Sunday, 1 May 2022

*मुर्गी पालन करने के नाम पे कंपनी के द्वारा फ्राड करने का लगया आरोप।*

*मुर्गी पालन करने के नाम पे कंपनी के द्वारा फ्राड करने का लगया आरोप।*

*सिकरारा, जौनपुर।* थाना क्षेत्र के जाम (मसीदा) गांव निवासी मनोज सिंह पुत्र लालमणि सिंह ने प्रार्थीना पत्र देकर आरोप लगाया है कि बैंकटेश्वर बाओ फीट प्राईवेट लिमिटेड कंपनी ने उन्हें मुर्गी पालन करने के सुनहरे सपने दिखते हुए, मुर्गी फार्म डालवा दिया।
उक्त फर्म के मैनेजर सुमित सिंह बलिया का और सुपरवाइजर विनय सिंह इलाहाबाद के द्वारा मुर्गी पालन करने की सारी ब्यवस्था करवा डाली गई,फिर फर्म चालू करने के बहाने प्रार्थी का आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, और तीन सादे पंजाब सिंध बैंक के सादे चेक प्रार्थी के सिग्नेचर करवा कर ले लिया गया
कंपनी के मैनेजर व सुपरवाइजर द्वारा बताया गया कि मुर्गी कंपनी देगी और वही खरीदेगी भी,पलकर तैयार मुर्गियों से हर बारी बचत-बचत 40000 से ₹45000 हजार रूपये प्रार्थी को दे दिया जाएगा।
उक लोगों के प्रेसर पे प्रार्थी ऋण कर्ज लेकर सपने को संजोते हुए काफी लागत लगाकर मुर्गी पालन की प्रक्रिया शुरू कर दिया। पहली बार पाली गई सभी तैयार मुर्गी कंपनी ले गई और महज ₹4000 हजार ही दी, बाकी रूपये बाद में देने की बात कही।
अब प्रार्थी ने दूसरी बार पुनः 2175 मुर्गी लिया और जब मुर्गियां तैयार हुई तो पुनः कंपनी ले कर चली गई और कंपनी के उक्त दोनों ब्यक्तियों द्वारा ली गई मुर्गीयों के दाम कुछ दिनों बाद देने को कहा गया।
कुछ दिनों के बाद पहली बार और दूसरी बार बेचे गए मुर्गी के दाम को प्रार्थी कंपनी के दोनों लोगों से मांगना शुरू किया तो कुछ दिन तो इधर-उधर बहाना चला लेकिन बाद में प्रार्थी ने लगातार प्रेशर देना सुरू किया तो कंपनी के मैनेजर सुमित सिंह व सुपरवाइजर विनय सिंह द्वारा प्रार्थी को धमकी दीया गया कि एकदम चुपचाप बैठो और रूपये और पैसे का सपना तो एकदम छोड़ दो नहीं तो जो तुमने तीन सादे बैंक चेक दिए हो उस में अमाउंट भर के बाऊंस करवा कर मुकदमा कर देंगे, तो जिंदगी हावालात में ही बितेगी फिर फोन मत करना न ही रूपये मांगना।

जब प्रार्थी को यह महसूस हुआ कि उसको ठगा गया है,और उसे कानूनी रूप में फसाया जा सकता है तो वह प्रशासन के दरवाजे पर न्याय की गुहार लगाने आ गया ताकि उसके उससे लिया गया सादा बैंक चेक,कागजात, तथा उसके द्वारा मेहनत से तैयार की गई मुर्गी के दाम को वापस करवा कर उसको सुरक्षित किया जा सके।

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