एक डेढ़ महीने पहले जन्मा बच्चा कितना बड़ा होता है....... उसकी समझ क्या होती होगी.... माँ को भी बस वो पहचानना शुरू ही किया होगा... देखता होगा तो हाथ पैर चलाता होगा... एक निश्छल हँसी उसके चेहरे पर आजाती होगी...
वो कोई भी प्यार से गोद में उठा ले तो खुद को उसी का हिस्सा समझता होगा....
हमारे आपके बच्चे इस उम्र में ऐसे ही तो थे....
और कोई डेढ़ माह के बच्चे को खुद का शत्रु माने.... अपने मजहब के खिलाफ़ उसके वजूद को माने...
उसे मिटाना अपना फर्ज़ माने.....
क्या कहेँगे उसे....
7 अक्टूबर को हमास के मारे गए आतंकी के फ़ोन से एक वीडियो मिला जिसने हर मनुष्य को झकझोर दिया जिसने भी देखा या उसके वारे में सुना...
हमास के तीन आतंकी एक यहूदी घर में घुसे.... उस घर के पुरुष सदस्य को गोली मार दी गयी उसकी पत्नी को बंधक बना लिया....
और फिर पत्नी की गोद से उसका डेढ़ महीने का बेटा छीन उसे जीवित ही ओवन में रख दिया.....
वो बच्चा...........
उसकी माँ के साथ उन्होंने बारी बारी....
ये बीता उस दिन उस यहूदी परिवार के साथ...
क्या कोई ऐसा व्यक्ति जो दुनियाँ में कहीं भी हमास और गाज़ा के लोगों के लिए रत्ती भर संवेदना रखता है इस वीभत्स कृत्य का भागी नहीं हुआ??
और मुझे कोई एक वजह बता दे कि गाज़ा में मरते सु अ र, सु अ रि या और उनके घेटों पर मुझे दया आये...
जो बोया है..... उन्हें काटना ही चाहिए...
ये नियति उन्होंने खुद तय की है अपने लिए...
#show_no_mercy
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