेकर सभी तरह के व्यापारियों का पंजीयन शामिल है। केंद्र सरकार नेराजस्व मेंइजाफा होनेके साथ जीएसटी मेंगड़बड़ी करनेवालों की कड़ी मॉनीटरिंग की, जिसमेंबड़े पैमानेपर खामियां इकाईयों द्वारा की गई है। इसी को लेकर सेंट्रल जीएसटी के पास अलीगढ़, हाथरस, एटा व कासगंज के 358 सेअधिक कारोबारियों की सूची आई है, जिन्होंने कारोबार किया है, लेकिन शून्य रिटर्न दाखिल किया। इसके अलावा ऐसेभी कारोबारी शामिल हैंजिन्होंनेफर्जी खरीद दिखाकर आईटीसी ली है। सेंट्रल जीएसटी के अफसरों नेटीम बनाकर मामलेकी जांच शुरू कर दी है। चारों जिलों में 358 फर्में हैं, जिसमेंअलीगढ़ मेंअकेले 250 इकाईयां शामिल हैं।

✒️ *◼️28 मई को 24 केन्द्रों पर आयोजित होगी सिविल सर्विसेज (प्रा०) परीक्षा-2023◼️*

जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में रविवार 28 मई को संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली सिविल सर्विसेज (प्रा०) परीक्षा-2023 को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिए बैठक का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि रविवार 28 मई को अलीगढ़ नगर के 24 परीक्षा केन्द्रों पर दो पालियों में क्रमशः 09ः30 बजे से 11ः30 बजे तक एवं 02ः30 बजे से 04ः30 बजे तक आयोजित कराई जाएगी, जिसमें 10303 परीक्षार्थी प्रतिभाग करंेगे। परीक्षा को शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर सेक्टर मजिस्ट्रेट, लोकल इस्पेक्टिंग आफीसर व पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा।श्री सिंह ने पारदर्शी एवं शान्तिपूर्ण ढ़ंग से परीक्षा सम्पन्न कराने में लगे समस्त कार्मिकों को निर्देशित किया कि परीक्षा की सुचिता व पवित्रता को बनाए रखना सुनिश्चित करें। सभी परीक्षा केन्द्रों पर विद्युत, पेयजल, शौचालय समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं की पूर्व से ही जांच कर ली जाए। उन्होंने केन्द्र प्रबन्धकों को निर्देशित किया कि सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग, विजन एवं एंकल की पूर्व में ही जांच कर लें ताकि परीक्षा के दौरान किसी परीक्षार्थी को कोई समस्या न हो। उन्होंने सेक्टर मजिस्ट्रेट, लोकल इस्पेक्टिंग आफीसर को निर्देशित किया कि अपनी देखरेख में परीक्षा केन्द्र सुपरवाइजर से समन्वय स्थापित कर परीक्षा को निर्विवाद, सफल एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करायें।बैठक में एडीएम वित्त एवं राजस्व मीनू राणा, एसपी सिटी कुलदीप गुनावत, सिटी मजिस्ट्रेट चन्द्रशेखर सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

✒️ *◼️स्मार्ट सिटी एबीडी एरिया में नहीं लगेंगे यूनीपोल◼️*

नगर निगम ने यूनीपोल को लेकर बड़ा फैसला लिया है। जिससे राजस्व को नुकसान हो सकता है। अब एबीडी एरिया में यूनीपोल नहीं लगेंगे। 5 किलोमीटर स्क्वायर स्मार्ट सिटी एबीडी क्षेत्र में शामिल है। अभी तक यूनीपोल 156 स्थानों लगते थेऔर अब 134 साइटों के लिए टेंडर निकाला गया है। एमकेजी मीडिया ग्रुप ने इस पर सवाल भी उठाए हैं। नगर निगम एबीडी एरिया में एलईडी पर प्रचार कराएगा। जबकि एबीडी एरिया के बाहर 134 स्थानों पर यूनीपोल लगेंगे। इसके लिए 1.84 करोड़ रुपये का टेंडर निकाला गया है। अभी तक 157 स्थानों के लिए 3.62 लाख रुपये नगर निगम को मिलते थे। इस तरह से पौने दो करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान यूनीपाल के नए टेंडर से हो सकता है। अभी तक यूनीपोल का ठेका एमकेजी मीडिया के पास था। इसके संचालक ने टेंडर पर आपत्ति जाहिर की है। कहा कि बिना बोर्ड के टेंडर नहीं निकाला जा सकता है।

✒️ *◼️सभी आहरण वितरण अधिकारी कड़ाई से अनुपालन करें सुनिष्चित:सीटीओ◼️*

मुख्य कोषाधिकारी महिमा चन्द ने एप्रूव किये गये टोकन की वैधता अवधि एवं चतुर्थ श्रेणी जी0पी0एफ0 के बिलों के भुगतान के सम्बन्ध में जनपद के समस्त समस्त आहरण वितरण अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत किये हैं। उन्होंने बताया कि शासन की व्यवस्था के अन्तर्गत डी0डी0ओ0 पोर्टल पर टोकन जनरेट करने के पश्चात सम्बन्धित आहरण वितरण अधिकारी द्वारा उसे एप्रूव कर बिल कोषागार में प्रस्तुत किया जाता है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुछ आहरण वितरण अधिकारियों द्वारा टोकन एप्रव करने के पश्चात या तो कोषागार में बिल प्रस्तुत ही नहीं किये गये या अत्यधिक विलम्ब से प्रस्तुत किये गये। इस कारण से उसके ई-कुबेर पोर्टल पर रिजेक्ट होने की सम्भावना बनी रही। सीटीओ ने बताया कि ऐसी स्थिति से बचने के लिए शासन स्तर से 01 जून 2023 से टोकन की वैधता अवधि अधिकतम 10 दिन की करने का निर्णय लिया गया है इसके उपरान्त टोकन स्वतः निरस्त हो जायेंगे। इसी प्रकार चतुर्थ श्रेणी जी0पी0एफ0 के भुगतान के सम्बन्ध में कतिपय संशोधन किये गये है। उन्होंने उक्त के दृष्टिगत प्रभावी वित्तीय नियमों के साथ-साथ विभिन्न दिशा-निर्देशों की जानकारी देते हुए बताया कि डी0डी0ओ0 स्तर से टोकन एप्रूव करने के पश्चात 07 दिन के अन्दर बिल कोषागार में प्रस्तुत कर दिये जाये, जिससे आगामी 03 दिनों के भीतर कोषागार स्तर पर भुगतान के लिए ऑथराइजेशन या निस्तारण किया जा सके। उन्हांेने स्पष्ट किया कि यदि ससमय बिल प्रस्तुत नहीं किये जाते हैं, तो ई-कुबेर पोर्टल पर टोकन 10वें दिन स्वतः निरस्त हो जायेगा। टोकन के स्वतः निरस्त होने के कारण बिल का भुगतान न होने से यदि कोई असामान्य स्थिति उत्पन्न होती है, उन्होंने कहा कि सभी आहरण वितरण अधिकारी उक्त का नियमानुसार कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करें।

✒️ *◼️कमलेश शर्मा व सदस्यों को एसडीएम ने दिलाई शपथ* ◼️

कस्बा के अलीगढ़ मार्ग स्थित आेम सैलीब्रेशन में शपथ ग्रहण समारोह हुआ। जिसमें नगर पंचायत की नवनिर्वाचित अध्यक्ष कमलेश शर्मा व सदस्य सुभद्रा देवी, कुशुम देवी, केला देवी, अमित कुमार, दाताराम, राहुल चौधरी, सुधीर वर्मा, सुशील कुमार, अवधेश पाठक, हरीश अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, निधि वर्मा, सुरजीत, अजय ठाकुर व विमलेश को एसडीएम महिमा राजपूत ने दोपहर 3:30 बजे शपथ दिलाई। कमलेश शर्मा ने अध्यक्ष चुनने पर सभी का आभार व्यक्त किया। समाज सेवी हरीश शर्मा ने कहा कि नगर की जनता ने उनकी पत्नी को विजयी बनाकर जो जिम्मेदारी दी है उसको बखूबी निभाएंगी। इस दौरान विधायक राजकुमार सहयोगी, रालोद के निवर्तमान जिलाध्यक्ष कालीचरन सिंह, सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डा. लोकेश शर्मा, ईओ आंजनेय मिश्र, लिपिक विमल शुक्ला सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे। संचालन डा. नरपतिदेव भारद्वाज ने किया।

✒️ *◼️राज सिंह ने सदस्यों के साथ ली शपथ* ◼️

नगर पंचायत बेसवां में नवनिर्वाचित अध्यक्ष व सदस्यों को एसडीएम ने ऋषि विश्वामित्र की तपोस्थली धरणीधर सरोवर के तट पर पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। नगर पंचायत के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राज सिंह, सदस्य साबिर, सत्तो देवी, इकराम खां, मुन्नी देवी, इमामुद्दीन, निर्मल सोनी, अनिल बंसल, सपन ठेनुआं, पुष्पा देवी, दिव्या देवी को एसडीएम महिमा राजपूत ने पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। अध्यक्ष ने सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर अधिशासी अधिकारी प्रवीण कुमार, नायब तहसीलदार श्वेता जिंदल, मोरमुकुट चौधरी आदि मौजूद रहे।

✒️ *◼️ट्रैक्टर से गिरकर वर्तमान प्रधान की मौत, परिवार में मचा कोहराम* ◼️

थाना गभाना क्षेत्र के गांव ओगर नगला राजू निवासी 50 वर्षीय चंद्रपाल पुत्र होती लाल वर्तमान में प्रधान है गुरुवार की रात्रि अपने किसी परिचित के ट्रैक्टर पर सवार होकर पचपेड़ा थे अपने गांव जा रहे थे जैसे ही वह गवालरा के पास पहुंचे ही थे कि तभी अचानक ट्रैक्टर असंतुलित हो गया और पलट गया जिसमें वह चपेट में आ गए जिस चीज कुछ देर तड़पने के बाद मौके पर मौत हो गई घटना घटित होते ही काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए सूचना परिजनों को दे दी जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई उपचार के लिए जिला अस्पताल मलखान सिंह लेकर आए जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया मृतक अपने पीछे पत्नी तो बेटा दो बेटियों भाई बहनों को रोते बिलखते हुए छोड़कर चला गया घटना की जानकारी मृतक के भतीजे धर्मवीर सिंह ने दी बताया कि रात्रि ट्रैक्टर पर बैठकर गांव जा रहे थे कि रास्ते में ट्रैक्टर पलट गया और उसके नीचे दब गए जिनकी  मौत हो गई मेरे चाचा वर्तमान में प्रधान पद पद के रूप में तैनात हैं परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है।

✒️ *◼️जवां क्षेत्र में बाइक सवार को अज्ञात वाहन ने रौंदा उपचार के दौरान मौत*◼️

थाना जवा क्षेत्र के गांव नगरिया कला,निवासी 27 वर्षीय अनुराग जादौन पुत्र मनवीर सिंह बाइक पर सवार होकर रोजाना की तरह गुरुवार की कि सुबह फैक्ट्री गया था मेहरावल  से रात्रि 8:00 बजे फैक्ट्री से काम समाप्त करके बाइक द्वारा अपने घर आ रहा था जैसे ही वह मेहरावल पुल पर पहुंचा ही था कि तभी अज्ञात वाहन ने टक्कर मारता हुआ मौके से भाग गया जिसमें युवक गंभीर रूप से घायल हो गया घटना घटित होते काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गई सूचना पुलिस को दे दी जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची घायलों को उपचार के लिए निजी हॉस्पिटल  ले गए जहां उपचार के दौरान युवक की मौत हो गई मौत की सूचना पुलिस को दे दी पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है मृतक ने अपने पीछे पत्नी काजल एक पुत्री रोते बिलखते छोड़ा है मनवीर सिंह का मृतक अकेला पुत्र था जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम जगह भेज दिया मृतक अपने पीछे पत्नी काजल एक बेटी भाई बहन को रोते बिलखते हुए छोड़कर चला गया परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया।

✒️ *◼️पिसावा पुलिस ने फायरिंग करने के मामले में किया केस दर्ज*◼️

थाना पिसावा थाने में दर्ज छेड़़छाड़़ के मुकदमे में दबाव बनाने के लिए आरोपित ने युवती व उसके परिजिनों पर फायरिंग कर दी। युवती व परिजनों ने अपनी जान बचाते हुए गांव की ओर दौड लगा दी। जाते समय नामजद जान से मारने की धमकी देकर गए है। पीडित की तहरीर पर नामजदों के खिलाफ अभियोग दर्ज कराया गया है। दर्ज रिपोर्ट के अनुसार प्रेमपुर निवासी युवती ने गांव के ही युवक के खिलाफ थाना पिसावा में छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था। कुछ दिन जेल में रहकर नामजद जमानत पर बाहर आ गया। आरोप है कि 25 मई की सांय अमरगढी स्थित अपने खेत पर युवती, उसकी बहन, भाई व मां काम कर रहे थे। इसी बीच नामजद व दो अज्ञात लोगों ने तमंचे से फायरिंग कर दी। फायरिंग से बचने के लिए पीडित पक्ष ने गांव की तरफ दौड लगाकर जान बचाई। शोर गुल सुनकर ग्रामीणों को आता हुआ देख नामजद व अज्ञात लोग जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए। पीडित राहुल की तहरीर पर नीशू, अजय निवासी प्रेमपुर थाना पिसावा व दो अज्ञात के खिलाफ कोतवाली खैर में जानलेवा हमले का अभियोग दर्ज कराया गया है। खैर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

✒️ *◼️दबिश में गई पुलिस का हुआ एक्सीडेंट, रेप के आरोपी के रिश्तेदार की एक्सीडेंट में हुई मौत, सिपाही गंभीर घायल, जेएन मेडिकल में एडमिट*◼️

अलीगढ़ के थाना हरदुआगंज के कस्बा जलाली निवासी रूपा के विरुद्ध 24 मई को दुष्कर्म के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं आरोपी रूपा के ससुर गंगीरी क्षेत्र के गांव हुसेनपुर देहमाफी के ग्राम चौकीदार है। आरोपी रूपा की लोकेशन एटा जनपद में मिल रही थी। जिसके चलते हरदुआगंज थाने की पुलिस टीम दुष्कर्म के आरोपी रुपा के ससुर गंगीरी क्षेत्र के गांव हुसेनपुर निवासी मक्खन सिंह को आरोपी रुपा की सुराग रस्सी के लिए जनपद एटा दबिश देने गई थी। दबिश देकर लौटते समय कासगंज के नदरई पुल पर शुक्रवार प्रातः पुलिस टीम की बाइक अनियंत्रित होकर नीचे गिर गई। जिसमें मक्खन सिंह की मौके पर मौत हो गई। वहीं, बाइक सवार कांस्टेबल अंकित कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल कांस्टेबल को उपचार के लिए एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया है कि पूरे मामले की एसपी ग्रामीण द्वारा विभागीय जांच की जा रही है। घटना के संबंध में मृतक चौकीदार के बेटे ने कासगंज कोतवाली में एक्सीडेंट के मामले में रिपोर्ट दर्ज करा दी है।

✒️ *◼️कोर्ट में तारीख करने आई महिला को उसके पति ने बेरहमी से मारा पीटा, महिला अस्पताल में भर्ती*◼️

अलीगढ़ के दीवानी कचहरी का है जहां तारीख करने आई एक पत्नी को उसके पति ने बहुत ही बेरहमी के साथ मारा पीटा और जान से मारने की धमकी भी दी। मारपीट में घायल महिला को तुरंत पंडित दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज जारी है। वहीं जानकारी देते हुए पीड़ित महिला ममता ने बताया कि वह विश्वनाथ पुरम अलीगढ़ की रहने वाली है वह तारीख करने कोर्ट गई थी तो उसके पति ने उसे लात घूसों से बुरी तरह से मारा और जान से मारने की भी धमकी दी। वहीं जानकारी देते हुए एडवोकेट भगवान दास ने बताया कि पीड़ित महिला ममता की शादी भटौली विजयगढ़ के संजय के साथ हुई थी। दोनों पति-पत्नी के वीच में दहेज उत्पीड़न का मामला कोर्ट में चल रहा है और आज इनकी सुलह समझौते में तारीख थी। तारीख होने के बाद ममता को उसके पति ने बहुत ही बेरहमी से मारा पीटा और जान से मारने की धमकी दी।

✒️ *◼️बन्नादेवी क्षेत्र में दो युवकों  पर दलित नावालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म व जाति सूचक शब्द तथा धमकी देने का आरोप*◼️

थाना बन्नादेवी क्षेत्र में एक दलित परिवार की नावालिग लड़की को बहला फुसलाकर घर से लेकर जाने के साथ दलित नावालिग लड़की के साथ दो युवकों ने घिनौनी घटना को अंजाम दे दिया, पीड़ित किशोरी से परिजनों को घटना से अवगत कराया, पीड़ित लड़की के परिजनों द्वारा शिकायत करने पर दवंगो ने अपने साथियों के साथ दलित के घर पर चढ़ाई करते हुए महिलाओं से बदसलूकी करते हुए मारपीट कर जाति सूचक शब्द का उपयोग करते हुए जान से मारने की धमकी दे दी, इलाका पुलिस द्वारा सुनवाई ना होने पर पीड़ित परिवार न्याय के लिए एसएसपी अलीगढ़ के आफिस पहुंचा, पीड़ित लड़की की मां ने बताया कि वह रोजाना मजदूर करने जाती है इसी दौरान पड़ोस के लड़के मेरी 13 वर्षीय लड़की को अकेला देख कर उस के साथ घिनौनी वारदात को अंजाम देते हैं, इसी को लेकर बीते दिनों मेरी 13 वर्षीय लड़की के साथ घिनौनी घटना को अंजाम दे दिया, पुलिस को शिकायत के बाद कोई कार्यवाही न होने पर पीड़ित परिवार एसएसपी कार्यालय पहुंचा।

✒️ *◼️रोरावर क्षेत्र में आमने सामने बाइकों की भिड़ंत में तीन घायल*◼️

थाना रोरावर क्षेत्र महफूज नगर निवासी मोहम्मद आरिफ पुत्र मोहम्मद हुसैन शुक्रवार की सुबह अपने दोस्त विमल की पत्नी को दवा दिलाने के लिए खैर जा रहा था बाइक पर सवार होकर जैसे ही वह लोधा क्षेत्र पलवल रोड पर पहुंचा तभी सामने से आ रही बाइक से जबरदस्त भिड़ंत हो गई जिसमें मोहम्मद आरिफ गंभीर रुप से घायल हो गया,  दोनों पति-पत्नी भी घायल हो गए घटना घटित होते ही काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए सूचना एंबुलेंस को दे दी जानकारी मिलते ही एंबुलेंस मौके पर पहुंची गंभीर हुए युवक घायल को जिला अस्पताल मलखान सिंह लेकर आई और परिजनों को सूचना दी जानकारी मिलते ही परिजन जिला अस्पताल आ गए। घायल ने बताया कि मैं दवा दिलाने के लिए अपने दोस्त के साथ खैर जा रहा था।

✒️ *◼️अतरौली में नगर पालिका परिषद अध्यक्ष एवं 25 सभासदों की शपथ ग्रहण का आयोजन*◼️

अलीगढ़ के कस्बा अतरौली में उप जिलाधिकारी अनिल कुमार कटियार द्वारा नगर पालिका परिषद अध्यक्ष व 25 सभासदों। को शपथ दिलाई जिसमें नवनिर्वाचित चेयरमैन वीरेंद्र सिंह लोधी ने कहां की मैं नगर पालिका परिषद द्वारा जनता के हित में कार्य करता रहूंगा एवं हमें नवनिर्वाचित चेयरमैन वीरेंद्र सिंह लोधी ने बताया कि अतरौली नगर मैं गड्ढा मुक्त सड़कों व जलभराव सड़कों पर शीघ्र ही कार्य कराने का प्रयास करूंगा एवं बुजुर्गों के लिए पार्क की सुविधा का भी जल्द ही प्रयास किया जाएगा और कहा कि चेयरमैन में नहीं बल्कि जनता खुद चेयरमैन है इस अवसर पर नगर पालिका परिषद अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह लोधी उप जिलाधिकारी अनिल कुमार कटियार जिला अध्यक्ष लक्ष्मी धनकर अधिशासी अधिकारी वंदना शर्मा पूर्व जिला अध्यक्ष गिरीश यादव नगर अध्यक्ष डॉक्टर कबीर खान उस्मान खान एक्टर राकेश कुमार लोधी मुंबई से एवं सभी वार्डों के सभासद उपस्थित रहे।

✒️ *◼️जीवन ज्योति अटल बीमा है सुरक्षा कवच◼️*

आर्यवत बैंक की विभिन्न शाखाओ ने आज वित्तीय साक्षारता कैंप का आयोजन किया जिसमे शाखा प्रबंधको ने ग्राम वासियो को बैंक सेवाएं लेने के लिए प्रेरित किया वित्तीय समावेशन क्षेत्रीय कार्यालय अलीगढ में कार्यरत धनेश दत्त गौर ने बताया की जीवन ज्योति अटल बीमा योजना बैंक उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षा कवच है जिसमे मात्रा Rs २० के सालाना व्यय पर उपभोक्ता की मृत्यु के पश्चात उसके नॉमिनी को 200000 लाख का क्लेम दिया जाता है।

✒️ *◼️अलग-अलग जगहों पर विषाक्त पदार्थ खाकर किया आत्महत्या का प्रयास*◼️

थाना कोतवाली क्षेत्र मोती मस्जिद ऊपरकोट निवासी समीर पुत्र जाहिद घर के निकट बेहोशी की हालत में पड़ा मिला हालत बिगड़ने पर परिजन जिला अस्पताल मलखान सिंह लेकर आए जहां से उसे मेडिकल रेफर कर दिया घटना की जानकारी समीर के दोस्त अदनान ने बताया कि कोई विषाक्त पदार्थ खा लिया है जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर आए उधर जनपद हाथरस सासनी एसएन मील में काम कर रहे युवक मोहित पुत्र मदन गोपाल निवासी कलवारी हाथरस ने विषाक्त पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया हालत बिगड़ने पर परिजन जिला अस्पताल मलखान सिंह लेकर आए जहां से उसे मेडिकल रेफर कर दिया घटना की जानकारी मोहित के दोस्त प्रमोद राघव ने दी।

✒️ *◼️असद जुबेरी ने पूरे अलीगढ़ जनपद का नाम किया रोशन :सलमान शाहिद*◼️

UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में महानगर  क्षेत्र 75 के जीवनगढ़ निवासी असद जुबेरी सहाब को 86 वी रैंक में सफल होने पर उनके घर जाकर असद जुबेरी को धोखा देकर एवं मिठाई खिलाकर और उनके पिता कौसर ज़ुबैरी को मिठाई खिलाकर मुबारकबाद दी और इस अवसर पर सलमान शाहिद ने कहा कि असद जुबेरी ने जीवनगढ़ ही नहीं महानगर ही नहीं पूरे अलीगढ़ जनपद का नाम रोशन किया है यह हम सब लोगों का सौभाग्य है जीवनगढ़ क्षेत्र के साथ-साथ अलीगढ़ जनपद के तमाम छात्र छात्राओं को अपना आदर्श मानकर असद जुबेरी से प्रेरणा लेनी चाहिए किन विषम परिस्थितियों में भी उन्होंने सफलता का परचम लहराया है एवं उसके साथ साथ  अन्य सभी अभ्यर्थियों को भी बहुत-बहुत मुबारकबाद  एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं।

✒️ *◼️नेहरू युवा केंद्र ने टी आर कॉलेज में जिला युवा उत्सव कार्यक्रम का हुआ आयोजन*◼️

नेहरू युवा केंद्र द्वारा टीकाराम कन्या महाविद्यालय में जिला युवा उत्सव कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को  सांस्कृतिक कार्यक्रम, युवा कविता लेखन, भाषण प्रतियोगिता, मोबाइल फोटोग्राफी, चित्रकला प्रतियोगिता जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित हुई।
कार्यक्रम का संचालन प्रिंस प्रताप सिंह ने किया। जिला युवा उत्सव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद सतीश गौतम, जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह व रामसखी कठेरिया सदस्य महिला आयोग लखनऊ रहे।अलीगढ़ सांसद ने युवाओं का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं को एक मंच प्रदान करते हैं। रामसखी कठेरिया सदस्य महिला आयोग ने  प्रधान मंत्री का भी धन्यवाद किया कि ऐसे कार्यक्रम हो रहें हैं जिसमें युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिल रहा है। ज़िलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने कहा की भारत युवाओं का देश भी कहलाता है। जिला युवा अधिकारी सुश्री तन्वी अग्रवाल ने कहा की जिला युवा उत्सव कार्यक्रम से युवाओं में एक उत्साह जाग्रत होता है। निर्णायक मंडली में इंद्रा अग्रवाल, मिंटू डोगर, राधा प्रजापति, तनुजा देशराजन, सोनिका सिंह, रुचि गोटेवाल, सुरेन्द्र शर्मा, मनोज अलीगढ़ी, राहुल लोधी, मुकेश कुमार, जयवीर आर्य, सावित्रीदेवी, विकास शर्मा, मयंक कुमार, ऋषिपाल  सिंह उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में नीरज भट्ट क्षेत्रीय प्रचारक अधिकारी, डॉ राष्ट्रवर्धन लोधी, तन्वी अग्रवाल, महिपाल सिंह, धनंजय उपाध्याय, संगीता राजपूत, सुषमा आर्य, निशा रानी, विनय शर्मा, जवाहर सिंह, रिंकु कुमार, गौतम कुमार, मनोज कुमार, मोहित कुमार, प्रधुमन गुप्ता, आदि शामिल रहे।

✒️ *◼️एलबीके में हुआ ब्राइट अचीवर्स सेरेमनी का आयोजन* ◼️

एलबीके पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में सीबीएसई के 10वीं व 12वीं के मेधावी परीक्षार्थियों के सम्मान में ब्राइट अचीवर्स अवार्ड सेरेमनी का आयोजन हुआ। अतिथियों द्वारा मेधावियों को मेडल, प्रमाण पत्र व प्रतीक चिंह भेंट कर सम्मानित किया गया। शुभारंभ कर्नल सुरेंद्र होरा, प्रबंधक हरीमोहन अग्रवाल ने किया। छात्राओं ने लोकगीत, नृत्य, संगीत की मनमोहक प्रस्तुतियां दी। मुख्य अतिथि एसडीएम महिमा राजपूत ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में प्रतिभा छिपी होती है। जीवन में प्रतिभा को निखारने के अनेक अवसर प्राप्त होते हैं। कदम-कदम पर परीक्षा हमारा इंतजार करती है। कर्नल सुरेंद्र होरा ने कहा कि माता-पिता की परवरिश, शिक्षकों द्वारा प्रदत्त शिक्षा, स्कूल प्रबंधन का निर्देशन ही छात्र जीवन को सशक्त नागरिक बनाकर सपनों की आंखों में उड़ान भरता है। प्रबंधक हरीमोहन अग्रवाल ने शिक्षा सहयोग योजना सुपर-30 के तथ्यों से अवगत कराया। जो छात्र एनडीए, यूपीएससी, नीट की कोचिंग से पैसे के अभाव में वंचित रह जाते हैं उन्हें समुचित संसाधन मुहैया कराने में विद्यालय हर संभव प्रयासरत है। प्रधानाचार्या रूबीना शाहीन ने कहा कि कल्पना को साकार करने के लिए जो बीज अंकुरित किए हैं फलस्वरुप वृक्ष बनकर इस धरा की शोभा को बढ़ा रहे हैं। उन्होंने आगंतुकों का भी आभार व्यक्त किया। संचालन राहुल उपाध्याय व पूनम राघव ने किया। इस अवसर पर समाजसेवी नितिन अग्रवाल, प्रियंका अग्रवाल, रमेश चंद, चंद्रपाल वर्मा, मुकेश वर्मा, अजीत सिंह, सुरेश बंसल, रामकुमार अग्रवाल, प्रेम कुमार, नवीन शर्मा, धर्मेंद्र शर्मा आदि थे।

Thursday 25 May 2023

मुस्लिम महिलाओं के लिए गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का महत्व

मुस्लिम महिलाओं के लिए गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का महत्व
क्या सरकारी संस्थानों की उपेक्षा करके मुसलमान, विशेष रूप से वंचित मुस्लिम महिलाएं, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के किफायती अवसर से वंचित हैं? यह सवाल भारतीय मीडिया के साथ-साथ बुद्धिजीवियों के बीच भी चर्चा का विषय बना हुआ है। यह चर्चा हाल ही में एक प्रमुख राष्ट्रीय अंग्रेजी दैनिक द्वारा की गई जांच से जुड़ी है, जो कर्नाटक हिजाब विवाद के बाद सरकार समर्थित प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेजों से लेकर निजी कॉलेजों तक में मुस्लिम छात्रों के एक कट्टरपंथी बदलाव से संबंधित है। आंकड़ों के अनुसार, उडुपी जिले के सरकारी कॉलेजों में नामांकन में उल्लेखनीय गिरावट आई है, जहां नामांकन पिछले वर्ष की तुलना में लगभग आधे से कम हो गया है। यह इंगित करता है कि हिजाब विवाद ने असुरक्षा और गुणवत्ता वाली किफायती शिक्षा के अधिकार की धारणाओं को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, इसलिए इस तरह के निराधार विवाद से दूर रहने का सही समय है।
सरकारी से निजी कॉलेजों में स्थानांतरण महंगा होगा और मुस्लिम परिवारों में आर्थिक सामर्थ्य का सवाल खड़ा करेगा। यह आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के मामले में स्कूल छोड़ने का कारण भी बन सकता है। इस बदलाव का अर्थ सरकारी कॉलेजों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए उपलब्ध किफायती अवसर खोना भी है। हर कोई इस बात से सहमत होगा कि शिक्षा और नौकरी  के लिए महिलाओं को काफी संघर्ष से गुजरना पड़ता है। मुस्लिम महिलाओं को अपने जीवन में और भी बाधाओं का सामना करना पड़ता है। धर्म की गलत व्याख्या के साथ समुदाय का पिछड़ापन और आर्थिक ठहराव संयुक्त रूप से उनकी सामाजिक गतिशीलता को बाधित कर रहा है। आधुनिक युग की शुरुआत के बाद से, मुस्लिम महिलाओं ने पुरुषों के समान अधिकारों के लिए लंबे समय तक संघर्ष किया है। कर्नाटक हिजाब विवाद और मुस्लिम महिलाओं का महंगी निजी शिक्षा क्षेत्र में प्रवासन जैसे मुद्दे सशक्तिकरण हासिल करने की दिशा में उनके वर्षों के संघर्ष को निष्प्रभावी कर देंगे।
तदनुसार, किफायती शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने और सांप्रदायिक व राजनीतिक रूप से संवेदनशील मुद्दों से दूर रहने की आवश्यकता है। हालांकि, हिजाब के मुद्दे पर कानून को अपना काम करने दें। इस बीच, मुस्लिम छात्रों को तर्क के बजाय भावनाओं के आधार पर लिए गए फैसलों में नहीं पड़ना चाहिए । बहिष्करण पर आधारित ऐसे निर्णय लंबे समय में पूरे समुदाय और राष्ट्र के लिए अनुत्पादक हो सकते हैं। 

लेखक : फरहत अली खान 
एम. ए. गोल्ड मेडलिस्ट

रोटरी क्लब स्योहारा संपूर्ण ने 10 जरूरतमंद छात्राओं को निशुल्क साइकिले प्रदान कराई। रोटरी बिना भेदभाव के समाज में सेवा करने वाली विश्व की अग्रणी समाज सेवी संस्था-:डॉ०मनोज कुमार वर्मा-

रोटरी क्लब स्योहारा संपूर्ण ने 10 जरूरतमंद छात्राओं को निशुल्क साइकिले प्रदान कराई। रोटरी बिना भेदभाव के समाज में सेवा करने वाली विश्व की अग्रणी समाज सेवी संस्था-:डॉ०मनोज कुमार वर्मा-
 स्योहारा:-डॉ उस्मान ज़ैदी) रोटरी क्लब स्योहारा संपूर्ण के तत्वाधान में मधुर मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में गवर्नर की अधिकारी यात्रा तथा दिव्य बालिका योजना साइकिल वितरण कार्यक्रम क्लब अध्यक्ष डॉक्टर मनोज कुमार वर्मा की अध्यक्षता और रोटेरियन डी के शर्मा मंडल अध्यक्ष मंडल 3100 के मुख्य अतिथि तथा सचिव कांता प्रसाद पुष्पक के संचालन में संपन्न हुआ ।
इस मौके पर चार इंटर कॉलेजों की 10 छात्राओं को निशुल्क  साइकिले प्रदान की गई। इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रमुख चिकित्सक डॉक्टर लिपि सेंन वर्मा रही। इस मौके पर मंडलाध्यक्ष डी के शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि रोटरी विश्व की एकमात्र अग्रणी संस्था है जो बिना किसी भेदभाव के समाज के सभी वर्गों की सेवा करती है।
 उन्होंने कहा कि रोटरी ने जहां भारत को पोलियो मुक्त किया है। वही शिक्षा, चिकित्सा, समाज सेवा, अशिक्षा आदि के क्षेत्र में भी रोटरी आगे बढ़कर काम कर रही है । उन्होंने कहा कि रोटरी सेवा करते समय यह नहीं देखती कि व्यक्ति किस जाति धर्म का है,  किस देश का है बल्कि निस्वार्थ भाव से सेवा करती है । उन्होंने कहा कि  सेवा व्यक्तिगत रूप से भी की जा सकती है परंतु रोटरी के माध्यम से की गई सामुदायिक सेवा का बड़ा महत्व है।  इस मौके पर उन्होंने रोटरी क्लब स्योहारा संपूर्ण  द्वारा की जा रही कार्यों की समीक्षा करते हुए क्लब की प्रशंसा की। इस मौके पर मंडलध्यक्ष ने 4 नए सदस्यों ए पी पांडे, संजीव अरोड़ा, चमन भारद्वाज, और हैरी गुर्जर को लेपिन पिन लगाकर विधिवत रोटरी की सदस्यता ग्रहण कराई। मुख्य अतिथि मंडल अध्यक्ष डी के शर्मा और सहायक मंडल अध्यक्ष श्री बंसल जी के पधारने पर क्लब के अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार वर्मा, संरक्षक चीनी मिल अधिशासी अध्यक्ष सुखबीर सिंह, पूर्व विधायक रोटेरियन हाजी नईम उल हसन, मेजर रईस अहमद चौधरी, रमेश अरोड़ा, मोहित रस्तोगी , लव रस्तोगी, शोभित जैन, हाजी जमील अहमद, संजय जैन , अरविंदर सिंह काका, सुरेंद्र अरोड़ा, हैरि गुर्जर, ए पी पांडे नगर पालिका अधिशासी अध्यक्ष, चमन भारद्वाज, संजीव  अरोड़ा आदि के द्वारा माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत गीत और सरस्वती वंदना के साथ हुआ मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं ने स्वागत गीत और सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इस मौके पर रोटरी क्लब द्वारा संपूर्ण के द्वारा पक्षियों पर विशेष कार्य कर रहे भारत के नेस्ट मैन दिल्ली निवासी राकेश खत्री, गौरैया संरक्षण पर विशेष कार्यक्रम करने के लिए शेख  फराज, प्रशासनिक स्तर पर क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए थाना प्रभारी राजीव चौधरी तथा हेड मुहर्रिर सुधीर कुमार जादौन को रोटरी गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। इसी के साथ-साथ रोटरी में 20 वर्षों से अधिक सेवा देने के लिए रोटरी क्लब के संरक्षक चांद बिहारी पाटोदिया प्रमुख सलाहकार बिरला शुगर उद्योग समूह, क्लब अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार वर्मा और सचिव कांता प्रसाद पुष्पक को भी शील्ड सम्मानित किया गया।  इस मौके पर अतिथियो और सहयोगियों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में इनरव्हील क्लब की अध्यक्ष रस्तोगी और सचिव सुरभि जैन तथा एनीज ने भी अपनी सहभागिता की। इस मौके पर मधुर मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य मेहराजुद्दीन और प्रबंधक आलोक अग्रवाल का सहयोग प्रदान करने के लिए विशेष आभार व्यक्त किया गया।

Wednesday 24 May 2023

नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमि।आज रा.स्व.सं.की प्रार्थना के 83 वर्ष पूर्ण।18.05.1940 के दिन पहली बार यह प्रार्थना संध की नागपूर स्थित शाखा में श्री यादवराव जोशी जी ने मुक्त कंठ से गाया।इस प्रार्थना के लेखक (रचनाकार) श्री नरहर नारायण भीडे जी थे।* RSS की प्रार्थना का हिन्दी में अनुवाद-

नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमि।
आज रा.स्व.सं.की प्रार्थना के 83 वर्ष पूर्ण।

18.05.1940 के दिन पहली बार यह प्रार्थना संध की नागपूर स्थित शाखा में श्री यादवराव जोशी जी ने मुक्त कंठ से गाया।

इस प्रार्थना के लेखक (रचनाकार) श्री नरहर नारायण भीडे जी थे।

* RSS की प्रार्थना का हिन्दी में अनुवाद-

पढिये और सोचिये कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भारत माता के प्रति भावना क्या है-

*1. नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे, त्वया हिन्दुभूमे सुखं वर्धितोsहम्। 🚩*
हे प्यार करने वाली मातृभूमि! मैं तुझे सदा (सदैव) नमस्कार करता हूँ। तूने मेरा सुख से पालन-पोषण किया है। 🚩

*2. महामङ्गले पुण्यभूमे त्वदर्थे, पतत्वेष कायो नमस्ते नमस्ते।। १।। 🚩*
हे महामंगलमयी पुण्यभूमि! तेरे ही कार्य में मेरा यह शरीर अर्पण हो। मैं तुझे बारम्बार नमस्कार करता हूँ। 🚩

*3. प्रभो शक्ति मन्हिन्दुराष्ट्राङ्गभूता, इमे सादरं त्वाम नमामो वयम् त्वदीयाय कार्याय बध्दा कटीयं, शुभामाशिषम देहि तत्पूर्तये। 🚩*
हे सर्वशक्तिशाली परमेश्वर! हम हिन्दूराष्ट्र के सुपुत्र तुझे आदर सहित प्रणाम करते है। तेरे ही कार्य के लिए हमने अपनी कमर कसी है। उसकी पूर्ति के लिए हमें अपना शुभाशीर्वाद दे। 🚩

*4. अजय्यां च विश्वस्य देहीश शक्तिम, सुशीलं जगद्येन नम्रं भवेत्, श्रुतं चैव यत्कण्टकाकीर्ण मार्गं, स्वयं स्वीकृतं नः सुगं कारयेत्।। २।। 🚩*
हे प्रभु! हमें ऐसी शक्ति दे, जिसे विश्व में कभी कोई चुनौती न दे सके, ऐसा शुद्ध चारित्र्य दे जिसके समक्ष सम्पूर्ण विश्व नतमस्तक हो जाये। ऐसा ज्ञान दे कि स्वयं के द्वारा स्वीकृत किया गया यह कंटकाकीर्ण मार्ग सुगम हो जाये। 🚩

*5. समुत्कर्षनिःश्रेयसस्यैकमुग्रं, परं साधनं नाम वीरव्रतम्*
*तदन्तः स्फुरत्वक्षया ध्येयनिष्ठा, हृदन्तः प्रजागर्तु तीव्राsनिशम्। 🚩*
उग्र वीरव्रती की भावना हम में उत्स्फूर्त होती रहे, जो उच्चतम आध्यात्मिक सुख एवं महानतम ऐहिक समृद्धि प्राप्त करने का एकमेव श्रेष्ठतम साधन है। तीव्र एवं अखंड ध्येयनिष्ठा हमारे अंतःकरणों में सदैव जागती रहे। 🚩

*6. विजेत्री च नः संहता कार्यशक्तिर्, विधायास्य धर्मस्य संरक्षणम्। परं वैभवं नेतुमेतत् स्वराष्ट्रं, समर्था भवत्वाशिषा ते भृशम्।। ३।। ।। भारत माता की जय।। 🚩*

हे माँ  तेरी कृपा से हमारी यह विजयशालिनी संघठित कार्यशक्ति हमारे धर्म का सरंक्षण कर इस राष्ट्र को वैभव के उच्चतम शिखर पर पहुँचाने में समर्थ हो। भारत माता की जय। 🚩

एक 36 वर्षीय भाई को केन्सर हुआ था जो लास्ट स्टेज पर था। अपनी अब तक की उम्र में इन्होने ना तो कभी गुटका, ना ही सिगरेट और नही पान व शराब का सेवन किया था, समय पर काम पर जाना, परिवार के साथ खुश रहना, उसका जीवन था, ना कोई बीमारी थी ना ही कोई चिन्ता।

*चेतावनी*

*एक 36 वर्षीय भाई को केन्सर हुआ था जो लास्ट स्टेज पर था। अपनी अब तक की उम्र में इन्होने ना तो कभी गुटका, ना ही सिगरेट और नही पान व शराब का सेवन किया था, समय पर काम पर जाना, परिवार के साथ खुश रहना, उसका जीवन था, ना कोई  बीमारी थी ना ही कोई चिन्ता।*
      *सिर्फ 2/3 दिन से पेट में दर्द शुरू होने के कारण डॉ. से सम्पर्क कर इलाज शुरू किया, परन्तु कोई फायदा ना होने के कारण बड़े डॉ. से मिले, वहां के डॉ. ने उनकी सभी रिपोर्ट निकलवाई तो पता चला कि पेट के आंतड़ियों में केन्सर हुआ है।*
     *डॉ. द्वारा इलाज की शुरूआत हुई, इलाज दरम्यान पूरी जमा पूंजी के साथ घर -बार बिक गया, परन्तु परिणाम स्वरूप उनकी मौत ही हुई। डॉ. ने परिवार से इनका अग्नि संस्कार ना कर, मानव सेवार्थ बोडी पर रिर्सच करने हेतु हॉस्पीटल में डोनेट करने की सलाह दी, परिवार में आपसी मंथन के बाद बॉडी को हॉस्पीटल में रिर्सच करने हेतु, डोनेट करने का निर्णय लेते हुए बॉडी को हॉस्पीटल में डोनेट की।*
     *रिर्सच के बाद पता चला कि प्लास्टिक में गरम खाना प्लास्टिक की बॉटल में पानी पीने से, उसमें से निकलने वाले केमिकल के कारण इन्हें केन्सर हुआ था, तब डॉ. द्वारा परिवार व साथियों से सम्पर्क कर उनके खान-पान के बारे में जांच की तो इस जांच से पता चला कि उन्हें चाय पीने की आदत थी। वे दिन में पाँच से छ: कप चाय पीते थे। तब यह भी पता चला कि जहाँ से चाय पीते थे वहाँ प्लास्टिक की थैली मे चाय आती थी और प्लास्टिक के कप में चाय दी जाती है।*
*अक्सर देखा गया है लोग प्लास्टिक की थैलियो में दूकान से गरम चाय गरम सब्जी या अन्य समान मंगवाने है वो ही खा लेते है या पी लेते है वो ही धीरे धीरे आपके शरीर मे केन्सर बनाता है।*
     *तब डॉ. द्वारा उनके साथ काम करने वाले साथियों का भी मेडिकल टेस्ट कराया तो पता चला कि उसके कई साथियों को केन्सर का असर है, तब डॉ. ने उन्हें केन्सर के इलाज की सलाह दी गई।*
     *हम सोचते है कि सरकार इतनी खराब, जो स्वास्थ्य के साथ ही साथ, पर्यावरण के लिए भी खतरनाक ही नही घातक है, उसके निर्माण करने की इजाजत कैसे दे देती है।* 
     *जहर बनाने की इजाजत  के साथ, सरकार प्लास्टिक का उपयोग ना करने के प्रचार पर भी करोडों रू. खर्च कर हमें समझाती है, परन्तु हम भी कहाँ समझते है, हम स्वंय भी तो अपना व अपने चाहने वालों को मौत की ओर ढकेलना का कार्य निर्भीक होकर कर रहे है, ना अपनी और ना ही परिवार की हमें चिन्ता है, बस मौत है।*
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दिनभर की बड़ी खबरों से शुरुआत करते हैं।*1- बांदा।* आयुक्त कैंप कार्यालय में वाटर कूलर स्थापित हुआ। जिसका शुभारंभ कमिश्नर आर0पी0 सिंह ने किया।#

*👉 दिनभर की बड़ी खबरों से शुरुआत करते हैं।
*1- बांदा।* आयुक्त कैंप कार्यालय में वाटर कूलर स्थापित हुआ। जिसका शुभारंभ कमिश्नर आर0पी0 सिंह ने किया।

*2- बांदा।* आयुक्त कैंप कार्यालय में इस वाटर कूलर की स्थापना इंडियन बैंक के सहयोग से सीएसआर फंड के अंतर्गत किया गया।

*3- बांदा।* जनपद में नगर निकाय चुनाव 2023 को सकुशल एवं निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराए जाने के अवसर पर पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने पुलिस कर्मियों के उत्साहवर्धन हेतु पुलिस लाइन में 16 मई की शाम में भोज का आयोजन किया।
     इस कार्यक्रम के दौरान कमिश्नर, आईजी, डीएम, सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम व पुलिस के सभी वरिष्ठ अफसर समेत पुलिस के जवान व अन्य कर्मचारी मौजूद होकर भोज का आनंद लिया।

*4- बांदा।* पुलिस अधीक्षक अभिनंदन व अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र ने जमीन में बैठे पंगत में प्रशासनिक अफसर व पुलिस जवानों को भोजन परोसा।

*5- नरैनी/बांदा।* डीएम के आदेश पर ब्लॉक क्षेत्र के सभी गांवों में 10-10 सोख्ता गढ्ढ़े बनाने का काम किया जा रहा है। साथ ही इन गढ्ढ़ो को पूरा करने के लिए डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने 31 मई तक पूर्ण करने के आदेश दिए

*6- पैलानी/बांदा।* पुलिस ने चोरी की घटना को अंजाम दिया जिसमें 3 लोग गिरफ्तार हुए।
     प्रमिता मैरिज हाल में हुई थी चोरी और चोरी का सामान मनोज तिवारी के यहां बरामद हुआ।

*7- बांदा।* सरस्वती बालिका विद्या मंदिर में समर कैंप का शुभारंभ हुआ।

*8- बांदा।* केसीएनआईटी कॉलेज ऑफ एजुकेशन के विद्यार्थियों द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया जिसमें प्राथमिक उपचार के बारे में जानकारी दी गई।

*9- बांदा* महर्षि कश्यप महासभा भारत के जिलाध्यक्ष श्याम मोहन धुरिया बने।

*10- बांदा।* देवा को मंडल पद से हटाया गया *: भाजपा जिला मीडिया प्रभारी आनंद स्वरूप द्विवेदी।*
    
*11- नरैनी/बांदा।* सीता समर्पण महाविद्यालय में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की वार्षिक सेमेस्टर परीक्षा के समय उड़ाका दल ने 3 छात्र व एक छात्रा को नकल करते हुए पकड़े लिया इसके बाद इन चारों को रिस्टीकेट कर दिया।

*12- पैलानी/बांदा।* 38 वर्षीय राजेंद्र की नदी में डूबने से मौत हो गई। केन नदी में नहाने राजेंद्र गया था। परिजनों ने हत्या का आरोपी लगाया।

*13- बबेरू/बांदा।* अंबेडकर नगर में रहने वाले 40 वर्षीय दयाराम मजदूर की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा।
        
*14- बांदा।* गुरेह गांव के पास सामने से आ रही स्कॉर्पियो ने मोटरसाइकिल सवार 26 वर्षीय कुलदीप को छोटा टक्कर मार दी जिससे उसकी मौत हो गई।
        
*15- गिरवां/बांदा।* कछारपुर गांव में किसी बात से नाराज होकर 18 वर्षीय गोलू ने जहरीला पदार्थ खा लिया।

*16- तिंदवारी/बांदा।* महुई गांव में घरेलू कलह से तंग आकर 22 वर्षीय रीना ने जहरीला पदार्थ खाकर जान देने का प्रयास किया।

*17- बिसंडा/बांदा।* माझीवां गांव में 28 वर्षीय दिनेश ने घरेलू कलह से तंग आकर जहरीला पदार्थ खा लिया।

      *(प्रकाश गुप्ता)*
*जिला संवाददाता- बांदा*

मेरे पैर तो कब्र में लटके हुये हैं -* *पर जो कहने जा रहा हूँ- उसे दुर्बल चित्त वाले नहीं पढ़ें तो ही अच्छा-!*

*मेरे पैर तो कब्र में लटके हुये हैं -*           
*पर जो कहने जा रहा हूँ- उसे दुर्बल चित्त वाले नहीं पढ़ें तो ही अच्छा-!*
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मैं नहीं चाहता, मां सरस्वती के आशीर्वाद से आधी रात को जागकर लिखी जाने वाली इस पोस्ट की गंभीरता और महत्त्व को वह समझ ही नहीं सकें-!
वैसे भी इस लेख में सामाजिक व राजनीति का मिश्रण है-
*हम हिंदुओं में यह महारोग भर चुका है कि जब तक माँ बाप जीवित होते हैं उस अवसर का लाभ स्वयं के भविष्य को शक्तिशाली बनाने की अपेक्षा मटरगश्ती और बेपरवाही में व्यय कर दिया जाता है..*
जबकि जब तक बाप कमा रहा है उसी अवधि में स्वयं को स्थापित करना बुद्धिमानी है..
लेकिन...नहीं तब मौजमस्ती करेंगे, "जो होगा देखा जायेगा" के डायलॉग मारेंगे -
*और जिन वर्जित गलियों में झांकना भी पाप है,एक बार कौतुक से ही सही, उधर टहल कर जरूर आयेंगे-!!* 
क्योंकि पापा सब सम्भाल लेंगे ना-!!
सुशांत सिंह एक उदाहरण है, वह परिवार के होते हुये भी परिवार से दूर रहा,अपने क्या होते हैं-?
अपनों के बीच होना क्यों जरूरी है-? परायों में अपने उपलब्ध रहना कितना जरूरी है'? बन्धु कौन है-?
*उत्सवे व्यसने प्राप्ते, दुर्भिक्षे शत्रु संकटे-*
*राजद्वारे श्मशाने च यो तिष्ठति स बन्धवः!!*
खुशी में, गम में, अभाव में, संकट में, राज काज में,मृत्युस्थल तक जो साथ दे वह हमारा अपना है-!!
हा दुर्भाग्य!! सुशांत भले इंजीनियरिंग पढ़ गये लेकिन पंचतंत्र का यह वाक्य नहीं पढ़े..
महत्त्व ही नहीं समझा,वह गलत लोगों से घिर गया और बेमौत मारा भी गया-  समृद्धि, सफलता और यौवन में अंधा वह स्वयं को शेर समझ बैठा जबकि वह "उस मासूम मृगछौने सा था जो कस्तूरी के नशे में मस्त है और चारों तरफ हिंस्रपशु उसे घूर रहे थे-
*आज राष्ट्रभक्त लोग अपने सर्वोच्च संरक्षण में है, इससे बेहतर स्थिति इससे पहले तो नहीं ही थी, भविष्य में भी शायद ही हो!!*
एक समय था जब- *भारत माता की जय* और *जय श्री राम* भी खुलकर नहीं बोल सकते थे-
*"मैं हिन्दू हूँ" ऐसा कहने में संकोच, तो किसी को डर होता था-*
पर देखो, आज तो विरोधी भी कोट पर जनेऊ पहन रहे हैं, कालनेमियों ने रामनामी ओढ़ रखी है- और मुद्राराक्षस के प्रभाव से निष्ठावान संगठन के अगुवाई करने लगते हैं.. जनता बहुत जल्दी समझ लेती है, मीडिया की मोनोपोली घट गयी है- सनातन के दुश्मन वामपंथी मंच से भगाये जा रहे हैं,सारे सेक्युलर पक्षाघात व हार्ट अटैक आ रहे हैं- 
या 
ब्राह्मणों को गाली देने वाले मूर्ति लगाने की बात कर रहे हैं-
हममें से बहुत लोग इसे ही सफलता का चरम समझ रहे हैं..
लेकिन पहले इतिहास से ऐसे अभियानों की प्रकृति तो समझिये-!!
केंद्र-राज्यों में सत्ता होते हुये भी हिन्दू की स्थिति सुशांत सिंह के जैसी ही है- वह मुग्ध भाव से एक चमचमाते मंच पर खड़ा एक मस्ती में जी रहा है- *जबकि उसके बिल्कुल नीचे, जिहादी, सेक्युलर, ईसाई और वामपंथी भेड़िये सर ऊँचा कर एकटक घूरे जा रहे हैं-!!*
कल्पना कीजिए कि- 
*कल को मोदी जी हमारे साथ ना रहे तो हमारी क्या दुर्गति होगी-?*
*आपको संकेत समझ नहीं आ रहे ना- या नहीं.. !!*
क्या नड्डा और अमितशाह के कार्य का अंतर दिखाई नहीं देता-?
क्या जिस विशाल लक्ष्य, कल्पना और अपेक्षा का मन में सोचते हैं वह मात्र दो-तीन लोगों से हो जायेगा-? 
क्या आपके पास इतना समय है-?
*क्या मोदी जी की उदासी, बढ़ी दाढ़ी, उनके कुछ भूतकाल के कथन, यह सब कुछ कह नहीं रहे-??*
आज उनके रहते हुए ही यह चारों ताकतें जिस दरिंदगी, कमीनेपन और निर्लज्जता से दुस्साहसी होकर हिंदुओं को कच्चा चबा जाने की दिन रात धमकी दे रहे हैं, एक छोटा सा अवसर मिलते ही यह और इनके पीछे की आसुरी शक्तियां पूरे वेग से टूट पड़ने वाली है-!!
बुद्धिमानी तो यह है कि इन बचे हुये कुछ वर्षों में हिन्दू इतना सबल हो जाये, इतना आक्रामक हो जाए, इतना आत्मनिर्भर हो जाये, इतना द्युतिमान बन जाये -
*कि तीन चार वर्षों में ही भेड़िये हतबल और हमारी चमक से चुंधिया कर बलहीन होकर नष्ट हो जायें-*
बहुत तेजी से हर मोर्चे पर सिद्धता प्राप्त कर ली जाये- परकोटे के घाव भर दिये जायें, कवच के बंध दृढ़ किये जायें,साम दाम दण्ड भेद पर साझा रणनीति तय कर दी जाये, अपनी जाहिर व छिपी कमजोरियों पर विजय प्राप्त की जाय-
 अनेक दिख रहे छिद्रों को बन्द किया जाय- 
*आखिर हम किस चीज का इंतजार कर रहे हैं-? सुरक्षा और रणनीति के विषय में क्यों नहीं सोचते-? क्यों छोटी छोटी दुर्बलताओं के वश में अपने सुयोग को दुर्योग बनाने पर तुले हैं-?*
व्यक्ति हमेशा नहीं रहता, हम आप भी नहीं रहने वाले- बाप हमेशा नहीं रहता, उसके जाते ही भार उठाना ही पड़ता है- 
यह तो सबने कहीं न कहीं देखा होगा कि "माँ-बाप के जीवित रहते जिन लोगों ने मटरगश्ती की और बाद में अचानक जिम्मेदारी आयी तो दिशायें शून्य हो गयीं", अपने पराये की पहचान ही न रही और बुरी गत देखकर दुनियां ने हँसी उड़ाई..
*कि...#डोकरा_गया_और_डेरा_बिखरा-!!*
डेरा बिखरते देर नहीं लगती सर जी- उसे संभाले रखना, भावी अनिष्ट से बचने की पूर्व तैयारी और पूर्व योजना बनाना भी समझदार लोगों का दायित्व है- 
गैर जिम्मेदार, शिकायती, काम बिगाड़ने वाले और रोंदू लोगों को दुनियां बाद में भी कुछ नहीं कहती- संसार यही पूछेगा- *कि तुम बैठे थे और तब भी यह हो कैसे गया-?*
●■●
*लम्हों ने खता की,सदियों ने सजा पायी-*
अवसर भी कभी कभी ही मिलता है, इतिहास के अनेक ऐसे प्रसंग हैं जब जरा सी असावधानी रखने के कारण पीढ़ियों तक रक्त के आंसू पीने पड़े- पर्वतारोही जानता है, जरा सी गलती की और हमेशा के लिये खाई में लुढ़क जायेगा- आज हरेक विशेषज्ञ इतिहास को लेकर यही भाषण देता है "अगर यह नहीं होता तो ऐसा होता, वैसा होता-!" भूल गये क्या-?
वह चूक करने वाले कौन थे-? 
किसके पूर्वज थे-? क्यों छोटी सी गलतियां भी नहीं सुधार सके-?
वह हम ही थे- आज जैसे ही, बेपरवाह, जो होगा देखा जायेगा..का भावुक, गैर जिम्मेदार वाक्य रटने वाले, समय के महत्व को ना समझ पाने वाले...कब तक देखा जायेगा-? क्यों देखा जायेगा-? अगर बाद में देखोगे, तो अभी क्यों नहीं देख लेते-!!
*जो पहले कीजै जतन सो पाछे फलदाय-*
*आग लगे खोदे कुआ कैसे आग बुझाय-*
और एक व्यक्ति कितना भी करे वह पर्याप्त नहीं होता-
जिन देशों को पेट्रोल आदि की पड़ी निधि मिली, वह भी सम्भाल के अभाव में दरिद्र हो गये, जबकि इजरायल जैसे देश के पास कुछ नहीं था पर वह सिरमौर हो गया-
जिन समाजों के लिये एक व्यक्ति ने अपने अवतारी पराक्रम से सूरज चांद तारे तोड़कर गोदी में भर दिये, सावधानी के अभाव में वह यादव भी लुट पिट कर बिखर गये थे- 
*जिस ब्रिटेन की जमीन पर कभी सूर्यास्त नहीं होता था, आज उसे अपने मैनचेस्टर को ही बचाये रखने में समस्या आ रही है-*
*समय को भरोसो कोनी, कद पलटी मार जाये सा-*
*केवल नरेंद्र मोदी के भरोसे कब तक-?*
*यह व्यक्ति अपने दम पर आपको इस युग का सर्वश्रेष्ठ दे रहा है-*
पैरों में बड़े बड़े पत्थर बंधे हैं फिर भी दौड़ रहा है-
हाथों को कई रस्मों रिवाजों, संवैधानिक प्रावधानों ने रोक रखा है, तो भी यह कार्यरत हैं- 
इस कड़वे सच को अंगीकार कीजिये कि अब मोदीजी बहुत कम वर्ष हमारे साथ रहेंगे- बुद्धिमानी दिखाइये.. 
मन को समझाइये कि हमेशा आज जैसी स्थिति नहीं रहने वाली,तब हमें क्या करना होगा-?
वही आज करें- अभी से तैयारी करें-
जो खुद कर रहे हैं, दूसरों को बतायें, सिखायें, समझायें कि क्या किया जा सकता है- और करना ही चाहिये..
*यह भी पूछें कि यह कैसे व कब तक होगा-?*
*कब तक बाप के माल पर मौज उड़ाते रहोगे-?*
                  🙏🏼
*-जय श्रीराम - वन्देमातरम-*

Monday 22 May 2023

मास्टर स्ट्रोक ही मास्टर स्ट्रोक!*

(अच्छा लगे, तो मीडिया के साथी *राजेंद्र शर्मा* का यह व्यंग्य ले सकते हैं। सूचित करेंगे, तो खुशी होगी।)

*मास्टर स्ट्रोक ही मास्टर स्ट्रोक!*
*(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)*

फटाफट क्रिकेट के आइपीएल सीजन का मोदी जी पर खूब रंग चढ़ा लगता है। तभी तो मास्टर स्ट्रोक पर मास्टर स्ट्रोक लगाए जा रहे हैं। बताइए, जापान-आस्ट्रेेलिया वगैरह की यात्रा पर मुश्किल से पांच छ: दिन के लिए गए होंगे। फिर भी जाते-जाते मास्टर स्ट्रोक पर मास्टर स्ट्रोक लगाते गए। एक नहीं, दो नहीं, कम से कम तीन-तीन मास्टर स्ट्रोक। और तीनों मास्टर स्ट्रोक, एक से बढक़र एक। बेशक, पब्लिक से पूछो तो शायद सबसे बड़ा मास्टर स्ट्रोक नोटबंदी-2 को ही बताएगी। पर दिल्ली की चुनी हुई सरकार से और संविधान के जानकारों से पूछो तो, दिल्ली के प्रशासन के मामलों से संबंधित अध्यादेश भी मोदी जी के दूसरे किसी मास्टर स्ट्रोक से घटकर नहीं है। और किरण रिजिजू को अगर कभी मुंह खोलने का मौका मिल गया, तो पक्का जानिए कि बंदा असली मास्टर स्ट्रोक अपने हाथ से कानून मंत्रालय छुड़ाए जाने और पृथ्वी का मंत्रालय थमाए जाने को ही कहेगा। कानून के आसमान से बंदे को पृथ्वी पर उतारा सो उतारा, पर चार दर्जन मंत्रियों में से एक बंदे के पर कतरने को भी क्या कोई मंत्रिमंडल मेें फेरबदल कहकर गिनवाता है। और ये तो वो मास्टर स्ट्रोक हुए, जो बिना याददाश्त पर जरा सा डोर डाले हमें याद आ रहे हैं। जो जरा सी छान-बीन करवाएंगे, मई के महीने के ही मोदी जी के दो-चार मास्टर स्ट्रोक तो खोज ही लाएंगे।

पर जैसे रिजिजू पर गाज बनकर गिरे मास्टर स्ट्रोक का असली कमाल रिजिजू को धरती दिखाने में ही नहीं, उसे मंत्रिमंडल में फेरबदल कहलवाने में है, उसी तरह नोटबंदी-2 में असली मास्टर स्ट्रोक, सात साल में दूसरी बार नोटबंदी किए जाने में ही नहीं, एक बार फिर नोटबंदी कर के भी उसे नोटबंदी नहीं, कुछ और मनवाना चाहने में है। यह सुपर-डुपर मास्टर स्ट्रोक नहीं तो और क्या है कि गोदी मीडिया बहसों पर बहसें करा रहा है कि ये जिसे नोटबंदी-2 कहा जा रहा है, यह नोटबंदी जैसी चीज दीखती जरूर है, पर है कुछ और। यह नोटबंदी की नकल से लेकर फेक नोटबंदी तक कुछ भी हो सकती है। यह ठीक-ठीक है क्या, यह भांति-भांति के विद्वानों के बीच विस्तृत छानबीन का विषय है। पर इतना पक्का है कि यह नोटबंदी नहीं है। और जब नोटबंदी ही नहीं है तो, पब्लिक की चिंताएं, परेशानियां, सब की बात करना ही बेमानी है। और तो और दो हजार का नोट तक बंद नहीं किया जा रहा है, उसे सिर्फ चलन से हटाया जा रहा है। यानी दो हजार का नोट बाकायदा नोट रहेगा, बस एक खास तारीख के बाद से बैंक, बाजार, लेन-देन वगैरह में चलेगा नहीं। इस बार मोदी जी ने नोटबंदी का नाम ही बदल दिया है। अब करते रहें लोग नोटबंदी का विरोध। नोटबंदी तो है ही नहीं।

दिल्ली के प्रशासन से संबंधित अध्यादेश वाला मास्टर स्ट्रोक भी, नोटबंदी वाले से किसी तरह पीछे नहीं है। अध्यादेश एकदम चमत्कारी है, जिसमें एक बार भी नहीं कहा गया है कि दिल्ली का बॉस लैफ्टीनेंट गवर्नर को बनाया जा रहा है, फिर भी उसी को दिल्ली का बॉस बनाया गया है। और वह भी कोई चोरी-छिपे नहीं, खुल्लम खुल्ला और सुप्रीम कोर्ट को अंगूठा दिखाते हुए, एलजी को जबर्दस्ती दिल्ली का बॉस बनाया गया है। सुप्रीम कोर्ट उखाड़ ले, जो उखाडऩा हो। पब्लिक किसी को भी चुनती रहे, बॉस तो वही बनेगा जिसे मोदी जी बनाएंगे। और अदालत का डर उन्हें कोई न दिखाए, न पब्लिक की अदालत का और न जजों वाली अदालत का। दिल्ली की चुनी हुई सरकार जब सात साल मुकद्दमा लडक़र भी उनसे जीत नहीं पायी, तो और चौहद-पंद्रह साल में भी क्या कर लेगी।                                                                                                   

*(व्यंग्यकार वरिष्ठ पत्रकार और साप्ताहिक 'लोकलहर' के संपादक हैं।)*

Sunday 21 May 2023

राजा सुहेलदेव और गाजीमियाँ

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राष्ट्वीर, धर्मरक्षक राजा सुहेलदेव का विजय अभियान (वैशाख शुक्ल अष्टमी श्रीसंवत् १०३४)

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सैय्यद सालार मसूद गाजी (गाजी मियाँ) का जन्म सन् १००० ई० के लगभग माना जाता है। इसके पिता का नाम सालार शाह गाजी था। गाजीमियाँ असंख्यों हिन्दुओं के हत्यारे मूर्तिभंजक तथा सोमनाथ मन्दिर को १७ बार लूटकर ध्वस्त करने वाले खूंखार आतंकी महमूद गजनवी का सगा भांजा था। महमूद गजनवी ने मरने से पहले गाजीमियाँ को भारत के मंदिरों में अकूत संपदा होने की बात बताई और मन्दिरों को लूटने की सलाह दी। महमूद गजनवी की मृत्यु के पश्चात अपने पिता सालार शाह गाजी के साथ एक बड़ी जेहादी सेना लेकर गाजी मियाँ भारत की ओर बढ़ा। दिल्ली, कन्नौज को लूटता हुआ गाजीमियाँ बाराबंकी पहुंचा। बाराबंकी स्थित सप्तऋषि आश्रम (गुरूकुल) उस समय शिक्षा का बहुत बड़ा केन्द्र था। गाजीमियाँ ने वहाँ पहुंचकर संतों, ऋषियों तथा गुरुकुल के छात्रों की नृशंस हत्या कर सप्तऋषि आश्रम पर अधिकार कर लिया और उसे अपनी सैन्य छावनी बनाया। गाजीमियाँ ने काशी विश्वनाथ के वैभव और संपदा की कहानियाँ पहले ही सुन रखी थी। अतः १०३४ ई० में अपने डेढ़ लाख की जेहादी सेना में से लगभग आधी सेना लेकर काशी की ओर चल पड़ा। गाजीमियाँ और उसकी क्रूर सेना रास्ते में पड़ने वाले गाँवों को लूटते हुए आगे बढ़ रही थी। गाजीमियाँ के रास्ते में पड़ने वाले हिन्दुओं को मार दिया जाता था तथा महिलाएँ उस जेहादी सेना की हवश का शिकार बनती थी। ये जेहादी उन महिलाओं के साथ तब तक बलात्कार करते थे जब तक कि वे मर नहीं जाती थी। इन म्लेच्छों ने हिन्दुओं की चार-चार साल की बेटियों को भी नहीं छोड़ा। जेहादियों का कहना था कि काफिरों की लड़कियों का बलात्कार इस्लाम में जायज है। इस तरह भीषण नरसंहार, बलात्कार करता तथा गाँवों को जलाता हुआ गाजीमियाँ काशी की ओर बढ़ रहा था। वह जिस गाँव से गुजरता उस गांव में कोई भी हिन्दू शेष न बचता रास्ते में जहाँ रात हो जाती थी, उसकी सेना वहीं तम्बू गाड़ देती थी। उसके तम्बू के आस-पास गाँव के सारे हिन्दू मार दिये जाते थे या इस्लाम कबूल करने की शर्त पर ही जिन्दा बचते थे। उस गाँव की सभी महिलाएँ रातभर इन म्लेच्छों के तम्बू में उस विशाल जेहादी सेना की हवस पूर्ति का साधन बनती थी। इसके अतिरिक्त उस गाँव के गाय, भैंस तथा अन्य पशु उस राक्षसी सेना का आहार बनते थे। बाराबंकी से अयोध्या के रास्ते गाजी की सेना लगातार काशी की ओर बढ़ रही थी। काशी से लगभग ३० कोस उत्तर में ही रात हो जाने के कारण गाजीमियाँ ने वहीं अपना तम्बू गाड़ दिया। जिस स्थान पर गाजीमियाँ ने अपना तम्बू गाड़ा  वहाँ पर शिवजी का एक भव्य मंदिर था। कहा जाता है उस स्थान पर भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती थी। मन की इच्छा पूर्ति होने के कारण ही उस शिवालय का नाम (मन+इच्छा) मनेच्छा महादेव पड़ा था। गाजीमियाँ ने वहाँ पहुँचकर सबसे पहले शिवजी के मंदिर को ध्वस्त किया और फिर उसके आस-पास के हिन्दुओं को जबरन मुसलमान बनाकर पशुओं को मारकर रात्रि विश्राम किया। संयोगकी बात है कि भारशिवि वंश के महान शिवभक्त श्रावस्ती नरेश राजा सुहेलदेव जो प्रत्येक वर्ष गंगा सप्तमी (वैशाख शुक्ल सप्तमी) को गंगा जी के जल से काशी विश्वनाथ का अभिषेक किया करते थे, अपनी छोटी सी सेना के साथ काशी से पूजन-अर्चन कर लौट रहे थे। काशी से २० कोस उत्तर में महर्षि जमदग्नि आश्रम के पास गोमती के तट पर उन्होंने सायंकाल अपना डेरा डाल दिया था, यह सोचकर कि प्रातः काल गोमती नदी पार की जायेगी। राजा सुहेलदेव ने आगे रास्ते में मे सुरक्षा की दृष्टि से अपने गुप्तचरों को गोमती के उस पार उत्तर की ओर भेज दिया। राजा सुहेलदेव और उनकी सेना रात्रि भोजन की तैयारी में जुट गये। अचानक गुप्तचरों ने आकर सूचना दी कि गोमती के १० कोस उत्तर में गाजीमियाँ नाम के खूंखार आतंकी ने अपना तम्बू गाड़ रखा है। उसके पास बहुत बड़ी जेहादी सेना है। इतना सुनते ही राजा सुहेलदेव ने तत्काल अपनी सेना को गोमती पार करने का आदेश दिया। राजा सुहेलदेव जानते थे कि सुबह होने पर गाजी को उसकी विशाल सेना के साथ हरा पाना सम्भव नहीं है।
इधर गाजी की सेना मनेच्छा के तम्बू में सो रही थी और उधर राजा सुहेलदेव अपनी सेना के साथ तेजी से बढ़े आरहे थे। गाजी को किसी अनिष्ट की आशंका नहीं थी, अतः वह अपनी सेना के साथ निश्चिंत होकर सो रहा था। राजा सुहेलदेव की सेना ने हरहर महादेव कहते हुए गाजी की सोयी हुयी सेना को गाजर-मूली की तरह काटना शुरू कर दिया। रात को अचानक हुए इस हमले मे गाजी की आधी सेना नष्ट हो गयी। मनेच्छा की इसी लड़ाई मे गाजी का बाप सालार शाह मारा गया। बाकी की बची सेना के साथ गाजी अपनी जान बचाकर उत्तर की ओर भागा। सुबह हो चुकी थी। मनेच्छा के उत्तर (वर्तमान में खेतासराय) में गाजी की भागती हुई सेना को राजा सुहेलदेव के वीर सैनिकों ने कुछ स्थानीय (अगल-बगल के गाँवों के) हिन्दू वीरों की सहायता से एकबार फिर चारों ओर से घेर लिया। अपनी जान बचाने के लिए गाजी की सेना ने भी पूरी ताकत से युद्ध किया, लेकिन राजा सुहेलदेव को तो स्थानीय हिन्दुओं का समर्थन मिल चुका था। जिस स्थान पर ये लड़ायी हुयी वह स्थान तुर्कों की लाशों से पट गया। अनेकों हिंदू वीर भी वीरगति को प्राप्त हुए। कहा जाता है कि धर्म और अधर्म के इस युद्ध मे उस समय "मानीकलाँ निवासी पंडित टूटेवीर उपाध्याय" भी राजा सुहेलदेव की ओर से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। लड़ाई का वह मैदान योद्धाओं के रक्त से लाल हो गया। धर्म और अधर्म के इस युद्ध की तुलना लोगों ने कुरुक्षेत्र (महाभारत) के युद्ध से की। तब से यह स्थान करूक्षेत्र के नाम से विख्यात हो गया। वर्तमान मे गुरखेत नाम इसी कुरूक्षेत्र का ही तद्भव रूप है। यहाँ से किसी तरह जान बचाकर गाजी अपनी शेष सेना के साथ उत्तर की ओर भागा, वह बाराबंकी स्थित अपनी सतरिख सैन्य छावनी तक पहुँचना चाहता था लेकिन राजा सुहेलदेव उसे श्रावस्ती की ओर ले जाना चाहते थे। अतः भागते-भागते गाजी बहराइच पहुँचा। सूचना पाकर गाजी की सेना ने बाराबंकी से बहराइच पहुँचकर गाजी की सहायता की। अब तो गाजी के पास राजा सुहेलदेव की अपेक्षा बहुत बड़ी जेहादी सेना थी। राजा सुहेलदेव ने भी आस-पास के हिन्दू राजाओं से धर्म के नाम पर सहायता माँगी। सभी हिन्दू राजाओं ने एक मत होकर राजा सुहेलदेव के नेतृत्व में गाजी की सेना से युद्ध किया। धर्म की जीत हुयी। अपनी सम्पूर्ण जेहादी सेना के साथ गाजी भी मारा गया। धर्म की विजय हुई थी, अतः वहाँ पर विजय उत्सव मनाया गया। उस समय हिन्दुओं की एकता को देखकर १५० वर्षों तक किसी मुस्लिम आक्रांता ने भारत की ओर आँख उठाकर देखने का भी दुस्साहस नहीं किया। कालान्तर में पुनः भारत पर तुर्कों का आक्रमण हुआ। इन तुर्कों ने राजा सुहेलदेव के विजय उत्सव को गाजी के विवाह उत्सव मे परिवर्तित कर दिया और बड़ी ही चालाकी से गाजी को देवता के रूप में प्रचारित करना प्रारम्भ कर दिया। साथ ही साथ यह भी अन्धविश्वास फैलाया कि गाजी की मजार पर आने वालों की सभी इच्छायें पूरी होती हैं। अन्धे, लूले-लंगड़े, कोढ़ी आदि ठीक हो जाते हैं। बाँझों को पुत्र मिल जाता है। इस प्रकार एक हत्यारा, बलात्कारी, कुकर्मी गाजी, गाजीबाबा के नाम से पूजा जाने लगा। गाजी की पूजा देखकर दुःखी तुलसीदास हिन्दुओं को समझाने का प्रयास करते हुए दोहावली में लिखते हैं--
लही आँख कब आन्हरो, बाँझपूत कब पाय।
कब कोढ़ी काया लही, जग बहराइच जाय।।

अब आप ही बतायें कि हमें क्या करना चाहिए, हमारी अपनी ही माँ-बहनों के बलात्कारी गाजीमियाँ की पूजा या हिन्दू हृदय सम्राट, राष्ट्रवीर, धर्मरक्षक राजा सुहेलदेव की जय-जयकार??
                                     --डॉ दिलीप कुमार सिंह/भास्कर तिवारी
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