*व्यवसाय*
*34 लाख करोड़ वाले टाटा समूह के मालिक रतन टाटा के पास खुद कितनी संपत्ति*
देश के सबसे पुराने और बड़े औद्योगिक समूह टाटा के मालिक रतन टाटा की सादगी की कायल तो पूरी दुनिया है. लेकिन, आज हम उनके बारे में ऐसी जानकारी आपको देंगे कि आप उनकी शख्सियत के मुरीद हो जाएंगे.
*नई दिल्ली* । देश के सबसे प्रतिष्ठित और पुराने औद्योगिक घराने टाटा समूह के मुखिया रतन टाटा के बारे में कौन नहीं जानता. उनकी सादगी और देशप्रेम की कहानियां तो बच्चे-बच्चे को पता हैं. टाटा समूह की सफलता भी हर किसी को मालूम है और इस विशाल समूह की बाजार पूंजी भी शायद आपको पता होगी. लेकिन, क्या आपको पता है कि लाखों करोड़ का बिजनेस समूह चलाने वाले रतन टाटा आखिर खुद कितनी संपत्ति के मालिक हैं.
अक्सर खबरों में आने वाले अमीरों की सूची देखें तो आपको खुद पता चल जाएगा कि नए-नए कारोबारियों की खुद की पूंजी कई लाख करोड़ में होती है. इसी तर्ज पर बात अगर देश के सबसे पुराने उद्योग समूह के मुखिया की करें तो रतन टाटा के पास भी कई लाख करोड़ रुपये की संपत्ति होनी चाहिए. लेकिन, हम आपके लिए ऐसा चौंकाने वाला खुलासा लेकर आए हैं जिसे जानकर आपको एकबारगी तो यकीन ही नहीं होगा.
*कितना है टाटा समूह का मार्केट कैप*......
टाटा समूह की विशालता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि आज इसके तहत 29 लिस्टेड कंपनियां आती हैं. जी हां, लिस्टेड कंपनियां जो कि शेयर बाजार में सूचीबद्ध हो चुकी हैं और उनका हर आंकड़ा आम पब्लिक के सामने मौजूद है. इन सभी 29 कंपनियों का कुल मार्केट कैप देखें तो 20 अगस्त, 2024 तक करीब 403 अरब डॉलर (करीब 33.7 लाख करोड़ रुपये) बताई जाती है.
*कितनी है रतन टाटा की कुल संपत्ति*...
बात अगर रतन टाटा की कुल संपत्ति की करें तो भले ही उनकी कंपनियां कमाई के मामले में दुनियाभर में डंका बजा रही हैं, लेकिन खुद रतन टाटा मामूली संपत्ति के मालिक हैं. आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2022 के अनुसार, उनकी कुल नेटवर्थ महज 3,800 करोड़ रुपये बताई जाती है. एक साल पहले यानी 2021 में उनकी कुल संपत्ति सिर्फ 3,500 करोड़ रुपये बताई गई थी. ऐसे में देखा जाए तो उनकी कुल संपत्ति कंपनी की कुल संपत्ति के मुकाबले 0.50 फीसदी भी नहीं है.
*क्यों इतनी कम है रतन टाटा की संपत्ति*
टाटा समूह के मार्केट कैप के लिहाज से देखा जाए तो रतन टाटा की संपत्ति कुछ भी नहीं है. जाहिर है कि आपके मन में भी यह सवाल उठता होगा कि आखिर कंपनी की कुल कमाई जाती कहां है. तो, आपको बता दें कि टाटा समूह की सभी कंपनियां टाटा ट्रस्ट के तहत आती हैं और इसकी होल्डिंग कंपनी है टाटा संस. यह कंपनी अपनी सभी फर्मों की कुल कमाई का 66 फीसदी हिस्सा धर्मार्थ कार्यों में खर्च करती है. जाहिर है कि रतन टाटा अपनी कंपनियों की कमाई खुद लेने के बजाय ट्रस्ट के जरिये देश और देशवासियों पर खर्च करते हैं.aum news
रतन टाटा…*
*140 करोड़ के दिलों पर राज करता था भारत का ये ‘रतन’*....
140 करोड़ से अधिक लोगों के देश में, रतन टाटा ने जिस तरह का मुकाम और सम्मान हासिल किया है, वैसा कुछ ही लोगों को मिल पाया है.
आज वो हमारे बीच नहीं है. उनका निधन ब्रीच कैंडी अस्पताल में हुआ.
रतन टाटा एक कामयाब बिजनेसमैन तो थे ही साथ ही बड़े परोपकारियों में भी उनकी गिनती होती थी
रतन टाटा के निधन पर देश में शोक की लहर, पीएम मोदी ने जताया दुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जताया रतन टाटा निधन पर शोक।
खेल जगत की क्रिकेट जगत की सभी हस्तियों का शोक जताने के लिए लगा तांता।
रतन टाटा के निधन से देश भर में फैली शोक की लहर।
अपनी व्यावसायिक प्रतिभा के दम पर दुनिया भर में भारत का झंडा गाड़ने वाले रतन टाटा के निधन से देश में खालीपन पैदा कर दिया।
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