Saturday, 4 November 2023

दूसरों पर अगर तब्सिरा कीजिए**सामने आइना रख लिया कीजिए*- ख़ुमार बाराबंकवी

*.... नहीं क्यूँ , पर हमें तो विरोध करना है !*

लखन दादा सड़क के लिए अनशन करे - विरोध करो
लखन दादा आमरण भूख हड़ताल करे - विरोध करो
लखन दादा दिल्ली पदयात्रा करें - विरोध करो
लखन दादा दंगों में ढाल बने - विरोध करो
लखन दादा भुज भूकंप में ट्रकों सामग्री बाँटे - विरोध करो
लखन दादा गरीब बस्तियों में दवाइयाँ बाँटे- विरोध करो
लखन दादा त्योहारों में शालीनता लाये - विरोध करो
लखन दादा समस्त हिन्दू जातियों को एक करें - विरोध करो
लखन दादा झाबुआ में शिवगंगा अभियान चलायें- विरोध करो।

*और फिर .....*
मालिनी भाभी राजनीति में शालीनता की  नयी परिभाषा गढ़े - विरोध करो
मालिनी भाभी कर्मठ कार्यकर्ताओं को आगे लाकर पार्षद पद का उम्मीदवार बनाये - विरोध करो
मालिनी भाभी इंदौर की गंदगी की कालिख को , सफ़ाई के चंदन में बदल दे तो भी - विरोध करो
मालिनी भाभी शहर को इतने अवॉर्ड्स माननीय मोदी जी और अमित शाह जी से दिलवा दे तो भी - विरोध करो
मालिनी भाभी भर  कोविड में अपनी टीम के साथ दवाई और भोजन बाँटें तो भी - विरोध करो
पर भाभी कहाँ रुकने वाली, जनसेवा में नये आयाम गढ़ती जा रही।

*और अब......*
एकलव्य जी क्यों लोकप्रिय हुए जा रहे - विरोध करो
ये एकलव्य जी , लखन दादा की राह पर कठोर  मेहनत  करते , क्यों नये आयाम गढ़ते जा रहे - विरोध करो
एकलव्य जी , आधी रात को कार्यकर्ताओं के सुख दुख में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे - विरोध करो
लखन दादा के बाद , ऐसा युवाओं का हुजूम एकलव्य जी के साथ है, विरोध करो।
एकलव्य जी  धर्म और राष्ट्र को अपने सिरमाथे रख कर राष्ट्रद्रोहियों से मुक़ाबला कर रहे - विरोध करो।

....तो कुल मिला के अपने को विरोध करना है, घर में  सगे- संबंधियों का, 
बाहर मित्रों का , अनजाने में अपने आचरण  से  अपने दल का।
मौक़ा मिले तो एक दूजे का भी। 

मित्रों इस तरह कि व्यवहार से किसी को नहीं जीता जा सकता, सिवाय आत्ममुग्ध होने के । 

ईश्वर ...... विरोध करने की और शक्ति दे उनको, और हम सबको संबल दे ऐसे विरोध और विरोधियों को शुचिता के मार्ग पर लाने का । 

*दूसरों पर अगर तब्सिरा कीजिए*
*सामने आइना रख लिया कीजिए*
- ख़ुमार बाराबंकवी

जय जय

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