*बच्चे व महिलाएं बंदरों के आतंक से परेशान*
*जिला प्रशासनिक अधिकारियों से मौहल्लेवासियों की गुहार*
<script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-4796924508958181"
crossorigin="anonymous"></script>
<!-- adds -->
<ins class="adsbygoogle"
style="display:block"
data-ad-client="ca-pub-4796924508958181"
data-ad-slot="3476775651"
data-ad-format="auto"
data-full-width-responsive="true"></ins>
<script>
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
</script>
*बन्दरों के आतंक से दिलाई जाएं निज़ात*
(तस्लीम रिपोर्टर)
मुजफ्फरनगर। बंदरों के आंतको से मोहल्लावासी इस कदर परेशान हैं कि माँ बाप भी अपने मासूम बच्चों को हिदायत दे रहे कि बेटा बेटी अभी छत पर मत जा वहां बंदरों के झुंड खडे़ हुए हैं।बेटा रास्ते में देख कर जाना कहीं बंदर हमला न कर दें। इस प्रकार के वाक्य महोल्ला प्रेमपूरी,बाग जान की दास,कृष्णा पूरी, खादर वाला आदि जगह पर रहने वाली महिलाओं व बुजुर्ग अकसर अपने बच्चों से कहते हुए दिख जाएंगें।शहर की अधिकांश कॉलोनियों में रहने वाले नागरिक बंदरों के आतंक से बेहद परेशान हैं।बंदरों द्वारा कालोनियों में मचाए जा रहे आतंक के बारे में पहले भी कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को मौखिक शिकायत करके अवगत कराया जा चुका है। लेकिन प्रशासन द्वारा उक्त मामले को गंभीरता से न लेने के कारण लोगों में प्रशासन के प्रति रोष है।झुंड बनाकर आने वाले बंदरों से लोग दहशत में हैं यह बंदर घरों में लगी डिश की केबल काट देते हैं। सूखते कपड़ों को फाड़ देते हैं। बिजली के तार पर झूलते रहते हैं। यह उत्पाती बंदर घर की छतों पर रखी पानी की टंकी का ढक्कन तोड़कर पानी पीकर उसी में डुबकी लगाते हुए देखे जा सकते हैं। तथा खुले छतों पर महिलाओं को कपड़े सुखाने जाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तथा वही छतों पर रखे
सामानों को यह बंदर तोड़ रहे हैं अधिकांश कालोनियों में बंदरों का इतना खौफ है कि मौका मिलते ही घरों में घुसकर उत्पात मचाने लगते हैं और फ्रिज में रखी खाने-पीने की चीजें लेकर भाग जाते हैं।शहर की प्रेमपुरी, कृष्णापुरी,खादर वाला, ईदगाह महोल्ला बाग जानकीदास जैसी कालोनियों में रहने वाले बच्चे व महिलाएं बंदरों के आतंक का शिकार होकर गंभीर रूप से घायल भी हो चुके हैं।कॉलोनी वासी प्रशासन से मांग करते है कि इन उत्पाती बंदरों को पकड़वाकर उचित स्थान पर छुड़वाया जाए जिससे कॉलोनी वासियों को इनके आतंक से छुटकारा मिल सके।
No comments:
Post a Comment