*दिल्ली_*
*भारत मे हो रहे #G20 शिखर सम्मेलन में अपने स्पीच के दौरान तुर्की के राष्ट्रपति रज्जब तैय्यब एर्डोगन ने कहा–*
*"एक दुनिया, एक फैमिली, एक भविष्य, यह विचार बहुत अच्छा है!*
*लेकिन इस विचार को नुकसान तब पहुंचता है जब इस्लामोफोबिया, ज़ेनोफोबिया एक महामारी की तरह फैलने लगता है!*
*जब मुस्लिमों पर क्रूर हमला होता है,*
*तब बड़े बड़े लोकतंत्र वाले देश व मानवाधिकार आयोग, तीन बंदर बन जाते है–*
*न देखते है, न बोलते है, न सुनते हैं...*
*जिस तरह से कुरआन शरीफ की बेहुरमती की जाती है, यह अधिवक्ता की आज़ादी नही है, यह हेट क्राइम है!*
*यह सब देख कर अगर आप यह सोचते है कि हम चुप रहेंगे, तो यह बिल्कुल भी नही होगा!*
*जिन जिन देशों पर इस्लामोफोबिया को बढ़ावा देने का आरोप लग रहा है,*
*उन सभी देश को इस्लामोफोबिया के ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त कानून बनाना चाहिए, कानून में संशोधन करना चाहिए"!*
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