Friday, 5 July 2024

लोना चमारिन..... कामाख्या क्षेत्र की वो तांत्रिक स्त्री जिसके बारे में आज भी कहा जाता है कि वो आज भी जिंदा है।

लोना चमारिन..... कामाख्या क्षेत्र की वो तांत्रिक स्त्री जिसके बारे में आज भी कहा जाता है कि वो आज भी जिंदा है।

लोना चमारिन असम कामरूप क्षेत्र की एक प्रख्यात तांत्रिक स्त्री थी जो चमार जाति से थी और उसकी सिद्धियों को देखकर कई ब्राह्मणो ने भी उसे अपना गुरु बनाया था। वामपन्थी तंत्र साधनाओ में विख्यात कलुआ तंत्र साधना में लोना चमारिन को महारथ हासिल थी...लोना चमारिन ने 52 कलुये सिद्ध किये थे।

आज भी अगर कामख्या जाते है तो वहां नीलांचल पर्वत में एक ऐसा क्षेत्र है जिसे "त्रिया प्रदेश' कहा जाता है। उस क्षेत्र में कोई नही जाता। ऐसी मान्यता है कि उस क्षेत्र में अगर कोई पुरूष चला जाये तो वो वापिस आ ही नही सकता।। उस क्षेत्र में महागुरु मत्स्येंद्रनाथ ने एक बार प्रवेश जरूर किया था....कहा जाता है कि आज भी उस क्षेत्र में लोना चमारिन का निवास है।

साबर मन्त्रो और असम की असमिया भाषा मे बने मंत्रो में लोना चमारिन का नाम बार बार पढ़ने को मिल जाता हैं। लोना चमारिन के नाम से कई मंत्र साबर-साधनाओ में प्रचलित है। 

जातिवाद की राजनीति करने वाले निम्न स्तरीय दलित नेता कभी इन बातों का जिक्र नही करते....क्योंकि इस से उनके जातिवाद की पोल खुल जाएगी...☺️☺️

No comments:

Post a Comment