Sunday, 18 September 2022

अमृतसर से मंडावर तक पदयात्रा करके वापस लौटे रविंद्र घाघट का मंडावर बस स्टैंड पर हुआ जोरदार स्वागत

अमृतसर से मंडावर तक पदयात्रा करके वापस लौटे रविंद्र घाघट का मंडावर बस स्टैंड पर हुआ जोरदार स्वागत

मंडावर के रविंद्र घाघट ने पूर्ण की बाल्मीकि तीर्थ यात्रा अमृतसर से उत्तर प्रदेश जिला बिजनौर मंडावर कस्बे तक उन्होंने बताया कि हिंदू समाज  को जागरूक करने के लिए अमृतसर जाकर भगवान बाल्मीकि जी का दर्शन करें। भगवान वाल्मीकि जी के आशीर्वाद से उनके मन में आया कि क्यों ना यहां से 600 किलोमीटर की पद यात्रा पैदल ही की जाए उन्होंने यह 600 किलोमीटर की पद यात्रा 14 दिन में पूर्ण की उन्होंने भगवान बाल्मीकि जी के बारे में बताया कि अमृतसर में भगवान वाल्मीकि का बहुत ही सुंदर मंदिर है वहीं पर भगवान वाल्मीकि जी ने रामचरितमानस रामायण लिखी थी। और जब भगवान राम ने सीता माता को वनवास दे दिया था तो सीता माता उसी आश्रम में रही थी और वही लव और कुश का जन्म हुआ था। उन्होंने अपने हिंदू समाज को जागरूक करते हुए कहा कि एक बार सभी हिंदू वहां पर जाकर दर्शन करें। जब वह 14 दिन की पदयात्रा करके वापस अपने घर मंडावर कस्बे में पहुंचे तो उनका मंडावर बस स्टैंड पर उनके गले में माला डालकर ढोल नगाड़े से जोरदार स्वागत हुआ।

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