राजू पाल अति दलित समुदाय से थे वह बहुजन समाज पार्टी के विधायक थे जब 14 साल पहले उनकी हत्या कर दी गई थी
उनके हत्या के एकमात्र चश्मदीद गवाह उमेश पाल जो उनके चचेरे भाई हैं वह भी दलित समुदाय से थे उनकी कल हत्या कर दी गई और इस घटना में उमेश पाल का सरकारी गनर भी मारा गया
राजू पाल और अतीक अहमद के खानदान से पुरानी दुश्मनी थी राजू पाल की हत्या के केस में अतीक अहमद जेल में बंद है लेकिन किसी भी दलित नेता ने इस जघन्य हत्याकांड पर चिंता नहीं जताया। आज योगी जी ने विधानसभा में खुलेआम कहा कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे, तो टोंटी दर्द से कराह उठा।
मतलब दलित चिंतकों के अनुसार जब तक कोई मिश्रा, पांडे, सिंह, शर्मा अग्रवाल किसी दलित पर अत्याचार नहीं करेगा तब तक वह दलित पर अत्याचार नहीं माना जाएगा लेकिन यदि कोई मुस्लिम दलित की हत्या करें तो सब अपने कान में तेल डाल देते हैं। शुक्र है कि आज यूपी में योगी जी है वर्ना समाजवादी गुंडे यूपी का बंगाल, पंजाब से भी बुरा हाल कर देते।
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