मौसम की भविष्यवाणी संपूर्ण भारत में मौसम लगभग शुष्क और सुहावना रहेगा जौनपुर सहित उत्तर भारत में हल्की धुंध हल्के बादल रहेंगे वर्षा की कोई संभावना 31 अक्टूबर तक नहीं है इसको हमारे केंद्र द्वारा 1 अक्टूबर को घोषित कर दिया गया था
सन 1985 के बाद यह पहली बार है जब कि दीपावली में अच्छी खासी ठंड पड़नी शुरू हो गई है वैसे तो इस वर्ष ठंड का आरंभ 15 सितंबर को ही हो गया था बीच में दिन में गर्मी उमस पसीने के साथ यह क्रम 15 अक्टूबर तक जारी रहा लेकिन 15 अक्टूबर से ठंड स्थाई रूप से बढ़ती चली जा रही है और 15 नवंबर तक बहुत ही तेज हो जाएगी
इस वर्ष ठंड सभी ज्ञात अज्ञात कीर्ति मानो को तोड़ देगी इसलिए सभी लोग अभी से तदनुसार अपने-अपने प्रबंध कर ले बाद में पछताने के अलावा और कुछ नहीं मिलेगा उत्तर भारत के मैदानों में अनेक जगहों पर तापमान शून्य से भी नीचे चला जाएगा जौनपुर में भी इस बार तापमान 0 डिग्री से लेकर 3 डिग्री न्यूनतम आने की पूरी संभावना बन रही है
लेह लद्दाख कारगिल शिमला नेपाल भूटान अरुणाचल प्रदेश हिमालय क्षेत्र में तापमान -40 से लेकर 0 डिग्री न्यूनतम पहुंच जाएगा और यह ठंड बहुत दीर्घकाल तक पूरे 6 महीने 15 सितंबर से 15 मार्च तक चलेगी इस बात में कोई भी शंका नहीं है क्योंकि हमारे अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र के विद्वान लोगों ने गहन अध्ययन अनुसंधान करके ज्योतिष और पंचांग का अध्ययन करके उपग्रह से प्राप्त चित्रों और आंकड़ों के आधार पर तथा देशी कहावतों के आधार पर यह भविष्यवाणी किया है और 46 वर्षों में कभी भी हमारे केंद्र की भविष्यवाणियां गलत नहीं हुई
अभी फिलहाल 15 नवंबर तक मौसम बहुत सुहावना रहेगा रात में और भोर में ठंड बहुत ज्यादा हो जाएगी बीच में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में एक महा चक्रवात का जन्म होकर इसमें थोड़ा बहुत व्यतिक्रम पैदा कर सकता है दक्षिण भारत के केरल तमिलनाडु को छोड़कर संपूर्ण भारत में इस बार सर्दी का मौसम होगा और जैसे-जैसे उत्तर की ओर बढ़ते जाएंगे ठंड तीव्र से तीव्र होती जाएगी ठंड के काल में होने वाली वर्षा झंझावात बिजली की चमक गरज और तेज हवाएं तथा प्रबल शीतलहर के झोंके वातावरण को और भी आ रहे और तीव्र बना देंगे जनहित में बातें एक बार फिर से लिख दी जा रही है वैसे तो हमारे केंद्र के द्वारा संपूर्ण विश्व के मौसम खेल राजनीतिक युद्ध और अंतरिक्ष तथा अन्य चीजों के बारे में एक बार जनवरी में और एक बार नए भारतीय वर्ष चैत्र माह के मार्च में विस्तार से कर दिया जाता है जिसका बार-बार दोहराया जाना जनहित देश हित समाज हित में आवश्यक है इसका एक प्रमाण है कि रूस यूक्रेन युद्ध का और कोरोना का समापन होने की भविष्यवाणी जनवरी 2022 में ही कर दिया गया था डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि और निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम और विज्ञान अनुसंधान केंद्र साथ में डॉक्टर श्वेता सिंह मानवेंद्र सुरेश कुमार वर्मा कन्हैया लाल पांडे एसके उपाध्याय मनीष कुमार पांडे के ए राय राजकुमार मौर्य और पद्मा सिंह
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