Friday, 17 October 2025

हमारे देश के शासक वर्ग राजनेता और रणनीतिकार हमेशा नकारात्मक रूप से पलायनवाद का रास्ता चुनते हैं।

हमारे देश के शासक वर्ग राजनेता और रणनीतिकार हमेशा नकारात्मक रूप से पलायनवाद का रास्ता चुनते हैं।

जैसे कि जब कोई बड़ा पर्व त्यौहार आता है तब इन्हेंस्वदेशी ‌ की याद आती है और स्वदेशी अपनाओ विदेशी हटाओ का नारा देते हैं और बदले में एक मोटी रकम व्यापारियों से प्राप्त करते हैं जो अपने घटिया और बहुत ही महंगा सामान देश की जनता को स्वदेशी और देश प्रेम के नाम पर बेचते हैं 

अगर सकारात्मक और असली देश प्रेम होता तो राजनेता धन कुबेर व्यापारी चीन जापान अमेरिका यूरोप के सामानों से सस्ता और उससे अच्छा सामान देश की जनता को देते हैं फिर जनता को कुत्ता नहीं काटा था जो कि विदेशी सामान को खरीदती ‌ जबकि खुद इन बड़े अधिकारियों राजनेताओं सांसद विधायक मंत्री प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के घर वेशभूषा का नया से मोबाइल तक और सुरक्षा के उपकरण और गाड़ियां तक सब कुछ विदेश निर्मित और बहुत ही अधिक महंगी होती हैं 

देश की 95 प्रतिशत जनता ईंधन कुबेर लोगों व्यापारी लोगों राजनेताओं से अधिक पढ़ी-लिखी और बुद्धिमान है लेकिन फिर भी यह मूर्ख बन जाते हैं 

अंत में मेरा यही कहना है कि अपने बुद्धि विवेक का प्रयोग करते हुए सस्ते और अच्छे सामान अपना ओ। आप वही खरीदो जो आपको अच्छा लगे सस्ता हो मजबूत हो अपने से कम पढ़े लिखे मूर्खो के चक्कर में मत पड़ो ‌ रही बात प्रिंट इलेक्ट्रानिक मीडिया की तो उनकी अपनी सीमाएं और मजबूरी है उन्हें भी इसी दुनिया में रहना है कामना खाना है वह सरकार और धन कुबेर लोगों तथा अधिकारियों से शत्रुता नहीं मोर ले सकते डॉक्टर दिलीप कुमार सिंह

No comments:

Post a Comment