Friday, 21 March 2025

21 मार्च विश्व में भौगोलिक दृष्टि से एक अद्भुत दिन होता है जब दिन रात सर्दी गर्मी बराबर रहता है

21 मार्च विश्व में भौगोलिक दृष्टि से एक अद्भुत दिन होता है जब दिन रात सर्दी गर्मी बराबर रहता है और सूर्य ठीक पूर्व से उगेंगे और ठीक पश्चिम में अस्त होंगे यह दिन अंतिम बार ठंड के विदा होने और गर्मी के आगमन का बिंदु है और इसके साथ ही उत्तरी गोलार्ध में गर्मी और दक्षिणी गोलार्ध में ठंडी बढ़ाने का क्रम आज के दिन ही शुरू होता है यह कल बसंत का समय भी होता है जब फासले पक रही होतीहैं पेड़ पौधे नई-नई पत्तियां फूलों फलों और कोंपलों से लदी होती हैं चारों ओर शीतल मंद सुगंधित पवन मलय पवन और हिमालय के बर्फीले झोंकों के साथ बहती हैं

यह अद्भुत भौगोलिक घटना इसलिए घटित होती है क्योंकि यह समस्त परम विश्व गतिशील है और एक दूसरे की परिक्रमा कर रहा है हमारा चंद्रमा पृथ्वी के पृथ्वी सूर्य की सूर्य अपनी आकाशगंगा का और अपनी आकाशगंगा स्थानीय विश्व समुदायों के साथ परम ब्रह्मांड का चक्कर लगा रहा है और परम ब्रह्मांड किसका चक्कर लगा रहा है वह शक्ति और सट्टा जो विज्ञान के लिए अज्ञात है धर्म दर्शन में उसी को भारत के ऋषि मुनि ब्रह्म ऋषियों और मनुष्यों ने ईश्वर कहा है 

हमारे सारे ग्रह नक्षत्र सौरमंडल में सूर्य का चक्कर लगाते हुए स्वयं भी अपनी धुरी पर घूमते रहते हैं जिस तरह नाचता हुआ एक लड्डू अपने अक्ष पर घूमते हुए आगे भी बढ़ता रहता है वैसे ही गति ब्रह्मांड में सभी पिंडों की होती है और बसंत का यह मौसम पतझड़ का मौसम भी कहा जाता है इस समय पृथ्वी का दक्षिणी ध्रुव सूर्य के सम्मुख आने से दूर होता जाता है और उत्तरी ध्रुव सूर्य के पास आने लगता है इसीलिए 21 मार्च को पूरे विश्व में वर्तमान समय में उत्तरी गोलार्ध में ठंडी गर्मी दिन रात बराबर होते हैं पहले दक्षिणी गोलार्ध मालूम नहीं था इसलिए उत्तरी गोलार्ध को ही पूरा विश्व माना जाता था यूरोप के लोग इसको बाद में जाने जबकि भारतीय लोग सारी दुनिया को पहले से जानते थे 

इसके अतिरिक्त हमारी धरती पर चार अद्भुत भौगोलिक दिन होते हैं जिम 21 मार्च के अलावा 23 सितंबर ऐसा दिन है जब एक बार फिर से पूरी दुनिया में दिन रात सर्दी गर्मी बराबर होते हैं और 21 जून वह दिन होता है जो उत्तरी गोलार्ध में सबसे बड़ा दिन और सबसे छोटी रात लेकर आता है जबकि 22 दिसंबर वह दिन होता है जब दक्षिणी गोलार्ध में सबसे बड़ा दिन और सबसे छोटी रात लेकर आता है इस प्रकार 21 मार्च 23 सितंबर 21 जून और 22 दिसंबर पृथ्वी पर बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होते हैं आपने देखा होगा कि 21 मार्च और 23 सितंबर के एक महीना आगे पीछे मौसम बहुत सुहाना और सुखद रहता है जबकि 21 जून और 22 दिसंबर के आगे पीछे एक महीने गर्मी और ठंडी चरम पर होती है मौसम उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में बिल्कुल अलग-अलग होता है जैसे की 21 जून को जब धरती पर उत्तरी गोलार्ध में सबसे बड़ा दिन होता है तब दक्षिणी गोलार्ध में सबसे बड़ी रात होती हैऔर उत्तरी गोलार्ध में 21 जून को सबसे अधिक गर्मी पड़ती है तो दक्षिणी गोलार्ध में सबसे अधिक ठंडी पड़ती है इसलिए दक्षिणी गोलार्ध में पढ़ने वाले या काम करने वालों का अवकाश 22 दिसंबर की जगह 21 जून के आसपास प्रारंभ होता है 

इस प्रकार 21 मार्च 23 दिसंबर सितंबर 21 जून और 22 दिसंबर खगोल विदो वैज्ञानिकों के अलावा सबके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण दिन और तिथियां होती हैं जिससे आसमान में सूर्य की स्थिति ग्रह नक्षत्र की स्थिति का आकलन करने में भी आसानी होती है और लोग वैज्ञानिक तथा अंतरिक्ष के तथ्यों से अवगत रहते हैं इस समय वास्तु और ज्योतिष के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण दिन होता है क्योंकि अपने घर की स्थिति का आकलन आप बिल्कुल सही-सही बिना चुंबकीय सूर्य कंपास के कर सकते हैं जिस दिशा में जहां सूर्य उगता है वह ठीक पूर्व दिशा होता है और सुबह जहां सूर्य डूबता है वह ठीक पश्चिम इस प्रकार आप अगर उगते हुए सूर्य के सामने मुंह करके खड़े हो जाए तो सामने पूर्व होगा और पीछे पश्चिम दिशा होगी दाहिनी और दक्षिण दिशा और ठीक बाएं और उत्तर की दशा होगी इस प्रकार विभिन्न मौसम में आप कहीं फंस जाते हैं तो भी यह जानकारी आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है डॉक्टर दिलीप कुमार सिंह


21 मार्च एक अद्भुत दिन डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि 

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