भारत में एक 8 साल की बच्ची ने लेखन के क्षेत्र में ऐसा कमाल कर दिखाया है, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे? 🌟 गाजियाबाद की रहने वाली अभिजीता, जिन्हें अब दुनिया की सबसे कम उम्र की लेखिका माना जा रहा है, ने मात्र 7 साल की उम्र में अपनी पहली किताब प्रकाशित कर दी थी। ✍️📚
अभिजीता ने अब तक कुल तीन किताबें लिखी हैं और उन्हें 'ग्रैंडमास्टर ऑफ राइटिंग' का खिताब भी मिल चुका है। 🎖️ जब वे सिर्फ 5 साल की थीं, तब उन्होंने अपनी पहली कहानी लिखी थी, और उसी समय उन्हें यह एहसास हुआ कि उन्हें लेखन से प्यार है। इसके बाद से उन्होंने अपने लेखन को जारी रखा और लॉकडाउन के दौरान अपनी लेखन कला को और निखारने का अवसर मिला।
इस कठिन समय में, जब बच्चे बाहर खेलने नहीं जा सकते थे, अभिजीता ने अपनी लेखनी को ही अपनी दुनिया बना लिया। ✍️✨ अभिजीता के माता-पिता ने भी उनके इस जुनून को प्रोत्साहित किया। उन्होंने अभिजीता को किताबों से प्यार करना सिखाया, ताकि वह टीवी और फोन से दूर रह सकें। 📚💖
अभिजीता की लेखन यात्रा और भी दिलचस्प है क्योंकि उनका संबंध देश के प्रख्यात कवि मैथिलीशरण गुप्त से है। 📝🌸 अभिजीता के नाम पर पहले ही 5 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रिकॉर्ड दर्ज हैं।
अभिजीता के लेखन के प्रति इस गहरे प्रेम को देखते हुए, उन्हें 'ग्रैंडमास्टर ऑफ राइटिंग' के खिताब से नवाजा गया है। 🏅 इस छोटी उम्र में ही उन्हें देश के 40 यूथ आइकन की सूची में भी शामिल किया गया था।
लेखन के अलावा, अभिजीता को पेंटिंग और स्केच बनाना भी पसंद है। 🎨🖌️ उनके माता-पिता के प्रोत्साहन और उनके खुद के दृढ़ संकल्प ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। अभिजीता के शब्दों में, "लेखन के जरिये मैं पूरी दुनिया से संवाद कर सकती हूँ," और यही उनका सबसे बड़ा जुनून है। 🌍❤️
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