आगामी 15 दिनों तक देश विदेश का मौसम लगभग स्थिर रहेगा आने वाले 15 दिनों में अर्थात 26 दिसंबर से 10 जनवरी तक भारत का मौसम लगभग स्थिति रहेगी और देश में ठंड हवाओं की गति और दिशा तापमान वायु गुणवत्ता सूचकांक और प्रदूषण की मात्रा एवं पराबैंगनी किरणों का स्तर भी लगभग स्थिर रहेगा इस कालखंड में जौनपुर और आसपास का अधिकतम तापमान 22 से 25 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री के आसपास बना रहेगा इस कालखंड में उत्तरी भारत उत्तर प्रदेश पंजाब हरियाणा जम्मू दिल्ली बिहार झारखंड बंगाल मध्य प्रदेश और राजस्थान के अधिकांश भागों में माध्यम से लेकर घना और कहीं-कहीं अत्यंत घना कोहरा छाया रहेगा जिससे दृश्यता 0से लेकर 20 मीटर के आसपास रहेगी प्रदूषण और औद्योगिक करण तथा भौतिक प्रगति अमीनो ला नीनो के कारण गर्मी सर्दी और वर्षा की स्थितियां और मौसम का परिवर्तन पूरी दुनिया में बहुत तेजी से बदल रहा है
इस कालखंड में दक्षिण भारत में विशेष कर तमिलनाडु आंध्र के तटीय भागों और केरल के कुछ भागों में हल्की से मध्यम वर्षा होगी जबकि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी लगभग शांत रहेगा इसके बाद अर्थात 10 जनवरी 2024 से एक बार फिर भयंकर महा ठंड पूरे भारत को अपनी चपेट में ले लेगी और हिमालय पर्वतों पर भारी बर्फबारी पछुआ और उत्तरी ध्रुव की हवा के कारण महा भयंकर स्थितियां पैदा होगी तेज हवाओं के साथ झंझावात और देश का अधिकांश भागों में गरज चमक के साथ 10 जनवरी से 30 जनवरी तक अनेक बार वर्षा होने का योग है और इसका असर पशु पक्षियों से लेकर मनुष्य फल फसलों और कृषि बागवानी सब पर पड़ेगा
जहां तक अन्य देशों की बात है तो मेक्सिको को छोड़कर संपूर्ण उत्तरी अमेरिका संपूर्ण यूरोप रूस मंगोलिया चीन जापान कोरिया तिब्बत और अरब के देश बर्फ की सफेद चादर से ढक जाएंगे मंगोलिया और चीन तथा कनाडा और ग्रीनलैंड के अनेक भागों का तापमान- 50 से - 80 डिग्री सेंटीग्रेड तक गिर जाएगा और चारों ओर बर्फ की सफेद चादर फैली हुई दिखेगी अंटार्कटिका भी बेहद ठंडा रहेगा जबकि ऑस्ट्रेलिया दक्षिण अफ्रीका दक्षिण अमेरिका में और विषुवत वृत्त के आसपास गर्मी के साथ तेज आंधी तूफान वर्ष के प्रचंड योग बन रहे हैं
26 दिसंबर से 10 जनवरी तक भारत सहित दुनिया में तीन मध्यम और एक तेज भूकंप और अनेक ज्वालामुखी विस्फोट होंगे जबकि 10 जनवरी से 30 जनवरी तक आंधी तूफान चक्रवात महा चक्रवात बर्फ के तूफान भूकंप हिमस्खलन के साथ-साथ हरीकेन टॉरनेडो टेलीफोन का और बर्फ की अधियों दो महा भूकंप का योग देश विदेश में बन रहा है
जनवरी में भारत के उत्तरी मैदाने में अनेक स्थानों का तापमान 0 अथवा शून्य से नीचे चला जाएगा जबकि जौनपुर में भी है तापमान गिरकर 2 से 5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम हो जाएगा कई दिनों तक सूर्य के दर्शन होने की संभावना नहीं है जनवरी में ठंड का असर मुंबई नालासोपारा वसई विरार से पुणे और उड़ीसा तक देखा जाएगा केवल तमिलनाडु केरल और आंध्र प्रदेश इसका अपवाद रहेंगे जहां का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से लेकर 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा
बदलते मौसम की वजह से बादल वर्षा तूफान चक्रवर्ती सर्दी गर्मी कुछ व्यवस्था ही नहीं रह गया है कहीं भी और कभी भी कुछ भी घटित हो सकता है अंतरिक्ष में चित्र विचित्र मौसम के परिवर्तन होंगे और सूर्य के सतह पर होने वाले प्रचंड नाभिकीय विस्फोट से उत्पन्न आंधियां और सौर तूफान तथा सौर कलंक अनेक महान परिवर्तन स्थापित करेंगे डॉक्टर दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योति शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी केंद्र जौनपुर
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