-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्योहारा में मनाया गया "विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस "/"वर्ल्ड मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे"/स्योहारा-डॉ०उस्मान ज़ैदी)-------
शासन के आदेशों के क्रम में आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्योहारा में अधीक्षक डॉक्टर बी के स्नेही के नेतृत्व में मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया गया ।इस दौरान अधीक्षक डॉक्टर बी के स्नेही के नेतृत्व में पूरे ब्लॉक के पीएचसी और हेल्थ वैलनेस सेंटर और उपकेंद्रों पर भी उक्त कार्यक्रम मनाया गया और किशोरियों को सेनेटरी नेपकिन पैड वितरित किए गए।इस दौरान डॉक्टर स्नेही ने बताया कि इस बार की थीम "टूगेदर फोर ए पीरियड फ्रेंडली वर्ल्ड "। डा स्नेही ने बताया कि माहवारी के दौरान साफ सूती कपड़े या पैड का इस्तेमाल करें,कपड़े का पैड या नेपकिन गीला हो जाने पर अथवा आवश्यकता अनुसार बदले, कपड़े के पैड को हर उपयोग के बाद साबुन से धोए और धूप में सुखाए, कपड़े या पैड बदलने के पहिले और बाद में साबुन से हाथ धोए, पैड बदलते समय हर बार अपने जननांग को पानी से धोए और उचित सफाई नहाना खाना और खेलकूद जारी रखे। अधीक्षक सीएचसी स्योहारा डॉक्टर बी के स्नेही ने इस दौरान बताया कि प्रति वर्ष 28 मई को दुनिया भर में ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ यानी ‘वर्ल्ड मेन्सट्रुअल हाइजीन डे’ मनाया जाता है. इस दिन को माहवारी या मासिक धर्म के प्रति स्वच्छता बनाये रखने और इस से सम्बंधित भ्रांतियां मिटाने के उद्देश्य से मनाया जाता है.
बता दें कि गांव ही नहीं, शहरों में भी रहने वाली बहुत सी महिलाएं आज के इस हाईटेक दौर में भी मासिक धर्म से जुड़ी कई जरूरी चीजों से अंजान हैं. जिसकी वजह से उनके द्वारा बरती गयी थोड़ी सी भी लापरवाही, महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर और योनी संक्रमण जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार बना सकती है.
‘वर्ल्ड मेन्सट्रुअल हाइजीन डे’ मनाने की शुरुआत सबसे पहले वर्ष 2014 में की गयी थी. जिसको जर्मन नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन WASH यूनाइटेड ने शुरू किया था. तब से प्रति वर्ष 28 मई को ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ सेलिब्रेट किया जाता है.
‘वर्ल्ड मेन्सट्रुअल हाइजीन डे’ मनाने का उद्देश्य, युवतियों और महिलाओं को माहवारी के दौरान स्वच्छता का ख्याल रखने के प्रति जागरूक करना है. साथ ही मासिक धर्म के सम्बन्ध में अहम जानकारी उपलब्ध करवाना है. ताकि वो किसी तरह की बीमारी का शिकार होने से बची रह सकें.
वर्ल्ड मेन्सट्रुअल हाइजीन डे’ 28 तारीख को मनाये जाने का खास महत्त्व है. ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादातर महिलाओं और युवतियों को हर महीने 5 दिन मासिक धर्म होता है और पीरियड्स साइकिल का औसत अंतराल 28 दिन का होता है. इसी वजह से इस दिन को 28 तारिख को मनाया जाता है.!
आज के हाईटेक दौर में भी ऐसी युवतियां और महिलाएं बड़ी संख्या में हैं. जो मासिक धर्म से जुड़ी बातों पर खुलकर बात नहीं कर पाती हैं. इसलिए वो इन बातों से अंजान रहती हैं कि माहवारी के दौरान किन बातों का ख्याल रखना जरूरी है. साथ ही उनको ये बताने वाला भी कोई नहीं होता है कि पीरियड के समय किस तरह की दिक्कतें सामने आ सकती हैं और कौन सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है. ऐसे में ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ के अवसर पर महिलाओं और युवतियों को इन ही बातों को समझाने की कोशिश की जाती है.
साथ ही इस बात पर जोर दिया जाता है कि मासिक धर्म एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है, जिस पर खुलकर बात करना जरूरी है. जिससे उनको इससे जुड़ी किसी भी तरह की बीमारी से बचाया जा सके। साथ ही इस दौरान उपयोग में लाए जाने वाले नेपकिन पैड के उचित निस्तारण के बारे में सभी किशोरियों को बताया गया।इस दौरान स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी कोमल सिंह,डॉक्टर रहमत, डा राकेश कुमार, बीपीएम प्रमोद कुमार, बीसीपीएम सुधीर कुमार, आई ओ वीर सिंह, हेल्थ सुपरवाइजर राजेश कुमार, फार्मासिस्ट हरीश रोहियाल, फार्मासिस्ट प्रदीप रावत फार्मासिस्ट योगेश कुमार, ऑप्टोमेट्रिक धीरेंद्र कुमार स्टाफ नर्स रसीदा ,अनम,राशि, अनीता और ज्योति आदि उपस्थित रही ।
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