✍️ *प्रधानमंत्री का जवाब*!!
👉 *प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विस्तृत संबोधन के साथ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा समाप्त हो गई और इसका परिणाम वैसा ही रहा जैसा अपेक्षित था!!🤔 यह हैरत की बात है कि विपक्ष सदन में अपना संख्या बल प्रदर्शित करने का साहस भी नहीं दिखा सका !!🤔इस विश्वास प्रस्ताव के माध्यम से विपक्ष ने अपनी आक्रामकता दिखाते हुए मोदी सरकार को हर संभव तरीके से कटघरे में खड़ा करने की कोशिश तो की,🤔 लेकिन वह नाकाम ही रहा !!?❓🤔उसकी नाकामी का कारण यह रहा कि वह तथ्यों और तर्कों से लैस नहीं था!!?❓🤔 इसी कारण वह सरकार को आईना दिखने में सफल नहीं हो सका!!?❓🤔 विपक्ष चर्चा के दौरान जिस तरह बिखरा बिखरा नजर आया और अपनी बात को सही तरीके से नहीं रख सका,? उससे तो यही लगता है कि यह अविश्वास प्रस्ताव सरकार के लिए एक वरदान ही सिद्ध हुआ,🤔 क्योंकि इसके माध्यम से उसे अपनी बात आम जनता तक पहुंचाने का अवसर मिला !!🤔ऐसा नहीं है कि देश में समस्याएं नहीं है,🤔 लेकिन विपक्ष उन्हें समय रहते रेखांकित ही नहीं कर सका !!🤔ऐसा लगता है कि विपक्षी दल और विशेष रूप से नए गठबंधन आई एन डी आई ए के नेता सरकार को घेरने के लिए ढंग से तैयारी ही नहीं कर सके*!!🤔
👉 *अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जहां विपक्ष ने अपनी कमजोरी ही प्रदर्शित की वही सत्ता पक्ष उसके सवालों और उसके नकारात्मक रवैया का जवाब देने में कहीं अधिक सक्षम नजर आया !!?🤔पहले सत्तापक्ष के अन्य नेताओं के साथ गृह मंत्री अमित शाह ने न केवल मणिपुर की हकीकत बताई बल्कि इस राज्य में अतीत में हुई जातीय हिंसा और उस समय की राज्य और केंद्र की सरकारों के ढुलमुल रवैया को भी काफी विस्तार से बयान किया !!🤔इसके अतिरिक्त उन्होंने पिछले 9 वर्षों में मोदी सरकार की तमाम सफलताओं को भी अच्छी तरीके से रेखांकित किया !!?🤔उन्होंने यह भी बताया कि पिछले कुछ वर्षों में मणिपुर समेत पूरे पूर्वोत्तर में किस तरह विकास का काम हुआ है!!🤔 फिर यही काम प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन से और अधिक प्रभावी ढंग से किया!!?❓🔥🤔 शायद यही कारण रहा कि कई विपक्षी नेता प्रधानमंत्री के संबोधन के बीच ही सदन से बाहर चले गए!!🤔🔥 यह विचित्र है कि पहले तो विपक्षी नेता प्रधानमंत्री के वक्तव्य की मांग को लेकर संसद नहीं चलने दे रहे थे ,🤔लेकिन जब वह बोले तो वह पूरा जवाब सुनने की क्षमता नहीं दिखा सके!!🤔🔥 कम से कम अब तो विपक्ष को यह आभास हो जाना चाहिए कि उसे पहले ही मणिपुर के मुद्दे पर संसद में चर्चा के लिए राजी हो जाना चाहिए था !!?❓🤔यह समझना कठिन है कि जब सरकार पहले दिन से मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार थी तो विपक्ष तरह-तरह के बहाने बनाकर संसद में हंगामा क्यों मचाता रहा..?❓🤔 विपक्ष कुछ भी दावा करें,🤔 अविश्वास प्रस्ताव के जरिए कुछ विशेष हासिल नहीं कर सका,🤔 उल्टे सत्तापक्ष विपक्षी दलों के गठबंधन आईएमडीआईए के अंतद्वंद और विरोधाभासो को उजागर करने में सफल साबित हुआ*!!?❓🤔🔥🤔🔥🤔
✍️ *अगला समाचार बहुत जल्द आपके बीच में*
👉 *चीन की एक और खतरनाक चाल*
😡 *साले ....?❓कुत्ते की दूम .?❓कभी सीधी नहीं होती*
👉 *नयूजिक्लिक मामला तो महज़् बानगी है असल में चीनी सरकार दीमक की तरह लगभग पूरी भारतीय व्यवस्था के भीतर घुसने का अभियान छेडे हुए है..?❓ हाल में न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी खबर ने भारतीय राजनीति में भूचाल ला दिया 🤔 अखबार के अनुसार अमेरिकी उद्योगपति नेवल राय सिंघम अमेरिका ,ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका ,और ब्राजील जैसे कई देशों के अलावा भारत में भी चीन सरकार और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का प्रोपेगेंडा अभियान चलाता है*🤔😡❓
👉 *मजबूत सैन्य शक्ति का महत्व*❓
👉 *यदि हमें एक सक्षम अर्थव्यवस्था बनना है तो हमें स्वयं को एक प्रभावी सामरिक शक्ति भी बनाना होगा*🔥
👉 *बीते दिनों नुह की घटना का पूरा देश साक्षी रहा!!?❓🤔 एक संसद सदस्य सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान भारत माता की जय बोलने को लेकर लगभग हाथापाई पर उतर आए!!?❓🤔 कुछ महीनो पहले कन्हैया लाल और उमेश कोल्हे जैसे लोगों की गर्दने मजहबी कट्टरपंथियों द्वारा उतार दी गई!!?❓🤔 खालिस्तानी समर्थकों के प्रदर्शन दिख रहे हैं !!?❓🤔पूर्वोत्तर में विदेशी शक्तियों की मदद से माहौल बिगाड़ा जा रहा है!!?❓🤔 देश में चौड़ी होती ये भ्रंश रेखाएं युद्धकाल का संकेत नहीं दे रही तो यह और क्या है ..?❓🤔स्पष्ट रूप से हमें अपनी पुख्ता तैयारी करनी होगी !!?❓🤔वस्तुत: शांति का काल राष्ट्र के लिए स्थिरता, विकास ,शक्ति अर्जन एवं भविष्य की तैयारीयो का समय होता है !!?❓🤔शांतिकाल के दायित्वों को विस्मृत करने के दुष्परिणाम हमने देखे हैं!!?❓🤔 जब मौर्य, गुप्त, कनिष्क और ललितादित्य के साम्राज्यों से लेकर यहां तक की अंग्रेजों ने भी पश्चिमोत्तर में हमारी सीमाओं की रक्षा की है तो स्पष्ट है कि यही भारतवर्ष की स्वाभाविक सीमा है!!?❓🤔 देश के बंटवारे की यह नकली विभाजन रेखाएं हमारे भाग्य की रेखाएं नहीं है!!?❓🤔 कल जब हम समर्थ होंगे तो इतिहास की लहरों के सामने रेत की लकीरों की तरह यह मिट जाएगी!!?❓🤔 हमारी पूर्वी सीमाएं कभी उस तरह से समस्या नहीं रही!!?❓🤔 समस्या तो उत्तरी सीमाएं भी ना होती ,🤔लेकिन हमारे आयोगय शासक इसके मूल में रहे!!?❓🤔 पाकिस्तान बना कर ब्रिटिश सरकार ने पश्चिम दिशा में भारत के संभावित शक्ति विस्तार को जानबुझ कर निष्प्रभावी कर दिया!!?❓🤔 जहां सिकंदर के सेनापति सेल्यूकस की पराजय हुई थी,🤔 आज वहां पाकिस्तान बना हुआ है!!?❓🤔 अगर सेल्यूकस की पराजय ने हुई होती तो मौर्य साम्राज्य स्थिर न होता!!?❓🤔 शेष विश्व से व्यापारिक संबंध ने बने होते!!?❓🤔 समृद्धि और शक्ति का मार्ग बाधित रहता!!?❓🤔उसी तरह आज पाकिस्तान एक शत्रु ही नहीं,🤔 बल्कि एक बाधा है जो हमारी राह रोक खड़ा है*!!?❓🤔🔥
👉 *हमारी संप्रदायिक समस्या देश की आंतरिक स्थितियों को अब इस तरह प्रभावित करने लगी है कि वह घोर सांप्रदायिकता के साथ-साथ क्षेत्रीय अलगाव का भी कारण बन रही है!!?❓🤔 यह सांप्रदायिकता बिहार और उत्तर प्रदेश में जातीयता का अवलंब बनकर संकट खड़ा कर रही है!!?❓🤔 बंगाल और केरल में यही सांप्रदायिकता आतंकी विभाजानकारी अभियान का आश्रय बन चुकी है !!?❓🤔पीएफआई और अलकायदा के अतिरिक्त आईएस कि भारत में संगठित होने की सूचनाएं हैं!!?❓🤔 इस सांप्रदायिक विभाजन से भारतवर्ष के अस्तित्व पर संकट उत्पन्न हो रहा है!!?❓🤔 शांतिकालीन प्राविधानों से युद्धकाल का नियंत्रण असंभव सा होता जा रहा है*!!?❓🤔🔥
👉 *हम अतीत से ही आसन संकटों के प्रति जागृत नहीं रहे!!?❓🤔 कश्मीर 1947 से ही पाकिस्तान के लिए नाक का सवाल बना रहा है !!?❓🤔एक तेहाई कश्मीर उसके अवैध कब्जे में पहले से है !!?❓🤔बाकी कबजाने का* *कुत्सित अभियान उसने छेड़ रखा है!!?❓🤔 कश्मीर पर कबजा एवं भारत का इस्लामीकरण ही उसका लक्ष्य है!!?❓🤔 उसके लिए हम कौन सी काट तैयार कर रहे हैं!!?❓🤔 पारंपरिक रुप के हम रक्षातमक देश रहे हैं!!?❓🤔 संकटो के बावजूद आक्रामक सैन्य* *सशक्तिकरण हमारी नीति ही नहीं रही!!?❓🤔 हमने तो युद्ध भी हमेशा रक्षात्मक किया है*!!?❓🤔
*1947 - 48 के* *पाकिस्तानी आक्रमण के फलस्वरुप कश्मीर युद्ध में पंडित नेहरू ने सुरक्षा परिषद से युद्ध विराम करा लिया!!?❓🤔 1965 में हम लाहौर के करीब थे ,!!?❓🤔 लेकिन हमने स्वयं युद्ध विराम घोषित कर दिया!!?❓🤔 1971 का युद्ध हम अपने लिए नहीं,🤔 बांग्लादेश के हित में लड़े,🤔 फिर शिमला समझौते में सामरीक विजय को कूटनीति के स्तर पर गवा दिया गया!!?❓🤔 परिणामस्वरुप समस्याएं जस की तस बनी रही*!!?❓🤔
👉 *प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि जल्द ही देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा!!?❓🤔 ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि आर्थिक शक्ति की रक्षा बाहरी एवं आंतरिक सामरिक शक्ति के अभाव में कैसे संभव होगी..?❓🤔🔥 शत्रु तो अंदर भी है!!?❓🤔 चीन हमारे समक्ष आंतरिक शत्रुओं के नियंत्रण का एक बड़ा उदाहरण है!!?❓🤔 रूस यूक्रेन युद्ध में हमने देखा कि आर्थिक एवं सैन्य शक्ति का सहयोग एक दूसरे के लिए कितना आवश्यक है!!?❓🤔 पुतिन यदि सामरिक दृष्टि से जागरूक ने रहते तो वह यूक्रेन के रूप में अपनी सीमाओं पर एक पाकिस्तान जैसा सिरदर्द बन जाने देते!!?❓🤔🔥 नाटो संगठन उनकी घेराबंदी कर यूरोप में उन्हें सीमित कर देता!!?❓🤔 हालांकि पुतिन ने ऐसा नहीं होने दिया और युद्ध का चुनाव किया*!!?❓🤔🔥
👉 *आर्थिक समृद्धि के साथ यदि सामरिक शक्ति सामर्थ्य नहीं होता तो इसके बड़े भयानक परिणाम सामने आते हैं!!?❓🤔🔥 हम इसके भुक्तभोगी रहे हैं!!?❓🤔 हमारी इस्लामीक गुलामी का दौर 10वीं शताब्दी से आरंभ होता है!!?❓🤔 इस्लामिक आक्रमण से पूर्व हम विश्व के सबसे समृद्ध देश थे!!?❓🤔 विश्व प्रसिद्ध आर्थिक इतिहासकार एगस मेडिसिन ने अपने विशद अध्ययन में सिद्ध किया है कि प्राचीन विश्व की अर्थव्यवस्था का 55 से 57% भारत और चीन के नियंत्रण में था!!?❓🤔 उसमे भारत तो चीन से भी आगे रहा!!?❓🤔 वहीं भारत कालांतर में सैन्यशक्ति के अभाव में विश्व का सबसे समृद्ध देश होने के बावजूद जुनूनी मजहबी लुटेरों से पराजित होकर गुलामी के लंबे दौर में दाखिल हो गया!!?❓🤔 स्मरण रहे की अमेरिका अपनी आर्थिक शक्ति की रक्षा शामरिक शक्ति से करता है!!?❓🤔 हमारे राजनीतिक नेतृत्व में भू- राजनीतिक समझ का अभाव हमारी पराजयों का प्रमुख कारण रहा है!!?❓🤔 यदि हमें एक सक्षम - समृद्ध अर्थव्यवस्था बनना है तो हमें स्वयं को एक प्रभावी सामरिक शक्ति भी बनना होगा !!?❓🤔इसके लिए हम किसी साझेदारी पर निर्भर ने होकर अपने दम पर आगे बढ़े तभी हित सुरक्षित हो पाएंगे*!!?❓🤔
🔥 *मेरी ✍️कलम से एक और धमाका*❓
*यह खबर मध्यप्रदेश लोकायुक्त संगठन को प्रदेश के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कारवाई के मामले में देरी के लिए शर्मसार करने के लिए काफी है!?*❓😌
*नगर निगम मे बेलदार के पद पर पदस्थ असलम खान और उसकी पत्नी का जमानत आवेदन निरस्त!*❓🔥
*5 साल हो गए एफ.आई.आर दर्ज किये हुए लेकिन मध्यप्रदेश के लोकायुक्त विभाग द्वारा न्यायालय में चालान प्रस्तुत नहीं किया!?*❓🔥
*वही केंद्र सरकार के प्रवर्तन निदेशालय ने उसी अपराध मे नौ अचल संपत्ति सहित एक महिंद्रा S U V -500, ....13 लाख नगद, ...और 1 किलो से ज्यादा सोना जब्त कर ,....न्यायालय में चालान भी प्रस्तुत कर दिया और अग्रिम जमानत आवेदन भी निरस्त करवा दिया!*❓🔥
*इंदौर - आय से अधिक संपत्ति के मामले मे आरोपी असलम खान के खिलाफ लोकायुक्त ने सन 2018 मे भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1) b के तहत प्रकरण दर्ज किया था*।?❓🔥
*लोकायुक्त जाँच मे यह पाया गया कि ने इंदौर नगर निगम में चतुर्थ श्रेणी के बेलदार के पद पर रहते हुए ,इंदौर शहर के बडे बड़े कालोनाइजर, बिल्डर्स, डेवलोपेर्स एवं भू माफियाओं द्वारा बनाए जाने वाले कमर्शियल ,रेसिडेंशियल, और कॉम्प्लेक्स के नक्शे, दाखले स्वीकृत कराने की लाइजनिंग का कार्य कर अवैध रुप से करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की !*?❓🔥
*लोकायुक्त के द्वारा दर्ज अपराध और जांच के दौरान भ्रस्टाचार से प्राप्त करोड़ों की संपत्ति को देखते हुए! प्रवर्तन निदेशालय ने 2020 मे पी एम एल अधिनियम की धाराओं मे अपराध दर्ज किया! और 27 फरवरी 2023 को न्यायालय मे चालान प्रस्तुत कर दिया ! न्यायालय विशेष न्यायाधीश पी एम एल एक्ट ने आरोपियों को न्यायालय में उपस्थित रहने के लिये वारंट से तलब किया!*?❓🔥
*उपरोक्त अपराध मे आरोपी असलम खान की पत्नी को भी आरोपी बनाया गया हैं! प्रवर्तन निदेशालय की जाँच के अनुसार आरोपी असलम खान ने समय समय पर काफ़ी ज्यादा मात्रा मे नकद राशि अपने और अपनी पत्नी के खाते में जमा करवाई! और फिर चेक और नकदी के माध्यम से स्वयं और अपनी पत्नी के नाम से विभिन्न चल और अचल संपत्ति खरीदी !*?❓🔥
*दिनांक 7 अगस्त को विशेष न्यायाधीश पी एम एल एक्ट 14,अपर सत्र न्यायाधीश ने प्रवर्तन निदेशालय के पेश किये गए चालान और प्रवर्तन निदेशालय के वकील श्री चंदन ऐरन विशेष लोक अभियोजक की दलीलों और आपत्ति से संतुष्ट होकर आरोपी असलम औऱ उसकी पत्नि का अग्रिम जमानत आवेदन निरस्त कर दिया!*.?❓🔥
🔥 *सच है .?❓🔥जो ....कह... देता ...हूं*?❓🔥
🤔 *हर खबर की ...?है खबर*..?❓🔥
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🌺 अपने भारत राष्ट्र के 77 वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर आप सभी राष्ट्रप्रेमियों को *सुपर इंडिया न्यूज़ टीवी परिवार* की ओर से बहुत - बधाई एवं अनन्त शुभकामनाएं ! जयहिंद , जय भारत, वंदेमातरम् !🇹🇯🇹🇯
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😢 👉 *विभाजन की विभीषिका को भुलाना कठिन*..?❓😢
😢👉 *देश के बंटवारे के समय जिन्हें विस्थापन का शिकार होना पड़ा,😢 उनका दर्द वही बता सकते हैं जिसने उसे झेला हो*..?❓😢😡
😢👉 *अगस्त 1947 में जब भारत का विभाजन हुआ, उस समय मेरे पिताश्री 5 या 6 वर्ष के थे ,और वह माता-पिता और एक बुआ दो बड़े छोटे भाइयों के साथ लाहौर के भारत नगर में रहते थे ,पिताजी के पिताजी वहां अपना निजी कार्य करते थे ,वह भारत नगर की आर्य समाज इकाई के सदस्य होने के नाते सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय थे!! विभाजन को लेकर हमारे घर में जब बैठके होती थी, पिताजी ने बताया मैं पिताजी की गोद में बैठा होता था बंटवारे की बातों के बीच जब गांधी जी ने कहा कि भारत का विभाजन मेरी लाश पर होगा !!🤔 तो सब हिंदू सिख आश्वस्त हो गए,🤔 लेकिन कुछ दिन बाद माहौल बिगड़ने लगा!! एक दिन पिताजी शाम को जब अपने काम से घर आ रहे थे तो उन्होंने देखा कि रेलवे पुल पर कुछ मुसलमान छुरे लेकर घूम रहे हैं!! वे दो व्यक्तियों को छुरा मार कर भाग गए!! रात को पता चला कि उन दोनों की मृत्यु हो गई!! ऐसी घटनाएं पूरे लाहौर में जगह-जगह होने लगी !! पुलिस कुछ नहीं कर रही थी और दंगे पूरे लाहौर में फैल गए थे*!!🤔
😢👉 *1 दिन सुबह मेरे पिताजी के पिताजी के मित्र का बेटा ,जो सेना में था, सेना का ट्रक लेकर आया ,ताकि अपने परिवार को ले जाएं!! क्योंकि वह हमारे पड़ोसी थे, इसलिए, उन्होंने पिताजी से कहा कि आप भी हमारे साथ चलो !!हमने एक छोटा सा ट्रक लिया और उसमें जरूरी सामान रखा!! जैसे ही मोहल्ले में यह बात फेली तो कई हिंदू परिवार हमारे घर आ गए !!पिताजी ने कहा कि जितने लोग चाहे, चल सकते हैं ,लेकिन सीमित जगह होने के कारण कोई ज्यादा सामान लेकर ने चले!! क्योंकि सब ने सोचा कि कुछ दिन बाद शांति होने पर वापस आ जाना है ,इसलिए वे घरों में ताला लगाकर और कुछ जरूरी सामान लेकर आनन-फानन ट्रक पर सवार हो गए !! दुर्भाग्य से कोई ट्रेन जाने को तैयार नहीं थी,कुकी खबर मिली थी कि जो ट्रेन सुबह अटारी के लिए रवाना हुई थी, वह अगले स्टेशन पर भीड़ के हमले का शिकार हो गई और उसमें सवार लोगों को मार दिया गया !! इसी बीच कुछ लोगों ने रेलवे स्टेशन पर भी हमला कर दिया!! इससे दहशत और बढ़ गई !! हमारे मोहल्ले के जो लोग रह गए थे ,वह भी दंगों के बीच किसी तरह स्टेशन आ गए!! उन्होंने बताया कि भीड़ ने सब मकानों के ताले तोड़कर सामान लूट लिया है और आग लगा दी है !! जैसे तैसे समय बीत रहा था, दहशत फेल रही थी!! सब लोग प्रार्थना कर रहे थे कि किसी तरह जान बच जाए और भारत पहुंच जाएं!! अगले दिन न जाने किन रास्तों से होकर हमारी ट्रेन मथुरा पहुंची!! हमें शरणार्थी शिविर में भेज दिया गया !! वहां हमें पता लगा कि देश आजाद हो गया है ,लेकिन लाखों लोगों को उसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी!!🤔 लगभग 10 लाख लोग मारे गए और 30 लाख के करीब परिवार कंगाली की हालत में सड़कों पर आ गए !!?🤔विस्थापन का दर्द क्या होता है ,यह वही बता सकता है, जिसने उसे झेला हो!! पिताजी के एक मित्र थे जो गाजियाबाद की मुरादनगर आर्डिनेंस फैक्ट्री में काम करते थे!! उन्होंने हमें शरण दी!! इसी बीच मेरे मामाजी को पता लगा कि हम बचकर मुरादनगर आ गए हैं, तो वह हमें अपने साथ दिल्ली की सब्जी मंडी के पास थाने वाली गली में ले गए, जहां मेरे नानाजी और उनके भाई एक ऐसे मकान में रह रहे थे, जिसे मुसलमान छोड़कर पाकिस्तान चले गए थे!! उसी मकान में हम एक छोटा सा कमरा बिना रोशनदान और खिड़की के मिला!! हम उस कालकोठरी जैसे कमरे में 5 वर्ष तक रहे !?उस मकान की पहली मंजिल पर हमारी तरह ही पाकिस्तान से लुटे पिटे आया एक परिवार रहता था , जिसमें 3 लड़के, दो लड़कियां, और उनके माता-पिता थे!! बाद में बड़ा लड़का राजेंद्र कुमार फिल्म जगत का जुबली स्टार बना!! उसके पिता फेरी लगाकर कपड़े बेचते थे !! मजला लड़का नरेश उनकी मदद करता था!! बाद में वह भी फिल्मों में चला गया !! सबसे छोटा बेटा मेरी आयु का था उसकी माताजी लोगों के कपड़े सिलति थी और दोनों बहने लिफाफे बनाती थी, मेरी बहन ने भी उनसे लिफाफे बनाना सीखा!! उन्हें बेचने की जिम्मेदारी मेरी थी!! घर का खर्च मुश्किल से चलता था!! पिताजी अपनी नौकरी के लिए दिन-रात चक्कर काटते !!आखिर में रेलवे स्टेशन पर काम करने को मिला !!वह लाहौर में भी यही काम करते थे!! इसके बावजूद आर्थिक तंगी इतनी थी कि हमें लिफाफे बनाने का काम लंबे समय तक करना पड़ा*!!🤔
😢👉 *पिताजी का काम चलते विभाजन पूर्व हमारा परिवार लाहौर में रहता था,🤔 लेकिन जमीन ज्यादा सियालकोट की तहसील पसरूर में दुल्लम कलवा गांव में थी!! जहां हम और हमारे संबंधियों के परिवार रहते थे , हम सब के पास कई एकड़ जमीन ,गाय ,भैंस, और घोड़े थे !! हमारे अनेक पड़ोसी मुसलमान थे और उनसे अच्छे संबंध थे!! जब विभाजन की चर्चा होने लगी तो मुस्लिम पड़ोसियों ने कहा कि अभी गड़बड़ है!! आप कुछ दिनों के लिए चले जाओ!! हम आपके मकान, दुकानों, और जमीनों का ध्यान रखेंगे!! और जब शांति हो जाएगी तो लौट आना!! हमारे संबंधी अपना कीमती सामान खच्चरों पर लादकर सीमा की ओर चल पड़े ,लेकिन 5-6 किलोमीटर के बाद हथियारों से लैस एक भीड़ ने उन पर हमला कर दिया!! इस हमले में मेरा चचेरा भाई मर गया और बाकी लोग जख्मी हालत में जान बचाकर भाग निकले!? भीड़ ने मेरी दो चचेरी बहनों को अगवा कर लिया था, जिन्हें पुलिस ने छुड़ा लिया !! बाद में पिताजी पाकिस्तान जाकर उन्हें भारत लेकर आए !! हमारा भारत भरा पूरा परिवार तीनके की बिखर गया !! हमारे जैसे हर परिवार की एक दर्द भरी कहानी है,🤔😢😡 जो आसानी से भूलाई नहीं जा सकती!! विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस हमें उसे रक्त रंजित इतिहास का स्मरण कराता है कि उसे न दोहराना ही मानवता के हित में होगा !! और यह कहते कहते मेरे पिताजी की आंखें भर आई*😢
🤔 ✍️ *क्या प्रधानमंत्री की कुर्सी के लिए .....नेहरू , जिन्ना ने देश को खून से नहलाया*.....?❓😡
👉 *
🇮🇳 *सबल और सक्षम देश*
🇮🇳 *आज जब हम 77 वा स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं तब यह देखना सुखद है कि एक नए भारत का निर्माण तेजी से हो रहा है !!🇮🇳 यह नया भारत आत्मविश्वास से भरा है और अपने उज्जवल भविष्य के प्रति कहीं अधिक आशावान है!!🇮🇳 इसी कारण यह भावना प्रबल हो रही है कि आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होने को है !!🇮🇳इस सपने को समय रहते और सही तरह से साकार करने के लिए यह आवश्यक ही नहीं,🇮🇳 बल्कि,🇮🇳 अनिवार्य है कि हम सब भारतीय शांति और सद्भाव को सर्वाधिक महत्व दें और जितना सजग अपने अधिकारों को लेकर रहे उतना ही उन कर्तव्य को लेकर भी!!🇮🇳 जो एक नागरिक के रूप में वांछित हैं!!🇮🇳 जितना समर्पण हमें देश की एकता और अखंडता के प्रति प्रदर्शित करना होगा उतना ही बंधुत्व और सामाजिक समरसता के लिए भी!!🇮🇳 इससे ही भारत एक सफल और सक्षम देश बनेगा तथा विश्व में अपनी और स्पष्ट छाप छोड़ने में समर्थ होगा!!🇮🇳 आज कोई इससे इनकार नहीं कर सकता कि विश्व पटल पर भारत की धाक बड़ी है !!🇮🇳 विश्व समुदाय भारत को न केवल एक उभरती हुई महाशक्ति के रूप में देख रहा है!!🇮🇳 बल्कि उससे प्रेरणा भी प्राप्त कर रहा है!!🇮🇳 आज ऐसा कोई वैश्विक मंच नहीं जहां भारत की भागीदारी आवश्यक ने समझी जा रही हो*🇮🇳🇮🇳🇮🇳
🇮🇳 *किसी भी देश की दशा दिशा तब बदलती है जब वहां के नीति नियंता और साथ ही वहां की आम जनता एकजुट होकर अपने लक्ष्यो की प्राप्ति के लिए समर्पित होती है!!🇮🇳 यह समर्पण ही समाज और राष्ट्र को उन्नति की ओर ले जाता है!!🇮🇳 स्वतंत्रता के अमृतकाल के अवसर पर यह जो कहा जा रहा है कि भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बन सकता है यह कोरी कल्पना नहीं,🇮🇳 बल्कि ऐसा लक्ष्य है जिसे प्राप्त किया जा सकता है!!🇮🇳 इससे अच्छा और कुछ नहीं की औसत भारतीय भी इस भाव से भरे हैं कि अब विकसित भारत के सपने को साकार करना संभव हो गया है!!🇮🇳 यह भाव और अधिक प्रबल हो सकता है यदि हमारा राजनीतिक वर्ग राष्ट्र के उत्थान के लिए कुछ साझा लक्ष्य निर्धारित करें और दलगत राजनीति से परे हटकर जन कल्याण और राष्ट्रीय हितों की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे!!🇮🇳 यही प्राथमिकता हमारे प्रशासनिक तंत्र की भी होनी चाहिए !!🇮🇳जब ऐसा होगा तब स्वाभाविक रूप से आम नागरिक भी अपने राष्ट्रीय दायित्वों के निर्वहन के लिए और अधिक प्रतिबद्ध होंगे!!🇮🇳 इस संदर्भ में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ने यह जो कहा कि प्रत्येक भारतीय समान है,🇮🇳 सभी के पास बराबर अवसर और अधिकार हैं तथा सभी के समान दायित्व -कर्तव्य हैं !!🇮🇳वह हम सब के लिए प्रेरणा का स्रोत बनना चाहिए!!🇮🇳 यह स्वतंत्रता दिवस हम सब में उत्साह और उमंग का संचार करने के साथ ही विभिन्न समस्याओं का मिलजुल कर समाधान करने की शक्ति प्रदान करें ,🇮🇳इस आशा और विश्वास के साथ सभी को इस पावन पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं*🇮🇳🇮🇳
👉 *केवल ज्वलंत 🔥मुद्दों पर समाचार, सुपर इंडिया
👉 *
🔥 *समाचार🔥 के🔥 रूप🔥 में 🔥चलती 🔥फिरती 🔥🔥आग*🔥
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🔥 *नौकरशाही को भी जवाबदेह बनाया जाए*..?❓🤔🔥
🔥 *मानवीय हादसों और प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली क्षति को कम करना तब संभव होगा,🔥🤔 जब... हमारा तंत्र ....कल्पनाशील.... बनेगा*❓
🔥 *प्राकृतिक आपदाओं पर किसी का वश नहीं मानव के हाथ में इतना ही है कि वह इनसे कुछ बचाव की राह निकाल ले !!🔥हाल में घटित कुछ आपदाएं ऐसी रही ,🔥जिनसे होने वाले नुकसान को कमतर रखा जा सकता था!!🔥 इसी तरह कुछ मानव जनित घटनाएं ऐसी रही,🔥 जिनमें पूरी तरह बचा जा सकता था!!?❓🔥 याद कीजिए हाल में मेरठ से दिल्ली को जोड़ने वाले एक्सप्रेसवे पर हुआ हादसा,❓🔥 जिसमें गलत दिशा से आ रही बस से सही दिशा में जा रही कार की टक्कर हुई और कार में सवार हंसता खेलता परिवार खत्म हो गया.?❓🔥 इस तरह के हादसे देश के किसी न किसी एक्सप्रेसवे या हाईवे अथवा आम रास्तों पर आए दिन होते ही रहते हैं!!?❓🔥 कुछ ही दिन पहले प्राकृतिक आपदा भी आई और उसने दिल्ली समेत देश के अनेक शहरों को त्रस्त कर दिया!!?❓🔥 इन घटनाओं में समानता इस लिहाज से है कि इन से बचा जा सकता था या उनसे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता था!!?❓🔥 हर हादसे पर पहला सवाल राजनीतिक तंत्र पर उठता है !!🤔❓🔥हमें जिस तरह का नेरेटिव विकसित किया है ,🔥उसने मोहल्ले की गड़बड़ी से लेकर राष्ट्रीय समस्या तक के लिए सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक तंत्र को ही जिम्मेदार माना जाता है!!?❓🔥 सवालों के घेरे में वही ज्यादा रहता है,🔥 लेकिन क्या सिर्फ राजनीतिक तंत्र ही जिम्मेदार है ..?❓🤔🔥क्या व्यवस्था की सबसे अहम कड़ी नौकरशाही को छोड़ दिया. जाना चाहिए*..?❓🤔🔥
😡👉 *एक ...बहुत.. बड़ा प्रश्न है यह*❓🤔🔥
🔥 *नौकरशाही पर सबसे वैज्ञानिक और स्वीकार्य अध्ययन जर्मन समाजशास्त्री मैक्स वेबर का माना जाता है !!🔥वेबर ने लोकतांत्रिक व्यवस्था में प्रशासनिक तंत्र को निरंतरता का प्रतीक बताया है !!?❓🔥अपने अध्ययन में वेबर नौकरशाही की नकारात्मक भूमिका की ओर भी ध्यान दिलाते हैं!!?❓🔥 उनका मानना है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में नौकरशाही नियमों और उसकी प्रक्रिया को ही अपना लक्ष्य मान लेती है!!?❓🔥 दफ्तरी सोच की वजह से वह तंत्र में कल्पनाहीन विशेषज्ञों का समूह विकसित करने लगती है!!?❓🔥 वेबर के कथन के संदर्भ में हर घटना या हादसे का विश्लेषण करेंगे तो पाएंगे कि हमारी नौकरशाही की कल्पनाहीनता ही कहीं ज्यादा जिम्मेदार है!!?❓🔥 दिल्ली जैसे शहर अगर बारिश में डूबते रहते हैं और उनकी सड़कें धसती रहती हैं,🔥 तो इसके पीछे कहीं न कहीं व्यवस्था के उस हिस्से की गंभीर गड़बड़ी नजर आती है,🔥 जिस पर उसे सुचारू रूप से चलाने की जिम्मेदारी है!!?❓🔥 बारिश के दिनों में हमारे छोटे बड़े शहर यहां तक कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई जैसे महानगर भी संकट से घीरते रहते हैं !!?❓🔥इसके मूल में कहीं न कहीं तंत्र की कल्पनाहीनता ही ज्यादा जिम्मेदार है !!?❓🔥यह कल्पनाहीनता ही है कि हमारा तंत्र हादसों और घटनाओं के बाद चेतता है!!?❓🔥 वह उन हादसों और घटनाओं का अनुमान लगाकर उन्हें रोकने के लिए जरूरी कदम नहीं उठा पाता*❓🤔🔥
😡 *आखिर....? क्यों*❓.🤔.🔥
🔥 *पुरानी पीढ़ी अपने अनुभवो के आधार पर कहती रही है कि आजादी के पहले की नौकरशाही ज्यादा कल्पनाशील थी!!?❓🔥 वह अपनी हर योजना भविष्य भावी अनुमानों और उस पर आधारित परिणामों को ध्यान में रखकर बनाती थी!!?❓🔥 आईसीएस यानी इंपीरियल सिविल सर्विस ही आज की भारतीय नौकरशाही का मूल है!!?❓🔥 इस नौकरशाही ने अंग्रेजी ब्यूरोक्रेसी की टशक तो अपना ली,🔥 लेकिन लगता नहीं कि उसने अपने पूर्ववर्ती तंत्र की कल्पनाशीलता को आत्मसात किया है!!❓🔥 1922 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड लॉयड जॉर्ज ने तत्कालीन ब्रिटिश नौकरशाही को ब्रिटिश राज का स्टील फ्रेम बताया था!!🔥 उस नौकरशाही ने जिन योजनाओं को बनाया,🔥 जो निर्माण किए,🔥 वे अर्से बाद तक उपयोगी बने रहे!!?❓🔥 देख लीजिए,🔥 दिल्ली के पुराने लोहे के पुल को,🔥❓ या फिर कोलकाता के हावड़ा ब्रिज को !!?❓🔥इसकी तुलना में आज के तंत्र की कल्पनाशील योजनाओं को देखिए!!?❓🔥 उसकी बनाई योजना,🔥 उसके हिसाब से उठाए कदम कितनी जल्दी समस्याओं से घीर जाते हैं,❓🔥 यह किसी से छिपा नहीं!!?❓🔥 जब सामान्य जन को पता है , कि जून के आखिर में मानसून आ जाता है❓🔥 लिहाजा ड्रेनेज बहाने वाली नालों की सफाई हर हाल में मई तक हो जानी चाहिए,...? 🤔❓🔥 लेकिन यह जरूरी काम हमारे महानगरों और यहां तक कि देश की राजधानी में भी नहीं हो पाता*?❓🤔🔥
😡 *आखिर .....क्यों*❓🤔.....🔥
🔥 *मेरठ एक्सप्रेसवे पर बस और कार की टक्कर महज हादसा नहीं थी!!?❓🔥 एक्सप्रेसवे पर बस गलत दिशा से 8 किलोमीटर तक चलती रही,❓🤔🔥 लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया!!?❓🔥 देशभर की ट्रैफिक पुलिस को देखिए,🔥 वह सिर्फ दंडात्मक कार्रवाई में जुटी रहती है..?❓🔥 इस ताक में रहती है कि कोई ट्रैफिक नियम तोड़े,🤔❓🔥 ताकि वह उसे पकड़कर कभी अपनी जेब तो कभी सरकारी खजाने को भर सके!!?🤔❓🔥 जबकि होना यह चाहिए कि वह ट्रैफिक को सही तरह आगे बढ़ाती रहे!!?❓💐 नगर निगमों के अफसरों की कार्यप्रणाली देखिए!!?❓🔥 सडके अतिक्रमण से सकरी होती रही!!?🔥 गलत तरीके से निर्माण होता रहे🔥❓ वह निरोधात्मक कार्यवाही नहीं करते?❓🔥 वे उगाही करते हैं उदासीन बने रहते है❓🔥 या वे केवल सड़क किनारे खड़े रेडी वाले खोखे वाले या दुकान के बाहर काउंटर रखने वालों पर अपनी कार्रवाई करती है!!?❓🔥🤔 जब उन्ही सड़कों पर कभी कोई हादसा हो जाता है या आग लग जाती है और अतिक्रमण के चलते फायर ब्रिगेड की गाड़ियां नहीं घुस पाती तो तंत्र का समूचा हिस्सा नींद से जागता है..?❓🤔🔥 फिर कुछ कार्यवाही होती है,🔥 लेकिन थोड़ा समय बीतते ही,🔥 वही तंत्र अगले हादसे तक लंबी तान कर सो जाता है..?❓🔥 मानव जनित घटनाओं से बचाव और प्राकृतिक हादसों से होने वाले नुकसान को कम से कम करना तभी संभव होगा,🔥 जब हमारा तंत्र कल्पनाशील बने और अपने दफ्तरी खाचे, नियम- कायदे और प्रक्रिया के घेरे से बाहर निकलेगा!!?❓🔥 तंत्र की सोच बदलने के लिए पूरे तंत्र की ओवरहालिंग करनी होगी!!?🔥 तंत्र में शामिल होने वालों के प्रशिक्षण की प्रक्रिया में जरूरी बदलाव करना होगा!!?❓🔥 तभी नौकरशाह कहीं ज्यादा कल्पनाशील होंगे और उन्हें जमीनी हकीकत और भावी समस्याओं का भान होगा !!?❓🔥तभी वह बेहतर बदलाव लाने का औजार बन सकेंगे!!🔥 अन्यथा वेसी,🔥 घटनाएं और हादसे होते रहेंगे,🔥🤔 जैसे हो रहे हैं*!!
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🔥🔥🔥🔥🔥🔥👉🤔 *आंतरिक सुरक्षा का प्रश्न*?❓
👉 *बलिया में संगठन विस्तार की नक्सलियों की कोशिश इसलिए भी गंभीर है,🤔 क्योंकि वह बिहार सीमा से जुड़ा हुआ है*.?🤔
👉 *ऐसे समय में जब सभी राजनीतिक दल आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं , 🤔बलिया में पांच नक्सलियों का पकड़ा जाना इस बात का संकेत है कि प्रतिबंधित संगठनों ने योजनाबद्ध ढंग से अपनी सक्रियता बढ़ानी शुरू कर दी है..?✍️ गिरफ्तार नक्सली प्रतिबंधित सीपीआई यानी (माओवादी )संगठन से जुड़े थे और बलिया में संगठन विस्तार की इनकी कोशिश इसलिए भी गंभीर है क्योंकि वह बिहार सीमा से जुड़ा है!!?🤔 यहां पूर्व में इनकी जड़ें भी रही हैं!!?🤔 खुफिया इकाइयों को इस बात का पता लगाना होगा कि गिरफ्तार नक्सलियों ने अपना नेटवर्क कितना बड़ा लिया था और इसके लिए उन्हें फंडिंग कहां से हो रही थी !!?❓🤔इस संगठन में महिलाओं की सक्रियता बताती है कि गिरफ्तार किए गए लोग पूर्ण रूप से प्रशिक्षित हैं और अवसर मिलने पर भी कोई बड़ी घटना करने से न चूकते!!?🤔 नक्सली गतिविधियों की दृष्टि में प्रदेश का सोनभद्र भी काफी संवेदनशील जिला है,🤔 इसलिए अब वहां भी सुरक्षाबलों को अपनी सतर्कता बढ़ाने की जरूरत है!!?🤔 प्रदेश में इससे पहले भी कई नक्सलियों की गिरफ्तारी हो चुकी है लेकिन गिरोह के लोग नए रूप में सामने आ ही जाते हैं*!!?❓🤔
👉 *आंतरिक सुरक्षा के लिए नक्सलवाद एक बड़ा खतरा है इसलिए इसके खात्मे के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जानी चाहिए!!?🤔 नक्सलियों से निपटने के लिए आमतौर पर चार तरह की रणनीति अपनाई जाती है,🤔 जिसमें सुरक्षा और विकास संबंधी उपाय मुख्य हैं !!🤔इसके अलावा स्थानीय समुदाय के अधिकारों को सुनिश्चित करना और जन अवधारणा का प्रबंध किया जाता है!!?🤔 इन उपायों से सोनभद्र में नक्सली आंदोलन को कमजोर करने में काफी हद तक सफलता मिली है!!👍🤔 जहां तक वामपंथी से प्रभावित उग्रवादी संगठनों का प्रश्न है तो प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी उसके सदस्य किसी ने किसी रूप में सक्रिय रहते हैं!!?🤔 सिमी पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद इसका स्वरूप पीएफआइ के रूप में सामने आया!!?🤔 पीएफआई पर भी प्रतिबंध लगा जरूर है लेकिन इस बात की तह तक जाना चाहिए कि कहीं वह नए स्वरूप में तो नहीं सक्रिय हो रहा !!?❓🤔 पूर्वांचल में उनकी गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिए जाने की बहुत बड़ी जरूरत है*..!!?❓🤔
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👉 *आतंकियों को मिले कड़ी सजा*
👉 *हिंदुओं की हत्याओं की प्रशासन द्वारा फिर से जांच के फैसले से कश्मीरी हिंदुओं को उम्मीद बढ़ी है कि अब उन्हें शायद न्याय मिलेगा !!?🤔आतंकी हिंसा में बहुत परिवारों ने अपनों को खोया है!!😔 आज कश्मीरी पंडित नम आंखों से अपनी दर्द भरी दास्तान बयां कर रहे हैं!!🤔 बैंक मैनेजर, स्कूल टीचर, बिहार के देहाती मजदूर के परिजन आज भी व्यथित हैं!!🤔 मीडिया में पति का चित्र दिखाती हुई ऊषारानी अपनी वेदना प्रकट करती है, आतंकियों ने मेरे पति को मार डाला,🤔 संस्कार भी नहीं करने दिया !!🤔19 जनवरी 1991 को उनके पति को टीवी ठीक कराने के बहाने दो लोग जिनमें एक गद्दार पड़ोसी नूरा भी शामिल था ,🤔अपने साथ ले गए थे ,🤔जिसके बाद वह जिंदा नहीं !!🤔लौटे सुबह पता चला कि हब्बाकदल चंद्रपुरा में उनके पति बलदेव राज दत्ता की हत्या कर दी गई है!!🤔 एक और हृदय विदारक घटना जिसमें सीआईडी स्पेक्टर चुन्नीलाल शाला को बस से उतारकर काशीपुर गांव में यातनाएं दी गई और फिर गोलियों से भून डाला था,🤔😡 जिसमें उसका गद्दार पीएसओ शामिल रहा है !!🤔 यही नहीं धात लगाकर सेना पर हुए कायराना हमले में जांबाज सैनिकों की शहादत को देश नहीं भूला है!! समय की मांग है कि कश्मीर में पीड़ितों के जख्म भरने के लिए मौत के सौदागरों को कड़ी से कड़ी सजा हो*....!!🤔😡
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