आने वाले 10 दिनों के मौसम और अन्य महान विश्व की घटनाओं का आकलन और भविष्यवाणी वैसे तो हमारे अलका शिप्रा वैष्णवी बाल गोपाल और शिवानी ज्योतिष मौसम विज्ञान अनुसंधान केंद्र द्वारा बार-बार 1 मई से 15 मई तक के मौसम का पहले ही वर्णन कर दिया गया था फिर भी पुनः स्मरण कराना है कि आने वाले 10 दिनों में महा भयंकर का तापमान 40 डिग्री से नीचे ही रहेगा जबकि पहले 45 से 50 डिग्री के बीच में चल रहा था न्यूनतम तापमान इस आवाज में 26 से लेकर 29 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहेगा
यह समय परिवर्तन का काल है इसलिए वातावरण में नमी अर्थात सापेक्षिक आर्द्रता उच्चतम 70 से 75% और निम्नतम 15 से लेकर 20% रहेगी और अल्ट्रावायलेट किरणों का अर्थात पराबैगनी 3:00 से लेकर 9:00 के बीच रहेगा शोर प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण काफी खतरनाक स्तर पर रहेगा जबकि वायु प्रदूषण और बढ़ जाएगा जो 140 से 210 के बीच में होगा
दिन की अवधि लगातार बढ़ने से और रात की अवधि लगातार घटने से प्रकाश गर्मी उस्मा तीनों बढ़ते जाएंगे 1 मई से लेकर 15 मई तक कभी भी कहीं भी तेज आंधी तूफान बवंडर अचानक आ सकते हैं और इस अवधि में हल्की वर्षा यह बूंदाबांदी भी संभव है लेकिन कहीं भी तेज वर्षा का योग नहीं है केवल उत्तरी पश्चिमी भारत और दिल्ली क्षेत्र इसका अपवाद है
मौसम परिवर्तन कार्यक्रम 15 मई के आसपास थम जाएगा जब फिर से तापमान बहुत तेजी से बढ़ेगा और एक बार फिर बचे हुए मई में जौनपुर और आसपास 45 से लेकर 47 डिग्री सेंटीग्रेड और उत्तर प्रदेश के कई भागों में 48 डिग्री सेंटीग्रेड के आसपास जबकि फरीदाबाद उड़ीसा महाराष्ट्र गुजरात मध्य प्रदेश के अनेक भागों में यह तापमान 50 डिग्री के आसपास या उसको भी पार करेगा
कुल मिलाकर कुल मिलाकर जैसे कि हमारी भविष्यवाणी रही कि अप्रैल का महीना इस संपूर्ण गर्मी का सबसे गर्म औसत महीना सिद्ध होगा जिसने हजारों वर्षों का गर्मी का और औसत गर्मी का दोनों कीर्तिमान तोड़ दिया और पूरे अप्रैल महीने में एक बार भी वर्षा या बूंदाबांदी नहीं हुई
मई महीने की एक विशेषता यह भी है कि इस दौरान अधिकतर पूर्वी अथवा उत्तरी पूर्वी हवाएं काफी तेज गति से चलेंगे जो सामान्य रूप से 7 से लेकर 11 किलोमीटर न्यूनतम और 15 से लेकर 25 किलोमीटर अधिकतम होंगी लेकिन कहीं-कहीं आंधी तूफान बवंडर चक्रवात इत्यादि 40 से 70 किलोमीटर की गति से भी आ सकते हैं
मैं फिर से एक बार पूरे देश और किसानों को चेतावनी देना चाहता हूं कि इस वर्ष का मानसून ना तो सामान्य रहेगा और ना तो निर्धारित क्रम के अनुसार बढ़ेगा बल्कि यह सामान्य अनिश्चित अनियमित होगा और मिली जुली कृषि करने वाले लोग ही सफल हो पाएंगे वर्षा तो प्रचुर होगी लेकिन बीच बीच के अंतराल में तमाम जगहों पर सूखा आकार और तमाम जगहों पर अतिवृष्टि जल प्रलय भूस्खलन और तमाम नदियों में भयंकर बाढ़ भी आएगी प्रमुख रूप से केरल गोवा मुंबई और महाराष्ट्र गुजरात के अनेक भाग राजस्थान के कुछ भाग पंजाब हरियाणा और उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश के अधिकांश भाग उत्तर प्रदेश में कई स्थान बिहार के अधिकांश भाग उड़ीसा के क्षेत्र तथा पूर्वोत्तर भारत के अनेक राज्य इन आपदाओं से ग्रस्त रहेंगे
15 मई के बाद जून-जुलाई तक बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में अनेक छोटे-बड़े चक्रवातों और महा चक्रवातओं का जन्म होगा जिसमें दो भयंकर से महा भयंकर हो सकते हैं और इनकी गति 100 किलोमीटर से 300 किलोमीटर के बीच हो सकती हैं रूस यूक्रेन का युद्ध का नाटक कि आज 15 मई के पहले ही हो जाएगा जिसकी शुरुआत 5 मई से शुरू होगी
इस वर्ष आंध्रप्रदेश उड़ीसा बंगाल बिहार महाराष्ट्र और गुजरात में महा चक्रवात उसे महा भयंकर क्षति होने का आकलन किया गया है तमाम विश्व के सरकारी गैर सरकारी मौसम विभाग का अनुमान आकलन और भविष्यवाणी बहुत बुरी तरह से विफल होगी और 15 मई से 15 अगस्त के बीच दुनिया जल थल नभ दुर्घटनाओं से अंतरिक्ष की विचित्र घटनाओं से अनेक विराट सैन्य और अंतरिक्ष अभियानों से भूकंप ज्वालामुखी विस्फोट आतंकवादी घटनाओं शीत युद्ध गृह युद्ध और एक बड़े युद्ध में उलझी रहेगी भयानक और विनाशकारी हथियारों का प्रयोग होते होते रुक जाएगा विश्व युद्ध की संभावना नहीं के बराबर है इस दौरान भारत चीन जर्मनी ब्राजील दक्षिण अफ्रीका इंडोनेशिया सोवियत संघ और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों का उत्थान अमेरिका यूरोप के देशों कनाडा मेक्सिको मैक्सिको पाकिस्तान अफगानिस्तान बांग्लादेश श्रीलंका में भीषण विनाश अकाल भुखमरी और प्राकृतिक आपदाएं घटेगी इन भविष्यवाणियों को प्रमाण के तौर पर सुरक्षित रखा जा सकता है
इसी संदर्भ में एक और बात कहना चाहूंगा कि इस दौरान और इस पूरे वर्ष में न्याय तंत्र का राजनीतिक तंत्र का सरकारी विभागों संस्थानों का लज्जा जनक पतन होगा और यहां पर नैतिकता सदाचार के अभाव में पैसों का ही बोलबाला रहेगा पीड़ित प्रताड़ित लोगों को सुनने वाला कोई नहीं रहेगा मोदी जी योगी जी अमित शाह और कुछ कर्तव्यनिष्ठ सच्चे राजनेताओं और न्यायाधीशों तथा अधिकारियों कर्मचारियों के लाख प्रयास के बाद भी सब कुछ ऊंट के मुंह में जीरा सिद्ध होगा सारे सरकारी विभाग और संस्थान भ्रष्टाचार घूसखोरी लालफीताशाही बेईमानी और जनविरोधी कार्यों में एक दूसरे से आगे बढ़ने की भयंकर और लगाएंगे बिजली पानी सड़क विभाग तो दूर शिक्षण संस्थान और विभाग सबसे भयंकर लूटपाट भोजपुरी बेईमानी चोरी में लिप्त पाए जाएंगे उस पर कार्यवाही भी होगी रखैल रुकेगा नहीं अतिक्रमण अपराध यौन अपराध बलात्कार आतंकवाद नक्सली हिंसा और भी बढ़ेगी और विदेशी षड्यंत्र
और देश के गद्दारों तथा भारत में रह रहे शांति दूतों के बहुत बड़े बड़े देश विरोधी षड्यंत्र का पर्दाफाश होगा अनेक अविश्वसनीय चीजें देखने को मिलेंगी और कुछ बहुत बड़े-बड़े तथाकथित ईमानदार राजनेता न्यायाधीश पकड़े जाएंगे भारत में जो भी अन्याय अत्याचार बेईमानी भ्रष्टाचारी लोगों से जन विरोधी न्याय विरोधी लोगों और अपराधियों से लड़ने का प्रयास करेगा उसे सरकारी तंत्र और अपराधी तंत्र मिलकर नेस्तनाबूद कर देंगे और जो भी सबसे भ्रष्ट न्याय तंत्र की कमियां उजागर करने का प्रयास करेगा उसे सभी पदों से हटाने का असफल प्रयास किया जाएगा न्याय तंत्र में इस वर्ष के अंत तक आमूलचूल परिवर्तन होने की संभावना दिख रही है और कॉलेजियम सिस्टम का अंत बहुत निकट है जिससे देश के 100 घरानों का एकाधिकार समाप्त हो जाएगा
डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम और विज्ञान अनुसंधान केंद्र साथ में सुरेश कुमार वर्मा बाबा एटॉमिक रिसर्च सेंटर डॉ मानवेंद्र डॉक्टर श्वेता पद्मा श्री राजकुमार मौर्य इसरो कन्हैया लाल पांडे ज्योतिष एवं कर्मकांड मनीष कुमार पांडे के एन राय और एसके उपाध्याय देसी कहावत और भारतीय ज्योतिष के विशेषज्ञ दिनांक 3 मई 2022
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