Sunday, 28 August 2022

10390 मृत किसान ले रहे थे सम्मान निधि*

*10390 मृत किसान ले रहे थे सम्मान निधि*

अंबेडकरनगर
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत चल रहे सत्यापन अभियान में अब तक तीन लाख 80 हजार 390 किसानों की जांच में 10 हजार 390 किसान जहां मृत मिले तो वहीं 1268 भूमिहीन मिले। इस पर संबंधित बैंक को सूची उपलब्ध कराने के साथ ही धन निकासी पर रोक लगाने को कहा गया है। साथ ही निधि का लाभ लेने वाले भूमिहीनों से रिकवरी की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है।इसके अलावा जिन किसानों का निधन हो चुका है, उनमें भी यह देखा जा रहा कि निधन के बाद भी उनके खाते में यदि राशि भेजी गई और उसे निकाला गया है, तो उनकी भी रिकवरी की जाएगी। उधर, जिले में चार लाख 17 हजार 527 किसानों की तुलना में अब तक तीन लाख 80 हजार 390 किसानों का सत्यापन हो चुका है, जबकि एक लाख 60 हजार किसानों की फीडिंग भी की जा चुकी है।प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे अपात्रों पर शासन के निर्देश पर शिकंजा कसा जा रहा है। किसानों के सत्यापन व फीडिंग का कार्य तेजी से चल रहा है। कृषि विभाग कार्यालय के अनुसार जिले में कुल चार लाख 17 हजार 527 किसान हैं।
अब तक चले अभियान में तीन लाख 80 हजार 390 किसानों के सत्यापन का कार्य पूरा किया जा चुका है। इसकी तुलना में एक लाख 60 हजार पात्रों की फीडिंग का भी कार्य पूरा कर लिया गया है। सत्यापन अभियान में 10 हजार 390 ऐसे लाभार्थी मिले, जिनका पूर्व में निधन हो चुका है, जबकि 1268 भूमिहीन मिले। 35 हजार वरासत के किसान सामने आए।
इस बीच जिला कृषि अधिकारी पीयूष राय ने बताया कि जिन पात्र किसानों का निधन हो चुका है या फिर भूमिहीन हैं, उन्हें मिले हैं, उनकी सूची संबंधित बैंक को दे दी गई है। यह भी कहा गया है कि योजना के तहत भेजी गई राशि की निकासी पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी जाए। यह भी दिखवाया जा रहा है कि निधन के बाद भी भेजी गई राशि को यदि परिवार के सदस्यों द्वारा एटीएम से निकाला गया है, तो उनसे रिकवरी की जाएगी।इसके साथ ही जिन भूमिहीनों ने योजना का लाभ लिया है, उनसे भी रिकवरी की जाएगी। रिकवरी की प्रक्रिया शीघ्र ही प्रारंभ कर दी जाएगी। बताया कि योजना के तहत 12वीं किस्त का लाभ पात्र किसानों को सुचारु रूप से मिल सके, इसके लिए फीडिंग तेजी से की जा रही है। शीघ्र ही न सिर्फ शत-प्रतिशत सत्यापन, बल्कि फीडिंग का भी कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

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