Wednesday, 15 January 2025

आज भी धूप नहीं होगी अधिक से अधिक सूर्य का गोला दिख सकता है वह भी मुश्किल है डॉक्टर दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर*

*आज भी धूप नहीं होगी अधिक से अधिक सूर्य का गोला दिख सकता है वह भी मुश्किल है डॉक्टर दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि निदेशक अलका  शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर*
कल हमारे केंद्र द्वारा धूप बिल्कुल नहीं निकलने की और केवल सूर्य का गोला अंतिम समय शाम देखने की भविष्यवाणी की गई थी वह पूरी सही हुई आज उससे भी खराबी स्थिति रहेगी न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस होने की संभावना है हवा की दिशा पूर्वी और गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा के आसपास होगी वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत ही खराब 400 के आसपास रहेगा और पराबैंगनी किरणों का स्टार 1 से 2 के बीच रहेगा कल भी लगभग यही स्थिति रहेगी हल्की धूप हो सकती है कल और परसों कोहरे के साथ बदल भी रहेगा और हवा की दिशा पूर्वी उत्तर पूर्वी से बदलकर उत्तरी उत्तरी पश्चिमी हो जाने की संभावना है 15 जनवरी तक लगातार विकट मौसम भयानक शीतलहरी ठंड और गलन की हमारे केंद्र की भविष्यवाणी पूरी तरह से सही निकली इस बार इस ठंड ने 1994 के लगातार धूप न होने का कीर्तिमान तोड़ दिया जब लगातार 14 दिनों तक धूप नहीं हुई थी उसे वर्ष 20 दिनों में 14 दिन सूर्य नहीं निकाला और इस बार 20 दिन में 17 दिन धूप नहीं निकली है केवल तीन दिन धूप दिखाई पड़ी है वह अभी एक दिन को छोड़कर नाम मात्र की राही 


जौनपुर और आसपास के जनपदों में और उत्तर भारत में ठंड गैलन शीतलहर तेज हवाओं का दौरा और हिमालय पर बर्फबारी अनेक स्थानों पर वर्षा कहीं-कहीं ओलावृष्टि और कहीं-कहीं बिजली की चमक गरज के साथ वर्ष का यह कम 31 जनवरी तक जारी रहेगा जिसमें बीच-बीच में कुछ दिन धूप वाला अच्छा मौसम भी रहेगा जौनपुर और आसपास कल और परसों बादलों के साथ कहीं-कहीं बूंदाबांदी और कुछ स्थानों पर ओला गिरने की संभावना है यह स्थान उत्तरी भारत में भी रहेगा मध्य प्रदेश बिहार उड़ीसा में भी यह स्थिति रहेगी दक्षिण भारत में इस समय मौसम वर्षा वाला रहेगा और बंगाल की खाड़ी में एक माध्यम विक्षोभ के कारण अंडमान निकोबार तमिलनाडु पुडुचेरी आंध्र और केरल के कुछ भागों में और दक्षिणी भारत में अन्य जगह कहीं-कहीं वर्षा होगी कन्याकुमारी और आसपास बहुत तेज हवाएं चलेंगे मुंबई में कुल मिलाकर तेज हवाएं और अच्छा मौसम रहेगा वहां भी बदल हो सकते हैं दिल्ली और आसपास भी आज और दो-तीन दिनों में मौसम बिगड़ने और हल्की वर्षा की संभावना है पूर्वोत्तर भारत में भी तेज हवाएं और शीत लहर चलेगी कोलकाता बंगाल और बिहार में भी मौसम खराब रहेगा 


यह मौसम किसी एक कारण से नहीं अनेक कर्म से हो रहा है जिसमें सबसे बड़ा कारण समुद्र की सतह का गर्म होना ला नीना और ला नीनो प्रभाव हिमालय पर पामीर पर्वत में बिगड़ रहा मौसम भूमध्य सागर क्षेत्र में कमजोर विक्षोभ और उत्तरी ध्रुव  अमेरिका यूरोप और उत्तरी एशिया का बहुत अधिक ठंड और शीतल हो जाना है इसके अलावा इस समय सूर्य पर प्रचंड विस्फोट और सौर ज्वालाएं दुनिया में ठंड बढ़ने का प्रमुख कारण है चीन सहित कुछ देशों द्वारा कृत्रिम वर्षा और दक्षिणी ध्रुव अर्थात अंटार्कटिका में लगातार बर्फ का काम होना और गर्मी का बढ़ जाना सहित अमेजॉन और दक्षिण पूर्वी एशिया के घने जंगलों का विस्तार पहले की अपेक्षा एक चौथाई रह जाना समुद्र के तेल टैंक करो द्वारा तेल के बिछी परत के साथ समुद्र में प्लास्टिक कचरे के साथ-साथ अन्य कचरो का फैलने जाना और प्रकृति पर्यावरण के विरुद्ध लगातार काम करना है जिससे प्रकृति असंतुलित और क्रोधित हो गई है इसलिए जनवरी महीने में संपूर्ण विश्व का मौसम असंतुलित हो गया है और बहुत बड़ी-बड़ी घटनाओं के घटना की संभावना बढ़ गई है मनुष्य जीव जंतुओं और पशु पक्षियों का शारीरिक प्रतिरोध और क्षमता भी बहुत कम हो गई है जबकि अब पहले जितनी ठंड और गर्मी नहीं पड़ रही है

इन सब में बड़ी भूमिका मानव जाति द्वारा जहर भरा कूड़ा कचरा प्लास्टिक और इलेक्ट्रॉनिक कचरा डिटर्जेंट पाउडर और रासायनिक गोल कल कारखानों से उत्पन्न जहर भरा दूंगा लगातार युद्ध और परमाणु परीक्षण उपग्रह और वायुयानों की संख्या अंतरिक्ष में बढ़ाना वाहनों का पूरी दुनिया में बहुत अधिक बढ़ जाना सीमेंट और कंक्रीट के जंगल पूरे संसार में फैलने और घने जंगल हरियाली का भयंकर गत से कम होते जाना के साथ-साथ बड़ी संख्या में उपयोग किया जा रहे हैं फ्रिज रेफ्रिजरेटर बिजली के चूल्हे सहित मोटर गाड़ियां और उनसे उत्पन्न प्रदूषण और उनसे निकलने वाली तरंगें हैं जिसे वातावरण का संतुलन पूरी तरह बिगाड़ कर रख दिया है और यह सुधरने वाला भी नहीं है इसलिए मौसम में एकरूपता नहीं हो पा रही है और पहले की तरह हफ्तों और महीनों तक चलने वाली हवा की धाराएं नहीं बन पा रही हैं इसलिए भारत में वर्षा का क्रम तेज तो हुआ है लेकिन उसकी अवधि बहुत कम हो गई है पहले हफ्तों से 15 दिनों तक लगातार मूसलाधार वर्षा होती थी अब ऐसा नहीं दिख रहा है इसलिए प्रकृति और मौसम दोनों ही बहुत ही प्रतिकूल हो गया है जिस तरह तालाब में फेंका गया एक बड़ा पत्थर पूरे तालाब में हलचल मचा देता है इस तरह प्रदूषण और जहर भरे वातावरण ने सभी कारकों को बिगाड़ कर रख दिया हैइसलिए पूरी दुनिया में कहीं भी कभी भी मौसम अप्रत्याशित रूप ले सकता है 

इसी कारण शहर और अरब के रेगिस्तान में और राजस्थान में मूसलाधार वर्षा हो रही है और बर्फबारी भी हो रही है जबकि कर्क और मकर रेखा पर स्थितियां अत्यधिक गर्म हो रही हैं और महासागरों में बनने वाले चक्रवात वहां चक्रवात भी पूरी तरह बन नहीं रहे हैं इस वजह से कहीं-कभी भी प्रचंड भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट के साथ सुनामी का खतरा संभव है आने वाले दिनों में यह खतरा और भी बढ़ जाएगा कुल मिलाकर अभी एक सप्ताह तक अच्छी धूप की आशा नहीं है और जनवरी के बाद फरवरी में भी प्रचंड ठंड के साथ बीच-बीच में गर्मी का तेज दौर भी जारी रहेगा और 15 मार्च तक मौसम एनकेएन प्रकारण ठंड का रहेगा

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