Friday 4 October 2024

बक्शो देवी की कहानी न केवल हिमाचल प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है। जब भी हम साहस और संघर्ष की बात करते हैं, बक्शो का नाम उन सबसे ऊपर आता है। उन्होंने न केवल अपने देश का नाम रोशन किया, बल्कि यह भी दिखाया कि कठिनाइयों के बावजूद, यदि इरादा मजबूत हो, तो सपनों को पूरा करना संभव है।

बक्शो देवी की कहानी न केवल हिमाचल प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है। जब भी हम साहस और संघर्ष की बात करते हैं, बक्शो का नाम उन सबसे ऊपर आता है। उन्होंने न केवल अपने देश का नाम रोशन किया, बल्कि यह भी दिखाया कि कठिनाइयों के बावजूद, यदि इरादा मजबूत हो, तो सपनों को पूरा करना संभव है।
उनकी सफलता की कहानी उस वक्त शुरू हुई जब उन्होंने ऊना जिले के इंदिरा स्टेडियम में 5000 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक जीता। यह उपलब्धि एक साधारण लड़की की extraordinary यात्रा को दर्शाती है। पेट में पथरी के दर्द और परिवार की आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद, उन्होंने कभी हार नहीं मानी। बक्शो की मां ने उनकी सभी परेशानियों का सामना करते हुए उन्हें इस काबिल बनाया कि वे अपने सपनों की ओर बढ़ सकें। उनकी मेहनत और संघर्ष ने न केवल उन्हें एक पदक दिलाया, बल्कि उन्होंने अपने क्षेत्र की अन्य लड़कियों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत किया है।

हालांकि, हाल ही में बक्शो ने एक बहुत दुखद घटना का सामना किया जब उन्होंने अज्ञात कारणों से जहरीला पदार्थ निगल लिया। यह घटना उनके परिवार और पूरे समुदाय के लिए एक झटके के समान थी। बक्शो की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें ईसपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया, और उनकी हालत गंभीर होने पर ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में रैफर कर दिया गया। इस मुश्किल समय में उनके परिवार का साथ उनके लिए महत्वपूर्ण रहा है। उनके प्रशंसक और शुभचिंतक भी उनके जल्द ठीक होने की कामना कर रहे हैं।

बक्शो देवी की कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में चुनौतियाँ आती हैं, लेकिन हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए। उनका साहस और आत्मविश्वास हमें प्रेरित करता है कि हम अपने लक्ष्यों के लिए हमेशा आगे बढ़ते रहें। उनकी उपलब्धियाँ और संघर्षों की कहानी यह बताती है कि जब हम अपने सपनों के प्रति समर्पित होते हैं, तो कोई भी बाधा हमें रोक नहीं सकती।

जयपुर राजस्थान में वर पक्ष की मांगो से आश्चर्यचकित हुआ वधु परिवार*

*जयपुर राजस्थान में वर पक्ष की मांगो से आश्चर्यचकित हुआ वधु परिवार*

विवाह पूर्व एक लड़के की अनोखी मांगों से लड़की वाले हैरान हैं।
☆लड़के की मांगों की चर्चा पूरे शहर में हो रही है।
☆यह मांगें दहेज को लेकर नहीं बल्कि विवाह संपन्न कराने के तरीके और अनुचित परंपराओं को लेकर हैं !!

मांगें इस प्रकार से हैं::

1🌹कोई प्री वैडिंग शूट नहीं होगा.
2🌹वधु विवाह में लहंगे की बजाय साड़ी पहनेगी.
3🌹मैरिज लॉन में ऊल जुलूल अश्लील कानफोड़ू संगीत की बजाय,हल्का इंस्ट्रूमेंटल संगीत बजेगा.
4🌹वरमाला के समय केवल वर वधु ही स्टेज पर रहेंगे.
5🌹वरमाला के समय वर या वधु को उठाकर उचकाने वालों को विवाह से निष्कासित कर दिया जायेगा.
6🌹पंडितजी द्वारा विवाह प्रक्रिया शुरू कर देने के बाद कोई उन्हें रोके टोकेगा नहीं.
7🌹कैमरामैन फेरों आदि के चित्र दूर से लेगा न कि बार- 2 पंडितजी को टोक कर.
ये देवताओं का आह्वान करके उनके साक्ष्य में किया जा रहा विवाह समारोह है. ना की किसी फिल्म की शूटिंग.
8🌹वर वधु द्वारा कैमरामैन के कहने पर उल्टे सीधे पोज नहीं बनाये जायेंगे.
9🌹विवाह समारोह दिन में हो और शाम तक विदाई संपन्न हो,जिससे किसी भी मेहमान को रात 12 से 1 बजे भोजन करने से होने वाली समस्या जैसे अनिद्रा, एसिडिटी आदि से परेशान ना होना पड़े। 
इसके अतिरिक्त मेहमानों को अपने घर पहुंचने में मध्य रात्रि तक का समय ना लगे और असुविधा ना हो। 
10🌹नवविवाहित को सबके सामने आलिंगन के लिए कहने वाले को तुरंत विवाह से निष्कासित कर दिया जायेगा.
11🌹विवाह में किसी प्रकार का मांस मदिरा वर्जित होगा, विवाह में देवी देवताओं का आवाह्न किया जाता है,मांस मदिरा देखकर देवी देवता रूष्ट होकर वर-वधु को बिना आशीर्वाद दिए चले जाते हैं।
12🌹विवाह के कार्ड बांटते समय और स्टेज पर लोगों से अग्रह किया जायेगा की वर वधु को दूल्हा दुल्हन न कहें और भोजन के लिये खाना जैसे गंदे शब्द प्रयोग नहीं करें।
13🌹रिसेप्शन में हरे भरे कबाब,वेज बिरियाणी जैसे शब्द नहीं लिखे जाएंगे,कबाब और बिरियानी हमेशा मांसाहारी होता है।
14🌹कैटरर या हलवाई सनातनी हिन्दु होगा,उसे साफ-2 बता दिया जायेगा सारे वेटर और कुक सनातनी होने चाहिये,इससे हम और अथिति थूक,मूत और पीप वाले भोजन से बचेंगे।
15🌹हलवे व अन्य वस्तुओं में नकली घी,नकली मक्खन का प्रयोग नहीं करेंगे।
16🌹नाई,हलवाई,मेकअप वाला/वाली,मेहंदी वाला/वाली,घोड़े वाला, फोटो ग्राफर,डी जे,टेंट वाला, लाइटिंग,गार्डन वाला,आदि सभी विवाह में सेवा देने वाले सनातनी हिंदू होने चाहिये। जिससे हमारे समतानी भाई संपन्न हो सकें और हमारे दिये पैसे का प्रयोग जिहाद में नहीं हो।

🌹ज्ञात हुआ है लड़की वालों ने लड़के की सभी मांगे सहर्ष मान ली है..!!

समाज सुधार करने के लिए सुंदर सुझाव.! सभी के लिए अनुकरणीय..!!

🙏🏻विवाह एक पवित्र बंधन है.. मर्यादाओं मे रहे ..🙏🏻अपनी पुरानी परंपरा ही ठीक है दिखावे से बचे।💐🙏🏻
आचार्य विश्व पति शुक्ल

ग्राम विकास अधिकारी पर जांच में 15 लाख रुपए हेराफेरी का आरोप**जांच में आरोप के बाद भी आगे की कार्यवाही औपचारिकता तक सीमित**एक बड़े नेता को फर्जी तरीके से बदनाम कर बचने का लगातार ड्रामा कर रहा ग्राम विकास अधिकारी*

*ग्राम विकास अधिकारी पर जांच में 15 लाख रुपए हेराफेरी का आरोप*

*जांच में आरोप के बाद भी आगे की कार्यवाही औपचारिकता तक सीमित*

*एक बड़े नेता को फर्जी तरीके से बदनाम कर बचने का लगातार ड्रामा कर रहा ग्राम विकास अधिकारी*

*कौशाम्बी* ग्राम पंचायत के विकास कार्य में 15 लाख 41 हजार रुपए से अधिक की रकम गलत तरीके से निकाल लिए जाने के मामले में जांच के दौरान दोषी पाने पर ग्राम विकास अधिकारी सतीश चौधरी को जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय ने कारण बताओं नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा था लेकिन नोटिस का जवाब ग्राम विकास अधिकारी ने नहीं दिया जिस पर फिर जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय ने नोटिस जारी कर दुबारा तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है लेकिन दोबारा भी 3 दिन बीत जाने के बाद ग्राम विकास अधिकारी सतीश चौधरी ने जवाब नहीं दिया है आखिर बार-बार जवाब मांगना और फिर जवाब ना देना अनुशासनहीनता के मामले में भी ग्राम विकास अधिकारी को अभी तक निलंबित नहीं किया गया है जिससे जिला पंचायत राज अधिकारी की भी भूमिका सवालों के घेरे में खड़ी हो गई है 15 लाख 41 हजार रुपए से अधिक की रकम गलत तरीके से फर्म को ट्रांसफर कर दिए जाने के मामले की जांच के दौरान अधिकारियों ने आरोप की पुष्टि तो कर दी लेकिन गलत तरीके से फर्म को ट्रांसफर की गई रकम की अभी तक वसूली नहीं हुई है ग्राम विकास अधिकारी सतीश चौधरी पर मुकदमा दर्ज करा करके इसकी गिरफ्तारी नहीं कराई गई है सरकारी खजाने में हेरा फेरी करने वाले भ्रष्टाचार में लिप्त ग्राम विकास अधिकारी को जेल नहीं भेजा गया है अभी तक इसे बर्खास्त नहीं किया गया है बताया जाता है कि बिगत कई वर्षों से ग्राम विकास अधिकारी लगातार भ्रष्टाचार में संलिप्त है और बार-बार बड़े नेताओ का नाम लेकर अधिकारियों पर रौब गांठता है जबकि यह बड़े नेता इसकी सिफारिश नहीं कर रहे हैं लेकिन रसूख वाले बड़े नेता का नाम आते ही अधिकारी भयभीत हो जाते हैं और इस ग्राम विकास अधिकारी के भ्रष्टाचार पर इसे दंडित नहीं कर पाते हैं जांच अधूरी लटक जाती है या फिर जांच की दिशा मोड़ करके गलत तरीके से जांच का निस्तारण कर दिया जाता है जिससे यह मनमानी पर उतारू है सवाल उठता है कि कौशांबी में कब तक भ्रष्टाचार के जड़ की दलदल में ग्राम विकास अधिकारी शामिल होकर सरकारी खजाने को चपत लगाते रहेंगे ग्राम विकास अधिकारी के इस कारनामे में ग्राम प्रधान भी पूरे हिस्सेदार हैं लेकिन ग्राम प्रधान के कारनामे पर भी उन्हें दंडित नहीं किया गया है

जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा 24 सितंबर 2024 को पत्रक संख्या 1948 जारी करते हुए सतीश चौधरी ग्राम विकास अधिकारी विकासखंड सिराथू को निर्देशित किया गया कि वह पत्र प्राप्ति के तीन दिवस के अंदर कार्यालय में अपना जवाब उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी कार्यालय को जवाब नहीं मिला है इसके पहले भी ग्राम विकास अधिकारी को पत्र भेज कर 3 दिन के भीतर जवाब मांगा गया था लेकिन उस बार भी विभाग को जवाब नहीं मिला ग्राम विकास अधिकारी सतीश चौधरी पर ग्राम पंचायत मलाक भायल में एक ही तिथि को 3 लाख 24 हजार पीएफएमएस प्रणाली प्रभावी होने के उपरांत भी गलत तरीके से निकासी का आरोप है इसी तरह ग्राम विकास अधिकारी सतीश चौधरी पर 12 लाख 17 हजार 679 रुपया कशिया पश्चिम ग्राम पंचायत में गलत तरीके से निकासी का आरोप है पीएफएमएस प्रणाली 1 अगस्त 2021 से प्रभावी होने के उपरांत भी फर्म को नियम विरुद्ध तरीके से धनराशि उपलब्ध कराने के संबंध में साक्ष्य सहित लिखित स्पष्टीकरण 3 दिन में मांगा गया था लेकिन जवाब नहीं दिया गया है दोबारा भी जवाब मांगे जाने के बाद भी जवाब न मिलने के बाद मुकदमा दर्ज करा कर गिरफ्तारी कराए जाने का प्रयास नहीं हुआ है 15 लाख 41 हजार से अधिक रकम की रिकवरी का आदेश जारी किए जाने और ग्राम विकास अधिकारी को जेल भेजे जाने की कार्यवाही ठंडे बस्ते में चली गई है जिससे जिले में सरकारी खजाना सुरक्षित नहीं दिखाई पड़ रहा है मॉनिटरिंग करने वाले जिला पंचायत राज अधिकारी और जिला विकास अधिकारी भी खजाना लूटने वाले ग्राम विकास अधिकारी को बचाने की कवायत में ज्यादा दिखाई पड़ रहे हैं

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*25 अधिकारियों ने 81 प्राथमिक उच्च प्राथमिक विद्यालयो का किया निरीक्षण*

 *जिलाधिकारी खण्ड शिक्षाधिकारी-कड़ा, चायल, सिराथू एवं कौशाम्बी को शो-काज नोटिस जारी करने के दियें निर्देश*

*अधिशासी अभियंता-सिंचाई, अधिशासी अभियंता आरईडी एवं जिला आबकारी अधिकारी को सही आख्या प्रस्तुत न करने एवं भ्रमित रिपोर्ट देने पर शो-काज नोटिस जारी करने के निर्देश-डीएम*

*कौशाम्बी* जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी के निर्देश के क्रम में शुक्रवार को जनपद के 25 जिलास्तरीय अधिकारियों द्वारा कुल 81 प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयो का निरीक्षण किया गया, जिसकी आख्या रिपोर्ट की समीक्षा जिलाधिकारी द्वारा उदयन सभागार में की गई।  
     
जिलाधिकारी ने निरीक्षण करने गये सभी जनपदस्तरीय अधिकारियों से एक-एक कर रिपोर्ट की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने छात्र उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, मि-डे-मील की गुणवत्ता एवं बच्चों के लर्निंग लेबल विषय पर जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान विकास खण्ड-कड़ा, चायल, सिराथू एवं कौशाम्बी के कुछ विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति एवं मि-डे-मील की गुणवत्ता में कमी पाये जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए खण्ड शिक्षाधिकारी-कड़ा, चायल, सिराथू एवं कौशाम्बी को शो-काज नोटिस जारी करने के निर्देश दियें।
       
जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता-सिंचाई, अधिशासी अभियंता आरईडी एवं जिला आबकारी अधिकारी को सही  आख्या न प्रस्तुत करने एवं भ्रमित रिपोर्ट देने पर शो-काज नोटिस जारी करने के निर्देश दियें।इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, उपयुक्त स्वरोजगार व बेसिक शिक्षा अधिकारी मौजूद रहे

*सुबोध केसरवानी अखंड भारत संदेश समाचार पत्र मंझनपुर कौशाम्बी*

जिला विधिक सेवा प्रतिरक्षा तंत्र एक नए सुनहरे युग का सूत्रपात/क्या है जिला विधिक सेवा प्राधिकरण

जिला विधिक सेवा प्रतिरक्षा तंत्र एक नए सुनहरे युग का सूत्रपात 

डॉक्टर दिलीप कुमार सिंह डिप्टी चीफ डिफेंस काउंसिल जनपद न्यायालय जौनपुर 

प्रस्तावना
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  भारत के न्याय प्रणाली में इस समय दिन दूनी रात चौगुनी लंबित मुकदमों की संख्या बढ़ती चली जा रही है आकडों और अनुमान के अनुसार इस समय जनपद न्यायालय उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में 6 करोड़ से अधिक मुकदमे लंबित हैं इसमें भी अधिकांश मुकदमे उन पीड़ित प्रताड़ित लोगों के गरीब महिलाओं के और अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ी जातियों के हैं जो विभिन्न कारण से जेल में बंद है जिसमें से लाखों करोड़ों तो ऐसे हैं जिनकी आज तक जमानत भी प्रस्तुत नहीं हुई है और लाखों लोग जमानत पाने के बाद भी जेल में बंद है इन सब करण को देखते हुए सन 2019 में प्रयोग के तौर पर भारत के कुछ स्थानों पर जिला विधिक सहायता प्रतिरक्षा तंत्र का सूत्रपात किया गया जो जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अंतर्गत संपूर्ण देश में काम करता है

क्या है जिला विधिक सेवा प्राधिकरण


 सन 1980 के आसपास की संख्या बहुत अधिक हो गई तब एक ऐसी न्याय प्रणाली की आवश्यकता पर विचार किया गया जो सरल हो सुलभ हो सस्ती और त्वरित रूप से मुकदमों का निस्तारण करने में सक्षम और यह तत्कालीन प्रसिद्ध न्यायविद पी कृष्ण अय्यर और पी एन भगवती  के नेतृत्व में विधिक सेवा प्राधिकरण का सूत्रपात हुआ और 1987 में विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम बनने के साथ राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नालसा की स्थापना हुई कालांतर में इसका विस्तार पूरे भारत में किया गया और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण सालसा और फिर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण डालना  की स्थापना की गई जो अब तहसील से लेकर ग्राम स्तर तक विस्तृत हो चुका है इस वैकल्पिक न्याय प्रणाली में हर प्रकार के सिविल प्रकरण के मुकदमों का और लघु अपराधों का सुलह समझौते के आधार पर निस्तारण किया जाता है जिसके अंतर्गत मध्यस्थता केंद्र  पैनल लायर रिटेनर फ्रंट ऑफिस पैरा लीगल वालंटियर और वैवाहिक प्री लिटिगेशन एवं अन्य तमाम तंत्रों की स्थापना की गई जिसके द्वारा प्रतिवर्ष देश में करोड़ों मुकदमा का निस्तारण वैकल्पिक न्याय  प्रणाली के अंतर्गत सुलह समझौते के आधार पर किया जाता है
वैकल्पिक न्याय प्रणाली पर एक उच्च कोटि का लेख 

मगध सम्राट बिंन्दुसार ने एक बार अपनी सभा मे पूछा : देश की खाद्य समस्या को सुलझाने के लिए सबसे सस्ती वस्तु क्या है ?

*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳*


*💐💐मांस का मूल्य💐💐*


मगध सम्राट बिंन्दुसार ने एक बार अपनी सभा मे पूछा : 

देश की खाद्य समस्या को सुलझाने के लिए 

सबसे सस्ती वस्तु क्या है ?

मंत्री परिषद् तथा अन्य सदस्य सोच में पड़ गये ! चावल, गेहूं, ज्वार, बाजरा आदि तो बहुत श्रम के बाद मिलते हैं और वह भी तब, जब प्रकृति का प्रकोप न हो, ऎसी हालत में अन्न तो सस्ता हो ही नहीं सकता !

तब शिकार का शौक पालने वाले एक सामंत ने कहा :
राजन, 

सबसे सस्ता खाद्य पदार्थ मांस है, 

इसे पाने मे मेहनत कम लगती है और पौष्टिक वस्तु खाने को मिल जाती है । सभी ने इस बात का समर्थन किया, लेकिन प्रधान मंत्री चाणक्य चुप थे । 

तब सम्राट ने उनसे पूछा : 
आपका इस बारे में क्या मत है ? 

चाणक्य ने कहा : मैं अपने विचार कल आपके समक्ष रखूंगा !

रात होने पर प्रधानमंत्री उस सामंत के महल पहुंचे, सामन्त ने द्वार खोला, इतनी रात गये प्रधानमंत्री को देखकर घबरा गया ।

प्रधानमंत्री ने कहा : 
शाम को महाराज एकाएक बीमार हो गये हैं, राजवैद्य ने कहा है कि किसी बड़े आदमी के हृदय का दो तोला मांस मिल जाए तो राजा के प्राण बच सकते हैं, इसलिए मैं आपके पास आपके हृदय  का सिर्फ दो तोला मांस लेने आया हूं । इसके लिए आप एक लाख स्वर्ण मुद्रायें ले लें ।

यह सुनते ही सामंत के चेहरे का रंग उड़ गया, उसने प्रधानमंत्री के पैर पकड़ कर माफी मांगी और 

उल्टे एक लाख स्वर्ण मुद्रायें देकर कहा कि इस धन से वह किसी और सामन्त के हृदय का मांस खरीद लें ।

प्रधानमंत्री बारी-बारी सभी सामंतों, सेनाधिकारियों के यहां पहुंचे और 

सभी से उनके हृदय का दो तोला मांस मांगा, लेकिन कोई भी राजी न हुआ, उल्टे सभी ने अपने बचाव के लिये प्रधानमंत्री को एक लाख, दो लाख, पांच लाख तक स्वर्ण मुद्रायें दीं ।

इस प्रकार करीब दो करोड़ स्वर्ण मुद्राओं का संग्रह कर प्रधानमंत्री सवेरा होने से पहले वापस अपने महल पहुंचे और समय पर राजसभा में प्रधानमंत्री ने राजा के समक्ष दो करोड़ स्वर्ण मुद्रायें रख
 दीं । 

सम्राट ने पूछा :  
यह सब क्या है ? 
तब प्रधानमंत्री ने बताया कि दो तोला मांस खरिदने के लिए 

इतनी धनराशि इकट्ठी हो गई फिर भी दो तोला मांस नही मिला ।

राजन ! अब आप स्वयं विचार करें कि मांस कितना सस्ता है ?

जीवन अमूल्य है, हम यह न भूलें कि जिस तरह हमें अपनी जान प्यारी है, उसी तरह सभी जीवों को भी अपनी जान उतनी ही प्यारी है। लेकिन वो अपना जान बचाने मे असमर्थ है।

और मनुष्य अपने प्राण बचाने हेतु हर सम्भव प्रयास कर सकता है । बोलकर, रिझाकर, डराकर, रिश्वत देकर आदि आदि । 

पशु न तो बोल सकते हैं, न ही अपनी व्यथा बता सकते हैं । 

तो क्या बस इसी कारण उनसे जीने का अधिकार छीन लिया जाय ।

शुद्ध आहार, शाकाहार !
मानव आहार, शाकाहार !


*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, पर्याप्त है।।*

Thursday 3 October 2024

सभी मांस विक्रेता एवं कंपनी नवरात्रि के चलते विक्रय बंद रखें फरहत अली खान*

*सभी मांस विक्रेता एवं कंपनी नवरात्रि के चलते विक्रय बंद रखें फरहत अली खान* 
अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खान ने कहा कि हिंदू धर्म में चलने वाले नवरात्र का एहतेराम करते हुए सभी प्रकार के मास की दुकाने बंद करने की अपील की है । साथ ही जो होटल नॉनवेज परोसते हैं वह भी इस बात का विशेष ध्यान रखें की चिकन या मटन दुकानों के बाहर लटका कर नहीं बेचे । इस्लाम में साफ-साफ कहा गया है की हर धर्म का सम्मान करना मुसलमान पर फर्ज है किसी की भी व्यक्तिगत या धार्मिक भावनाएं अगर हमसे आहत होती हैं तो उसका पाप यानी अज़ाब मिलेगा । अभी देखने में आया है की कुछ मास विक्रेता दुकान तो बंद किए हुए हैं लेकिन सड़क पर खड़े होकर हर व्यक्ति से पूछ रहे हैं की क्या मांस चाहिए।  प्रशासन इस और ध्यान दें कि उनके पास मास किस कंपनी और किस माध्यम से पहुंच रहा है । जो कानून और सरकार के आदेशों का उलंघन कर रहे हैं।
फरहत अली खान 
राष्ट्रीय अध्यक्ष मुस्लिम महासंघ

स्वास्थ्य का खजाना : मेथीदाना , फायदे जानकर आप हो जायेंगे हैरान...🔹*

*🔹स्वास्थ्य का खजाना : मेथीदाना , फायदे जानकर आप हो जायेंगे हैरान...🔹*

*🔸मेथी सस्ती व सर्वत्र सुलभ होने के साथ साथ हमारे स्वास्थ्य की परम मित्र भी है । मेथीदाना तीखा, उष्ण, वात, कफनाशक, पित्तवर्द्धक, पाचकशक्ति बढाने वाला, ह्रदय के लिए हितकर व बलवर्धक है ।*

*🔸यह ज्वर, उलटी, खाँसी, अरुचि, बवासीर, कृमि व क्षयरोग को नष्ट करता है । मेथीति हिनस्ति वातकफ ज्वरान् । वायु कफ व ज्वर का नाश करने के कारण मेथिका कहते हैं ।*

*🔸मेथीदाना पुष्टिकारक, शक्ति और स्फूर्तिदायक टॉनिक है । पुराने जमाने में जब सीमेंट का आविष्कार नहीं हुआ था, तब भवन निर्माण में चूने के साथ पीसी मेथी का उपयोग किया जाता था, जिससे भवन की मजबूती बढ़ जाती थी ।*

*🔸ऐसे ही रोज सुबह शाम १ से ३ ग्राम मेथी पानी में भिगोकर, चबा के या छाया में सुखाकर, पीस के खाने से घुटने व शरीर के जोड़ों का दर्द नहीं होता, जोड़ मजबूत रहते हैं तथा जीवनभर गठिया, आमवात, लकवा, मधुमेह, रक्तचाप आदि रोगों के होने की संभावना बहुत कम हो जाती है ।*

*🔸इसके नित्य सेवन से पेट बड़ा नहीं होता, मोटापा नहीं आता । मेथीदाना दुबलापन भी दूर करता है ।*

*🔸सुबह शाम इसे पानी के साथ निगलने से कैसा भी कब्ज हो, दूर हो जाता है । यह आँतों का परिमार्जन कर पेट को निरोग बनाता है, गैस को नष्ट करता है ।*

*🔸इसकी मूंग के साथ सब्जी बनाकर भी खा सकते हैं । यह मधुमेह के रोगियों के लिए खूब लाभदायी है ।*

*🔸सावधानी : मेथीदाने का सेवन पित्तजन्य रोगों में तथा उष्ण प्रकृति वालों को नहीं करना चाहिए ।*

*🔹शुष्क आँखों (dry eye) के लिए अनुभूत प्रयोग🔹*

*🔸(१) आश्रम द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराये जानेवाले नेत्रबिंदु का उपयोग करें ।*
 *🔸(२) शुद्ध शहद व गुलाबजल दिन में १-२ बार डालने से भी लाभ होता है ।*

*🔹फटी एड़ियों से पायें निजात🔹*

*🔸अधिक समय तक पैर पानी में भीगे रहना, ठीक से सफाई न होना, मिट्टी में काम करना, शरीर में कैल्शियम की कमी होना आदि कारणों से एड़ियाँ फट जाती हैं ।*

*🔸उपाय : नींबू का रस, गुलाब जल व अरंडी के तेल का मिश्रण १-१ चम्मच रोज रात को फटी हुई एड़ियों पर लगायें ।*

*🔸 १-१ चम्मच शुद्ध मोम व घी या सरसों का तेल गर्म करके रूई से १-१ बूँद फटी एड़ियों पर टपकायें, इससे सिंकाई भी हो जायेगी । थोड़ा दर्द अनुभव होगा किंतु बाद में आराम मिलेगा । यह प्रयोग रोजाना तब तक करें, जब तक एड़ियाँ पूरी तरह ठीक न हो जायें ।*

🙏🚩🙏
~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*

*⛅दिनांक - 03 अक्टूबर 2024*
*⛅दिन - गुरुवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - शरद*
*⛅मास - आश्विन*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - प्रतिपदा रात्रि 02:58 अक्टूबर 04 तक तत्पश्चात द्वितीया*
*⛅नक्षत्र - हस्त दोपहर 03:32 तक तत्पश्चात चित्रा*
*⛅योग - इंद्र प्रातः 04:28 अक्टूबर 04 तक तत्पश्चात वैधृति*
*⛅राहु काल - दोपहर 01:57 से दोपहर 03:27 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:35*
*⛅सूर्यास्त - 06:22*
*⛅दिशा शूल - दक्षिण दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:55 से 05:44 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:05 से दोपहर 12:52 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:04 अक्टूबर 04 से रात्रि 12:53 अक्टूबर 04 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण -शारदीय नवरात्रि प्रारम्भ, घट स्थापना दिवस, महाराज अग्रसेन जयंती*
*⛅विशेष - प्रतिपदा को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा, पेठा) न खाएं क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34

Wednesday 2 October 2024

आश्विन माह की शारदीय नवरात्रि**इस वर्ष मां आदिशक्ति भगवती दुर्गा की शारदीय नवरात्रि क्वार माह के उजाले पक्ष प्रथम दिन के साथ 3 अक्टूबर को पिंगल संवत्सर के साथ शुरू हो रही है तदनुसार विक्रम संवत 2081 शक संवत 1945 और कलि संवत 5126श्री कृष्ण संवत 5250 कलयुग संवत 432000 द्वापर संवत 864000 त्रेता संवत 17 38000 हजार और सतयुग संवत 3476000 वर्ष हैं एलपी

 
* आश्विन माह की शारदीय नवरात्रि*
*इस वर्ष मां आदिशक्ति भगवती दुर्गा की शारदीय  नवरात्रि   क्वार माह के  उजाले पक्ष प्रथम दिन के साथ 3 अक्टूबर  को पिंगल संवत्सर के साथ शुरू हो रही है तदनुसार विक्रम संवत 2081 शक संवत 1945 और कलि संवत 5126श्री कृष्ण संवत 5250  कलयुग  संवत  432000 द्वापर संवत 864000  त्रेता संवत 17 38000 हजार और सतयुग संवत 3476000 वर्ष हैं 

यह वर्ष बड़ा ही शुभ और पावन है यह नवरात्र गुरुवार से लग रहा है और शुक्र 11 अक्टूबर को समाप्त हो रहा है सबसे बड़ी बात यह नया वर्ष हस्त नक्षत्र में परमपावन और फलदाई है इस वर्ष का राजा मंगल और मंत्री शनिदेव हैं और इस वर्ष की नवरात्रि 3 अक्टूबर से से से शुरू होकर 11 अक्टूबर तक चलेगी पूरे 9 दिन की नवरात्रि हैं जबकि 12 अक्टूबर को विश्व प्रसिद्ध विजयदशमी या दशहरा त्योहार है* 

* कलश स्थापना और पूजा पाठ विधान* 

*महा नवरात्रि में महालक्ष्मी महाकाली महासरस्वती की पूजा अर्चना विशेष रुप से की जाती है शारदीय नवरात्र का अर्थ है नवरात्रों का दिन जिसमें शक्ति की आराधना की जाती है यह भगवान श्री राम के द्वारा त्रेता युग में विशेष लोकप्रिय हुई जब उन्होंने शक्ति की 9 दिन पूजा कर दसवें दिन पारण करके तीनों लोकों के विजेता रावण जो अन्य अत्याचार सत्य का प्रतीक था को विजयादशमी के दिन मार गिराया और फिर भगवती सीता और संपूर्ण वानर सेवा के साथ कार्तिक माह की अमावस्या को अयोध्या पहुंच गए 

जहां तक  कलश स्थापना का समय है वह सुबह 4:09 से5:07  तक फिर 9:40 से 11:50 बजे सुबह देवगुरु बृहस्पति की दृष्टि के कारण यह लगन बहुत बलशाली है तक है कलश स्थापना के बाद भगवान गणेश और मां दुर्गा की आरती से शुरुआत करते हुए अपना पूजन पाठ हवन हवन आरंभ करें और कर्म से मां शैलपुत्री मां ब्रह्मचारिणी मां चंद्रघंटा मां कुष्मांडा मां स्कंदमाता मां कात्यायनी मां कालरात्रि माता महागौरी और मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना करते हुए शुद्ध और पावन विचारों के साथ नवरात्रि बिताएं और तेल मसालों तली-भुनी चीजों का प्रयोग न करें या तो कम से कम करें

 शरीर और स्वास्थ्य के अनुसार 9 दिन या 1 दिन का व्रत रखें विशेषकर जो लोग असाध्य बीमारी या गैस इत्यादि रोगों से ग्रस्त हैं बाल वृद्ध या गर्भवती हैं उन्हें एक दिन का ही पूजा-पाठ उपवास बहुत है क्योंकि 9 दिन निराहार रहने से कोई विशेष लाभ नहीं होगा अगर मन में आंतरिक पवित्रता और शुचिता ना हो और कम से कम एक बुरी आदत और एक बुरे स्वभाव अवश्य  छोड़कर एक सत्कर्म ग्रहण करें जबरदस्ती पूजा पाठ करने से कोई लाभ नहीं होता जब तक की मन वचन कर्म से शुद्ध और सदाचारी ना हो जाए*

* *देवी दुर्गा का आगमन पालकी पर और प्रस्थान मुर्गा अरूण शिखा पर होगा*

*इस वर्ष माता रानी का आगमन पालकी पर सवार होकर हो रहा है और प्रस्थान मुर्गा पर होगा इसका अर्थ  यह है कि यह देश-विदेश में युद्ध हिंसा उन्माद आतंकवादी रोग और बीमारियों का तथा अस्त्र-शस्त्रों से भीषण विनाश ज्वालामुखी विस्फोट भूकंप आगमन प्राकृतिक आपदाओं का सूचक है नवरात्रि के एक दिन पहले ही इजरायल अरब देशों में रूस यूक्रेन में भीषण युद्ध से विश्व युद्ध का खतरा हो जाएगा पूरे नवरात्रि भर पूरी दुनिया और भारत में हिंसा उन्माद रोग शोक बीमारियों आतंकवादी मारकाट की प्रधानता रहेगी जैव रासायनिक परमाणु युद्ध भी हो सकता है जबकि मुर्गा पर प्रस्थान का अर्थ है बड़ी-बड़ी आपदा और विभीषिका अनगिनत लोगों की हत्या मार काट के बाद अंत में बड़े-बड़े महा शक्तियों के हस्तक्षेप से समाप्त हो सकती है और विश्व युद्ध जैव रासायनिक परमाणु युद्ध का खतरा बहुत अधिक होगा* 

*नौ देवियों का होता है पूजा अर्चन*

*जैसा कि सभी जानते हैं कि इस नवरात्रि में पहले दिन देवी शैलपुत्री दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा चौथे दिन देवी कुष्मांडा पांचवें दिन देवी स्कंदमाता छठे दिन देवी कात्यायनी सातवें दिन देवी कालरात्रि आठवें दिन देवी महागौरी और नौवे दिन सिद्धिदात्री देवी का पूजा पाठ हवन अनुष्ठान किया जाता है और हर शक्ति अपने में एक विशिष्ट अर्थ रखते हैं सृष्टि के निर्माण पालन और विकास तथा सृष्टि को आगे और पीछे ले जाने में इन सभी शक्तियों का अपना-अपना महत्व होता है जो देवताओं और मनुष्यों की सहायता से पालन सृजन और संहार करती हैं* 

*पूजा पाठ की कैसे करें तैयारी*

*जिस स्थान पर कलश या घट की स्थापना करनी है सबसे पहले उसे गाय के गोबर से लीप दें अगर यह संभव न हो तो उसे गंगाजल मिलाकर जल से स्वच्छ कर ले बड़े मिट्टी के दीपक में जौ बो दें और पूजा के स्थान पर इस बड़े मिट्टी के पात्र को स्थापित करें और अपनी इच्छा के अनुसार मिट्टी का तांबे का चांदी का या सोने का कलश लें पानी डालकर गंगाजल मिलाकर इसमें खड़ी सुपारी सिक्का हल्दी की गांठ  डालकर कल कलश के ऊपर पान का पत्ता अशोक का पत्ता या आम के पत्ते के साथ नारियल रख दें और कलश को पूजा के स्थान पर स्थापित कर दें कलश के नीचे थोड़ा सा गेहूं या जौ भी रखें अबीर कुमकुम फूल चावल से कलश की पूजा करें सबसे पहले गणेश जी फिर माता रानी का सभी ग्रहों का आवाहन करें 

इस बात का ध्यान रखें की 9 दिनों तक पूजा स्थल पर अंधेरा न होने दे घर को सूना ना छोड़े या तो सुबह शाम दीपक जलाएं यदि अखंड ज्योति जलाते हैं तो नियम से उसे ढक कर रखें या तेल या घी डालते रहे जो 9 दिनों तक जलनी चाहिए साफ सफाई रखें प्याज लहसुन मांस मदिरा तामसिक चीजों का भोजन भूल कर न करें पहले प्रयास किया करें कि 9 दिन तक गलत कार्य छूट बोलना नशा और मदिरापान करना और सभी अन्य गलत कार्य करने से खुद को रोकना और बाद में जीवन भर इसका अनुपालन करना है*

*उपसंहार*

* दुनिया के सभी धर्म में केवल सनातन धर्म भी ऐसा है जहां पर स्त्री की पूजा की जाती है नारी को देवी का रूप माना जाता है और सृष्टि का निर्माण नारी ही कर सकती है ऐसा विज्ञान भी सिद्ध कर चुका है और अनेक जीवन देने वाले जंतु और पादप वनस्पतियां स्त्री होकर भी स्त्री पुरुष दोनों का कार्य कर लेती हैं जबकि पुरुष द्वारा ऐसा संभव नहीं है विशेष नवरात्रि के अवसर पर धरती सूर्य और नवग्रह की स्थितियां और वातावरण भी विशेष होता है इस कालखंड में पूजा पाठ व्रत अनुष्ठान करने से जहां शारीरिक रोग व्याधि खत्म होती है वहीं मानसिक शांति मिलती है और शरीर की आंतरिक प्रणाली अपने आप सही हो जाती है और व्यक्ति में सदाचार नैतिकता फौजी और तेज एवं स्वयं को नियमित करने का शुभ अवसर मिलता है नारी के नौ रूप संपूर्ण सृष्टि में व्याप्त है जो कहीं मन है तो कहीं महाकाली है कहीं कन्या है तो कहीं तपस्या की साक्षात मूर्ति है और शक्ति के बिना शिवा इस तरह अधूरे हैं जिस तरह शरीर में प्राण न होने पर शरीर मृतक माना जाता है 

वैज्ञानिक रूप से जब तक प्रोटॉन और न्यूट्रॉन होता है तब तक वह उदासीन रहता है और इलेक्ट्रॉन जो ऋण आत्मक शक्ति नारी का प्रतीक है उसके आने से ही सृष्टि निर्माण संभव होता है इस प्रकार भारत के वह ऋषि मुनि विद्वान मनीषी और पंडित धन्य है जिन्होंने इतने महान पर्व का सृजन किया है जिस तरह घर पर किसी के आगमन से हर्ष और विदाई पर विषाद होता है वही हालत माता रानी का भी होता है और सच्चे भक्त तो रो पड़ते हैं और विधि विधान से नवरात्रि व्रत करने वालों को निश्चित रूप से देवी का दर्शन होता है 



शारदीय नवरात्रि पर प्रकाशित करने हेतु पूर्ण वैज्ञानिक एवं मौलिक लेख

Tuesday 1 October 2024

भगत सिंह की बैरक की साफ-सफाई करने वाले भंगी का नाम बोघा

भगत सिंह की बैरक की साफ-सफाई करने वाले भंगी का नाम बोघा था। भगत सिंह उसको बेबे (मां) कहकर बुलाते थे। जब कोई पूछता कि भगत सिंह ये भंगी बोघा तेरी बेबे कैसे हुआ? तब भगत सिंह कहता, मेरा मल-मूत्र या तो मेरी बेबे ने उठाया, या इस भले पुरूष बोघे ने। बोघे में मैं अपनी बेबे (मां) देखता हूं। ये मेरी बेबे ही है।
यह कहकर भगत सिंह बोघे को अपनी बाहों में भर लेता।
भगत सिंह जी अक्सर बोघा से कहते, "बेबे मैं तेरे हाथों की रोटी खाना चाहता हूँ।" पर बोघा अपनी जाति को याद करके झिझक जाता और कहता, "भगत सिंह तू ऊँची जात का सरदार, और मैं एक अदना सा भंगी, भगतां तू रहने दे, ज़िद न कर।"
सरदार भगत सिंह भी अपनी ज़िद के पक्के थे, फांसी से कुछ दिन पहले जिद करके उन्होंने बोघे को कहा," बेबे अब तो हम चंद दिन के मेहमान हैं, अब तो इच्छा पूरी कर दे!"
बोघे की आँखों में आंसू बह चले। रोते-रोते उसने खुद अपने हाथों से उस वीर शहीद ए आज़म के लिए रोटियां बनाई, और अपने हाथों से ही खिलाई। भगत सिह के मुंह में रोटी का गराई डालते ही बोघे की रुलाई फूट पड़ी। "ओए भगतां, ओए मेरे शेरा, धन्य है तेरी मां, जिसने तुझे जन्म दिया।" भगत सिंह ने बोघे को अपनी बाहों में भर लिया।
ऐसी सोच के मालिक थे अपने वीर सरदार भगत सिंह जी...। परन्तु आजादी के 76 साल बाद भी हम समाज में व्याप्त ऊँच-नीच के भेद-भाव की भावना को  दूर करने के लिये वो न कर पाए जो 88 साल पहले भगत सिंह ने किया। 
महान शहीदे आज़म को इस देश का सलाम।

"द केरल स्टोरी" गंभीर विषय है.. इसे सामान्य ना लें..!कुछ समय पहले किसी फिल्मी हस्ती में हिम्मत नहीं थी कि वो कश्मीर का वह सच दिखा सके..जिसके कारण कश्मीर घाटी करीब करीब हिन्दू विहीन हो गयी।

"द केरल स्टोरी" गंभीर विषय है.. इसे सामान्य ना लें..!
कुछ समय पहले किसी फिल्मी हस्ती में हिम्मत नहीं थी कि वो कश्मीर का वह सच दिखा सके..जिसके कारण कश्मीर घाटी करीब करीब हिन्दू विहीन हो गयी। 
उतनी ही हिम्मत की जरुरत थी "'द केरला स्टोरी"' को बनाने में जिसे सुदीप्तो सेन ने  बखूबी कर दिखाया..!
फ़िल्म के कुछ संवाद जैसे..
"हमारे मिशन के लिए लड़कियों को करीब लाओ..उन्हें खानदान से ज़ुदा करो..जिस्मानी रिश्ते बनाओ..हो सके तो प्रेग्नेंट कर दो..और जल्द से जल्द अगले मिशन के लिए हैंडओवर करो"..! 
ऐसे अनेक संवाद है जो आपको हिलाकर रख देंगे..!
लेकिन पूरी फ़िल्म की सच्चाई एक संवाद में छुपी है..जब एक लड़की दहशत गर्दों से बचकर अपने पिता से माफ़ी मांगते हुए कहती है की "हमारे इन हालातों के जिम्मेदार आप भी है..जिन्होंने बचपन से हमें पाश्चात्य और अन्य बाहरी संस्कार दिए.. कभी भी हमें अपने धर्म, अपनी संस्कृति के बारे में नहीं सिखाया न ही बताया"..!!
इसके बावजूद अगर कोई लड़की या माता पिता ना समझे तो ये उनकी परेशानी है..!

अभी भी वक्त है जाग जाओ 🙏 #मूंग दाल और #कढ़ी अधिकतर गरीबों और मिडिल क्लास लोगों की #रसोई का पकवान या सब्जी है क्योंकि वो हर रोज हरी सब्जी या सीजनल सब्जियां खरीद कर नहीं खा सकते,, लेकिन अब ये #कंबाइन से मूंग निकालने के लिए फसल की पत्तियां #जलाने / सुखाने की ऐसी परंपरा चली है की हर घर की रसोई में अब ये ख़तरनाक ज़हर #ग्लाईफोसेट या #राउंडअप या #पेराक्वाट पहुंचेगा

अभी भी वक्त है जाग जाओ 🙏 #मूंग दाल और #कढ़ी अधिकतर गरीबों और मिडिल क्लास लोगों की #रसोई का पकवान या सब्जी है क्योंकि वो हर रोज हरी सब्जी या सीजनल सब्जियां खरीद कर नहीं खा सकते,, लेकिन अब ये #कंबाइन से मूंग निकालने के लिए फसल की पत्तियां #जलाने / सुखाने की ऐसी परंपरा चली है की हर घर की रसोई में अब ये ख़तरनाक ज़हर #ग्लाईफोसेट या #राउंडअप या #पेराक्वाट पहुंचेगा। वो दिन दूर नहीं जब हर घर से #कैंसर के पेशेंट निकलेंगे। अभी भी वक्त है समय रहते जाग जाओ ,, अरे फसल निकालने की इतनी भी क्या जल्दी 🤔 फिर भी अगर छिड़कना ही पड़े तो फसल की पत्तियों को सुखाने के लिए 10 gm #जिंक सल्फेट प्रति लीटर पानी में घोलकर बनाकर पर्णीय छिड़काव करना चाहिए। उपचार के तीन-चार दिन बाद सारी पत्तियां सूख जायेगी। इससे ना फसल की गुणवता पर असर पड़ेगा, ना #जमीन पर और न भूसे या पशुओं के #चारे पर बल्कि सॉइल फर्टिलिटी इंप्रूव होगी। लेकिन आपकी ये दूब घास फूंकने वाली दवा ले बैठेगी सबको 🙏

_पंजाब में सरपंच बनने के लिए लगाई 2 करोड़ की बोली, हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर_*

*_पंजाब में सरपंच बनने के लिए लगाई 2 करोड़ की बोली, हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर_*

चंडीगढ़: पंजाब पंचायत चुनाव को लेकर हैरान कर देने वाली घटना हुई है. पंजाब के गुरदासपुर के एक गांव में सरपंच चुनाव को लेकर 2 करोड़ रुपये की बोली लगी है. यह बोली सरपंच बनने के लिए लगाई गई है. खबर के मुताबिक, गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक के गांव हरदोवाल कलां में सरपंच पद के लिए 2 करोड़ की बोली लगाए जाने की चर्चा पूरे पंजाब में हो रही है.
पिछले कई दिनों से पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद पंजाब में लाखों-करोड़ों की बोली लगाकर सरपंच चुने जाने के कई मामले सामने आए हैं. इसके बाद पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में इसके खिलाफ जनहित याचिका दायर की गई है. याचिका में हाई कोर्ट से पंचायत चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष कराए जाने के लिए दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की गई है.
दो दिन पहले गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक हलके के गांव हरदोवाल खुर्द कलां में खुद को भाजपा समर्थक बताने वाले आत्मा सिंह ने गांव के लोगों के बीच और दूसरी पार्टियों के सामने 2 करोड़ की सबसे ऊंची बोली लगाई और कहा कि, पिछले साल 50 लाख की बोली लगी थी और फिर सबसे ऊंची बोली लगाने वाले सरपंच को चुना गया था.

हालांकि मामला डीसी व चुनाव आयोग के संज्ञान में आने के बाद गांव हरदोवाल कलां में महिला को सर्वसम्मति से सरपंच चुन लिया गया. आम आदमी पार्टी व हलका इंचार्ज गुरदीप सिंह रंधावा ने बीबी ज्योति को सरपंच बनने पर बधाई दी. खबर के मुताबिक, बठिंडा की तहसील तलवंडी साबो के गांव सुखलेहड़ी में 12 से 14 कनाल जमीन देकर सरपंच चुने जाने का मामला सामने आया. इतना ही नहीं, मानसा के गांव नंदगढ़ में 25 लाख की बोली लगाकर सरपंच चुनने की खबर सामने आई.
वहीं चरणजीत सिंह ने श्री मुक्तसर साहिब के एक गांव में 50 लाख की राशि जमा करवाई.. जिसमें से 25 लाख गुरु घर को देने की बात कही गई. इसके बाद एक अन्य व्यक्ति बिकर सिंह ने सरपंच पद के लिए 60 लाख की बोली लगाई.

मुंशी जी पर प्रथम विजेता बने डॉ. मुकेश 'असीमित' व बाबूलाल शर्मा 'विज्ञ'====

मुंशी जी पर प्रथम विजेता बने डॉ. मुकेश 'असीमित' व बाबूलाल शर्मा 'विज्ञ'
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इंदौर। हिंदीभाषा परिवार द्वारा सतत स्पर्धा की कड़ी में इस बार हिन्दी साहित्य में कहानी सम्राट प्रेमचंद जी पर 'मुंशी जी:कथा संवेदना के पितामह (प्रेमचंद जयंती विशेष)' विषय पर स्पर्धा कराई गई। इस 85 वीं प्रतियोगिता में उत्कृष्टता अनुसार  गद्य में प्रथम विजेता बनने में डॉ. मुकेश 'असीमित' सफल रहे हैं तो 
बाबूलाल शर्मा बोहरा 'विज्ञ'
ने पद्य में जीत प्राप्त की है।
    स्पर्धा के परिणाम जारी करते हुए यह जानकारी मंच-परिवार की सह-सम्पादक श्रीमती अर्चना जैन व संस्थापक-सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’ ने दी। आपने बताया कि, प्राप्त प्रविष्टियों में से श्रेष्ठता अनुरुप निर्णायक मंडल ने गद्य में 'मुंशी प्रेमचन्द जी की कुर्सी' व्यंग्य आलेख हेतु डॉ. मुकेश 'असीमित' 
(राजस्थान) को प्रथम क्रम पर चयनित किया है। इसी श्रेणी में द्वितीय विजेता 'प्रेमचन्द जी की भाव अनुरागी साहित्य तरंगिणी' आलेख पर डॉ. मीना श्रीवास्तव (महाराष्ट्र) एवं 'कहानी सम्राट प्रेमचंद' हेतु सरोजिनी चौधरी (मप्र) को तीसरा विजेता चयनित किया गया है।
  मंच संयोजक प्रो.डॉ. सोनाली सिंह, मार्गदर्शक डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’, परामर्शदाता डॉ. पुनीत द्विवेदी (मप्र), विशिष्ट सहयोगी एच.एस. चाहिल व प्रचार प्रमुख श्रीमती ममता तिवारी ‘ममता' (छग) ने सभी विजेताओं व सहभागियों को हार्दिक बधाई दी है। श्रीमती जैन ने बताया कि, हिंदी साहित्य अकादमी (मप्र) से अभा नारद मुनि पुरस्कार- सम्मान एवं 1 राष्ट्रीय कीर्तिमान प्राप्त 1.54 करोड़ 20 हजार दर्शकों- पाठकों के अपार स्नेह और 10 सम्मान पाने वाले इस मंच द्वारा कराई गईं उक्त स्पर्धा में पद्य वर्ग में पहला स्थान बाबूलाल शर्मा 'विज्ञ' (राजस्थान) की रचना 'प्रेमचन्द जी युग लेखक' ने पाया है, जबकि देवन्ती देवी चंद्रवंशी (झारखंड) की कविता 'संवेदना ज्ञान सिखा गए मुंशी जी' द्वितीय विजेता है।
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बेंजामिन नेतन्याहू के भाषण के अंश अन्त तक जरुर पढाना ....*इज़राइल की पुकार*

बेंजामिन नेतन्याहू के भाषण के अंश अन्त तक जरुर पढाना ....
*इज़राइल की पुकार*

75 साल पहले हमें मरने के  लिए यहां लाया गया था। हमारे पास ना कोई देश था, ना कोई सेना थी। सात देशों ने हमारे विरुद्ध जंग छेड़ दी। हम सिर्फ 65,000 थे। हमें बचाने के लिए कोई नहीं था। हम पर हमले होते रहे, होते रहे।

लेबनान, सीरिया, ईराक़, जॉर्डन, मिस्र, लीबिया, सऊदी अरब जैसे कई देशों ने हमारे ऊपर कोई दया नहीं दिखाई। सभी लोग हमें मारना चाहते थे किंतु हम बच गये।

संयुक्त राष्ट्र ने हमें धरती दी, वह धरती जो 65 प्रतिशत रेगिस्तान थी। हमने उसको भी अपने खून से सींचा। हमने उसे ही अपना देश माना क्योंकि हमारे लिए वही सब कुछ था।            

हम कुछ नहीं भूले, हम फिरऔन से बच गए। हम यूनान से बच गए। हम रोमन से बच गए। हम स्पेन से बच गए। हम हिटलर से बच गए। हम अरब देशों से बच गए। हम सद्दाम से बच गए। हम गद्दाफी से बच गए। 
*हम हमास से भी बचेंगे, हम हिजबुल्ला से भी बचेंगे और हम ईरान से भी बचेंगे।*

हमारे जेरूसलम पर अब तक 52 बार आक्रमण किया गया, 23 बार घेरा गया, 39 बार तोड़ा गया, तीन बार बर्बाद किया गया, 44 बार कब्जा किया गया लेकिन हम अपने जेरूसलम को कभी नहीं भूले। वह हमारे हृदय में है, वह हमारे मस्तिष्क में है और जब तक हम रहेंगे, जेरूसलम हमारी आत्मा में रहेगा।

संसार ये याद रखें कि जिन्होंने हमें बर्बाद करना चाहा वह आज स्वयं नहीं है। मिस्र, लेबनान, बेबीलोन, यूनान, सिकंदर, रोमन सब खत्म हो गए हैं।

 हम फिर भी बचे रहे।

हमें वे (इस्लामी) खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने हमारे रस्म रिवाज को कब्जाया। उन्होंने हमारे उपदेशों को कब्जाया। उन्होंने हमारी परंपरा को कब्जाया। उन्होंने हमारे पैगंबर को कब्जाया। कुछ समय पश्चात अब्राहम इब्राहिम कर दिए गए, सोलोमन सुलेमान हो गए, डेविड दाऊद बना दिए गए, मोजेज मूसा कर दिए गए...

*फिर एक दिन... उन्होंने कहा तुम्हारा पैगंबर (मुहम्मद) आ गया है।* हमने इसे नहीं स्वीकार नहीं किया। करते भी कैसे, उनके आने का समय नहीं आया था। उन्होंने कहा, स्वीकारो! कबूल लो! हमने नहीं कबूला। फिर हमें मारा गया। हमारे शहरों को कब्जाया  गया, हमारे शहर यसरब को मदीना बना दिया गया। हम कत्ल हुए, भगा दिए गए...                                          

मक्का के काबा में हम 2 लाख थे, मार दिए गए। हमें दुश्मन बता कर कत्ल किया गया, फिर सीरिया में, ओमान में यही हुआ। हम तीन लाख थे, मार दिए गए। ईराक़ में हम 2 लाख थे, तुर्की में चार लाख, हमें मारा जाता रहा, मारा जाता रहा। वे हमें मार रहे हैं, मारते जा रहे हैं। हमारे शहर, धन, दौलत, घर, पशु,  मान-सम्मान सब कुछ कब्जाए जाते रहे फिर भी हम बचे रहे।

1300 सालों में करोड़ों यहूदियों को मारा गया फिर भी हम बचे रहे।

75 साल पहले वे हम पर थूकते थे, जलील करते थे, मारते थे। हमारी नियति यही थी किंतु हम स्वयं पर, अपने नेतृत्व पर, अपने विश्वास पर टिके रहे रहे।

*आज हमारे पास एक अपना देश है। एक स्वयं की सेना है, एक छोटी अर्थव्यवस्था है। इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट, आईबीएम, फेसबुक, जैसी कई संस्थायें हमने इस दौर में बनाईं। आज हमारे चिकित्सक दवा बन रहे हैं, लेखक किताबें लिख रहे हैं, ये सबके लिए हैं , यह मानवता के कल्याण के लिए है।*

हमने रेगिस्तान को हरियाली में बदला। हमारे फल, दवाएं, उपकरण, उपग्रह सभी के लिए है।

हम किसी के दुश्मन नहीं है, हमने किसी को खत्म करने की कसमें नहीं खाईं। हमें किसी को बर्बाद भी नहीं करना, हम साजिशें भी नहीं करते।
         
हम जीना चाहते हैं, सिर्फ सम्मान से, अपने देश में, अपनी जमीन पर, अपने घर में।
 
पिछले हजार सालों से हमें मिटाया गया, खदेड़ा गया, कब्जाया जाता रहा, हम मिटे नहीं, हारे नहीं और न आगे कभी हारेंगे। हम जीतेंगे, हम जीत कर रहेंगे, हम 3000 सालों से यरुशलम में ही थे। आज हम अपने पहले देश इजराइल में हैं। यह हमारा ही था, हमारा ही है और हमारा ही रहेगा, येरूसलम हमसे है और हम येरूसलम से हैं।

इस तरह की ऐसी जिजीविषा हम हिंदुओं में भी पनपनी चाहिए। हमेशा स्मरण रखना कि मानसरोवर, काबुल, कंधार, पेशावर ,लाहौर, कराची , ढाका ,चटगांव अपनी संतानों की प्रतीक्षा में है...............

चित्र में आप मोहम्मद साहब की 41वीं पीढ़ी के डायरेक्ट वंशज और जॉर्डन के राजा अबदुल्लाह द्वितीय और उनके परिवार को देख रहे हैं। जॉर्डन में आप शराब पी सकते हैं। नाईट क्लब्स में जा सकते हैं। बीच पर बिकिनी पहन कर घूम सकते हैं। कोई मनाही नहीं है।

चित्र में आप मोहम्मद साहब की 41वीं पीढ़ी के डायरेक्ट वंशज और जॉर्डन के राजा अबदुल्लाह द्वितीय और उनके परिवार को देख रहे हैं। जॉर्डन में आप शराब पी सकते हैं। नाईट क्लब्स में जा सकते हैं। बीच पर बिकिनी पहन कर घूम सकते हैं। कोई मनाही नहीं है। 

किंग अब्दुल्लाह स्वयं बहुत पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं। शाही परिवार से होने के बावजूद कैप्टन के रूप में आर्मी में भर्ती हुए। 15 साल आर्मी में रहे। IS के खिलाफ युद्ध लड़े। इनकी पत्नी लंदन से पढ़ी लिखी हैं। आप नेट पर खंगाल लीजिये। इनके खानदान में हिजाब या बुर्का पहने एक स्त्री की फोटो नहीं मिलेगी। मर्द भी हमेशा सूटेड-बूटेड मिलेंगे। 
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बताइए - जो "असली मुसलमान" है, वो ऐसा जीवन बिता रहा है।   

और जो सुसरा लालच या डर से कनवर्टेड हुआ है - वो मदरसा में आसमानी किताब रटकर, लंबी दाढ़ी पर मूंछ कटाए, ऊंचा चमचम का पजामा पहन कर, आंखों में सुरमा लगा कर विचित्र भेस बनाए रोज 1400 साल पुरानी सुन्नत को बचाने का युद्ध लड़ने में लगा हुआ है।
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बिग ब्रेकिंग न्यूज़ लखनऊ/यूपी:-झोलाछाप को सीधा जेल, क्लीनिक सील करें CMO: CM योगी आदित्यनाथ प्रदेश में फैले झोलाछाप डॉक्टरो के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य स्वास्थ्य सचिव को आदेश दिए।

बिग ब्रेकिंग न्यूज़ लखनऊ/यूपी:-
झोलाछाप को सीधा जेल, क्लीनिक सील करें CMO: CM योगी आदित्यनाथ 
 प्रदेश में फैले झोलाछाप डॉक्टरो के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य स्वास्थ्य सचिव को आदेश दिए।

प्रदेश में अवैध झोलाछाप डाक्टर और मेडिकल पैथोलॉजी लैब, अल्ट्रासाउंड सेंटर का बहुत बड़ा नेटवर्क फैला हुआ है, अवैध डाक्टर मासूम गरीब जनता का बिना डिग्री के इलाज कर रहे हैं। 

गरीब जनता को ग़लत दवाई देकर लीवर किडनी भी डैमेज हो रही है। वैसे भी मौसमी बीमारियों का समय चल रहा है। इसलिए मुख्यमंत्री ने सभी, 

जिलाधिकारियों और सीएमओ व उपजिलाधिकारी को आदेश देते हुए कहा कि प्रदेश में एक भी झोलाछाप डाक्टर नहीं रहना चाहिए।
 प्रदेश में बड़े स्तर पर व्यापक रूप से अभियान चलाकर अवैध क्लिनिक को सील किया जाएं व अवैध डाक्टरों को सीधा जेल में पहुंचाए जाए, अभियान दिन ही नहीं रात में भी बड़े स्तर पर चलाया जाए। 
अक्टूबर और नवंबर के महीने में व्यापक तौर पर अभियान में तेजी दिखाई जाए ,