👉 *सुनियोजित षड्यंत्र का खुलासा*
👉 *एक ऐसा षड्यंत्र जो देश विरोधी भी है*
👉 *आतंक........ की...... चिंतित करती चुनौती*
👉 *कन्हैया लाल और उमेश कोहले की हत्या के आरोपपत्र उनके लिए चेतावनी है,, जो इन हत्याओं को हल्के में ले रहे थे*!!
👉 *नूपुर शर्मा विवाद के बाद दो हत्याओं ने पूरे देश में सनसनी फैला दी थी!! अब उनसे संबंधित आरोपपत्र न्यायालय में प्रस्तुत किए जा चुके हैं!! महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोहले और राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या से संबंधित आरोपपत्रों से स्पष्ट हो जाता है कि यह तत्कालिक गुस्से में की गई हत्याए नहीं थी! हत्यारे और हत्या की साजिश रचने वाले कट्टरपंथी इस्लामी विचारधारा वाले समूहों से जुड़े थे!! कोहले की हत्या में राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने पाया कि सभी आरोपी तबलीगी जमात से जुड़े थे जो कन्हैया लाल के हत्यारे दावत - ए - इस्लामी से!! यह आतंकी माड्यूल की तरह काम कर रहे थे!! कन्हैया लाल की हत्या में 2 पाकिस्तानियों का नाम भी आरोपपत्र में है!! वास्तव में यह आरोपपत्र उन लोगों के लिए चेतावनी जैसे होने चाहिए,, जो ऐसे जघन्य हत्याकांडो पर भी राजनीति कर रहे थे!! कुछ लोगों ने यह कहकर इसे हल्का करने का प्रयास किया कि नूपुर की पैगंबर साहब पर टिप्पणी से गुस्से में आकर उन्होंने ऐसा किया होगा!! हालांकि सामान्य अवस्था में इस तरह कोई गला नहीं काटता!! यह वही करने की हिम्मत जूटाएगा, जिसमें यह भाव भरा गया हो कि इस्लाम के विरोध को सहन करना मजहब विरोधी आचरण है तथा ऐसे विरोधियों की हत्या ही मजहब की सेवा है!! ऐसा वही कर सकते हैं,, जो पुरजोर तरीके से यह नारा लगाते हैं कि "गुस्ताख- ए - रसूल" की एक ही सजा,, सिर तन से जुदा,,!! इन दोनों हत्याओं की अभी तक हुई जांच के आधार पर प्रस्तुत आरोपपत्रों ने इस बात को सच साबित किया है*!!
👉 *समाचार के कुछ प्रमुख हेडिंग्स*✍️
👉 *दोनों जगह पहले राज्य पुलिस ने जांच आरंभ की, लेकिन इसमें कट्टर इस्लामी आंतकवाद की भूमिका सामने आने के साथ मामला एनआईए को सौंप दिया*!
👉 *जबकि दोनों मामलों में आरंभिक जांच में जितने तथ्य सामने आए, उससे अनुमान लग गया था कि यह कोई सामान्य मामले नहीं*!!
👉 *तबलीगी जमात एक सुन्नी संगठन है,, लगभग 100 वर्ष पहले उसकी स्थापना भारत में ही हुई थी! इसका घोषित उद्देश्य मजहबी प्रचार और लोगों को इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करना है*
👉 *उसकी कट्टरता को देखते हुए, सऊदी अरब ने 2 वर्ष पहले ही उसे प्रतिबंधित कर दिया बंद कर दिया*
👉 *इसलिए अब देश को विचार करना होगा!! इस स्थिति को खत्म कैसे किया जाए, अगर उनका खात्मा नहीं हुआ तो यह आगे बड़ी वारदातें करने से भी नहीं हिचकैगे*
👉 *स्वतंत्र पत्रकार की कलम से यदि मेरी लेखनी ✍️से किसी के दिल को ठेस लगे तो मैं हृदय से क्षमा चाहता हूं*🙏
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