Friday, 30 June 2023

नगर की चरमराई विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त करने की और पत्रकारों ने उठाया ठोस क़दम। स्योहारा। डॉ०उस्मान ज़ैदी

नगर की चरमराई विद्युत  व्यवस्था को दुरुस्त करने की और पत्रकारों ने उठाया ठोस क़दम। स्योहारा। डॉ०उस्मान ज़ैदी
 स्थानीय बिजली घर पर तैनात एसडीओ के सामने रखी शासनादेश अनुसार नगर को सप्लाई देने की मांग। विधुत कर्मचारियों द्वारा प्रदेश के सीएम के आदेशो की अवहेलना करने पर पत्रकारों ने नाराजगी जताई,वही स्योहारा बिजली घर से नगर को दी जाने वाली बिजली में कई कई घन्टो की कटौती की लगातार आ रही शिकायतों को लेकर आज नगर के पत्रकार बन्धुओ ने बिजली घर जाकर समस्या का समाधान कराया, पत्रकारो ने बिजली घर के एसडीओ प्रेम सिंह के सामने मांग रखी की रोस्टिंग के समय की जाए जनता की कमलेंट दुरुस्त,ताकि लगातार बिजली सप्लाई बंद नहीं हो सके,बाकी किसी कारण मेन लाइन का तार टूटता है तो किसी भी समय ले सकता हे लाइन सीडडाउन ताकि तार को जोड़कर लोगो की सप्लाई चालू की जाए,वही पत्रकारों ने कुछ कर्मचारियों की शिकायत भी की नही सुनते है समय पर कुछ कर्मी लोगो की शिकायत,कंप्लेंट करने पर भी उपभोगिता को करते है परेशान,दिखाते हे हथधर्मी,शिकायत करने पहुंचे बिजली घर (वरिष्ठ पत्रकार डॉ उस्मान जैदी ने सबडिवीजन ऑफिसर से फोन पर वार्ता हुई इस लचर व्यवस्था को दुरुस्त कराएं और विद्युत विभाग ऑफिसर ने गंभीरता से लेते हुए कहा कि आगे भविष्य में स्टाफ की लापरवाहीयो को दूर किया जाएगा और जनता व पत्रकारों से सहयोग करने की अपील की:- वरिष्ठ पत्रकार अमीन वरिष्ठ त्रकार रियाज उर्फ प्रिंस ,पत्रकार इमरान उस्मानी,पत्रकार इमरान सिद्दीकी,पत्रकार बाबू अंसारी,पत्रकार संजय शर्मा,पत्रकार आसिफ रईस,पत्रकार इमरान मंसूरी, व समाजसेवी तनवीर चौधरी,समाजसेवी गुलजार अहमद,आदि मौजूद रहे,

Thursday, 29 June 2023

जनहित में जारी*आवश्यक सूचना* 📢बिजली विभाग का आवश्यक संदेश*👇

: जनहित में जारी*आवश्यक सूचना* 


*सावधान रहे सुरक्षित रहें*

*बरसात का मौसम चल रहा है*
*बिजली के खम्भो में करेंट उतरने का खतरा रहता है जिससे बड़ी घटना घट सकती है*

*बिजली के खम्भो से  आप और अपने बच्चो को उचित दूरी बना के रखें*

*और ज्यादा से ज्यादा लोगो को जागरूक करें*
*📢बिजली विभाग का आवश्यक संदेश*
👇

*बिजली जाते ही फ़ोन ना करे कृपा 10 मिनट तक इंतजार करे*

 *बारिश का मौसम चल रहा है बिजली जनित हादसे से बचने हेतु निम्न सावधानियां बरतें*
                                     
1.   बिजली के खंभों को छुने से बचे ।
2.    बिजली के खंभों से अपने   
.      मवेशियों को ना बांधे ।
3.    यथासंभव बिजली लाइनों के नीचे  
.      कोई भी प्रोग्राम ना करे ।
4.    नए भवनों से बिजली लाइनों की 
.      उचित दूरी बनाए रखें।
5.    खेत  की मेड़ , पाल पर यदि  
.       बिजली खंभा लगा है तो उचित
.       दूरी रख कर ही जुताई करे ।
6.     बिजली खंभे पर यदि स्पार्किंग हो
.        रही हैं तो तुरंत अपने फीडर 
.        इंचार्ज , जेई,संबंधित सब 
.         स्टेशन पर सूचना देवे ।
7.       यदि बारिश में खंभे पर तेज
.         स्पार्क हो रहा हो और आस पास
.          पानी भरा हुआ है तो उस रास्ते 
.          से या पानी में जाने से बचे व 
.         दूसरों को भी सावधान करे ।
8.       यदि बिजली के तार किसी पेड़ 
.        के निकट से गुजर रहे हो तो 
.        किसी भी स्थिति में  उस पर 
.        चढ़ने या छंगाई { पाला } करने से 
.        बचे , ना करे।
9.      ट्रांसफार्मर , लाइनो पर  बम्बू से
.        या किसी और चीज से अंकोड़ी
.        {कुंडी} नहीं डाले हेवी लाइनों 
.         पर रिसाव होने से ग्राउंड होने से 
.        बड़ा हादसा हो सकता है ।
10.    किसी भी बड़े वाहन की छत पर 
.        यात्रा नही करे ।
11.    यदि बारिश की वजह से कोई 
.         लाइन ढीली पड़ गई हो या 
.        सड़क के  उपर से नीचे हो तो 
.        तुरंत अपने फीडर इंचार्ज, जेईएन 
.       या फिर सब स्टेशन पर सूचना देवे 
.        ताकि समय पर सुधार हों सके ।
12.   बिजली खंभों को चार दिवारी या 
.      बाउंट्रिवाल में अतिक्रमण ना करे 
.      हादसा होने पर भारी नुकसान हो 
.      सकता है।

13. घर में उपकरण  अच्छी क्वालिटी
.      के ही उपयोग करें ।
14 . घर के अंदर बिजली फिटिंग में 
.      अर्थिंग  जरूर कराएं व अपने
.      उपकरण को उससे जोड़े रखे।
15.  अपने सभी स्विच , एमसीबी , 
.      इएलसीबी उच्च कोटि की ही काम
.      में लावे , लगावें ।
16 .  बगैर जानकारी के किसी भी 
.       उपकरण को छुने या खोलने से 
.        बचे ।
17.  यदि कोई व्यक्ति बिजली के गिरफ्त मे हो तो तुरंत उसे बचाने हेतु निम्न कार्य करे —
                     सबसे पहले अपने आप को किसी सुखी जगह पर होना सुनिश्चित करें फिर अपने जूते जो भीगे ना हो कोई भी धातु लगे ना हो वह पहने फिर 

किसी इंसुलेटेड डंडे ( प्लास्टिक, लकड़ी जो सुखा हों ) से व्यक्ति को छुड़ाने का प्रयास करे 

यदि शोक घर के अंदर लगा है तो तुरंत मेन स्विच ऑफ करे ।
 
व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल ले जाए।
 

*🔔बारिश के इस मौसम में यदि बिजली गुल होती हैं तो हंगामा ना कर शांत रहे  ये सोचिए कि आप बारिश में भीगने से भी डरते हो उस विपरित परिस्थितियों में कोई आपके लिए किसी खंभे पर या सब स्टेशन पर बिजली तारों से जूझ रहा हो*


*➡️इस जानकारी को सभी को शेयर करें और बिजली हादसे से बचे बचाएं मकसद आपका स्वस्थ जीवन*

ईद अल अधा- शांति और सांप्रदायिक सद्भाव का पाठ सिखता है*

*ईद अल अधा- शांति और सांप्रदायिक सद्भाव का पाठ सिखता है* 
        ईद-उल-अधा आमतौर पर बकरीद के रूप में जाना जाता है। यह मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह हज यात्रा के अंत का प्रतीक है जो पवित्र शहर मक्का में दुनिया भर के हजारों मुसलमानों द्वारा किया जाता है। नफरत फैलाने वालों के अथक प्रयासों से देश में हर गुजरते दिन के साथ सांप्रदायिक तनाव बढ़ता जा रहा है। ईद अल अधा का यह त्योहार मुसलमानों के लिए यह सिखाने का एक सुनहरा अवसर है कि हर किसी की ईश्वर प्रदत्त मानवीय गरिमा का सम्मान किया जाना चाहिए, चाहे उसकी आस्था, जाति, जातीय मूल, लिंग या सामाजिक स्थिति कुछ भी हो (कुरान, 17:70) )। इस्लाम मुसलमानों को एक दूसरे के साथ पूरे सम्मान और प्रेम के साथ व्यवहार करना सिखाता है और इसमें अन्य धर्मों के अनुयायियों की धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करना शामिल है।
       ईद उत्सव का त्योहार है और कोई भी उत्सव तब तक सुखद नहीं होता जब तक कि शांति न हो। यह बताया गया है कि पैगंबर मुहम्मद (PBUH) चंद्रमा के शांतिपूर्ण होने के लिए प्रार्थना करते थे (इस्लामी त्योहार चंद्र आधारित हैं)। भारत विविधता का देश है और इस विविधता को देश भर में मनाए जाने वाले कई त्योहारों के दौरान सबसे अच्छा महसूस किया जाता है। दोनों ईद, ईद-उल-फितर और ईद-उल-अधा, भारत में मुस्लिम समुदाय द्वारा बहुत उत्साह के साथ मनाई जाती है।  हालांकि, कुछ कट्टरपंथी अक्सर इस त्योहार का इस्तेमाल उन जानवरों की बलि देकर नफरत फैलाने के लिए करते हैं जिन्हें दूसरे धर्म में पवित्र माना जाता है।  भारतीय मुसलमानों का यह कर्तव्य है कि वे इस्लाम का असली चेहरा पेश करें और नफरत फैलाने वालों को देश के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने से रोकें।  यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि यदि इरादा समुदायों के बीच शत्रुता पैदा करने का है तो भगवान निश्चित रूप से बलिदान को स्वीकार नहीं करेंगे।

       ईद-उल-अधा मुसलमानों के लिए यह दिखाने का एक अवसर होता है कि वे एक ऐसे समाज के सदस्य हैं जो शांति और सद्भाव में विश्वास करता है।  आइए हम इस अवसर का लाभ उठाएं और कुरूपता को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ें।  आइए हम इस त्योहार को एक समाज के रूप में एकता, शांति और सद्भाव के प्रतीक के रूप में मनाएं।  आइए याद रखें कि इस्लाम शांति का पर्याय है और केवल कुछ मुट्ठी भर मुसलमानों के बुरे कामों से इस्लाम की बदनामी होती है।  देश के भीतर बढ़ते हिंदू मुस्लिम विभाजन के बीच, ईद भगवान द्वारा भेजे गए उपहार के रूप में आई है।  इस त्योहार का उपयोग नफरत फैलाने वालों को हतोत्साहित करने के लिए किया जाना चाहिए, यह दिखाकर कि भारत के मुसलमान धार्मिक वर्चस्ववादी सिद्धांत के लिए गिरने के बजाय शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की ओर झुके हुए हैं।

Monday, 26 June 2023

आज शाम 26 जून 2023 की देश राज्यों से बड़ी खबरें🌠* 🇮🇳 *STAR ASPIRANT'S* 🇮🇳*1* मणिपुर...सुरक्षाबलों ने 24 घंटों में 12 बंकर ध्वस्त किए, 8 जिलों में सर्च ऑपरेशन, राज्य

*🌠आज शाम 26 जून 2023 की देश राज्यों से बड़ी खबरें🌠*

     🇮🇳 *STAR ASPIRANT'S* 🇮🇳

*1* मणिपुर...सुरक्षाबलों ने 24 घंटों में 12 बंकर ध्वस्त किए, 8 जिलों में सर्च ऑपरेशन, राज्य के हालात पर शाह आज PM से मिल सकते हैं

*2* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भोपाल में प्रस्तावित रोड शो दो महीने में दूसरी बार रद्द हो गया है। इस बार बारिश बाधा बनी है। बारिश के अलर्ट को देखते हुए मोदी का 27 जून को प्रस्तावित शहडोल दौरा भी स्थगित कर दिया गया है।

*3* जम्मू में बोले रक्षामंत्री-जरूरत पड़ी तो बॉर्डर पार जाकर मारेंगे, आतंकी हमलों के बाद PM ने 10 मिनट में स्ट्राइक का फैसला लिया था

*4* राजधानी दिल्ली में लोगों को लगेगा महंगाई का करंट; 10 फीसदी तक बढ़ सकते हैं बिजली के दाम; DERC ने दी मंजूरी,  क्या करेगी केजरीवाल सरकार?

*5* 'मेरा कोई प्लान नहीं', पहलवानों के ऐलान के बाद बृजभूषण बोले- अदालत अपना काम करेगी

*6* आदिपुरुष पर हाई कोर्ट ने मेकर्स को लगाई फटकार, 'रामायण, कुरान, गुरु ग्रन्थ साहिब, गीता जैसे धार्मिक ग्रंथों को बक्श दीजिए

*7* ‘फंस गए रे ओबामा’ भारत पर टिप्पणी से चौतरफा घिरे पूर्व US राष्ट्रपति; राजनाथ सिंह ने भी सुनाया

*8* गहलोत बोले मेरा सपना 2030 तक राजस्थान नंबर वन बने, बोले- भाजपा का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है, हम तो सीमित संसाधनों से चुनाव लड़ेंगे

*9* राजस्थान के CM गहलोत का बड़ा ऐलान, 40 लाख महिलाओं को बांटे जाएंगे स्मार्टफोन; 3 साल तक फ्री मिलेगा इंटरनेट

*10* महाराष्ट्र:अमोल मिटकरी का दावा, BJP को झटका दे सकती हैं पंकजा मुंडे, NCP में शामिल होने की अटकलें तेज

*11* तेलंगाना में सीएम KCR की पार्टी को कांग्रेस का झटका, पूर्व सांसद पीएस रेड्डी समेत कई नेताओं ने थामा कांग्रेस का हाथ

*12* हिमाचल में कुदरत का कहर... कई जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन, 22 घंटे बाद बहाल हुआ चंडीगढ़-मनाली हाईवे

*13* फ्लैट कारोबार के साथ बंद हुआ भारतीय शेयर बाजार, पर मिड कैप, एफएमसीजी-फार्मा स्टॉक्स में निवेशकों ने की जबरदस्त खरीदारी

Sunday, 25 June 2023

जंग निरोधक घोटालों की फैक्ट्री में भयंकर विस्फोट ‼️*😫_*ब्यावर की श्रीसीमेंट में आयकर विभाग ने किया कॉरपोरेट क्षेत्र के सबसे बड़े घोटाले का पर्दाफ़ाश!!*_👍

*‼️जंग निरोधक घोटालों की फैक्ट्री में भयंकर विस्फोट ‼️*😫

_*ब्यावर की श्रीसीमेंट में आयकर विभाग ने किया कॉरपोरेट क्षेत्र के सबसे बड़े घोटाले का पर्दाफ़ाश!!*_👍

_*अंग्रेज़ी के अक्षर पांच पी (P) वाले काले चेहरे आ सकते हैं सामने!!*_🙋‍♂️

              *✒️सुरेन्द्र चतुर्वेदी*

                        *ब्यावर के पास चल रही थी घोटालों की फैक्ट्री! जंग निरोधक घोटाले!पूरी फैक्टरी में हो रहे थे  सीमेंटेड घोटाले ! बहुत पहले मैंने इस फैक्ट्री प्रबन्धन के विरूद्ध ब्लॉग पोस्ट किया था!तब कई पत्रकार! राजनेता!अधिकारियों और फैक्ट्री के दल्लों के फ़ोन आए थे! फैक्ट्री की कार्यप्रणाली को देखने और परखने के बाद लिखने की नसीहत वाले ! तब भी मैंने कह दिया था कि पूरे तंत्र में जंग लग गया है। एक दिन खनन क्षेत्र का बहुत बड़ा घोटाला ब्लास्ट होगा! देख लीजिए हो गया! पूरे 23 हज़ार करोड़ से अधिक का! जितनी सीमेंट नहीं बन रही थी उससे अधिक घोटाले हो रहे थे!*😇
                          *मज़ेदार रहस्य ये है कि इस घोटाले में बंदर बांट ऊपर से बहुत नीचे तक हो रही थी। लंबे समय से हो रही थी। श्री सीमेंट नाम से देश भर में जंग निरोधक सीमेंट के नाम पर उपभोक्ताओं को लूटा जा रहा था! ईमानदार कर्मचारियों और अधिकारियों को घर का रास्ता दिखा के बेईमानी तेरा ही आसरा के नारे लगाए जा रहे थे! अंग्रेज़ी के पाँच  "P" अक्षरों को पैसा देकर साधा जा रहा था।*😴
                     *कौनसे थे पांच P देख लीजिए।👇*
*पुलिस(P), पोलटिशन(P), प्रेस(P) पब्लिक लीडर्स (P) पंचायत (P)*
                  *इन पांचों P में पुलिस! पोलटिशन!और प्रेस !सबसे ज़ियादा प्रभावशाली थी!बड़े बड़े अधिकारियों और राजनेताओं के बच्चों और रिश्तेदारों को नौकरी देकर उपकृत किया जा रहा था, ताकि घोटालों का कुशल  सम्पादन किया जा सके! मसूदा विधायक के पुत्र घोटालों की इसी फैक्टरी से मोटी रकम बतौर अधिकारी ले रहे हैं। बड़े बड़े विधायकों और मंत्रियों तक आर्थिक प्रबन्धन किया जाता रहा! पुलिस अधिकारियों को भी यह घोटाला फैक्ट्री पालती रही। बड़े बड़े उत्सवों और सामाजिक कार्यों में चंदा देने वाली इस फैक्ट्री ने अपने घोटालों के विरुद्ध आवाज़ उठने ही नहीं दी! और तो और प्रदेश की कई बड़ी न्यूज़ एजेंसियों ! चैनलों !पत्रकारों!को आर्थिक रूप से क़ाबू में किए रखा। सरकारी अधिकारियों ने भी ख़ूब मलाई के लड्डू खाए! कई गधेनुमा अधिकारियों ने मन्त्रियों की आड़ में गुलकंद का सेवन किया।*😣
            *श्री सीमेंट लिमिटेड कम्पनी के अंधेरी देवरी प्लांट मसूदा, पाली ज़िले के रास, नवलगढ़ के गोठड़ा प्लांट, जयपुर, उदयपुर एवं चितौड़गढ़ सहित 24 स्थानों पर एक साथ हुई आयकर विभाग की कार्यवाही ने 23 हज़ार करोड़ रुपयों के बड़े घोटाले का ख़ुलासा किया है।*😳
                *श्री सीमेंट ग्रुप के काले कारोबार का ख़ुलासा देश का सबसे बड़ा कॉरपोरेट घोटाला गिना जा रहा है इसमें 23 हज़ार करोड़ रुपये के फ़र्ज़ी दस्तावेज़ ज़ब्त किए गए हैं।*😨
                *आयकर विभाग द्वारा की गई छापे की कार्यवाही में सामने आया है कि प्रतिवर्ष 14 सौ करोड़ रुपये का फ़र्ज़ी बाड़ा किया जाता रहा।सरपंच,ग्राम पंचायत,और स्थानीय निकायों से फ़र्ज़ी एग्रीमेंट भी किये गए। इनसे केंद्र और राज्य सरकारों को करोड़ों का चूना लगाया गया।आयकर विभाग के आला अधिकारियों ने अपना नाम न बताने के शर्त पर जानकारी दी कि फैक्ट्री के आला अधिकारियों ने तो जांच के दौरान पूछे गए सावालों के जवाब ही नहीं दिए। सब अगल बगल की बातें करके अपनी ख़ाल बचाते रहे।*🫢
                     *और तो और ग्रुप के चेयरमैन एच ऐन बांगड़, वाइस चेयरमैन प्रशांत बांगड़ छापेमारी के बाद से ही अदृश्य हो गए।यही नहीं मेनेजिंग डायरेक्टर नीरज आखोरी, नितिन देसाई,श्रीकांत सोमानी और सी एफ ओ सुभाष जाजू भी कहानी से फ़रार हो गए हैं।*🫢
                   *चेयरमैन और वाइस चेयरमैन की बोलती बंद है। एक दशक से कोई टैक्स क्यों नहीं भरा आयकर विभाग के इस यक्ष प्रश्न का कोई जवाब नहीं दे पाया। और तो और वाइस प्रसिडेंट अरविंद खींचा भी अपने खींचे जाने के डर से आयकर विभाग के सामने नहीं आए।*😟
                     *फ़रार अधिकारियों की लिस्ट में नीरज आखोरी,नितिन देसाई, श्रीकांत सोमानी और सुभाष जाजू भी शामिल हैं जिनका कोई अता पता नहीं बता पा रहा।*
                            *मामला यहां तक आ पहुंचा है कि शीघ्र ही आयकर विभाग की "जंग निरोधक टीम" रीयल स्टेट, माइन्स और अन्य बड़े उधोगपतियों पर भी छापेमारी कर सकती है।*🙄
                    *सूत्रों ने मुझे जानकारी दी है कि घोटाले की पूरी जानकारी को लेकर सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की जा सकती है।*
                      *मित्रों! यदि मामले की जड़ तक पहुंचा गया तो मेरा दावा है कि इस खेल में कई विधायकों ! राजनेताओं और उद्योगपतियों की गर्दनें नप जाएंगी!*💯

*देश में अब जुआ होगा या योगा* जहां हमारा भारत देश अंदर की अन्य समस्याओं से निपटने का प्रयास कर रहा है स्वस्थ इंडिया और विश्व गुरु बनने जा रहा है !

*देश में अब जुआ होगा या योगा* जहां हमारा भारत देश अंदर की अन्य समस्याओं से निपटने का प्रयास कर रहा है स्वस्थ इंडिया और विश्व गुरु  बनने जा रहा है !
 लेकिन हमारे देश के ही महानायक भारत रत्न और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर हो या अर्जुन अवॉर्डी एवं भारत के सम्मानित अवार्ड पाने वाले क्रिकेट के खिलाड़ी या सदी के फिल्मी महानायक राष्ट्रभक्त अमिताभ बच्चन और  फिल्मी नायक अजय देवगन शाहरुख खान रितिक रोशन अन्नू कपूर रजा मुराद या अन्य कलाकार देश में ऐसी समस्या को जन्म दे रहे हैं जो कभी भारतवर्ष का कोई भी नागरिक इनसे उम्मीद नहीं कर सकता था । आज यह सभी लोग हमारे देश के नौनिहालों को युवाओं और महिलाओं को जुआ खेलने को लेकर प्रेरित कर रहे हैं ! यह विदेशी हाथों में खेलने वाली कठपुतलियां देश को ऐसी बर्बादी की कागार पर ले जा रहे हैं ! जहां से कोई  वापस नहीं आ सकता ! देश पूछ रहा है क्या हमने भारत रत्न और अन्य देश के सम्मानित पुरस्कार इसलिए दिलाई थी ? कि आप हमारे  देशवासियों को जुआ की लत लगाकर पूरे समाज को बर्बाद कर दें ? आप तो उस आतंकवादी से भी घृणित कार्य कर रहे हैं जो चंद लोगों को मारता है ! आप तो पूरे समाज को आर्थिक मानसिक और शारीरिक तौर से मार रहे हैं ! क्रिकेट के भगवान भारत रत्न सभी भारतीय क्रिकेट के कप्तानों हम आपसे पूछना चाहते हैं कि आप हमारे देशवासियों को खेल शिक्षा एवं स्वास्थ्य की ओर खेल के मैदानों के लिए प्रेरित करेंगे ? या खेलो और टीम बनाओ और जीतो करोड़ो रमी और जंगली रमी और लूडो खेलो एवं अन्य इससे भी ज्यादा घटिया खेल जो हम अपने वक्तव्य में नहीं कह सकते ! अब देश को आप पर गर्व नहीं शर्म आती है ! हम विश्व महानायक राष्ट्र भक्त प्रधानमंत्रीआदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी महामहिम राष्ट्रपति सर्वोच्च न्यायालय श्री अजीत डोभाल श्री गडकरी श्री जयशंकर प्रसाद , इसके साथ भगवान श्री राम , वाहेगुरु, अल्लाह और प्रभु से सच्चे दिल से प्रार्थना करते हैं, कि इन सब कुरीतियों से बरबादियों से हमें बचा लो ! हम सब भारतवासी करोना में बहुत कुछ खो चुके हैं! उससे भी बड़ी त्रासदी जुए की लत है ! देशवासियों का निवेदन स्वीकार करते हुए सोशल मीडिया मीडिया से फौरन ऐसे खेलों को हटाया जाए ! जो लोग इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही होना चाहिए ! खुद भी उन लोगों को महसूस होना चाहिए कि आप को भगवान ने बहुत पैसा दिया है अब हमारे उज्जवल भविष्य को बेचकर पैसा ना कमाए । अगर उन्हें पैसे की जरूरत है तो देश की जनता उन्हें एक ₹1 करके उनके खाते में भेज देगी लेकिन हमारे बच्चों और बड़ों को आत्महत्या करने से बचा लो अब देश के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को सोचना होगा कि *देश में योगा होगा या जुआ* हमारी सरकार को इसमें से एक को चुनना होगा। देश की जनता से निवेदन इसे धार्मिक या अन्य रंग ना देकर सभी देशवासी समर्थन करें और यह प्रण लें कि हम अपने बच्चों को भी भटकने से रोकेंगे 
प्रदेश अध्यक्ष
 एन आई एस खेल प्रशिक्षक संघ उत्तर प्रदेश 93 19 75 7 9 95

गाँव बेचकर शहर खरीदा, कीमत बड़ी चुकाई है।* *जीवन के उल्लास बेच के, खरीदी हमने तन्हाई है।**बेचा है ईमान धरम तब, घर में शानो शौकत आई है।* *संतोष बेच, तृष्णा खरीदी, देखो कितनी मंहगाई है

*गाँव बेचकर शहर खरीदा, कीमत बड़ी चुकाई है।*  
*जीवन के उल्लास बेच के, खरीदी हमने तन्हाई है।*
*बेचा है ईमान धरम तब, घर में शानो शौकत आई है।*  
*संतोष बेच, तृष्णा खरीदी, देखो कितनी मंहगाई है।।*  

बीघा बेच स्कवायर फीट खरीदा, ये कैसी सौदाई है।  
संयुक्त परिवार के वट वृक्ष से टूटी, ये पीढ़ी मुरझाई है।।  
*रिश्तों में है भरी चालाकी, हर बात में दिखती चतुराई है।*
कहीं गुम हो गई मिठास, जीवन से, हर जगह कड़वाहट भर आई है।।    

रस्सी की बुनी खाट बेच दी, मैट्रेस ने जगह बनाई है। 
अचार, मुरब्बे को धकेल कर, शो केस में सजी दवाई है।।  
*माटी की सोंधी महक बेच के, रुम स्प्रे की खुशबू पाई है।*  
मिट्टी का चुल्हा बेच दिया, आज गैस पे बेस्वाद सी खीर बनाई  है।।  

*पांच पैसे का लेमनचूस बेचा, तब कैडबरी हमने पाई है।*
*बेच दिया भोलापन अपना, फिर मक्कारी पाई है।।*
सैलून में अब बाल कट रहे, कहाँ घूमता घर- घर नाई है।
दोपहर में अम्मा के संग, गप्प मारने क्या कोई आती चाची ताई है।।  

मलाई बरफ के गोले बिक गये, तब कोक की बोतल आई है।  
*मिट्टी के कितने घड़े बिक गये, तब फ्रिज में ठंढक आई है ।।*
खपरैल बेच फॉल्स सीलिंग खरीदा, हमने अपनी नींद  उड़ाई है। 
*बरकत के कई दीये बुझा कर, रौशनी बल्बों में आई है।।*

गोबर से लिपे फर्श बेच दिये, तब टाईल्स में चमक आई है।
*देहरी से गौ माता बेची, फिर संग लेटे कुत्ते ने पूँछ हिलाई है ।।*
*बेच दिये संस्कार सभी, और खरीदी हमने बेहयाई  है।*
ब्लड प्रेशर, शुगर ने तो अब, हर घर में ली अंगड़ाई है।।  

*दादी नानी की कहानियां हुईं झूठी, वेब सीरीज ने जगह बनाई है।*
बहुत तनाव है जीवन में, ये कह के मम्मी ने दो पैग लगाई है।।
*खोखले हुए हैं रिश्ते सारे, नहीं बची उनमें सच्चाई है।।*

*चमक रहे हैं बदन सभी के, दिल पे जमी गहरी काई है।*

*गाँव बेच कर शहर खरीदा, कीमत बड़ी चुकाई  है।।* 
*जीवन के उल्लास बेच के, खरीदी हमने तन्हाई है।।* 
💞🙏💞

Saturday, 24 June 2023

बिजनौर**होटल से फ्री में खाना खाने वाले सिपाही बेनकाब**बिना पैसे दिये होटल से खाना लाते थे 5 सिपाही*

*बिजनौर*

*होटल से फ्री में खाना खाने वाले सिपाही बेनकाब*

*बिना पैसे दिये होटल से खाना लाते थे 5 सिपाही* 
*होटल मालिकों पर रौब दिखा कर मुफ्त खा रहे थे खाना*

*होटल मालिक ने सिपाहियों की एसपी से शिकायत*

*एसपी ने 5 पुलिस कर्मियों को किया लाइन हाजिर*

*मामले में एसपी ने सीओ को सौंपी जांच*

*बिजनौर के नूरपुर थाने में 5 सिपाही थे नियुक्त*



न्यूज़2
ट्रांसफर 

सजग प्रहरी की भूमिका निभानी होगी..!!**मानसिकता बदलनी की जरूरत..!!*

*सजग प्रहरी की भूमिका निभानी होगी..!!*

*मानसिकता बदलनी की जरूरत..!!*

हम चाहे कितने दावे कर ली कि महिलाएं देश मे सुरक्षित हैं लेकिन सच्चाई तो यह हैं कि महिलाएं ना तो ट्रेन में सुरक्षित हैं और नाही अन्य जगह क्योंकि जब तक हम अपना अपनी गंदी मानसिकता पर विराम नही लगाएंगे तक तक महिलाएं सुरक्षित नही रह सकती!महिलाओं की सुरक्षा बहुत विस्तृत विषय है पिछले कुछ समय काल में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों को देखकर हम यह तो बिल्कुल नहीं कह सकते कि हमारे देश में महिलाएं पूर्ण तरीकों से सुरक्षित हैं!महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं!अगर व बाहर अकेले रहती हैं तो उन्हें बहुत बुरा लगता है यह हमारे लिए शर्मनाक है कि हमारे देश में महिलाओं को डर से जीना पड़ रहा है!हर परिवार को अपनी महिला सदस्यों की सुरक्षा की चिंता का भय करना पड़ता है!महिलाओं के उत्पीड़न की घटनाएं आज भी देश में खुल्लम खुल्ला हो रही हैं! महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थान कोई नहीं है! सरकारें महिलाओं और युवतियों के उत्पीड़न की घटना पर बड़े-बड़े बयान देकर अपना दायित्व पूरा समझ लेती हैं!हालहि में मुजफ्फरपुर से गुजरात जा रही रात्रिकालीन ट्रेन में सफर करने वाले पति-पत्नी को बेरहमी से पीटा और महिला के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की गई जब इसमें सफलता नहीं मिली तो पति पत्नी को ट्रेन से बाहर फेंक दिया गया!ऐसे एक नही ना जाने कितनी घटनाएं हैं जो रोजमर्रा होती हैं कुछ सामने आ जाती हैं और छुप जाती हैं!रेलों या बसों या अन्य जगह महिलाओं के साथ छेड़खानी की घटनाएं क्या प्रशासन की जवाबदेही नहीं है? देश में ऐसी घटनाओं को नहीं रोका गया तो आगे चलकर अकल्पनीय घटनाएं सामने आएंगी!तो वही रात्रिकालीन गाड़ियों में नियमानुसार पुलिस की गश्त जरूरी है लेकिन पुलिस के घटना स्थल पर हाजिर न होने के कारण यह घटना सामने आती हैं और यह लापरवाही की निशानी होती हैं!देश में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो उसके लिए पुलिस को सजग प्रहरी की भूमिका निभानी होगी! महिलाओं की सुरक्षा की जवाबदेही प्रशासन की है!केंद्र हो या प्रदेश महिलाओं की सुरक्षा में लगी पुलिस को इस घटना से सबक लेना चाहिए!युवतियां और महिलाएं बिना रोकटोक कहीं भी आ-जा सकें ऐसे माहौल की देश में जरूरत है।

Friday, 23 June 2023

रक्त ग्लूकोज (blood sugar level) स्तर बढा़ हुआ मिलता है, यह रोग मरीजों के (रक्त मे गंदा कोलेस्ट्रॉल) अवयव के बढने के कारण होता है।इन मरीजों में आँखों, गुर्दों, स्नायु, मस्तिष्क, हृदय के क्षतिग्रस्त होने से इनको गंभीर, जटिल, घातक रोगों का खतरा बढ़ जाता है।➡️ भोजन पेट में जाकर एक प्रकार के ईंधन में बदलता है जिसे ग्लूकोज कहते हैं। यह एक प्रकार की शर्करा होती है।➡️ ग्लूकोज हमारे रक्त धारा में मिलता है और शरीर की लाखों कोशिकाओं में पहुंचता है।


: *क्या आप स्वस्थ बाल चाहते हैं..??*
*तो स्वस्थ बालों के लिए अद्भुत नोनी का प्रयोग करें...*
*एंड्रोजेनिक खालित्य या पुरुष या महिला पैटर्न गंजापन एक हार्मोन डाई हाइड्रो टेस्टेरॉन (DHT - Di Hydro Testosterone) के कारण होता है।*

यह तब बनता है जब पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन पर एंजाइम 5 अल्फा रिडक्टेस द्वारा कार्य किया जाता है।

*सभी पुरुषों और महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन और डीएचटी हार्मोन होता है, जो उनके पुरुष गुणों को बनाए रखने के लिए आवश्यक होता है।*
 लेकिन अगर आप अपने या अपने परिवार के चारों ओर देखें तो शरीर में डीएचटी होने पर भी हर किसी के बाल झड़ते नहीं हैं।

सिर के आगे और ऊपर बालों की जड़ों के आधार पर डीएचटी के लिए रिसेप्टर्स होते हैं।

सामान्य परिस्थितियों में ये रिसेप्टर्स डाई हाइड्रो टेस्टेरॉन या DHT के लिए ग्रहणशील नहीं होते हैं।

इसलिए डीएचटी बालों की जड़ों के आसपास के रक्त में मौजूद होने पर भी बालों को नुकसान नहीं पहुंचा पाता है।

उच्च ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस या तनाव या आनुवंशिक रूप से स्वभाव में ये रिसेप्टर्स डीएचटी और डीएचटी पर प्रतिक्रिया करना शुरू कर देते हैं और इस प्रकार बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देते हैं -
(1)- बालों के चक्र को परेशान करते हुए..
(2)- बालों की जड़ों को कम करने के कारण उन्हें पतले बाल पैदा करते हैं और
(3)- पोषण की आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिकाओं के सिकुड़ने से बालों को खराब पोषण मिलता है।

यह बालों की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है।

बालों के झड़ने का कारण यह है कि आपके बालों की जड़ें डीएचटी के प्रति संवेदनशील हो गई हैं।

*नोनी एक बहुत शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस या तनाव को प्रभावी ढंग से कम करता है।*
इस प्रकार नोनी का नियमित उपयोग आपके बालों को स्वस्थ बनाने के साथ साथ बालों को गिरने से भी रोक सकता है।




: *ग्रीष्म ऋतु: (जेष्ठ-आषाढ़) के बारे में आयुर्वेद के अनुसार...*
*ग्रसते रसान इति ग्रीष्म:*
अर्थात सूर्य जगत के रस को सोख लेता है,
ग्रहण कर लेता है,
ग्रसित कर लेता है,
इसे ही ग्रीष्म ऋतु कहते हैं।

सूर्य की तीक्ष्ण किरणों द्वारा पृथ्वी का जलीयांश न्यून हो जाने के कारण प्रायः लतायें सूख जाती है,
वृक्षों के पते झड़ने से वृक्ष छाया-विहीन हो जाते है।
जिसके कारण  शरीर में जल तत्व की न्यूनता से कफ धातु क्षय होने लगती है, तथा वात दोष बढ़ जाता है।

*हितकर आहार:*

*रस-*
मधुर रस।

*गुण-*
लघु, स्निग्ध, शीतल द्रव।

*धान्य-*
शालि चावल, गेहूँ।

*पेय-*
शर्करा मिश्रित जल, खांड, मधुर खट्टे व नमकीन रसों के घोल, सत्तू का घोल, नारियल जल, द्राक्षाजल सेवनीय है।
दुग्ध वर्ग में घी व दूध श्रेष्ठ है।

*मद्य वर्ग -*
मद्य पान न करे।
यदि पीना हो तो थोड़ा पीयें अथवा उसमें बहुत जल मिलाकर पियें।

*हितकर विहार:*

चंदन लेपन।

फूलों एवं रत्नों की माला धारण करें।

पतले एवं हल्के वस्त्रों का धारण।

शीतल जल से बार-बार सींचन करें।

*वर्जित आहार विहार:*
आहार- रस, लवण, कटु, अम्ल व मधु वर्जित है।
विहार-15 दिन में एक बार करे।


 *ओमेगा 3, फैटी एसिड के 61 अद्भुत लाभ..*
(1). इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि द्विध्रुवी विकार (बाइपोलर डिसऑर्डर) में ओमेगा-3 फैटी एसिड का लाभकारी प्रभाव पड़ता है।

(2). ओमेगा -3 फैटी एसिड पूरकता कम उन्माद और किशोर द्विध्रुवी विकार (बाइपोलर डिसऑर्डर) में अवसाद (डिप्रेशन) के साथ जुड़ा हुआ है।

(3). नैदानिक ​​अध्ययनों (क्लीनिकल स्टडी) से पता चला है कि ओरल मछली के तेल के पूरक का रूमेटोइड गठिया और कुछ अस्थमा रोगियों में लाभकारी प्रभाव पड़ता है।

(4). मछली का तेल आईजीए नेफ्रोपैथी के रोगियों में ट्यूबलर डिसफंक्शन, लिपिड प्रोफाइल और ऑक्सीडेटिव तनाव (स्ट्रेस) में सुधार करता है।

(5). अलसी के तेल के साथ आहार अनुपूरक डिस्लिपिडेमिक रोगियों में रक्तचाप को बढ़ाता है।

 6. ओमेगा-3 फैटी एसिड चयापचय सिंड्रोम वाले विषयों के हृदय जोखिम प्रोफाइल में सुधार करते हैं, जिसमें सूजन और ऑटो-इम्युनिटी के मार्कर शामिल हैं।

(7). ओमेगा-3 मामूली खुराक में हृदय की मृत्यु (कार्डियक अरेस्ट) को कम करता है, और उच्च खुराक में गैर-घातक (नॉन फैटल) हृदय संबंधी घटनाओं को कम करता है।

 8. ओमेगा -3 फैटी एसिड के साथ आहार अनुपूरक रोधगलन (मयोकॉर्डियाल इंफ्राक्शन) के रोगियों में अचानक हृदय की मृत्यु की घटनाओं को कम करता है।

(9). ओमेगा -3 फैटी एसिड बाएं वेंट्रिकुलर सिस्टोलिक डिसफंक्शन वाले रोगियों में कुल मृत्यु दर और अचानक मृत्यु को कम करता है।

(10). रक्त में ओमेगा-3 फैटी एसिड के स्तर को बढ़ाना, स्वचालित बाहरी डिफिब्रिलेटर (एईडी) को वितरित करने की तुलना में 8 गुना प्रभावी हो सकता है, और अचानक मृत्यु को रोकने के लिए कार्डियोवर्टर डिफाइब्रिलेटर (आईसीडी) लगाने की तुलना में 2 गुना अधिक प्रभावी हो सकता है।

(11). ओमेगा-3 फैटी एसिड सप्लीमेंट उन रोगियों में कुल मृत्यु दर और अचानक मृत्यु को कम करता है जिन्हें पहले से ही दिल का दौरा पड़ चुका है।

(12). कम मात्रा में मछली खाने से कोरोनरी हृदय रोग में कमी आती है।

(13). ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन-डी पूरकता के परिणामस्वरूप कोरोनरी कैल्शियम स्कोर में पर्याप्त कमी आती है और प्लाक वृद्धि धीमी हो जाती है।

(14). ओमेगा-3 फैटी एसिड कोरोनरी धमनी बाईपास सर्जरी के बाद अर्ट्रियाल फिब्रिलेशन को रोकता है।

(15). एडीएचडी वाले बच्चों में ओमेगा-3 फैटी एसिड पूरकता का चिकित्सीय प्रभाव होता है।

 16.ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड के संयोजन के साथ-साथ मैग्नीशियम और जस्ता की खपत बच्चों और किशोरों की चौकस, व्यवहारिक और भावनात्मक समस्याओं पर लाभकारी प्रभाव प्रदान करती है।

(17). ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों पर फिश ऑयल सप्लीमेंट का महत्वपूर्ण चिकित्सीय प्रभाव पड़ता है।

(18). ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड एक प्रभावी उपचार प्रतीत होता है।

(19). मधुमेह के रोगियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड की खुराक के सेवन से होमोसिस्टीन का स्तर कम हो जाता है।

(2). ओमेगा-3 फैटी एसिड टाइप 2 मधुमेह मेलिटस वाले विषयों में मैक्रो- और माइक्रोवैस्कुलर फ़ंक्शन में सुधार करता है।

(21). स्थिर कोरोनरी धमनी रोग वाले रोगियों में, n-3 फैटी एसिड के स्तर और भड़काऊ बायोमार्कर के बीच एक स्वतंत्र और उलटा जुड़ाव मौजूद होता है।

(2). ओमेगा-3 फैटी एसिड एंडोथेलियल फ़ंक्शन को आंतरिक धमनी रोग में सुधार करता है।

(23). मछली के तेल का रक्त चिपचिपापन आंतरिक संवहनी रोग पर लाभकारी प्रभाव पड़ता है।

(24). मछली का तेल अनुपूरण से पैदल दूरी में सुधार होता है परिधीय धमनी रोग।

(25). ओमेगा-3 फैटी एसिड डोकोसापेंटेनोइक एसिड (डीपीए) धूम्रपान से जुड़े परिधीय धमनी रोग के जोखिम को कम करता है।

(26). ओमेगा-3 फैटी एसिड (ईपीए और डीएचए) के साथ 8 महीने के उपचार का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जैसे कि सिस्टिक फाइब्रोसिस के रोगियों में सूजन कम होना।

(27). ओमेगा-3 फैटी एसिड का फुफ्फुसीय जीवाणु उपनिवेशण (पल्मोनरी बैक्टीरियल कॉलोनाइजेशन) इनसिस्टिक फाइब्रोसिस के कारण होने वाले बलगम के अधिक उत्पादन के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रभाव हो सकता है।

(28). ओमेगा-3 फैटी एसिड अनुपूरण भड़काऊ बायोमार्कर, एरिथ्रोसाइट अवसादन दर, और इंटरल्यूकिन -8 सांद्रता इंसिस्टिक फाइब्रोसिस रोगियों को कम करता है।

 29.डीएचए स्यूडोमोनास एरुगिनोसा संक्रमण के प्रतिरोध को बढ़ाता है।

(30). ईपीए अनुपूरण का पुराने हेपेटाइटिस सी रोगियों के उपचार में चिकित्सीय महत्व है।

(31). ईपीए और डीएचए का प्रणालीगत ल्यूपस एरिथमीटोसस के उपचार में चिकित्सीय महत्व है।

(32). ओमेगा-3 मछली का तेल प्रणालीगत ल्यूपस एरिथेमेटोसस के रोगियों में लक्षणों की गंभीरता को कम करता है।

(33). मछली और लंबी श्रृंखला वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन मधुमेह महिलाओं में कोरोनरी हृदय रोग और कुल मृत्यु दर के जोखिम को कम करता है।

(34). ईपीए और डीपीए की उच्च प्लाज्मा सांद्रता महिलाओं में गैर-घातक रोधगलन के कम जोखिम से जुड़ी हैं।

(35).ओमेगा-3 फैटी एसिड की खपत उच्च रक्तचाप की घटनाओं के साथ विपरीत रूप से जुड़ी हुई है।

(36). मछली का तेल, लेकिन अलसी का तेल नहीं, सूजन को कम करता है और दबाव अधिभार-प्रेरित हृदय रोग कार्य को रोकता है।

(37). मछली के सेवन से वृद्ध व्यक्तियों में इस्केमिक स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है।

(38). ईपीए और डीएचए का मध्यम सेवन बुजुर्ग पुरुषों में संज्ञानात्मक गिरावट को स्थगित कर सकता है।

(39). ओमेगा-3 फैटी एसिड का प्रसवोत्तर अवसाद पर चिकित्सीय प्रभाव हो सकता है।

(40). ओमेगा-3 फैटी एसिड का ड्राई आई सिंड्रोम के उपचार में चिकित्सीय महत्व हो सकता है।

(41). ओमेगा-3 फैटी एसिड पूरकता ध्यान-घाटे / अति सक्रियता विकार (एडीएचडी) रोगसूचकता वाले बच्चों के उपचार में चिकित्सीय (थेराप्यूटिक) मूल्य प्रदर्शित करता है।

(42). मछली का सेवन पुरुषों में इस्केमिक स्ट्रोक के खतरे को कम करता है।

(43).ओमेगा-3 फैटी एसिड अनुपूरण इंसुलिन प्रतिरोध को रोकता है और उलट देता है।

(44). ओमेगा-3 फैटी एसिड यूरिनरी कैल्शियम ऑक्सालेट स्टोन को बनने से रोकता है।

(45).ओमेगा-3 फैटी एसिड ब्रोन्कियल अस्थमा से पीड़ित बच्चों के लिए फायदेमंद होता है।

(46). ओमेगा-3 फैटी एसिड पूरकता कम जोखिम और उच्च जोखिम वाले गर्भधारण दोनों में समय से पहले जन्म की रोकथाम में योगदान कर सकती है।

(47). मछली का सेवन प्रोस्टेट कैंसर-विशिष्ट मृत्यु दर में 63% की कमी के साथ जुड़ा हुआ है।

(48). ओमेगा-3 फैटी एसिड ऑटोइम्यून विकारों की गंभीरता को कम करता है।

(49). फुफ्फुसीय (पल्मोनरी) उच्च रक्तचाप को कम करने में ईकोसापेंटेनोइक एसिड (ईपीए) की चिकित्सीय भूमिका हो सकती है।

(50). ओमेगा-3 फैटी एसिड के परिणामस्वरूप ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले कुत्तों में वजन असर में सुधार हुआ।

(51). प्राथमिक ओपन-एंगल ग्लूकोमा रोगियों ने डीएचए और ईपीए के रक्त स्तर को कम कर दिया है।

(52). ओमेगा-3 फैटी एसिड मोटे चूहों में इंसुलिन प्रतिरोध और फैटी लीवर को कम करता है।

(53). मछली से ईकोसापेंटेनोइक और डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड का सेवन एलर्जिक राइनाइटिस के कम प्रसार से जुड़ा हो सकता है।

(54). कॉड लिवर ऑयल (ओमेगा-3 फैटी एसिड) संधिशोथ के रोगियों में एनएसएआईडी की आवश्यकता को कम करता है।

(55).ओमेगा-3 फैटी एसिड में रुमेटीइड गठिया के उपचार में महत्वपूर्ण चिकित्सीय लाभ और दवा बख्शने की गतिविधि है।

(56). ईपीए और डीएचए युक्त आहार का स्तन कैंसर के विकास और मेटास्टेसिस पर निरोधात्मक प्रभाव पड़ता है।

(57). आहार ओमेगा-3 फैटी एसिड धूम्रपान करने वालों को क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) से बचा सकता है।

(58). छोटे नियंत्रित अध्ययनों और द्विध्रुवी अवसाद (बाइपोलर डिसऑर्डर) के खुले अध्ययन में वयस्कों और बच्चों दोनों में अवसाद के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड प्लेसबो की तुलना में अधिक प्रभावी दिखाया गया था।

(59). ओमेगा-3 फैटी एसिड ईपीए प्रमुख अवसादग्रस्तता विकार के इलाज में फ्लुओक्सेटीन (प्रोज़ैक) जितना ही प्रभावी है।

(60). ट्रांस-असंतृप्त (अनसेचुरेटेड) वसा में कम और ओमेगा-3 फैटी एसिड और जैतून के तेल से भरपूर आहार उम्र से संबंधित धब्बेदार अध: पतन के जोखिम को कम कर सकता है।

(61). ओमेगा-3 फैटी एसिड के अधिक सेवन से निमोनिया का खतरा कम हो सकता है।

अब यह आप पर निर्भर है कि आप विश्वास करते हैं या नहीं।

फिर भी कोई जानकारी लेना हो तो सम्पर्क कर सकते हैं...

*बीमारी देने वाला खाना युवाओं का फेवरेट जंक फूड और...*
*परंपरागत भोजन में सेहत का खजाना..*

*जिस बात को हमारे बड़े-बूढ़े लोग अक्सर दोहराते थे कि घर के खाने में सेहत की बरकत होती है, उसी बात को अब ऐलोपैथी के विशेषज्ञ भी दोहरा रहे हैं।*
*लंबे समय से देश के प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ व योगाचार्य कहते रहे हैं कि व्यक्ति के पेट से ही सेहत की राह गुजरती है।* 

*लेकिन चटपटे स्वाद की शौकीन युवा पीढ़ी इस बात को लगातार नजरअंदाज करती रही है।*
*देश के प्रतिष्ठित चिकित्सा व शोध संस्थान पीजीआई के गेस्ट्रोलॉजी विभाग के प्रोफसर अब आंतों की बीमारी इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज यानी आईबीडी के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए सलाह दे रहे हैं कि घर का खाना ही सेहत की कुंजी है।* 

*जो लोग परंपरागत भारतीय भोजन से नाता तोड़ रहे हैं वे बीमारियों से नाता जोड़ रहे हैं।* 

*दरअसल, हाल के दिनों में खासकर युवा पीढ़ी में पश्चिमी व चीनी खाद्य पदार्थों मसलन पिज्जा, बर्गर और नूडल्स आदि के प्रति दीवानगी बढ़ी है।*
*वहीं आम लोगों में भी होटल रेस्टोरेंट आदि से पका पकाया खाना मंगाने का प्रचलन बढ़ा है।* 

*पीजीआई के विशेषज्ञ कह रहे हैं कि ज्यादा तला भुना व बाहरी खाने से कई बीमारियां हो रही हैं, जिससे बड़ी आंत में घाव बन जाते हैं।*

 *फलत: अल्सर व कैंसर तक के खतरे बढ़ जाते हैं। चिकित्सक घर के परंपरागत खाने पर बल दे रहे हैं। वे भोजन के लिये कच्ची घानी, सोयाबीन, नारियल व तिल का तेल प्रयोग करने पर जोर दे रहे हैं।*
*साथ ही बाजारों में एक बार प्रयोग किये गये खाद्य तेल को बार बार उपयोग करने से बचने की सलाह दी गई है।* 

*विशेष रूप से सफर के दौरान बाहरी खाने के बजाय फल व आम भोजन के उपयोग की भी जरूरत बता रहे हैं।*
*दरअसल, इसमें कोई बड़ी राकेट साइंस नहीं है और घर के बुजुर्ग इसी बात को अक्सर दोहराते भी रहे हैं, लेकिन नई पीढ़ी इस पर ध्यान नहीं देती है।*

*दरअसल, फास्ट फूड संस्कृति को जीवन का हिस्सा बनाने से देश दुनिया में तमाम तरह की बीमारियों ने जन्म लिया है।*
*मोटापा और उससे जुड़े तमाम रोग आज भारतीयों पर शिकंजा कस रहे हैं।* 

*हमारे जीवन में शारीरिक श्रम का महत्व कम होने और तला-भुना खाने से मोटापा, मधुमेह व उच्च रक्तचाप जैसी लाइफ स्टाइल बीमारियां शरीर में घर बनाने लगी हैं। इतना ही नहीं देर से सोना और देर से जागना हमारी आदत में शुमार हो गया है।*
*बच्चे मैदान में खेलने के बजाय गैजेट्स में लगे रहते हैं, जिससे उन पर मोटापे का ज्यादा असर हो रहा है।* 

*वहीं समय पर न खाना और फास्ट फूड को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने से भी समस्या और जटिल हो गई है।*
*सुबह नाश्ते को नजरअंदाज करना और देर रात भारी भोजन भी शारीरिक व्याधियों को निमंत्रण दे रहा है।*

 *योग व प्राकृतिक चिकित्सा इस बात पर बल देती है कि सुबह के समय हमारी पाचन शक्ति मजबूत होती है अत: हमारा नाश्ता समृद्ध होना चाहिए।*
*फल व सलाद हमारे खाद्य श्रृखंला का महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए।*
*नई पीढ़ी में पिज्जा, बर्गर, नूडल्स वगैरह का तो जुनून है लेकिन ताजे फल और सब्जियों से परहेज करने लगे हैं।* 

*पश्चिमी देशों में हुए हालिया शोध बता रहे हैं कि जल्दी सोने और जल्दी जागने वाले लोग ज्यादा स्वस्थ रहते हैं। उनमें उच्च रक्तचाप व मधुमेह जैसी लाइफ स्टाइल डिजीज कम होती हैं।* 

*विडंबना देखिये कि सदियों से जो हमारा खानपान व जीवन शैली रही है उसको ही नई पीढ़ी नजरअंदाज कर रही है। अब विदेशों से शोध के बाद आने वाले उसी ज्ञान पर हमारा ध्यान जा रहा है।*

*दरअसल, जब तक हम युवा रहते हैं तब तक स्वस्थ शरीर के आवश्यक नियमों की अनदेखी करते हैं मगर जब उम्र ढलने लगती है तो शरीर बीमारियों का घर बन जाता है।* 

*आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की यह कमी रही है कि वह रोग के लक्षणों को तो ठीक करता है लेकिन उस रोग को जड़ से समाप्त करने के लिये जीवन शैली व खानपान में बदलाव पर बल नहीं देता। तब हम फौरी तौर पर तो ठीक हो जाते हैं लेकिन बीमारी के कारक शरीर में मौजूद रहते हैं।*

 *डायबिटीज़ का इलाज संभव है, अगर कोई चाहे तो.!*
स्वास्थ्य विभाग के सर्वे के अनुसार भारत में 5 करोड़ 70 लाख से भी ज्यादा लोग डाइबिटिक हैं, और यह समस्या अधिकतर लोगों में दिनोंदिन बढ़ रही है।

➡️ हर 2 मिनट में एक आदमी डायबिटीज से मर जाता है और कॉम्प्लीकेशंस भी बहुत है।

➡️ किसी की किडनी खराब हो रही है।

➡️ किसी का लीवर खराब हो रहा है।

➡️ किसी को लकवा हो रहा है।

➡️ किसी को ब्रेन स्ट्रोक हो रहा है।

➡️ किसी को हार्ट अटैक आ रहा है।

*कुल मिलाकर डायबिटीज़ होने के पश्चात अनेक प्रकार के कॉंप्लिकेशन शरीर में आने से व्यक्ति और ज्यादा बीमार हो जाता है।*

*मधुमेह या सुगर की बीमारी एक खतरनाक रोग है.!*

रक्त ग्लूकोज (blood sugar level) स्तर बढा़ हुआ मिलता है, यह रोग मरीजों के (रक्त मे गंदा कोलेस्ट्रॉल) अवयव के बढने के कारण होता है।
इन मरीजों में आँखों, गुर्दों, स्नायु, मस्तिष्क, हृदय के क्षतिग्रस्त होने से इनको गंभीर, जटिल, घातक रोगों का खतरा बढ़ जाता है।

➡️ भोजन पेट में जाकर एक प्रकार के ईंधन में बदलता है जिसे ग्लूकोज कहते हैं। यह एक प्रकार की शर्करा होती है।

➡️ ग्लूकोज हमारे रक्त धारा में मिलता है और शरीर की लाखों कोशिकाओं में पहुंचता है।

पैंक्रियाज/अग्नाशय (Pancreas) इन्सुलिन उत्पन्न करता है।

इन्सुलिन भी रक्तधारा में मिलता है और कोशिकाओं तक जाता है।

मधुमेह बीमारी का असली कारण जब तक आप लोग नहीं समझेंगे तब तक आपकी मधुमेह कभी भी ठीक नहीं हो सकती है।
जब आपके रक्त में वसा (गंदे कोलेस्ट्रोल) की मात्रा बढ जाती है तब रक्त में मौजूद कोलेस्ट्रोल कोशिकाओ के चारों तरफ चिपक जाता है और खून में मौजूद जो इन्सुलिन है वह कोशिकाओं तक नही पहुँच पाता है (इंसुलिन की मात्रा तो पर्याप्त होती है किन्तु इससे द्वारो को खोला नहीं जा सकता है, अर्थात पूरे ग्लूकोज को ग्रहण कर सकने के लिए रिसेप्टरों की संख्या कम हो सकती है) वो इन्सुलिन शरीर के किसी भी काम में नही आता है।
जिस कारण जब हम शुगर लेवल चैक करते हैं तो शरीर में हमेशा शुगर का स्तर बढा हुआ ही होता है क्योंकि वो कोशिकाओं तक नहीं पहुंची जबकि जब  हम बाहर से इन्सुलिन लेते हैं तब वो इन्सुलिन नया नया होता है तो वह कोशिकाओं के अन्दर पहुँच जाता है।
अब आप समझ गये होंगे कि मधुमेह का रिश्ता कोलेस्ट्रोल से है न कि शुगर से।

➡️ मधुमेह रोग में प्रारम्भिक अवस्था में तो भूख बहुत लगती है लेकिन धीरे-धीरे भूख कम हो जाती है।

➡️ शरीर सूखने लगता है एवं कब्ज की शिकायत रहने लगती है।

➡️ बार बार बहुत अधिक प्यास लगती है।

➡️ अधिक पेशाब आना और पेशाब में चीनी आना शुरू हो जाती है और रोगी का वजन कम होता जाता है।

➡️ शरीर में कहीं भी जख्म या घाव होने पर वह जल्दी नहीं भरता।

*तो ऐसी स्थिति में*
*हम क्या करें ??*

*कुदरती नुस्खे अपनाइये क्योंकि...*
विशेषज्ञों के अनुसार आपको इन्सुलिन पर ज्यादा निर्भर नहीं रहना चाहिए क्योंकि इन्सुलिन डाईबिटीज से भी ज्यादा खराब है।
शरीर पर  इसके दुष्प्रभाव भी बहुत है।


*हमारे  पेट का अल्सर एक गंभीर बीमारी है...??*
*जानिये इसके कारण और निवारण देसी नुस्खों से...*

*हम बात कर रहे हैं पेट के अल्सर की पेप्टिक अल्सर की वजह से कई समस्याएँ हो सकती हैं।*

*पेट के अंदर की सतह पर छाले हो जाते हैं जो धीरे धीरे जख्मों में बदलनें लगते हैं और अल्सर से परेशान इंसान को कई तरह की समस्याएँ आनें लगती हैं।*

*पेट का अल्सर यानि पेप्टिक अल्सर दो तरह का होता है..*
*एक ड्यूडिनल अल्सर और*
*दूसरा है गैस्ट्रिक अल्सर।*

*समय पर इलाज न मिलनें से अल्सर के रोगी की मौत भी हो सकती है।*

*पेट के अल्सर के संकेत:*

*अल्सर होनें के संकेत साफ होते हैं इस रोग में रोगी को पेट संबंधी दिक्कते जैसे पेट में जलन, दर्द और उल्टी में खून आदि आनें लगता है और कुछ समय बाद जब यह अल्सर फट जाता है तब यह जानलेवा बन जाता है।*

*पेट के अल्सर के मुख्य लक्षण...*

*ड्यूडिनल अल्सर का मुख्य लक्षण है खाली पेट में दर्द होना।*
*खाना खानें के बाद ही दर्द का ठीक होना।*
*वहीं पेप्टिक अल्सर में इंसान को भूख कम लगती है।*
*मल से खून का आना।*
*बदहजमी का होना।*
*सीनें में जलन।*
*वजन का अचानक से घटना।*

*पेट में बार-बार दर्द का उठना और किसी पेनकिलर या एंटी-एसिड की दवाओं से ही पेट दर्द का ठीक होना अल्सर का लक्षण हो सकता है। इसके अलावा भी अल्सर के रोगी को बार-बार कई दिक्कतें आती हैं जैसे पेट में जलन और जी मिचलाना।*

*पेट के अल्सर का कारण:*

*▪️अत्यधिक दर्द निवारण दवाओं का सेवन करनां।*
 *▪️अधिक चाय या काफी पीनां।* 
*▪️अधिक गरम मसालें खानां।* 
*▪️अधिक तनाव लेनां।* *▪️गलत तरह के खान-पान करनां।* 
*▪️अनियमित दिनचर्या।*
*अधिक धूम्रपान करनां।*
*▪️हेलिकौबैक्ट पायलोरी बैक्टीरिया की वजह से।*

*पेट के अल्सर से मुक्ति पाने के लिये अपनायें ये घरेलू उपाय:*

*शहद:* 
पेट के अल्सर को कम करता है शहद। क्योकि शहद में ग्लूकोज पैराक्साइड होता है जो पेट में बैक्टीरिया को खत्म कर देता है और अल्सर के रोगी को आराम मिलता है।

*नारियल...* 
नारियल अल्सर को बढ़नें से रोकता है साथ ही उन कीड़ों को भी मार देता है जो अल्सर को बढ़ाते हैं।
नारियल में मौजूद एंटीबेक्टीरियल गुण और एंटी अल्सर गुण होते हैं। इसलिए अल्सर के रोगी को नारियल तेल और नारियल पानी का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए। 

*केला:* 
केला भी अल्सर को रोकता है। केले में भी एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो पेट की एसिडिटी को ठीक करते हैं। पका और कच्चा केला खानें से अल्सर के रोगी को फायदा मिलता है। आप चाहें तो कच्चे केले की सब्जी बनाकर भी खा सकते हैं।

*बादाम:* 
बादाम को पीसकर इसे अल्सर के रोगी को देना चाहिए। इन बादामों को इस तरह से बारीक चबाएँ कि, यह दूध की तरह बनकर पेट के अंदर जाएं।

*लहसुन:*
लहुसन की तीन कच्ची कलियों को कुटकर पानी के साथ सेवन करें।

*गाय का दूध:* 
गाय के दूध में हल्दी को मिलाकर पीना चाहिए। हल्दी में मौजूद गुण अल्सर को बढ़नें नहीं देते हैं।

*गुडहल:* 
गुडहल की पत्तियों के रस का शरबत बनाकर पीनें से अल्सर रोग ठीक होता है।

*बेलफल की पत्तियों का सेवन:* 
बेल की पत्तियों में टेनिन्स नामक गुण होता है जो पेट के अल्सर को ठीक करते हैं। बेल का जूस पीने से पेट का दर्द और दर्द ठीक होता है। 

*गाजर और पत्ता गोभी का रस:* 
पत्तागोभी पेट में खून के प्रभाव को बढ़ाती है और अल्सर को ठीक करती है। पत्ता गोभी और गाजर का रस मिलाकर पीनां चाहिए। पत्ता गोभी में लेक्टिक एसिड होता है जो शरीर में एमीनो एसिड को बनाता है।

*सहजन:*
दही के साथ सहजन के पत्तों का बना पेस्ट बना लें और दिन में कम से कम एक बार इसका सेवन करें। इस उपाय से पेट के अल्सर में राहत मिलती है।

*मेथी का दाना:* 
अल्सर को ठीक करनें में मेथी बेहद लाभदायक होती है।
एक चम्मच मेथी के दानों को एक गिलास पानी में उबालें और इसे ठंडा करके छान लें।
अब आप शहद की एक चम्मच को इस पानी में मिला लें और इसका सेवन रोज दिन में एक बार जरूर करें।
ये उपाय अल्सर को जड़ से खत्म करता है।

*पेट के अल्सर के लिए जरूरी परहेज:*
➡️ अधिक मिर्च मसाले और जंक फूडस से परहेज करें। 
➡️ चाय, काफी और कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन करना बंद कर दें।
➡️ स्वयं को तनाव मुक्त रखें।
➡️ हर रोज सुबह-शाम पैदल घूमें।
➡️ अधिक दवाओं का सेवन न करें।
➡️ अल्सर का अधिक बढ़नें पर इसका ऑपरेशन ही एक मात्र उपाय है।
➡️ यदि यह कैंसर में बदल जाता है तो अल्सर की कीमोथैरेपी की जाती है।
*यदि आप चाहते हैं कि, अल्सर का रोग आपको न लगें तो आपको अपनें खान-पान और गलत लतों को छोड़ना होगा।*

 *मैं अपनें किसी भी हेल्थ मैसेज का 100%  सही होनें का दावा नहीं करता। इस टिप्स से काफी लोगों को फायदा हुआ है। कृपया आप किसी भी हेल्थ टिप्स पर अपनें ऊपर प्रयोग करनें से पूर्व अपनें वैद्य से राय लेवें।*


 *क्या आप इनमें से किसी भी समस्या से परेशान हो तो मुझसे जरूर सम्पर्क करें क्योंकि हो सकता है कि आपकी समस्या का निवारण बगैर किसी दवाई के हो जाये...*
*निःशुल्क परामर्श*
 1- शुगर (मधुमेह)
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22- श्वसन सम्बन्धी
23- पाचन सम्बंधित 
24- लीवर से जुडी कोई भी परेशानी
25- अनिद्रा
26- अनीमिया (खून की कमी)
27- मानसिक तनाव
28- खांसी 
29- साईनस
30- पेट में गैस बनना
31- पैरो-हाथो मे जलन
32- आखों से संबंधित
33- स्वेद प्रदर (सफेद या गाढ़ा द्रव)
34- अनियमित मासिक धर्म 
35- बांझपन 
36- नपुंसकता   
37- पथरी
38- एलर्जी 
39- किसी भी प्रकार का नशा 
40- बच्चेदानी में रसोली
41- कैंसर 
42- भूख न लगना 
43- नसों की बलौकेज
44- टी बी/ क्षयरोग
45- दांतों की कोई भी समस्या
46- फाइलेरिया
47- सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस
48 - फ्रोज़न शोल्डर
49 - टेनिस एल्बो
50 - डिप्रेशन


*घर का डॉक्टर,*
*घर की चीजों से बना...*
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*कायाकल्प चूर्ण*
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*निरोगी, स्वस्थ, सुखमय एवं सुरक्षित जीवन के लिए अपनाइये...*
*प्रोडक्ट कोड 1/10/KK*
*🤗काया कल्प चूर्ण🤗*
*_"हर उम्र के लिए"_*
*लेकिन क्यों..?*
*30 पार करते करते हवा, पानी और भोजन का प्रदूषण हमारे शरीर की इम्युनिटी को कमजोर करना शुरू कर देता है..*
*विशेषकर आज आज के माहौल की वजह से पूरी दुनियां एक अनजाने भय के बीच मे जी रही है।*
*पूरा विश्व एक ही बात पर जोर दे रहा है कि अपनी इम्युनिटी बढ़ाइये या अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाइये।*
*अभी तक कोई भी वैक्सीन नहीं बन पाई है लेकिन भारत एक प्राकृतिक धन संपदा सम्पन्न देश है जहां पर हर रोग का प्राकृतिक निदान पहले से ही हो रखा है।*
*अगर आप प्राकृतिक आपदा या कहर से बचना चाहते हैं तो घबराने की कोई बात नहीं, हमारा अद्भुत जादुई काया कल्प चूर्ण पर्याप्त है क्योंकि...*
*_स्वस्थ रहना सबकी मूलभूत आवश्यकता है_*

*अगर आप डाक्टरों के चक्कर लगा लगा के परेशान हो चुके हैं तो एक बार ज़रूर पढ़ें फिर आजमा के देखें, आप मायूस नही होंगे..*

*जानिये ऐसा क्यूं होता है..?*
*क्योंकि हमारा शरीर, पंचतत्व...*
*✅ भूमि,*
*✅ गगन,*
*✅ वायु,*
*✅ अग्नि एवं*
*✅ जल के* *सामंजस्य एवं योग से निर्मित होकर काया कल्प चूर्ण शरीर के वात, पित्त और कफ को बैलेंस करके स्वास्थ्य को नियंत्रित करता है।*

*घरल या घराट पद्धति से निर्मित चूर्ण, वो करिश्मा है जिसे आज नहीं तो कल लेना ही होगा, कारण एलोपैथी के साइड इफेक्ट। क्योंकि ये हमारी जरूरत भी है और समय की पुकार भी है।*
*😢काया कल्प चूर्ण😊*

*हज़ारों वर्ष पुराना नुस्खा आपकी जिंदगी की खुशियां दुबारा पा सकते हैं.!*

*लाख दवा की एक दवा,*
*थोड़ा जल्दी असर करने वाली,*
*हर मुश्किल का हमसफ़र,*
*जीवन वर्धक, रोग हर्ता, विघ्न विनाशक चमत्कारिक...*
*😢कायाकल्प चूर्ण😊*

*काया कल्प चूर्ण लेने से क्या होगा..??*
*रात को सोते समय एक छोटी चम्मच (सिर्फ 5 ग्राम) काया कल्प चूर्ण, हल्के गर्म पानी के साथ लेना है।*

*ये चूर्ण 10 वर्ष से अधिक उम्र का कोई भी ले सकता है।*

*रोज़ाना लेने से शरीर के कोने कोने में लगातार जम रही गंदगी और कचरा, मल और पेशाब द्वारा बाहर निकल जाएगी।*

*पूरा फायदा तो 80-90 दिन में महसूस करेगें, जब फालतू चरबी गल जाएगी, नया शुद्ध खून का संचार होगा।*

*हर प्रकार का ब्लोकेज खुल जायेगा।*

*चमड़ी की झुर्रियां अपने आप दूर हो जाएगी।*

*शरीर तेजस्वी, स्फूर्तिवान व सुंदर बन जायेगा।*

*अनिवार्य...*
*दिन में कम से कम 3 से 4 लीटर पानी पीना है।*

*"काया कल्प चूर्ण के अद्भुत फायदे..."*
*1. गठिया तो दूर होगा ही साथ मे गठिया जैसे जिद्दी रोग भी दूर हो जाएंगे।*
*2. हड्डियां मजबूत होगी।*
*3. आंखों की रोशनी बढ़ेगी।*
*4. बालों का विकास होगा।*
*5. पुरानी कब्जियत से हमेशा के लिए मुक्ति मिलेगी।*
*6. शरीर में खून जवानों की तरह दौड़ने लगेगा।*
*7. कफ से मुक्ति मिलेगी।*
*8. हृदय की कार्य क्षमता बढ़ेगी।*
*9. थकान जरा सी भी नहीं रहेगी, घोड़े की तरह दौड़ने लग जाएगें।*
*10. स्मरण शक्ति बढ़ेगी।*
*11. स्त्री का शरीर, शादी और बच्चों के बाद हुआ बेडोल की जगह स्लिम, ट्रिम और सुंदर बनेगा।*
*12. कानों का बहरापन दूर होगा।*
*13. पहले ली हुई एलोपैथी दवाओं के साईड इफेक्ट्स से मुक्त हो जायेंगें।*
*14. खून में सफाई और शुद्धता बढ़ेगी।*
*15. शरीर की सभी खून की नलिकायें शुद्ध हो जाएगी।*
*16. दांत मजबूत बनेगें और इनेमल जींवत रहेगा।*
*17. नपुसंकता जड़ से दूर होगी।*
*18. डायबिटिज काबू में रहेगी, डायबिटीज की जो दवा लेते है वह चालू रखना है।*

*जरूरी जानकारी..*
*कायाकल्प चूर्ण का असर 30-40 दिन तक लेने के बाद दिखने लगेगा।*

*आपका जीवन... निरोग, आनंददायक, चिंता रहित, स्फूर्ति दायक और आयुष्यवर्धक बनेगा।*

*जीवन जीने योग्य बनेगा क्योंकि बुढ़ापा, बुढ़ापे की समस्याएं और टेंशन से दूर रहेगा।*

*
*
*पेट्रोल और डीज़ल के रेट बढ़ने से जड़ी बूटियों की कीमतें आसमान छू चुकी हैं और इन्हीं कारणों से इलाज़ महंगे होते जा रहे हैं।*

*

*


: *मधुमेह, डायबिटीज, शुगरमुक्त भारत...*
*"नो-डायबिटीज" कैप्सूल्स*

*यक्ष प्रश्न.....*
*आखिरकार मधुमेह, शुगर, डायबिटीज इतनी बड़ी जानलेवा बीमारी क्यों बनती जा रही है..??*

*मधुमेह या शुगर, पाश्चात्य जीवन शैली का एक रोग या परेशानी युक्त जीवन की भूल...*

*चिंतन व मनन करें कि...*
*किन्नर भाई बहनों को क्यों नहीं होता रोग..???*
*क्योंकि वो औरों की खुशियों में भी दिल खोलकर बजाते हैं तालियां और नाचते हैं झूम झूम के...*
*और जब हम अपने ही खुशियों, पूजा, पाठ, भजन, कीर्तन, आरती में जब जाते हैं तो एक्यूप्रेशर थैरेपी के माध्यम से दबाते हैं वही पॉइंट,*
*जो परम्परागत चली आ रही ताली बजाने व नाचने में दबती थी*
■■■■■■■■■■■■■
*Nature's मधुमेह (डायबिटीज) रक्षक कैप्सूल*
*"नो-डायबिटीज"*
■■■■■■■■■■■■■

*आजकल मधुमेह आम बीमारी हो गयी है।*

*चौंकिये मत...*
*हर 10वाँ इंसान इस रोग के चपेट में है या आने वाला है।*
*जब कोई इस रोग से ग्रसित होता है तो उस इंसान के भोजन में जितनी भी मीठी चीजे खाता है (चीनी, मिठाई, शक्कर, गुड़ आदि) वह ठीक प्रकार पचती नही है अर्थात पैंक्रियास या अग्नाशय उचित मात्रा इन्सुलिन नही बनता इसलिये चीनी तत्व मूत्र मार्ग से सीधा निकलने लगता है।*

*➡️ जिन लोगो को चिंता, मोह, लालच, तनाव, ज्यादा मिर्च मसाले वाला भोजन रहता है वे इस रोग से ग्रसित हो सकते हैं।*

*➡️ शुरू मे इस रोग में भूख अधिक लगती है धीरे धीरे भूख कम हो जाती है,*
*➡️ शरीर सूखने लगता है,*
*➡️ कब्ज की शिकायत,*
*➡️ वजन कम होना,*
*➡️ अधिक पेशाब आना व*
*➡️ जख्मों का न भरना इसके लक्षण है।*

*एकाएक बढ़ी शुगर को सामान्य करने हेतु चौथाई चम्मच मेथी दालचीनी त्रिफला 2-3 चुटकी हल्दी व 2 लहसुन को कूटकर एक गिलास पानी चौथाई रहने तक छानकर पिलाते रहें दिन में 3-4 बार 2-3 दिन।*

*मधुमेह रोग को जड़ से खत्म करने के लिए जड़ी बूटियों से अद्भुत फ़ॉर्मूलेटेड दवाई उपलब्ध है।*

*Nature's NO DIABETES Capsule*

*नेचर्स "नो-डायबिटीज़" कैप्सूल पूर्णतः जड़ी बूटियों से निर्मित कैप्सूल हैं जो शुगर/ डायबिटीज/ मधुमेह अथवा डायबिटीज को पूर्ण रूप से नियंत्रित करता है तथा अंग्रेजी दवाइयों से होने वाले साइड इफेक्ट्स से रक्षा भी करता है।*

*यह कैप्सूल प्राणघातक स्टेरॉयड से मुक्त है तथा रोग के जड़ को खत्म करता है।*

*नित्य एक एक कैप्सूल सुबह शाम पानी के साथ सेवन करने से सिर्फ 15 दिन में असर दिखने लगेगा व पूर्ण लाभ लगभग 4 महीने के प्रयोग से मिलेगा।*

*लगातार अंग्रेजी दवाओं के प्रयोग से शुगर के मरीज़ों को अन्य बीमारी घेर लेती हैं जिनसे इस कैप्सूल के प्रयोग से रक्षा होती है।*

*
*अधिकांश लोगों से अनजान अद्भुत अमृतमय मधुमक्खियों द्वारा निर्मित धरती का अमृत "पराग" या "बी-पॉलन".!*

*क्या आप मात्र एक चम्मच से 5 किलो गाय का दूध, 5 किलो हरी सब्जियां, 5 किलो फल और बहुत सारे एन्टी ऑक्सीडेंट्स चाहते हैं.?*

*बी-पॉलन में फूलों का पराग, रस, एन्ज़ाइम्स, शहद और बी सीक्रेशन का मिक्सचर होता है!*
*मधुमक्खी जब अपने छत्ते पर शहद इकठ्ठा करती है तो शहद के साथ साथ उस छत्ते पर कुछ पराग कण भी इकठ्ठा हो जाते हैं और फिर ये दानों का आकार ले लेते हैं यही दाने सूखकर बी-पॉलन (Bee-Pollen) कहलाते हैं।*

*जो लोग डायबिटीज, हाइपरटेंशन, ऑटो इम्यून या कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं उन्हें बी-पॉलन का सेवन ज़रूर करना चाहिये।*

*बी-पॉलन और उसके फायदों के बारे में अभी भी बहुत कम लोग जानते हैं।*
*आपको बता दें कि यह मधुमक्खियों द्वारा इकठ्ठा किया गया फूलों के परागकण का ढेर होता है जो उनके आहार के रूप में काम आता है।*
*इसमें लगभग 40% प्रोटीन पाया जाता है और इसके अलावा इसमें पोषक तत्वों की मात्रा भी काफी ज्यादा होती है।*
*इसका सेवन इंसानों के लिए भी बहुत फायदेमंद है।*

*काफी समय पहले से ही बी-पॉलन को न्यूट्रीशनल सप्लीमेंट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।*

*ताजे बी-पॉलन में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स, कार्बोहाइड्रेट के अलावा लैक्टिक एसिड और फ्लेवेनॉयड जैसे यौगिक भी होते हैं।*

*चायनीज मेडिसन में इसके फायदों को देखते हुए जर्मन फेडरेल बोर्ड ऑफ़ हेल्थ द्वारा इसे ऑफिशियल मेडिसिन घोषित किया है।*

*इन्फ्लेमेशन (सूजन) कम करने में मदद :*
*साल 2010 में फार्मसूटिकल बायोलॉजी जर्नल के अनुसार बी-पॉलन में ऐसे एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जिस वजह से ये जोड़ों के दर्द, एक्ने और कई इंफ्लेमेटरी डिजीज से राहत दिलाने में मदद करती है।*

*मांसपेशियों की मजबूती :*
*फ्रेश बी पॉलन मसल्स रिकवरी रेट को बढ़ाने में बहुत मदद करते हैं।*

*साल 2014 में किये शोध के अनुसार जो लोग पोषक तत्वों की कमी से होने वाले रोगों से परेशान रहते हैं उनके लिए यह बहुत ही फायदेमंद है।*

*अगर आप वजन कम करने की सोच रहे हैं तो आपको बी-पोलन का सेवन बढ़ा देना चाहिये।*

*जो लोग डायबिटीज, हाइपरटेंशन या कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं उन्हें बी-पोलन का सेवन ज़रूर करना चाहिये।*

*एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर :*
*आप कैफीन युक्त ड्रिंक पीने की बजाय बी-पॉलन से निर्मित चाय का सेवन कर सकते हैं।*
*इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और इसी वजह से जो लोग कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों, डायबिटीज, हाइपरटेंशन या कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं उनके लिए बी-पॉलन बहुत ज्यादा फायदेमंद है।*

*इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार :*
*साल 2014 में एक शोध में बताया गया कि बी-पॉलन में पर्याप्त मात्रा में एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी क्षमताएं होती हैं और इसके सेवन से कैंडिडा और स्टाफ इन्फेक्शन जैसी बीमारियों से बचाव होता है।*

*निरोगी काया के लिये बी-पॉलन की बिक्री मैं किलो में ही करता हूं क्योंकि ये महंगाई के अनुसार तो महंगा है परन्तु स्वास्थ्य की दृष्टि से एकदम सस्ता या मुफ्त जैसा है।*

*

विशुद्ध एवं फ़्रेश बी-पॉलन के लिये मुझसे सीधे सम्पर्क कर सकते हैं। *~व्हाट्सएप से बिल्कुल नहीं।~*

 *निश्चिंत हो जाइये....*
*चिलचिलाती गर्मी का आसान समाधान...*
*क्या आप बहुत जल्दी थक जाते हैं.?*
*क्या आपका बीपी अचानक लो हो जाता है.?**
*वर्ष 2023 की खतरनाक गर्मी से सावधान..??*
*गर्मी नुकसान कर सकती है इसलिए सावधान...*
*लीजिये...*
*•• 
*"नेचर्स ऊर्ज़ा (एनर्जाइज़र)"*
*एक त्वरित ऊर्जा सूत्र*
*जो मांसपेशियों की कोशिकाओं को रिचार्ज करने में मदद करता है,*
*थकान की सीमा में सुधार करता है,*
*शरीर की भड़काऊ प्रतिक्रिया को मजबूत करता है और*
*ऊर्जा का निर्माण करता है।*
*बीपी को नार्मल करता है।*

*हमारे अद्भुत "ऊर्ज़ा" एनर्जाइज़र फॉर्मूलेशन में अवयवों की भूमिका...*

*(1). स्टार्च मकई (डेक्सट्रोज और सुक्रोज)*
*डेक्सट्रोज क्या है?*
*डेक्सट्रोज स्टार्च से बनी एक साधारण चीनी है।*
*स्टार्च मकई, गेहूं, चावल और आलू सहित कई पौधों में पाया जाने वाला प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला जटिल कार्बोहाइड्रेट है।*
*डेक्सट्रोज का सबसे आम स्रोत मकई स्टार्च है।*

*डेक्सट्रोज को डी-ग्लूकोज के नाम से भी जाना जाता है।*
*डेक्सट्रोज आपके रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को तेजी से बढ़ाकर काम करता है।*
*ग्लूकोज कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, जैसे ब्रेड, अनाज, आलू, फल, पास्ता और चावल।*

*ग्लूकोज ऊर्जा का एक स्रोत है, और आपके शरीर में सभी कोशिकाओं और अंगों को ठीक से काम करने के लिए ग्लूकोज की आवश्यकता होती है।*

*डेक्सट्रोज का उपयोग किसी ऐसे व्यक्ति को कार्बोहाइड्रेट कैलोरी प्रदान करने के लिए भी किया जाता है जो बीमारी, आघात या अन्य चिकित्सीय स्थिति के कारण नहीं खा सकता है।*
*यह कभी-कभी उन लोगों को दिया जाता है जो बहुत अधिक शराब पीने से बीमार हो जाते हैं।*

*आहार अनुपूरक*
*डेक्सट्रोज स्टार्च से बनी एक साधारण चीनी है।*

*स्टार्च मकई, गेहूं, चावल और आलू सहित कई पौधों में पाया जाने वाला प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला जटिल कार्बोहाइड्रेट है।*
*डेक्सट्रोज का सबसे आम स्रोत मकई स्टार्च है।*

*डेक्सट्रोज, जब एक दवा के रूप में उपयोग किया जाता है, या तो मुंह से (मौखिक रूप से) या इंजेक्शन द्वारा दिया जाता है।*
*डेक्सट्रोज को डी-ग्लूकोज के नाम से भी जाना जाता है।*

*डेक्सट्रोज आपके रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को तेजी से बढ़ाकर काम करता है।*

*ग्लूकोज कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, जैसे ब्रेड, अनाज, आलू, फल, पास्ता और चावल।*

*ग्लूकोज ऊर्जा का एक स्रोत है, और आपके शरीर में सभी कोशिकाओं और अंगों को ठीक से काम करने के लिए ग्लूकोज की आवश्यकता होती है।*

*डेक्सट्रोज का उपयोग किसी ऐसे व्यक्ति को कार्बोहाइड्रेट कैलोरी प्रदान करने के लिए भी किया जाता है जो बीमारी, आघात या अन्य चिकित्सीय स्थिति के कारण नहीं खा सकता है।*

*यह कभी-कभी उन लोगों को भी दिया जाता है जो बहुत अधिक शराब पीने से बीमार हो जाते हैं।*

*डेक्सट्रोज का उपयोग हाइपरक्लेमिया (आपके रक्त में पोटेशियम के उच्च स्तर) के इलाज के लिए भी किया जा सकता है।*

*चेतावनी*
*यदि आपको मकई से एलर्जी है, तो आपको डेक्सट्रोज से एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है।*
*इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।*

*सुक्रोस खनिज लोहे का एक रूप है। आयरन विशेष रूप से रक्त में ऑक्सीजन के परिवहन के लिए शरीर में कई कार्यों लिए महत्वपूर्ण है।*

*आयरन सुक्रोस इंजेक्शन गुर्दे की बीमारी के साथ लोगों में लोहे की कमी से एनीमिया के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है।*

*यह आमतौर पर लाल रक्त कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा देने के लिए दिया जाता है।*

*3 बड़े चम्मच पूर्ण 15 ग्राम (लगभग) की एक खुराक कार्बोहाइड्रेट से 57.6 कैलोरी प्रदान करती है।*

*डेक्सट्रोज (स्टार्च मकई) आसानी से आत्मसात होकर घुल जाता है और थकान को दूर करने के लिए ऊर्जा का उत्सर्जन करता है।*

*सुक्रोज से फ्रुक्टोज और ग्लूकोज प्रत्येक का एक अणु प्राप्त होता है।*

*(2). जिंक सल्फेट*
*ज़िंक से शरीर को कई फायदे मिलते हैं।*

*जिंक की कमी होने पर इम्यूनिटी, थकान और वजन घटना शुरु हो जाता है।*

*जिंक जिसे हिंदी में जस्ता (Zinc) कहते हैं एक ऐसा खनिज या मिनरल है जो आपकी इम्यूनिटी को मजबूत (Strong Immunity) बनाता है।*

*हमारा शरीर जिंक नहीं बनाता इसके लिए हमें जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थ (Foods For Zinc) या सप्लीमेंट का सेवन करना होता है।*

*दैनिक कार्यों को सुचारु रुप से करने के लिए जिंक जरूरी है।*

*जिंक से न सिर्फ शरीर स्वस्थ रहता है बल्कि ब्लड शुगर को कंट्रोल करने (Blood Sugar Level), हार्ट को हेल्दी बनाने (Heart) और स्किन और हेयर का ख्याल रखने के लिए भी ज़िंक जरूरी है।*

*शरीर में डीएनए (DNA) के निर्माण में भी ज़िंक अहम होता है।*

*आप डाइट में ऐसी चीजों को शामिल कर सकते हैं जिससे ज़िंक की कमी को आसानी से पूरा किया जा सकता है।*

*एक सर्विंग से 3.2 ग्राम एलिमेंटल जिंक मिलेगा, जो दैनिक आहार आवश्यकताओं का आधा है।*

*जिंक न्यूक्लोइक एसिड संश्लेषण घावों के उपचार और ऊर्जा के हस्तांतरण के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है।*

*जिंक स्वाद संकाय में भी सुधार करता है और इस प्रकार स्वास्थ्य लाभ के दौरान भोजन की इच्छा को बढ़ाता है।*

*(3). एस्कॉर्बिक एसिड (विटामिन-सी)*
*एस्कॉर्बिक एसिड शुद्ध विटामिन सी है, जो शरीर के लिए फायदेमंद एक आवश्यक पोषक तत्व है।*

*यह त्वचा की मरम्मत और पोषण करने में मदद करता है।*

*यह त्वचा की मजबूती और एक एंटी-एजिंग है। स्वस्थ हड्डियों को बनाए रखना और विकसित करना।*

*एक सर्विंग इस महत्वपूर्ण पानी में घुलनशील विटामिन का 15mg प्रदान करता है, जो दैनिक आहार एस्कॉर्बिक एसिड है जो तनाव और तनाव, वृद्धि और शरीर के गठन के खिलाफ समायोजित करने में मदद करता है और फागोसाइटोसिस में सुधार करता है जिससे संक्रमण के प्रतिरोध में वृद्धि होती है।*

*

Monday, 19 June 2023

# *बॉयकॉट आदिपुरुष फिल्म* 😡माता सीता और मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की छविहजारों वर्षों से सैकड़ों पीढ़ी के अरबों हिन्दूओं के तन मन, आंखों में बसती रही है।👏👏🙏🙏🚩

# *बॉयकॉट आदिपुरुष फिल्म* 😡
माता सीता और मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की छवि
हजारों वर्षों से सैकड़ों पीढ़ी के अरबों हिन्दूओं के तन मन, आंखों में बसती रही है।👏👏🙏🙏🚩 

उन्हें एक सेक्सी रोमांटिक कपल के रूप में दिखाकर उनकी छवि धूसित धूमिल, हिंदुत्व की हजारों वर्ष गहरी जड़ों में तेज़ाब डालने की दुस्साहस है😡👹👊... 600 करोड़ में बनी आदि पुरुष फिल्म की पटकथा प्रभु श्री राम और सीता माता से बिल्कुल भी मिलती-जुलती नहीं है🤔 एवं उनके *लेखक मनोज मुंतशिर जो सनातन धर्म रक्षा की बहुत बड़ी बड़ी बातें करता है* 🤔😱 *उसने डायलॉग एकदम निम्न स्तर के लिखे हैं* *मनोज मुंतशिर कही धर्म के नाम पर डायलॉग लिखकर धर्म का धंधा तो नहीं कर रहा है*❓🤔 *फिल्म के बाद उसकी असलियत यही तो दिख रही है* भले ही वीकेंड में "आदि पुरुष फिल्म" कुछ अच्छी कमाई कर ले😱 पर सोमवार के बाद फिल्म चलने के लिए मुश्किल है 👍बहुत से लोग अभी से ही  बुकिंग कैंसिल भी करवाने लगे हैं👌💪
# *बॉयकॉट आदिपुरुष फिल्म*

Sunday, 18 June 2023

गुप्त नवरात्रि की 10 देवियां और उनकी साधना का रहस्य, पूजा विधि

गुप्त नवरात्रि की 10 देवियां और उनकी साधना का रहस्य, पूजा विधि
गुप्त नवरात्री की साधना 2023 : वर्ष में दो गुप्त नवरात्रियां होती हैं। एक माघ माह में और दूसरी आषाढ़ माह में। आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष एकम से नवमी तक गुप्त नवरात्रि का खास महत्व है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार 19 जून 2023 सोमवार से 27 जून मंगलवार तक यह नवरात्रि रहेगी। इस नवरात्र में 9 नहीं बल्कि 10 देवियों की पूजा की जाती है। हर देवी की साधना का अलग अलग रहस्य है।
 
महत्व  देवी भागवत के अनुसार जिस तरह वर्ष में 4 बार नवरात्रि आती हैं और जिस प्रकार नवरात्रि में देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है, ठीक उसी प्रकार गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की साधना की जाती है। गुप्त नवरात्रि विशेषकर शक्ति साधना, तांत्रिक क्रियाएं, महाकाल आदि से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्व रखती है। इस दौरान देवी भगवती के साधक बेहद कड़े नियम के साथ व्रत और साधना करते हैं। इस दौरान लोग लंबी साधना कर दुर्लभ शक्तियों की प्राप्ति करने का प्रयास करते हैं। 
 
गुप्त अर्थात छिपा हुआ। इस नवरात्रि में गुप्त विद्याओं की सिद्धि हेतु साधना की जाती है। गुप्त नवरात्रि में तंत्र साधनाओं का महत्व होता है और तंत्र साधना को गुप्त रूप से ही किया जाता है। इसीलिए इसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं। इसमें विशेष कामनाओं की सिद्धि की जाती है। साधकों को इसका ज्ञान होने के कारण या इसके छिपे हुए होने के कारण इसको गुप्त नवरात्र कहते हैं।
 
तंत्र साधना  गुप्त नवरात्र के दौरान कई साधक महाविद्या (तंत्र साधना) के लिए मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां ध्रूमावती, माता बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा करते हैं। भगवान विष्णु शयन काल की अवधि के बीच होते हैं तब देव शक्तियां कमजोर होने लगती हैं। उस समय पृथ्वी पर रुद्र, वरुण, यम आदि का प्रकोप बढ़ने लगता है इन विपत्तियों से बचाव के लिए गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा की उपासना की जाती है।
साधना का काल 
देवी भागवत के अनुसार जिस तरह वर्ष में चार बार नवरात्र आते हैं और जिस प्रकार नवरात्रि में देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है, ठीक उसी प्रकार गुप्त नवरात्र में दस महाविद्याओं की साधना की जाती है।

गुप्त नवरात्रि विशेषकर तांत्रिक क्रियाएं, शक्ति साधना, महाकाल आदि से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्त्व रखती है।

इस दौरान देवी भगवती के साधक बेहद कड़े नियम के साथ व्रत और साधना करते हैं।

इस दौरान लोग लंबी साधना कर दुर्लभ शक्तियों की प्राप्ति करने का प्रयास करते हैं।

वैसे तो इन नवरात्रि में भी उन्हीं नौ माताओं की पूजा और आराधना होती है लेकिन यदि कोई अघोर साधना करना चाहे तो दस महाविद्या में से किसी एक की साधना करता है जो गुप्त नवरात्रि में सफल होती है।

गुप्त नवरात्र के दौरान कई साधक महाविद्या (तंत्र साधना) के लिए मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां ध्रूमावती, माता बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा करते हैं। 

भगवान विष्णु शयन काल की अवधि के बीच होते हैं तब देव शक्तियां कमजोर होने लगती हैं।

उस समय पृथ्वी पर रुद्र, वरुण, यम आदि का प्रकोप बढ़ने लगता है इन विपत्तियों से बचाव के लिए गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा की उपासना की जाती है।
 
पूजन विधि
गुप्त नवरात्रि पर्व के दिनों में सुबह जल्द उठकर दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर स्नान करने के बाद स्वच्छ कपड़े पहनें।

देवी पूजन की सभी सामग्री को एकत्रित करें। पूजा की थाल सजाएं।

मां दुर्गा की प्रतिमा को लाल रंग के वस्त्र में सजाएं।

मिट्टी के बर्तन में जौ के बीज बोएं और नवमी तक प्रति दिन पानी का छिड़काव करें।

पूर्ण विधि के अनुसार शुभ मुहूर्त में कलश को स्थापित करें। 

इसमें पहले कलश को गंगा जल से भरें, उसके मुख पर आम की पत्तियां लगाएं और उस पर नारियल रखें। 

फिर कलश को लाल कपड़े से लपेटें और कलावा के माध्यम से उसे बांधें। 

अब इसे मिट्टी के बर्तन के पास रख दें।

फूल, कपूर, अगरबत्ती, ज्योत के साथ पंचोपचार पूजा करें।

पूरे परिवार सहित माता का स्वागत करें, उनका पूजन, आरती करके भोग लगाएं और उनसे सुख-समृद्धि की कामना करें।

नौ दिनों तक मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करें।

अष्टमी या नवमी को दुर्गा पूजा के बाद नौ कन्याओं का पूजन करें और उन्हें तरह-तरह के व्यंजनों (पूड़ी, चना, हलवा) का भोग लगाएं।

गुप्त नवरात्रि अंतिम दिन दुर्गा पूजा के बाद घट विसर्जन करें। 

मां की आरती गाएं, उन्हें फूल, अक्षत चढ़ाएं और बेदी से कलश को उठाएं।

इस तरह नवरात्रि के पूरे दिनों में मां की आराधना करें।

  सांदीपनि गुरुकुल स्वाध्याय केंद्र, उज्जैन 6260144580

मां की वापसी*

*मां की वापसी*

*बीबी रसोईघर में थी। पति तेज आवाज में बोला - सरिता, आज माँ आ रही है। मैं माँ को स्टेशन लेने जा रहा हूँ। इतना सुनते ही सरिता ने माथा सलवटों से भरकर कहा- ले आओ मैंने कब मना किया है, तुम्हारी माँ लाओ या मत लाओ। मेरी माँ क्या तुम्हारी कुछ नहीं लगती, विवेक ने कहा। विवेक सरिता की आंखों से, उसके हृदय को पढ़ चुका था। गाड़ी की चाबी उठाकर बोला - देखो सरिता, माँ पिछली बार आँखों में आँसू लेकर गयी थी। पूरे चार साल बाद, हमारे पास कुछ दिनों के लिए आ रही है। मैं चाहता हूँ, सब हँसी खुशी रहें, पिछली बार जैसा कुछ नहीं होना चाहिए। पिछली बार जैसा क्या, सरिता आवेश में आकर बोली- तुम्हें क्या लगता है, गलती मेरी थी, तुम अपनी माँ की गलती क्यों बताओगे, तुम्हें अपनी माँ से अच्छा क्या कोई लगता है दुनिया में। तुम्हें तो हमेशा मुझ में ही खोट नज़र आती हैं। तुम और तुम्हारा परिवार ही सही होता है, सारी कमियां मुझे में ही हैं बस, मैं इस दुनिया की सबसे बेकार बहू, बेकार पत्नी हूँ। विवेक बोला - सरिता बेकार की बातें मत करो, मैं बस यही कह रहा हूँ, जितने दिन भी माँ यहाँ रहे, सभी लोग  उनसे अच्छे से पेश आएं, उनके पास बैठें उन्हें समय दें।*

*सरिता गुस्से से बोली- ठीक है स्वामी जी, मैं घर के सारे काम छोड़कर, बच्चों की छुट्टी करवाकर चौबीस घंटे तुम्हारी माँ के पास बैठती हूँ ताकि तुम्हारी माँ को कोई शिकायत ना हो। तुम पागल हो क्या?विवेक ने कहा। जो मैं समझाना चाह रहा हूँ, तुम समझना ही नहीं चाहती।*

*सरिता फिर बोली- मैं सब समझ रही हूँ, तुम जो समझाना चाहते हो, पिछली बार भी तुमने सारा लेक्चरर मुझे ही दिया था, अपनी ‌माँ को कुछ नहीं कहा, तुम हमारी परवाह ही कब करते हो।मैं और मेरे बच्चें जाएं भाड़ में, तुम्हें तो अपने परिवार वाले चाहिए ।*

          *चाबी मेज पर फेंककर विवेक गुस्सा से बोला - तो यह सब मैं किसके लिए कर रहा हूँ, मेरी एक ही बहन है उससे मिले हुए भी दो दो साल हो जाते हैं, बाबू जी के जाने के बाद, माँ गाँव में अकेली रह गई, लेकिन मैं यहाँ नहीं ला सका, ताकि तुम लोग के जीवन में कोई डिस्टर्बेंस ना हो। तुम कहती हो, मुझे अपने परिवार वाले चाहिए। जिस बड़े भाई का हाथ थामकर इस शहर में आया था, जिसने सब कुछ सीखाकर इस क़ाबिल बनाया कि तुम लोगों का भरण पोषण बहुत अच्छे से कर रहा हूँ । उस भाई की मृत्यु के बाद कभी उसके बच्चों को दो पैसा का सहारा नहीं दिया और तुम कहती हो, मुझे मेरे परिवार वाले चाहिए।*

*माँ के साथ तुम लोग कैसा सलूक़ करते हो, क्या मुझे पता नहीं। सरिता ताव में आकर बोली- हाँ हाँ बोलो, मैं भी तो सुनूं, कैसा सलूक़ करती हूँ मैं, तुम्हारी माँ के साथ। तो सुनों विवेक भी आज दिल की बात कहने के मूड में था, अछूतों जैसा व्यवहार, बच्चों को पास ना जाने देगा, माँ को यहाँ आकर भी अपनी दो रोटियाँ खुद ही बनानी पड़ती हैं तो धिक्कार है ऐसी औलाद होने पर। और सुनों बचपन में मुझे रात में उठकर रोटी खाने की आदत थी,  उसमें कभी ऐसा नहीं हुआ कि मैं रात में उठा और मुझे रोटी नहीं मिली, माँ हमेशा दो रोटी बचाकर रखती थी मेरे लिए। यहाँ सब कुछ होने के बावजूद भी, माँ को कईं दफ़ा भूखा सोना पड़ा ऐसा क्यों? सरिता बोली- मैंने कभी नहीं कहा तुम्हारी माँ को रोटी बनाने के लिए, मेरा दोष बताओ। विवेक बोला- इसमें तुम लोगों का दोष नहीं है, बल्कि मैं ही अपनी माँ का लायक बेटे नहीं बन पाया। ये जो आज हमारे पास घर गाड़ी स्टेटस है, जिसकी तुम मालकिन बनी बैठी हो, ये उसी माँ के आशीर्वाद से है। मेरी माँ के आते ही तुम्हारी बीमारियां शुरू हो जाती हैं, मैं चुप इसलिए रहता हूँ कि घर का माहौल ख़राब ना हो। सरिता आज पहली और अंतिम बार तुम्हें बता रहा हूँ, अगर इस बार माँ को कुछ भी दिक्कत हुई तो तुम वह विवेक देखोगी, जिससे तुम आजतक नहीं मिली।आज विवेक अपने मन में दबी टीस पूरी तरह से कह देना चाहता था। विवेक का पहली बार ऐसा रूप देखकर सरिता नें अब चुप्पी साध ली थी।*


             *माँ वहीं दरवाजे के पास खड़ी ,पहली बार अपने बेटे विवेक को अपने लिए जिरह करती हुई सुन रही थी, माँ की आँखों में आँसूओं का समंदर उमड़ पड़ा था।*

*माँ ने खुद को सम्भालते हुए दरवाजा खटखटाया तो देखा कि पूरे घर में अजीब़ सा सन्नाटा पसरा हुआ है, विवेक ने अपने विवेक से सब कुछ बदलकर रख दिया। आज माँ को पहली बार लग रहा था कि मैं अपने बेटे के घर आई हूं।*

  🪷।। शुभ वंदन ।।🪷

Saturday, 17 June 2023

सरकारी वेतन रास ना आने पर सीएमएस महिला खिला रही बड़े-बड़े गुल,👉 आशाओं द्वारा ले जाए जाने वाली गर्भवती महिला मरीज के संग रहने पर जताया सीएमएस महिला ने एतराज, गर्भवती महिला मरीज के तीमारदारों से पैसा न दिलवाने पर सीएमएस महिला डाकटर शर्मा ने विरोध,

: बरेली से चौंकाने वाली बड़ी खबर
BREAKING NEWS 
DIST: BAREILLY U.P
17 JUNE 23
Sayma Khan
8630754422
👉 सरकारी वेतन रास ना आने पर सीएमएस महिला खिला रही बड़े-बड़े गुल,

👉 आशाओं द्वारा ले जाए जाने वाली गर्भवती महिला मरीज के संग रहने पर जताया सीएमएस महिला  ने एतराज,

 गर्भवती महिला मरीज के तीमारदारों से पैसा न दिलवाने पर  सीएमएस महिला डाकटर शर्मा ने विरोध,


👉 बोली सीएमएस महिला चिकित्सालय बरेली गर्भवती महिला के साथ में नहीं आएंगी अब आशाएं आशा,

👉 सिर्फ आएंगी गर्भवती महिला मरीज,

👉 आशा कार्यकत्रियों ने मीडिया से रूबरू होने पर  सुनाई अपनी दुखती दासतां,


👉 बोली आशा कार्यकत्रियां सीएमएस महिला ने किया है खुला एलान,
 नहीं लेने देती हैं सुविधा शुल्क मरीजों से आशा कार्यकत्रियां तो नहीं होगी असपताल में मरीज के साथ उनकी  एंट्री

👉सीएमएस महिला के तीखे बोल ,

👉 बोली सीएमएस महिला .................।गर्भवती महिला मरीज से  पैसा दिलवाने पर ही होगी आशा कार्यकत्री की इंट्री, वरना नहीं..

👉वही गर्भवती महिलाओं की जांच को लेकर ली जाती है खुलेआम खुली रिश्वत,

👉महिला सीएमएस शर्मा से रूबरू होने पर उन्होंने मामले से किया इनकार वही मीडिया द्वारा फोन पर सवाल जवाब करने पर सीएमएस महिला शर्मा ने किया फोन स्विच ऑफ,

👉मामला उप्र. के जनपद बरेली के महिला चिकित्सालय की सीएमएस डॉ शर्मा की दबंगई का... +91 86307 54422: BREAKING NEWS
DIST:-BAREILLY
17 JUNE 23
Sayma Khan
8630754422
👉जनपद  पुलिस प्रशासन की छवि धूमिल कराने पर आमादा हुए कुछ आसामाजिक तत्व,

👉रास नहीं आ रही कुछ खुराफाती तत्वों को पुलिस प्रशासन की पारदर्शिता ,

👉निज वित्तीय स्वार्थ सिद्ध  करने के चलते दिया जा रहा था घटना को भलीभाँति अंजाम ,

👉सोंची समझी साजिश के तहत रचा गया था पूरा षड्यंत्र,

👉विभीषण ने खोले मीडिया रिपोर्टर से हकीकत के राज,

👉मामले में किया गया था शासन और प्रशासन को पूर्ण रूप से गुमराह,

👉प्रशासनिक जांच व गाज गिरने के भय से मामले को पहना दिया गया अमलीजामा,

👉महिला   पुलिसकर्मी को फंसाने की योजना में लिखी गई स्क्रिप्ट का क्षेत्रवासियों ने किया मीडिया से खुलासा,

👉ठोस सुबूतों और खुफिया सूत्रों  के अनुसार पुलिस प्रशासन को बदनाम करने की रची गई थी साजिश,

👉 जनपद बरेली के थाना सुभाष नगर क्षेत्र में बनी कॉलोनी को लेकर आया था चर्चा में मामला ,

👉 की गई थी महिला पुलिसकर्मी के खिलाफ आला अफसरों और मुख्यमंत्री पोर्टल पर झूठी सच्ची शिकायतें,

👉 आला अफसरों को किया गया पूरी तरह से गुमराह,

👉 खाकी पर   दाग लगाने की फिर की गई थी कोशिश,

👉  मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने पर जांच होने  के भय से राज खुलने से पहले ही कर लिया गया आनन-फानन में समझौता ,


👉 ताकि सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे,

 👉 मामला जनपद बरेली के थाना सुभाष नगर क्षेत्र की एक कॉलोनी में बने पार्क का ...

मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खान योग शिविर में योग करते हुए सभी योगियों से कहा कि?

मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खान योग शिविर में योग करते हुए सभी योगियों से कहा कि
?

 *स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ ईमान रहता है* योग नीति के अनुसार मुस्लिम समाज को *ओम का उच्चारण और सूर्या नमस्कार योग में रोका जाना योग का अपमान* है योग स्वास्थ्य के लिए है ना कि धर्म के लिए यह सभी योगियों पर निर्भर करता है कि वह उच्चारण करें या ना करें लेकिन योग जरूर करें !

सभी योगियों से कहा कि *स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ ईमान रहता है* योग नीति के अनुसार मुस्लिम समाज को *ओम का उच्चारण और सूर्या नमस्कार योग में रोका जाना योग का अपमान* है योग स्वास्थ्य के लिए है ना कि धर्म के लिए यह सभी योगियों पर निर्भर करता है कि वह उच्चारण करें या ना करें लेकिन योग जरूर करें !

Friday, 16 June 2023

कॉपरेटिव बैंक कर्मी वेतन पुनरीक्षण मांग को लेकर 28 जून को हड़ताल का निर्णय लिया!स्योहारा (डॉ०उस्मान ज़ैदी): जिला सहकारी बैंक कर्मचारी वेतन पुनरीक्षण

कॉपरेटिव बैंक कर्मी वेतन पुनरीक्षण मांग को लेकर  28 जून को हड़ताल का निर्णय लिया!

स्योहारा (डॉ०उस्मान ज़ैदी): 
           जिला सहकारी बैंक कर्मचारी वेतन पुनरीक्षण मांग पूरी न होने के प्रतिक्रिया में अपनी अपनी बाह में काली पट्टी बांधकर कार्य कर रहे हैं किंतु मांग पूरी न होने पर आगामी 28 जून को हड़ताल करने के लिए विवश होंगे!
      गौरतलब है कि विगत अप्रैल 2021 को वेतन पुनरीक्षण मानक अनुरूप समस्त पत्राचार उत्तर प्रदेश सरकार को प्रेषित किए गए थे किंतु 27 महीने बीत जाने के पश्चात भी मांगे पूरी ना हो पाई स्थानीय शाखा प्रबंधक नीरज कुमार ने कहा कि बैंक कर्मियों का सब्र का बांध टूट चुका है! अब वह अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए कमर कस चुके हैं आगामी 28 जून को अपनी वेतनमान पुनरीक्षण मांगों को लेकर उच्च स्तर की हड़ताल करेंगे जबकि जिला गाजियाबाद मैं वेतन पुनरीक्षण लागू हुए काफी समय बीत चुका है! अन्य जिलों के साथ जो सौतेला व्यवहार किया जा रहा है! इसे किसी तरह से भी स्वीकार नहीं किया जा सकता मुजफ्फरनगर जनपद मेरठ जनपद बिजनौर आदि उत्तर प्रदेश में आगामी 28 जून को की जाएगी हड़ताल शासन-प्रशासन की अनदेखी इसी प्रकार बनी रही तो लड़ाई की अन्य रणनीतियों पर विचार विमर्श किए जाएंगे! आंदोलनकारी शाखा प्रबंधक नीरज कुमार केशियर जगदीप सिंह क्लर्क कृष्ण प्रताप सिंह कैशियर श्रीमती मंजू रानी सहयोगी मोहम्मद जीशान सहयोगी नरेंद्र कुमार सहयोगी संदीप कुमार प्रदीप शर्मा आदि ने भाग लिया!!

Thursday, 15 June 2023

ज्ञानदीप पब्लिक स्कूल की छात्रा श्रेया तिवारी ने नीट यूजी(4175) रैंक प्राप्त करके स्कूल का नाम रोशन किया!!स्योहारा;-डॉ०उस्मान ज़ैदी))

ज्ञानदीप पब्लिक स्कूल की छात्रा श्रेया तिवारी ने नीट यूजी
(4175) रैंक प्राप्त करके स्कूल का नाम रोशन किया!!
स्योहारा;-डॉ०उस्मान ज़ैदी))
        श्रेया तिवारी



;--यहां स्थित क्षेत्र का जाना पहचाना ज्ञानदीप पब्लिक स्कूल स्योहारा की छात्रा श्रेया तिवारी पुत्री श्री प्रमोद तिवारी ने नीट यूजी 2023 के घोषित परीक्षा परिणाम में 720 अंकों में से 662 अंक प्राप्त करके 4175 वी रैंक हासिल की। श्रेया की सफलता पर गदगद नजर आए परिजनों ने उसका मुंह मीठा कर उसे अपना आशीर्वाद प्रदान किया। बताते चलें कि श्रेया तिवारी शुरू से ही मेधावी छात्रा रही है। उन्होंने हाईस्कूल/ इंटर की बोर्ड परीक्षा में भी अपने स्कूल का नाम रोशन किया था। अपनी इस सफलता का श्रेय अपने गुरुजन व माता-पिता को देते हुए कहा श्रेया ने कहा कि वह उसका उद्देश्य डॉक्टर बन कर देश व गरीबों की सेवा करना चाहूंगी, ना कि पैसा कमाना। इस छात्रा की सराहनीय कार्य की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है! जो देश का मुस्तकबिल है!

शर्बत का छबील लगाकार यूथ सोसाइटी ने नागरिकों व मुसाफिरो की तपती गर्मी मे करी सेवा* स्योहारा;-डॉ०उस्मान ज़ैदी)

*शर्बत का छबील लगाकार यूथ सोसाइटी ने नागरिकों व मुसाफिरो की तपती गर्मी मे करी सेवा*
          स्योहारा;-डॉ०उस्मान ज़ैदी)
कस्बे की जानी मानी सामाजिक संस्था स्योहारा यूथ वेलफेयर ने पर्यावरण माह के तीसरे सप्ताह मे शर्बत व ठन्डे जल का कैंप लगाकार राहगीरों ओर समाज को पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरूक करते हुये लोगो को तपती गर्मी राहत पहुचानें की एक छोटी सी कोशिश की ! अध्यक्ष तनवीर चौधरी ने बताया की पिछले दो सप्ताह से चल रहे पर्यावरण सप्ताह का आज शर्बत व ठन्डे जल का कैंप लगाकार समापन किया गया ! इस दौरान टीम के समस्त सदस्यो ने राहगीरों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करते हुये शर्बत व ठंडा पानी पिलाया त्रिनेत्र अनुसंधान एवं जांच फाउंडेशन के डिस्ट्रिक्ट चेयरमैन मन्नान जैदी विशेषकर पर्यावरण जागरूकता पर जोर दिया ओर सभी से एक पौधा लगाकार उसकी देखभाल करने की अपील की ! इस कदर शिद्दत की गर्मी मैं किसी प्यासे को पानी पिलाना बहुत बड़ा पुण्य तो मिलता ही है और ईश्वर भी प्रसन्न होता है! राहगीरों ने ठंडा पानी पीकर इनको दिल से दुआएं देते दिखाई दिए इस मौके पर वासित अली, शब्बू ठेकेदार, अयान, मन्सूर अहमद, आरिफ, अरशद, शब्बू जैदी सौरभ अरशद, मौ० जीशान, मन्नान जैदी, जुबैर जैदी संजय आमिर, जाबिर, आदि सदस्यों का विशेष योगदान रहा सरंक्षक अमीन अहमद व असजद चौधरी ने संस्था के बधाई पात्र कार्य की सराहना करते हुए सभी सदस्यो के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए सोसाइटी की सभी सदस्यो की हौसला अफ्जाई की !

वन नेशन, वन इनॉगरेशन!**(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)*

(अच्छा लगे, तो मीडिया के साथी *राजेन्द्र शर्मा* का यह व्यंग्य ले सकते हैं। सूचित करेंगे, तो खुशी होगी।)

*वन नेशन, वन इनॉगरेशन!*
*(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)* 
क्या अब भी इसके लिए किसी और सबूत की ज़रूरत है कि मोदी जी के विरोधी ही टुकड़े-टुकड़े गैंग हैं। बताइए! अब ये मोदी जी के नये संसद भवन के उद्घाटन का भी विरोध कर रहे हैं। कह रहे हैं कि नये संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से करा लो, उपराष्ट्रपति से करा लो, चाहे तो लोकसभा के स्पीकर से करा लो, पर मोदी जी से उद्घाटन मत कराओ! पर क्यों भाई क्यों? मोदी जी से छोड़कर किसी से भी उद्घाटन करा लो; इस मांग का मकसद एक सौ चालीस करोड़ भारतीय अच्छी तरह समझते हैं। बेशक, विरोधी मोदी जी का विरोध करने के लिए, सिर्फ़ उनके ही नई संसद का उद्घाटन करने का विरोध कर रहे हैं। लेकिन, यह सिर्फ़ मोदी जी का ही विरोध नहीं है। यह मोदी जी के विज़नरी नेतृत्व में तूफानी तेज़ी से बढ़ते राष्ट्रीय एकीकरण का भी विरोध है। आखिर, नेशन को एक करने के लिए ही तो मोदी जी ने एक निशान, एक विधान से आगे, एक भाषा, एक वेशभूषा, एक आहार, एक आस्था वगैरह के रास्ते बढ़ते हुए देश को एक राजा, एक राजदंड, एक कानून, एक टैक्स और एक इलेक्शन के रास्ते पर आगे बढ़ाया है। और उन्होंने अब वन नेशन, वन फोटो के बाद, वन नेशन, वन इनॉगरेशन को लक्ष्य बनाया है।

सिर्फ़ वन इनॉगरेशन का विरोध होता तो मोदी जी पीछे भी हट जाते, पर यह तो वन नेशन का विरोध है। इस टुकड़े-टुकड़े गैंग को तो मोदी जी कभी भी कामयाब नहीं होने देंगे -- जब तक भारत के पीएम हैं, मोदी जी इनॉगरेशन करने वाले, एक से दो नहीं होने देंगे। फिर भले ही उन्हें नये संसद भवन तो क्या, एक-एक डलाव घर तक का उद्घाटन करने के लिए, अठारह-अठारह घंटे से भी ज़्यादा क्यों न काम करना पड़े।

माना कि मोदी जी के नये संसद का उद्घाटन करने का विरोध करने वालों की भी अपनी दलीलें हैं। आखिर, बीस पार्टियां बिना दलील के तो विरोध करने के लिए इकट्ठी नहीं हो गई होंगी। अब कागज की लेखी के हिसाब से चलें तो, संसद में सबसे ऊपर तो राष्ट्रपति ही हैं। संसद के दोनों सदनों से भी ऊपर, दोनों सदनों के प्रमुखों से भी ऊपर। बेशक, इस लिहाज़ से नये संसद भवन का उद्घाटन करने का अधिकार तो राष्ट्रपति का ही बनता है। प्रधानमंत्री तो सिर्फ़ एक सदन का नेता है, फिर वह दोनों सदनों से ऊपर, पूरी संसद के भवन का उद्घाटन कैसे कर सकता है? लेकिन, कागज भले ही संविधान का हो, हैं ये सब कागद की लेखी वाली बातें ही। और मोदी जी ठहरे फकीर, कबीर की बानी मानकर, वह आंखिन देखी को ही फॉलो करते हैं। और नये संसद भवन के मामले में आंखिन देखी क्या है?

मोदी जी अगर अड़ नहीं जाते कि कोरोना का कहर हो या मंदी की मार, नया संसद भवन अभी बनकर रहेगा और उनके दूसरे कार्यकाल में ही बनकर रहेगा, तो क्या नया संसद भवन बन पाता! इतना शानदार संसद भवन बनना तो दूर, इन विपक्ष वालों का बस चलता, !तो इन्होंने तो जनपथ का नाम बदलकर कर्तव्यपथ और मुगल गार्डन का नाम, अमृत उद्यान भी नहीं करने दिया होता! ३फिर नई इमारत की ईंटें रखे जाने की बात ही कहां उठती थी? पर अब, जब मोदी जी ने संसद भवन बनवा दिया है, तो आ गए भांजी मारने कि नये संसद भवन का उद्घाटन तो राष्ट्रपति से ही कराया जाए।

यानी भवन बनवाएं मोदी जी और उद्घाटन करे कोई और, मोदी जी ने धर्मादा खोल रखा है क्या? भूल गए कैसे देश की वित्त मंत्री, राशन की दुकान पर सस्ते चावल के बैनर पर, मोदी जी की तस्वीर लगवाने के लिए लड़ गईं थीं। बात भी लाज़मी है, जिसने मकान बनवाया है, उद्घाटन भी वही करेगा। फिर भी, जैसा कि पहले ही बताया, अगर सिर्फ़ नये संसद भवन का उद्घाटन करने की बात होती, तो कर लेतीं राष्ट्रपति ही उद्घाटन। मोदी जी जुबां पर उफ भी नहीं लाते। बल्कि आदिवासी सम्मान की दलील देने वालों के भी मुंह बंद हो जाने की, खुशी ही मनाते। दलित भाई के हाथों शिलान्यास न सही, आदिवासी बहना के हाथों उद्घाटन ही सही। वैसे भी अगर कुल पंद्रह-सत्रह में से एक वंदे भारत भारत एक्सप्रैस मोदी जी के हरी झंडी दिखाए बिना चल सकती है, तो नई संसद उनके उद्घाटन किए बिना क्यों नहीं चल सकती थी। लेकिन तब वन नेशन का क्या होता?

मोदी जी ने दिन-रात अठारह-अठारह घंटे मेहनत कर के, वन नेशन की मजबूती के लिए तो वन इनॉगरेशन की सपोर्ट लगाई है, वह सपोर्ट ही अगर गिर जाती, तो वन नेशन की इमारत कमज़ोर नहीं हो जाती। अब राष्ट्रपति का सम्मान, राष्ट्र की मजबूती से बड़ा तो हो नहीं जाएगा। इसीलिए, मोदी जी ने विरोधियों के ताने सुनना मंज़ूर किया, पर वन इनॉगरेशन के रास्ते से एक इनॉगरेशन पीछे हटना मंज़ूर नहीं किया। शिलान्यास से लेकर उद्घाटन तक सब करने का बोझ खुद ही उठाना तय किया है, नये संसद भवन में भी और भव्य वाले राम मंदिर में भी। मोदी जी ने आत्मनिर्भरता का कॉल कोई यूं ही थोड़े ही किया था-उद्घाटन में आत्मनिर्भरता क्यों रह जाने देंगे!

पर विरोधियों को दिक्कत सिर्फ़ मोदी जी के नये संसद भवन का उद्घाटन करने से ही थोड़े ही है। इन्हें तो, मोदी जी जो भी नई चीज़ करें, उससे ही प्रॉब्लम है। भव्य नई संसद का उद्घाटन दिव्य पूजा पाठ से हो रहा है, इन्हें उससे भी प्रॉब्लम है। नई संसद का उद्घाटन, उन वीर सावरकर जी के जन्म दिन पर हो रहा है, जिन पर पुरानी संसद में बैठने वालों ने मिस्टर गांधी के वध का मुकदमा चलाया था, इन्हें उससे भी प्रॉब्लम है। और तो और मोदी जी ने पचहत्तर साल पहले गुम हो गए सेंगोल उर्फ राजदंड को खोज कर निकलवाया है, तो इन्हें उससे भी प्रॉब्लम है। पर पचहत्तर साल राजदंड की तरफ से मुंह फेर कर राज चला लिया, अब और नहीं। अमृतकाल में और नहीं। न संसद के बाहर, न संसद में, आज़ादी-आज़ादी मांगने वालों को, मुंह खोलने का मौका, अब और नहीं। मोदी जी ने पहले ही कह दिया था, सत्तर साल में जो नहीं हुआ, अब होगा। अब मिनिमम राज और मैक्सिमम दंड चलेगा; नई संसद पर पुराना राजदंड जो फहराया जा रहा है।

अब नई संसद तो दुनिया को वन नेशन, वन इनॉगरेशन का ही संदेश देगी। और हां! पचहत्तर साल पीछे अजायब-घर में छूट गए, राजा-रानियों के धार्मिक राज के वापस लाए जाने का भी। खुशी के इस मौके पर, हरेक खास के लिए शाह जी का न्यौता है। अब जिसे लड्डू खाना है पहुंच जाए और नहीं खाना है तो घर बैठा रहे; डैमोक्रेसी है भाई!

हां! प्लीज़ इसकी अफवाहों पर कोई ध्यान न दे कि आखिरकार, विधि-विधान से सत्ता का हस्तांतरण करने के लिए राजदंड खोजकर निकलवा ही लिया गया। यह कर्नाटक इफैक्ट है। मोदी जी ने सोच लिया है कि 2024 में जब सत्ता का हस्तांतरण हो, उनके हाथ में किसी को सौंपने के लिए कुछ तो हो। कम से कम अमृतकाल में राजदंड सौंप कर सत्ता का हस्तांतरण करते हुए, पहला फोटो उनका ही हो।

*(इस व्यंग्य स्तंभ के लेखक वरिष्ठ पत्रकार और सप्ताहिक 'लोकलहर' के संपादक हैं।)*