Tuesday, 23 January 2024

आज का न्यूनातम तपमैन 3.1 डिग्री सेल्सियस रहा अधितकम तपमान 17 से 18 डिग्री सेल्सियस होने की आशा है कल के बारे में अनुमान है की न्यूनतम तपमान और कम होगा जबकी अधितकम तपमान में थोड़ी सी वृद्धि होगी घना कोहरा बादल छाया रहेगा हल्की धूप होगी*

 *आज का न्यूनातम तपमैन 3.1 डिग्री सेल्सियस रहा अधितकम तपमान 17 से 18 डिग्री सेल्सियस होने की आशा है कल के बारे में अनुमान है की न्यूनतम तपमान और कम होगा जबकी अधितकम तपमान में थोड़ी सी वृद्धि होगी घना कोहरा बादल छाया रहेगा हल्की धूप होगी*

 *मौसम के मुख्य बिंदु 23 जनवरी तक महाभयंकर ठंड का पहला चक्र आज बीत जाएगा दूसरे चक्कर में 24 जनवरी से 31 जनवरी तक न्यूनतम तापमान लगभग स्थिर रहेगा जबकि अधिकतम तापमान में लगातार वृद्धि होगी 1 फरवरी से सहन करने लायक मौसम हो जाएगा*


 कारण हिमालय हिमाचल क्षेत्र से लगातार ठंडी सूखी पछुआ हवाओं का चलना इस समय हिमालय तिब्बत और हिंदू कुश पर्वत क्षेत्र में भयंकर सूखी ठंड पड़ रही है और सूखी हवाएं चल रही हैं इसके कारण ठंड और गलन चरम पर पहुंच गई है

उत्तरी ध्रुव अमेरिका कनाडा यूरोप रूस चीन जापान मंगोलिया और हिमालय क्षेत्र में लगातार प्रचंड बर्फबारी का होना और बर्फीले तूफानों का चलना जिसके कारण संपूर्ण उत्तरी गोलार्ध में ठंड शीतलहर और गलन चरम पर पहुंच गए हैं और अमेरिका यूरोप रूस चीन जापान कोरिया मंगोलिया तिब्बत अरब देशों में तो हाल बहुत ही खराब है जहां पर वह  याकूट्स ओमिकोव जैसे जगह में तापमान- 55 से - 75 डिग्री सेल्सियस के भयानक स्तर तक गिर चुका है और वह महा शीत की चादर चारों ओर फैल रही है और हाहाकार मचा हुआ है

 वर्षा का लगातार ना होना जिससे वातावरण में प्रदूषण और शुष्कता बढ़ गई है वर्षा होने पर प्रदूषण और गंदगी साफ हो जाती है जिससे कोहरा भी छत जाता है और सूर्य की किरणें धरती पर सीधे पड़ती हैं लेकिन इस बार वर्ष लगभग नहीं के बराबर होने से प्रचंड ठंड और शीतलहर और भी भयानक हो गई है

बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के ऊपरी सतह  का लगातार गर्म बना रहना और दक्षिण भारत में लगातार धूप का होते रहना जिस हवा का प्रवाह इस दिशा में हो रहा है इस वजह से समुद्र की हवा मैदानी क्षेत्रों में नहीं आ रही है जिससे हिमालय और उत्तरी ध्रुव की उत्तर पश्चिम की हवाएं उड़ीसा बंगाल और पूर्वोत्तर भारत तक भैरव टॉप पहुंच रही हैं

कोहरे का वायुमंडल के ऊपरी सतह में जमा हो जाना जिससे सूर्य की किरणें धरती तक नहीं पहुंच रही है सूर्य में लगातार तप नाभिकीय क्रियाओं का कमजोर होने से सूर्य के ताप का घटना और आकाशगंगा में पृथ्वी का सौर परिवार के साथ ठंडे स्थान में चक्कर काटना जो 31 जनवरी तक जारी रहेगा यह सभी स्थितियां 31 जनवरी तक रहेंगे इसके बाद मौसम में सुधार होना शुरू हो जाएगा इसलिए 26 जनवरी तक कीर्तिमान बनाने वाली ठंड और शीतलहर गैलन में कोई भी कमी नहीं होगी दोपहर में थोड़ी सी गर्मी बढ़ेगी

*आज की रात और कल का सुबह इस पूरे जाड़े के वर्ष का अर्थात दिसंबर जनवरी का सबसे ठंडा दिन और रात हो सकती है जब तापमान एक बार फिर 3 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे गिर जाएगा और संभावना है कि कल आधी रात के बाद तापमान 2.8 डिग्री के भयानक स्तर पर पहुंच जाएगा यदि अधिकतम तापमान में थोड़ा वृद्धि होगी और यह 18 से 19 डिग्री सेल्सियस हो जाएगा कोहरा और बादल प्रचंड ठंड और गलन तथा शीतलहर चरम पर पहुंच जाएंगे*

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