लीवर हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यह भोजन पचाने, एनर्जी देने और विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का पूरी तरह काम करता है। ऐसे में लीवर का स्वस्थ होना बहुत आवश्यक होता है। प्रदूषित वातावरण, गलत खान-पान, सिगरेट और शराब के अत्यधिक सेवन से लीवर में सूजन आ जाती है। ऐसे में कुछ आसान घरेलू उपाय अपनाकर लीवर को स्वस्थ रखा जा सकता है।
लीवर खराब होने के लक्षण
पेट में सूजन : जब भी पेट में अत्यधिक सूजन आती है तो यह लीवर खराब होने का संकेत होता है।
मुंह से दुर्गंध आना : कभी कभी मुँह की सफाई करने के बाद भी अगर मुँह से पूरी तरह बदबू आती है तो यह भी लीवर के खराब होने का गंभीर संकेत होता है।
पाचन क्रिया खराब होना : जब कभी भी खाना खाने के बाद अगर पेट में कोई गंभीर समस्या होती है, तो यह लीवर खराब होने का संकेत होता है।
चेहरे और आंखों में पीलापन : अगर आपके चेहरे पर पीलापन दिखाई दे तो यह भी लीवर के खराब होने का संकेत होता है।
यूरिन का रंग बदलना : पेशाब का रंग भी अगर थोड़ा डार्क या हल्का होता है तो यह भी लीवर के खराब होने का गंभीर संकेत होता है।
लीवर को ठीक करने के घरेलू उपाय :
गाजर का जूस : लीवर की सूजन को पूरी तरह कम करने के लिए रोजाना गाजर का जूस पीएं। इसके अलावा गाजर जूस में पालक जूस मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
मुलेठी : इसके लिए मुलेठी को अच्छी तरह पीसकर पाउडर बना लें और इसे पानी में उबालें। जब पानी ठंडा हो जाए तो इसे छान कर पूरी तरह पी लें। इससे लीवर की सूजन और गर्मी पूरी तरह दूर होगी।
सेब का सिरका : लीवर की सूजन को पूरी तरह कम करने के लिए 1 चम्मच सेब के सिरका और 1 चम्मच शहद को 1 गिलास पानी में अच्छी तरह मिलाकर पीएं। इससे शरीर से विषैला पदार्थ पूरी तरह बाहर निकलेंगे और सूजन कम होगी।
नींबू : इसके लिए 1 गिलास पानी में 1 नींबू का रस और थोड़ा-सा सेंधा नमक मिलाकर पीने से भी बहुत अधिक फायदा होता है। दिन में दो-तीन बार इसका सेवन करने से लीवर की गर्मी पूरी तरह दूर होती है।
छाछ : 1 गिलास छाछ में काली मिर्च, हींग और भूना जीरा डालकर भोजन के साथ अवश्य पीएं। इससे लीवर की सूजन और गर्मी पूरी तरह दूर होगी।
लिवर को स्वस्थ रखने का आयुर्वेदिक उपाय :
आवश्यक सामग्री : भृंगराज, भूमि-आंवला, तुलसी पत्र, कासनी, हरड़, पुनर्नवा मूल, गिलोय, आंवला, रेवतचीनी, वायविडंग, सारपुखा मूल, पितपापड़ा सत, तालीसपत्र, चित्रक छाल, कर्चूर, नीसोथ, मुलेठी, रोहिडा छाल, मकोय, कसोंदि सत, अर्जुन छाल।
लिवर केयर चूर्ण बनाने और सेवन करने की प्रयोग विधि :
ऊपर दि गयी औषधियों को एक करके बारीक़ पीस ले उसके बाद पुनर्नवारिष्ट की दो भावना देकर सुखाकर रख लीजिए । बस हो गया आपका लिवर केयर चूर्ण तैयार। इस चूर्ण की एक चम्मच को एक कप पानी मे डालकर हिला कर छोड़ दे।
फिर एक घंटे बाद हिलाकर पिये इस तरह दिन मे दो बार लेने से लिवर कब्ज़ तथा हेपटाइटिस बी इन तीनों बीमारियों से छुटकारा मिल जाएगा।
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