विवाह के बाद आपके ऊपर
1) 498A,
2)125 crpc,
3)406 IPC,
4)377 IPC,
5)दहेज प्रतिषेध अधिनियम की धारा 5 ,6,
6)धारा 24 HMA,
7)घरेलू हिंसा अधिनियम की धारा 12
इत्यादि इतनी धाराएं लग सकती है।।
सोच समझकर करे विवाह..... अगर नीच बाज़ारू लड़कियों के चक्कर मे फंस गए तो जीवन हो सकता है बर्बाद.....
1)अगर कोई लड़की या लड़की का परिवार ये कहे कि हम कुछ दे नही पाएंगे....तो ऐसे परिवार में न करे शादी....क्योंकि अनुभव कहता है कि जो कुछ दे नही पाता वो बाद में बहुत कुछ ले जाता है।
2)लड़की अगर ज्यादा पढ़ी लिखी है तो सोच समझकर ही शादी करे क्योंकि कुत्तो को घी हज़म नही होता....अक्सर ऐसी लडकिया superiority Disorder से ग्रसित होती है। औऱ कुछ दिन में ही तलाक़ ले लेती है।
3)जिस घर मे लड़की की माँ खूब बोलती हो और बाप जोरू का गुलाम लगे ,वहां भूलकर भी शादी न करे।
4) अगर लड़की ये कहे की शादी के बाद आप मेरे माता-पिता को भी वही रेस्पेक्ट देंगे जो मैं आपके माता पिता को दूंगी.....तो भूलकर भी न करे शादी क्योंकि इस तरह की शर्तों का अर्थ बड़ी दूर तक जाता है
5)लड़की अगर पुलिस या वकील है तो शादी सपने में भी न करे....खैर वकील या पुलिस के पेशे से सम्बंधित लडकिया अक्सर कुंवारी ही जीवन काटती देखी गयी है ....इनसे समाज दूर रहता है।
लोग लड़कियों से नही बल्कि कानून से डरते है....लड़की से तो कॉकरोच भी नही डरता तो हम मर्द क्या खाक डरेंगे।।
मूंछे कितनी भी बड़ी हो जाये रहती हमेशा नाक के नीचे ही है.... माँ सीता हो या देवी द्रौपदी...या अनुसुइया या अपाला या मदालसा या लोपमुद्रा... ये वो महान स्त्रिया थी जो महलों की राजकुमारिया थी...और इन्होंने वन में भी अपने पतियों का साथ दिया तथा अपने हाथ से खाना बनाकर पतियों को खिलाती थी....
आज की सड़कछाप आधुनिक लडकिया क्या उपरोक्त महारानियो से भी बढ़कर है???
No comments:
Post a Comment