मुगल तो बहुत पहले साफ हो गए अकबर या औरंगजेब के खानदान का कोई नजर नहीं आता राजनीति में भी नहीं है कोई पार्षद भी नहीं,न टीपू सुल्तान के न लक्ष्मी बाई के,ये सब अंग्रेजों से लड़े
बहुत राजा नवाब चमचे थे ब्रिटिश के,सिर्फ भारत में 642 राजाओं को मिलाने में बहुत मुश्किल आई,कश्मीर,जूनागढ़,हैदराबाद में मुस्लिम थे,लेकिन जोधपुर और जैसलमेर के राजपूत राजा जिन्ना के साथ एग्रीमेंट करके पाकिस्तान जाना चाहते थे,जिन्ना ने उन्हें हर सुविधा देने का वायदा किया था,
इधर नेहरू गांधी पटेल से ज्यादातर राजा डरते थे
मेनन पटेल और माउंटबेटन के दबाव से जोधपुर के और जैसलमेर के राजा तैयार हुए,भारत में विलय के लिए दस्तखत करने के बाद जोधपुर के राजा इतने क्रोधित हुए कि मेनन के सर पर पिस्तौल तान दी,माउंटबेटन के समझाने से माने,एक पेन के अंदर पिस्तौल फिट थी,वो पिस्तौल आज भी लंदन के ब्रिटिश म्यूजियम में है,mystery of East नाम से ,
धौलपुर के राजा तो दस्तखत करने के बाद गिरे और दिल के दौरे से चल बसे,बहुत राजा रो रहे थे कि ब्रिटेन के राजा उन्हे नेहरू गांधी पटेल के हवाले कर के भाग गए
1946 को भारत में हर आर्मी हेडक्वार्टर में आर्मी इंटेलिजेंस विभाग ने हजारों फाइल जला दी जिसमे हर राजा की ऐयाशियों का विलासिता अत्याचार का रिकॉर्ड था सबूत था,ब्रिटिश ने सोचा आज़ादी के बाद भारतीयों के हाथ फाइल लग गई तो वो राजाओं को ब्लैकमेल करेंगे,सारे राजा बहुत शादी करते थे
पटियाला के राजा की कई सौ पत्नियां थीं,जूनागढ़ के नवाब के पास हजारों कुत्ते थे,भोग विलास शिकार रास रंग करते रहते थे
आज इर्द गिर्द देखिए,कोई देशभक्त राजा का या मुगलों का नामलेवा नहीं मिलेगा,जो ब्रिटिश के तलवे चाटते रहे वो आज प्रतिष्ठित हैं।सिंधिया,वाडेयर,पटियाला और तमाम राजा,
ये बहुत बड़ी गलत फहमी है क्योंकि राजा की जात धर्म नहीं होती,बाबर को एक देश चाहिए था,
बाबर किसी हिंदू राजा को नहीं बल्कि इब्राहिम लोदी को हराकर राजा बना,हर मुगल यही रह गया,बहुत सी चीजें मुगल के कारण भारत में आई, गिना नहीं सकते
स्थापत्य कला,चित्रकला,संगीत साहित्य हर क्षेत्र में मुगल प्रभाव दिख जाते हैं,मुगल भी भारत के इश्क में गिरफ्तार थे,
दो सभ्यताएं मिलती हैं तो विकास होता है,वर्ना कुएं के मेढक बना रहता है बंदा,इतिहास को स्वीकार करो,आगे बढ़ो अब मुल्क आजाद है जो सबको समान अधिकार देता है,
मुगल ने तो नहीं भेजा आज के नेता जरूर स्विट्जरलैंड में देश से चुराया पैसा ले जा रहे हैं.
✍️Amitabh shukla
No comments:
Post a Comment