Saturday 5 October 2024

यति नन्द जल्द कर सकते हैं इसलाम क़ुबूल ऐसे मिल रहे संकेत* *मुस्लिम महासंघ* यति ने तो अति कर दी

*यति नन्द जल्द कर सकते हैं इसलाम क़ुबूल ऐसे मिल रहे संकेत* *मुस्लिम महासंघ* 

यति ने तो अति कर दी 

धर्म निष्पेक्ष देश जिसमें सभी धर्म का सम्मान किया जाता है। वहां कानून और इंसानियत की सीमाओं को लांघ दिया।

यति ने इस्लाम के पैगंबर को अभद्र भाषा के साथ-साथ अपशब्द बोले हैं जिसका कड़ा विरोध हम और भारत का हर नागरिक करता है।

 साथ ही यति यह प्रयास कर रहे हैं कि देश की अखंडता और एकता को कैसे नुकसान पहुंचाया जाए ।

 इसलिए उन्होंने श्री कृष्णा और श्री राम के देश में  जलाने और आग लगाने के आदेश दे दिए।

 अगर हमारे युवाओं को इनकी भाषा समझ में आ गई जो ना समझी के बोल हैं ।

 ऐसी घटना घट गई तो लाजमी सी बात है कि देश के कानून व प्रशासन समझ सकता है की क्या परिणाम हो सकते हैं। 

मैं मुस्लिम महासंघ का राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीए परंपराओं का एहतेराम कर दिवाली, होली ,रक्षाबंधन, रामनवमी, जन्माष्टमी मानते हैं । की कोई व्यक्ती हमारे ही धर्म का अपमान करे। चिंतन का विषय है 

जो यति नाम का व्यक्ति हमारे इस्लामी पैगंबर के लिए अपमानित और अभद शब्द को बोल रहे हैं जो मैं बोलना या लिखना नही चाहता।

मैं यति से कहना चाहता हूं कि यति यह भारत है और भारत में धर्म से ज़्यादा सर्वप्रिय  कानून होता है। कानून से देश चलता है।

आप कानून का उल्लंघन कर रहे हैं किसी भी धर्म विशेष को अपशब्द और अभद्र भाषा बोलकर ।

 इसलाम को मानने वालो से अपील करूंगा ।

 कानून का एहतराम कर देश की निष्पक्ष सत्ता पर विश्वास करते हुए संयम यानी सब्र से काम ले। 

क्योंकि इतिहास गवाह है और सही हदीस से साबित होता है की जिसने अल्लाह, कुरान ,नबी और हदीस की बे हुरमति की है।

 उसी ने एक दिन इस्लाम कबूल किया  है।

मुझे इस बात के संकेत यतीमांनंद की भाषा से लग रहे हैं ।

मुझे शक है कि कहीं ऐसा ना हो कि वह जल्द ही इस्लाम कबूल करें ।

 इसलिए सभी मुसलमान संयम और सहनशीलता यानी जबतो तहामुल से काम लें और कानून व्यवस्था बनाने में सहयोग करें ।

मुस्लिम महासंघ किसी भी धर्म को बुरा कहने वालों का कड़ा विरोध करता है।

विशेष तौर से नबी की शान में अपशब्द और अभद्र भाषा बोलने वालों का ।

यति की बातों को हिंदू संप्रदाय सनातन धर्मियों ,आरएसएस या बीजेपी से ना जोड़कर केवल व्यक्ति विशेष का ही विरोध किया जाए।

 क़ानूनी कार्रवाई के तौर पर करके सभी राष्ट्र प्रेमी मुस्लमान देश की अमूल्य एकता ,अखंडता और इंसानियत को बचाए रखने का प्रयास करें ।

फरहत अली खान 
राष्ट्रीय अध्यक्ष 
अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ

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