: *सबसे बड़ा सुख, निरोगी काया...*
🙏🏼 *नमस्कार* 🙏🏼
*समय आयेगा जब प्राकृतिक चिकित्सकों के पास समय नहीं होगा.!*
*क्योंकि लोगों का अन्य पद्धतियों के ऊपर से नहीं बल्कि उनको चलाने वालों के ऊपर से विश्वास धीरे धीरे उठता जा रहा है।*
*अपने कुछ वेलनेस प्रोडक्ट्स के बारे में जानें और साथ में उसके बाद सदियों से चले आ रहे किंतु मेरे एकदम फ्रेश देसी नुस्खे, प्राकृतिक उपचार एवं नेचुरोपैथी के लेख और आर्टिकल्स से अपने स्वास्थ्य की जानकारी लें और निरोगी जीवन का आनंद लें।*
*लोग सेहत खराब करने के बाद, इधर उधर चक्कर लगाने के बाद, नेचुरोपैथी को अपनाते हैं, फायदा क्या???*
*नेचुरोपैथी को पहले से ही अपनाइये एवं सुखी, निरोगी काया एवं स्वस्थ जीवन जियें।*
*आपसे सकारात्मक सहयोग की अपेक्षा रहेगी एवं मेरा सहयोग आजीवन निःशुल्क स्वास्थ्य सलाह देने का यूं ही चलता रहेगा।*
*
*नोनी एक चमत्कारिक फल हैं, जो बड़े से बड़े रोग के लिए रामबाण औषिधि हैं....*
ये शरीर के सम्पूर्ण रोग प्रतिरोधक सिस्टम को आश्चर्यजनक रूप से बूस्ट कर देता हैं। ये आम लोगों के लिए जितना गुमनाम है, सेहत के लिए उतना ही फायदेमंद।
*नोनी के रूप में वैज्ञानिक इसको एक ऐसी संजीवनी मानते है, जो....*
मधुमेह, अस्थमा, गठिया, कैंसर, दिल, शीघ्रपतन, नपुंसकता के मरीजों सहित कई बीमारियों के इलाज में रामबाण साबित हो रही है।
यहाँ तक के एड्स के रोगियों के लिए भी ये बहुत फायदेमंद हैं।
अगर आप बहुत जल्दी बीमार पड़ जाते हैं या आपको बहुत जल्दी ही रोग घेर लेते हैं, तो ये आपके लिए रामबाण हैं।
अगर आपके जीवन में उमंग उत्साह खत्म हो कर आपका जीवन बिलकुल निढाल हो गया हैं तो आप इसको एक बार ज़रूर अपनाये।
*इसे वैज्ञानिक भाषा में मोरिन्डा सिट्रीफोलिया के नाम से जाना जाता है।*
यह औषधि की क्षमता को बेहतर बनाता है।
इसे अन्य औषधियों के साथ भी लिया जा सकता है।
*इस फल को कई नामों से जाना जाता है, जैसे-*
हॉग एपल, चीज फल, लेड, दर्द निवारक वृक्ष (हिंदी में आच, आक, आल, तमिल में वेन नूना, मलायालम में कट्टपिटलवम, तेलगु में मद्दी, मोलुगु मुलुगु)।
यह एक उष्णकटिबंधीय फल है जो मुख्यतः दक्षिणी प्रशांत क्षेत्र में पाया जाता है| यह लगभग आलू के आकार का सफेद, पीले अथवा हरे रंग का होता है।
तहितीयन या तहीती लोग नोनी के स्वास्थ्यवर्धक गुणों के कारण इसको सैकड़ों वर्षो से प्रयोग कर रहे हैं।
नोनी फल में अनानास फल की तुलना में 40 गुना ज्यादा एंजाइम पाया जाता है।
नोनी में जेरोनाइन होता है, जेरोनाइन सूक्ष्म जंतुओं, पौधों, जानवरों और इंसानों की सभी कोशिकाओं में पाया जाता है।
शरीर की सभी कोशिकायें सही कार्य करे उसके लिये जेरोनाइन की प्रयाप्त मात्रा शरीर में बहुत जरूरी होता है, जेरोनाइन हमारे शरीर में प्रोटीनों को उनके अलग अलग कार्यों करने को करने में समर्थ बनाता है।
जेरोनाइन, मानवीय कोशिकाओं की भित्तियों के छिद्रों के आकार को बढ़ाता है ताकि बढ़ते अवशोषण के लिए पौष्टिक तत्व आसानी से कोशिकाओं में प्रवेश कर सकें, जेरोनाइन की कमी से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है।
*नोनी में व्यापक उपचारात्मक प्रभाव नोट किये गए है जिसमे....* एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-फंगल, एंटी-ट्यूमर, एंटी-इनफ्लेमेटरी और इम्यून को बढ़ाने वाले प्रभाव शामिल है।
यह पोटेशियम का एक समर्थ सोत्र है और इम्यून सिस्टम, संचार प्रणाली, पाचन तंत्र, मेटाबोलिक सिस्टम, टिशूस और कोशिकाओं, त्वचा और बालों को सहायता करता है।
यह पूरे परिवार के लिए सुरछित है और जवान एवं बुजुर्गों, दोनों के लिए ही लाभदायक है| ये एंटी एजिंग हैं, जो आपको जवान बनाने में मदद करता हैं।
*नोनी के फायदे-*
• यह जोड़ों के दर्द, अकड़न, जोड़ों की गतिहीनता की समस्याओ आदि में सहायता करता है।
• सांस की बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को इसके सेवन से अत्यधिक लाभ मिलता है।
• मुहांसों, एक्जीमा, सोरियासिस के मामले में सहायता करता है।
• ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायता करता है,और मधुमेह में यह कारगार है।
• उच्च रक्तचाप और माइग्रेन से पीड़ित व्यक्तियों के लिए लाभदायक है।
• गंजेपन और बालों से सम्बंधित समस्याओं की देखभाल करता है।
• कब्ज, बदहजमी, दस्त आदि से पीड़ित व्यक्तियों को नोनी के सेवन से रोगों की मुक्ति मिलती है।
• इम्यून सिस्टम प्रणाली को मजबूत बनाता है क्योंकि इसमे बहुत सारे आवश्यक विटामिन और मिनरल होते है।
नोनी निम्नलिखित अवस्थाओ में उपयोगी हो सकता है-
• गठिया (जोड़ों की जकड़न, अकड़न एवं जोड़ों के स्वास्थ्य में)
• दमा (सांस संबंथी समस्याओं में)
• त्वचा संबंधी समस्याओं (खाज, मुंहासे, सोरियासिस एवं रोसासिया में)
• कैंसर में (इम्यून सिस्टम)
• पाचन (कब्ज, परजीवियों एवं दस्त)
• दर्द (अनियमित माहवारी)
• इम्पोटेंसी इम्यून सिस्टम की विफलता (एड्स एवं वाइरस)
• मधुमेह, उच्च रक्तचाप,सरदर्द (माइग्रेन) में
• संक्रमण एवं वाइरस (इम्यून सिस्टम)
मात्रा- सुबह शाम खाली पेट 1-1 या 2-2
विशेष परिस्थितियों में मात्रा बदल जाती है।
मोटापे में नोनी –
एक बड़ी विदेशी कंपनी है जो नोनी के जूस को 2000₹ में 1 महीने में 7 किलो वजन कम करने की Gurantee के साथ दे रही है, क्यूंकि इसमें मिलाया जाने वाला गरसिनिया कम्बोजिया (Garcinia Cambogia) तत्व मोटापे को खत्म करने में बहुत सहायक है।
नोनी 150 से अधिक आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सिडेंट और कोशिका रक्षक आहार है|
(चूँकि हमारे शरीर का आधार कोशिका होता है और यह कोशिकीय स्तर पर कार्य करता है| अत: नोनी हमें हर प्रकार की बीमारियों से बचाने व स्वस्थ रखने में सक्षम है, बिमारी व्यक्ति की बिमारी दूर करता हैं तो ये स्वस्थ मानव को 100 साल की उम्र तक स्वस्थ रख सकता हैं।
और हमारा बनाया हुआ नोनी जूस तो सर्वोत्तम है क्योंकि हमारे फार्मूलेशन के अनुसार नोनी जूस के 10ml में आपको मिलता है...
2000mg नोनी
300mg अश्वगंधा
100mg गरसेनिया कम्बोजिया
*व्हीटग्रास शरीर को कैंसरमुक्त होने में कैसे मदद करता है.?*
*सिर्फ ₹500/- महीने खर्च करके कैंसर ही हर प्रकार की बीमारीमुक्त जीवन का आनन्द ले सकते हैं...*
*जानिये कैसे..???*
व्हीटग्रास, जिसे आमतौर पर ट्रीट के रूप में जाना जाता है,
आमतौर पर आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा में एक पौधे के रूप में प्रयोग किया जाता है और कई स्वास्थ्य लाभ के लिए माना जाता है, हालांकि कैंसर के लिए इसका यथासंभाव फायदा बताया गया है, लेकिन इसकी सही प्रमाणित क्लिनिकल जाँच और अध्ययनों की कमी है।
*व्हीटग्रास का मुख्य दावा यह है कि यह शरीर को ऑक्सीजन और पॉजिटिव इनर्जी प्रदान करता है और व्यक्ति के शरीर को शुद्ध करने में मदद करता है, जिससे कैंसर समेत विभिन्न बीमारियों का सामना किया जा सकता है।*
हालांकि, इसका वैज्ञानिक प्रमाण अभी तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है, और इसलिए कैंसर के उपचार के रूप में व्हीटग्रास का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा सबसे अच्छा होता है।
कैंसर के उपचार के लिए उपाय और तरीके व्यक्ति के कैंसर के प्रकार और स्थिति पर निर्भर करते हैं, और यदि किसी को कैंसर है या उसके इलाज की जरूरत है, तो वे अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
*ब्रोकली खाने से नही होगा "हार्ट अटैक", "कैंसर और बहुत कुछ..!"*
*मधुमेह, हृदय रोग, गठिया जैसी बीमारियों में रामबाण.!*
ब्रोकली एक विदेशी सब्जी है लेकिन अब भारत में भी धीरे धीरे अपनी जगह बना रही है !
ब्रोकली में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो हमे बहुत सी खतरनाक बीमारियों से बचने में मदद करते हैं !
*ब्रोकली में स्वास्थ्य सुधारक गुणों अद्भुत अमृतमयी का खज़ाना है।*
*इसमे प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, विटामिन ए, सी और कई दूसरे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते है !*
इसके अलावा इसमें फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं-
जो बीमारी और बॉडी इंफेक्शन से लड़ने में सहायक होता है !
इसे सलाद, सूप, सब्जी के रूप में भी खा सकते हैं !
*ब्रोकली खाने के फायदे व स्वास्थ्य लाभ :-*
*कैंसर से बचाव :-*
ब्रोकली और क्रूसीफेरस सब्जियां (उसके परिवार से संबंधित वनस्पतियां) से प्राप्त होने वाले सल्फोराफेन (यौगिक) में लंबे समय तक कैंसर की रोकथाम वाले सबूत मिले हैं !
इसलिए सल्फोराफेन कैंसर वृद्धि को कम करने में मददगार हो सकता है !
ब्रोकली में एन्टी ऑक्सीडेंट्स अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।
ब्रोकली से कैंसर होने की संभावना बहुत कम हो जाती है !
ब्रोकली में फाइटोकेमिकल्स अधिक मात्रा में पाया जाता है !
ब्रोकली में मौजूद तत्व शरीर से ज़हरीले पदार्थों को भी बाहर निकालने का काम करते हैं !
*दिल की बीमारियों से बचाव :-*
ब्रोकोली में कैरेटेनॉयड्स ल्यूटिन पाया जाता है जो दिल की धमनियों को स्वस्थ बनाता है !
इसके सेवन से दिल का दौरा पड़ने और अन्य बीमारियों के होने की आशंका कम हो जाती है !
इसमें मौजूद पोटैशियम, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है !
इसमें मौजूद सल्फोराफेन रक्त वाहिकाओं में ब्लॉकेज को रोकता है !
*आँखों के लिए :-*
ब्रोकली को विटामिन-ए और बीटा कैरोटीन का बहुत अच्छा स्रोत माना जाता है जो हमारी आँखों के लिए बहुत फायदेमंद है !
ब्रोकली में बीटा कैरोटीन होने के कारण यह हमारे आँखों को मोतिया बिन्द जैसे घातक बिमारिओं से बचाता है !
*इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार :-*
ब्रोकोली में विटामिन-सी की पर्याप्त मात्रा पायी जाती है !
विटामिन-सी शरीर में इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने और संक्रमण से बचाव में मदद करता है !
*वज़न कम करने में सहायक :-*
ब्रोकली में कैलोरीज कम मात्रा में होती हैं, इस लिए इसके सेवन से आपका पेट भर जायेगा और आप ज़यादा कैलोरीज भी नही खायेंगे !
सिर्फ इतना नही ब्रोकली में न्यूट्रिएंट्स और फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं !
ब्रोकली में मौजूद मइक्रोन्यूट्रिएंट्स वज़न कम करने में सहायक होते हैं और इसमे पाया जाने वाला केमिकल शरीर में चर्बी को गलाने में मदद करता है !
*अवसाद या डिप्रेशन के खतरे से बचाव :-*
फोलेट की कम मात्रा लेने से डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है !
ब्रोकली में फोलेट भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो मूड को सही रखने के लिए जरूरी तत्त्व है !
साथ ही ये मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है !
*गठिया ठीक करने में सहायक :-*
ब्रोकली को अपने खाने में शामिल करने से आप गठिया जैसी बीमारी से बच सकते हैं !
गठिया के मरीज़ रोजाना दो हफ्ते तक 100 ग्राम ब्रोकली ज़रूर खाकर देखें, इस से गठिया में आराम मिलता है !
*गर्भावस्था में इसका सेवन करना है बहुत फायदेमंद :-*
गर्भवती महिलाओं को नियमित रूप से ब्रोकली का सेवन करना चाहिए !
इसमें मौजूद तत्व न केवल बच्चे के स्वास्थ्य और विकास के लिए फायदेमंद होते हैं बल्कि मां को भी कई प्रकार के संक्रमण से दूर रखते हैं !
*हडियाँ मज़बूत करती है :-*
ब्रोकली में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके इलावा इसमें विटामिन-K भी पाया जाता है!
ये दोनों तत्व हडियों को मज़बूत बनाते हैं !
*मधुमेह डायबिटीज को रोकने में सहायक :-*
ब्रोकली ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है !
ये मधुमेह से होने वाले शरीरिक नुकसान को भी ठीक करता है !
ब्रोकली में सल्फोराफेन नाम का तत्व पाया जाता है जो शरीर में एंजाइम्स को बनने में मदद करता है, जो हमारी रक्त वाहिकाओं को बचाता है और शरीर में नुकसानदेह जीवाणुओं को कम करता है, जो शरीर में कोशिकाओं को नुकसान पहुचाते है !
*कद लम्बा करने में सहायक :-*
ब्रोकली में भरपूर मात्रा में न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं !
ब्रोकली को पका कर कच्चा भी खाया जा सकता है।
लेकिन अगर आप इसे उबाल कर खाएं तो ज़्यादा फायदा होता है !
इस में लोहा, प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन-A और C पाया जाता है।
इसके इलावा भी इसमें फायटोकेमिकल्स और एन्टी ऑक्सीडेंट्स भी होते हैं !
इस के नियमित इस्तेमाल से कद्द बढ़ने लगता है !
*मधुमेह को रोकने में अद्भुत मददगार...*
*डायबिटीज के मरीजों के लिए खुशखबरी,*
*शोध से मिला बीमारी का बेहद आसान प्राकृतिक उपचार :-*
शोधकतार्ओं ने हाल ही में अपने एक नए शोध में डायबिटीज का नया और बेहद आसान उपचार बताया है !
डायबिटीज खून में शुगर का स्तर बढऩे से होता है !
वैज्ञानिकों का कहना है सुल्फोनेट नाम का पदार्थ खून में शुगर के स्तर को कम करने में मदद करता है !
डायबिटीज आजकल बहुत आम बीमारी है !
दुनिया में लाखों लोग इस बीमारी से पीडि़त है !
यह बीमारी हमारे रहन सहन के तरीके से हो सकती है साथ ही यह वंशानुगत भी हो सकती है !
डायबिटीज के उपचार के लिए विभिन्न दवाएं बाजार में उपलब्ध हैं !
लेकिन सभी रोगियों का मौजूदा दवाओं के साथ इलाज नहीं किया जा सकता क्योंकि उनमें से बहुत सी दवाओं के दुष्प्रभाव भी होते हैं !
टाइप 2 डायबिटीज के मरीज अधिकतर मोटापे के शिकार होते है जिससे उनके लिवर के आस पास चर्बी जमा हो जाती है। इसके चलते उन्हें इन्सुलिन सेंसिटिविटी हो जाती है, जो खून में शुगर का स्तर बनाए रखने में बाधा उत्पन्न करता है !
ऐसे ही और भी कई बाधाएं है जिनके कारण डायबिटीज का सटीक इलाज मुश्किल है !
शोधकतार्ओं ने हाल ही में अपने एक नए शोध में डायबिटीज का नया और बेहद आसान उपचार बताया है !
डायबिटीज खून में शुगर का स्तर बढऩे से होता है !
वैज्ञानिकों का कहना है *सुल्फोनेट नाम का पदार्थ खून में शुगर के स्तर को कम करने में मदद करता है !*
*ब्रोकली में यह प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है !*
ब्रोकली खाने से डायबिटीज पर नियंत्रण तो रहता ही है और साथ ही हमारा दिल भी स्वस्थ रहता है !
ब्रोकली एंटी ऑक्सीडेंट्स का भी बहुत अच्छा श्रोत माना जाता है !
यह दिल की बीमारियों और अटैक का खतरा कम करने में भी मदद करती है !
ज्यादा जानकारी के लिए कभी भी...
नेचुरोपैथ कौशल
9896076323
9215522667
[10/9, 12:59 AM] +91 92155 22667: *अगर शरीर में दिखें, ये लक्षण..*
*तो समझिए कैल्शियम की कमी है...*
*समय रहते जान जाइये वरना यकीन कीजिये, बुढापा एक खाट पर सिमट कर रह जाएगा, कैल्शियम की कमी विटामिन डी-3 युक्त एवं सोडियम मुक्त, मुझसे लेकर दूर कर सकते हैं.!*
शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों में एक कैल्शियम भी है जो शरीर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
हड्डियों को और दांतो की मजबूती के लिए कैल्शियम जरूरी पोषक तत्व है।
हर किसी को एक दिन भर में कैल्शियम की एक निश्चित मात्रा की जरूरत होती है।
*एक स्वस्थ्य मनुष्य को दिन भर में 1000 से 1200 मिली ग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है।*
*वहीं गर्भवती महिलाओं को पूरे दिन में 1200 से 1300 मिली ग्राम कैल्शियम की आवश्कता होती है।*
आजकल न सिर्फ बूढ़ों में बल्कि जवान और बच्चों में भी कैल्शियम की काफी कमी देखी जा रही है।
*जानिये वो कुछ लक्षण, जिनसे आप जान पायेंगे कि आपके शरीर में कैल्शियम की कमी है।*
*1. हड्डियों में कमजोरी*
कैल्शियम हड्डियों के बनने में मदद करता है और इसकी कमी होने पर इसका पहला लक्षण हड्डियों पर दिखाई देता है। कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और फ्रैक्चर होने की संभावना बढ़ जाती है।
*कैल्शियम की कमी से उम्र के साथ आस्टियोपेरोसिस का होने का खतरा भी बढ़ जाता है।*
*2. मांसपेशियों में खिंचाव*
मसल्स के निर्माण में कैल्शियम की अहम भूमिका होती है।
शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर इसका सीधा असर मांसपेशियों पर पड़ता है और उनमें खिंचाव होने लगता है।
इसकी कमी से खासतौर पर जांघों और पिंडलियों में असहनीय दर्द होता है।
*3. नाखूनों का कमजोर होना*
आपके नाखून भी एक तरह की हड्डियां ही होती हैं इन्हें भी बढ़ने और मजबूत होने के लिए कैल्शियम की जरूरत होती है।
कैल्शियम की कमी से नाखून कमजोर होने लगते हैं और आसानी से टूट जाते हैं।
शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर नाखूनों पर सफेद निशान दिखने लगते हैं।
*4. दांतों का कमजोर होना*
शरीर में मौजूद 99% कैल्शियम हड्डियों और कैल्शियम की कमी से दांतों में दर्द और झनझनाहट होने लगती है और दांत कमजोर होकर टूटने लगते हैं।
छोटे बच्चों में कैल्शियम की कमी से दांत देर से निकलते हैं।
*5. थकान*
कैल्शियम की कमी से हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द रहने की वजह से शरीर में थकान होने लगती है।
इस वजह से नींद न आना, डर लगना और तनाव जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
महिलाओं में बच्चे के जन्म के बाद अक्सर कैल्शियम की कमी हो जाती है और वे थकान महसूस करने लगती हैं।
*6. मासिक धर्म में अनियमितता*
महिलाओं में कैल्शियम की कमी की वजह से मासिक धर्म देर से और अनियमित तौर पर होता है।
मासिक धर्म से पहले कैल्शियम की कमी के कारण ज्यादा दर्द होता है और खून भी ज्यादा आता है।
कैल्शियम महिलाओं के गर्भाशय और ओवेरियन हार्मोन्स के विकास में मदद करता है।
*7. जल्दी-जल्दी बीमार पड़ना*
कैल्शियम रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इसके अलावा ये श्वसन तंत्र ठीक रखता है और आंतों के संक्रमण को रोकता है।
कैल्शियम की होने पर व्यक्ति जल्दी जल्दी बीमार पड़ने लगता है।
*8. बालों का झड़ना*
बालों के विकास में कैल्शियम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
इसकी कमी से बाल झड़ने लगते हैं और रुखे हो जाते हैं।
अगर आपको ऐसी समस्या है तो ये शरीर में कैल्शियम की कमी का संकेत हो सकती है।
*बढ़ती उम्र के साथ व्यक्ति का डाइजेशन कमजोर होने लगता है।*
*आमतौर पर 30 की उम्र पार करने के बाद बॉडी आसानी से डाइट में शामिल कैल्शियम को पूरी तरह से अब्जॉर्ब नहीं कर पाती है।*
ऐसे में शरीर में कैल्शियम की कमी होने का खतरा एक आम बात है।
इसके अलावा ज्यादा मीठा खाने या अनहेल्दी डाइट होने के कारण भी शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है।
*वहीं महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान बेबी की बोन डेवलेपमेंट प्रोसेस के समय महिला के शरीर में कैल्शियम का लेवल कम होने लगता है.!*
इसके साथ ही बच्चों को ब्रैस्ट फीड करने वाली माताओं के शरीर में भी कैल्शियम की कमी हो सकती है।
*इससे बचने के कुछ आसान और घरेलु उपाय...*
हम आपको बताते हैं जो मुझसे सिर्फ रोज़ाना 2.30 रुपए के खर्च पर आप प्राप्त कर सकते है :
*अदरक की चाय :*
डेढ़ कप पानी में एक इंच अदरक का टुकड़ा पीस कर डालें और उसे उबालें। जब पानी एक कप रह जाए तो उसे चाय की तरह पियें।
*जीरे का पानी :*
रात भर दो गिलास पानी में जीरा भिगो कर रखें। सुबह उस पानी को उबालें जब पानी आधा रह जाये तो उसे छान कर पियें।
*तिल :*
रोजाना 2 चम्मच भुने हुए तिल का सेवन करें। स्वाद बदलने के लिए तिल की चिक्की और लडडू भी खा सकते हैं।
*रागी :*
हफ्ते में कम से कम दो बार रागी से बनी इडली, दलिया या चीला खाएं। इससे पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम मिलेगा।
*अंजीर और बादाम :*
रात भर पानी में 4 बादाम और 2 अंजीर भिगो कर रखें। सुबह इन्हें चबा कर खा लें।
*स्प्राउट्स :*
नाश्ते या शाम के समय हलकी भूख में एक बाउल स्प्राउट्स खाएं।
*नींबू पानी :*
रोजाना शाम को एक गिलास नींबू पानी पियें। दिन भर में कोई एक खट्टा फल खाने से भी फायदा मिल सकता है।
*सोयाबीन :*
सप्ताह में एक बार सोयाबीन की सब्जी खाएं या खाने में सोयाबीन की मात्रा बढ़ाएं।
*सुबह की धूप :*
रोजाना सुबह प्रातः 8 बजे से पहले करीब 10 मिनट धूप में बिताएं।
*क्या आप शाकाहारी हैं.?*
*बोलिये....*
*जवाब जरूर दें.!*
*बात सेहत की है किसी धर्म की या मज़हब की नहीं..!!*
*आयुर्वेद को छोड़ अन्य पद्धतियों से बनी औषधियों मे अधिकतर मांसाहार का प्रयोग होता है।*
*एलोपैथी के कैप्सूल मांसाहारी होते हैं।*
*कैप्सूल का कवर, जिसमें औषधि भरी जाती है, प्लास्टिक का नहीं होता, देखने मे प्लास्टिक जैसा पर प्लास्टिक का नहीं है।*
*प्लास्टिक का कैप्सूल अंदर जाकर घुलता ही नहीं,*
*प्लास्टिक 400 वर्ष तक घुलता नहीं, वो कैप्सूल वैसा ही सुबह पाखाने के रास्ते बाहर आ जाएगा।*
*कैप्सूल के कवर बनाने वाले कैमिकल का नाम जिलेटिन है। इससे ये कैप्सूल के कवर बनते है।*
*जिलेटिन के बारे मे मंत्री मानेका गांधी ने बताया कि पशु को काटने के बाद उसके पेट की बड़ी आंत से जिलेटिन बनाई जाती है, ये कैप्सूल मांसाहारी होते है।*
*आप अपनी सन्तुष्टि के लिये google पर capsules made of लिख कर search करें, सैंकड़ों लिंक मिलेंगे तब स्पष्ट होगा कि कैप्सूल जिलेटिन से ही बनते है।*
*90% एलोपेथी औषधियों पर कोई हरा/लाल निशान नहीं होता, कारण इन औषधियों मे बहुत मात्रा में मांसाहार का उपयोग होता है।*
*कुछ साल पूर्व कोर्ट आदेश हुआ कि औषधियों पर हरा या लाल निशान अनिवार्य होना चाहिए और एलोपेथी कंपनियाँ परेशान हो गई।*
*कैप्सूल के अलावा एलोपेथी मे गोलियां (tablets) भी होती है।*
*कुछ गोलियां अगर हाथ पर रगड़ो तो उनसे पाउडर निकलेगा, हाथ सफ़ेद/पीला हो जाएगा।*
*कुछ को हाथ पर रगड़ने से कुछ नहीं होता, उनपे जिलेटिन का कोटिंग होता है वो भी कैप्सूल जैसा है पर मांसाहारी होता है।*
*कुछ पर जिलेटिन का कोटिंग नहीं होता।*
*हाँ वो गोलियां इतनी खतरनाक है कि हमे कैंसर, शुगर जैसे सौ रोग दे सकती हैं जैसे पैरासिटामोल, जिसपे जिलेटिन का कोटिंग नहीं पर ज्यादा प्रयोग से ब्रेन हैमरेज भी हो सकता है।*
*एक सिरदर्द की दवा है जिसपे जिलेटिन का कोटिंग नहीं लेकिन ज्यादा प्रयोग किया तो लीवर खराब।*
*ऐसे हार्ट रोगियों को एक दवा दी जाती है उसमे कोटिंग नहीं पर ज्यादा खाने से किडनी खराब हो सकती है।*
*जिनके ऊपर कोटिंग नहीं वो दवा नहीं बल्कि जहर और ऊपर कोटिंग तो मांसाहारी।*
*पशुओं को मांस के लिए नहीं काटा जाता है बल्कि इनके खून, हड्डियों का चूरा, चर्बी से तेल, बड़ी आंत से जिलेटिन और चमड़ा निकलता है जिससे कोस्मेटिक (सौन्दर्य उत्पाद), टूथपेस्ट, नेलपालिश, लिपस्टिक, खानेपीने की चींजे, जूते, बैग बनते हैं।*
*बुरा कुछ भी नहीं फर्क सिर्फ सोंच और समझ का।*
*सर्दियां शुरू होने वाली हैं इसलिए सावधान...*
*फ़टी एड़ियों का घरेलू इलाज...*
*अवश्य आजमायें...*
*100 ग्राम देशी मोम*
*25 ग्राम देशी कपूर*
*शुद्ध नारियल तेल 50 ग्राम*
*रत्नजोत 5 ग्राम!*
सबसे पहले कपूर को महीन पीसकर अलग रखले।
अब मोम को अलग कटोरे में गर्म करके पिघला लें।
नारियल के तेल को अलग गर्म कर लें,
गर्म तेल में पहले कपूर मिलायें,
फिर पिघला मोम को और घुटाई करके चौड़े मुंह की कांच की शीशी में भर लें,
बाद मे इसका एक्स्प्लोर का चूर्ण मिलाये।
*रात को सोने से पहले*
*एड़ी साफ करके*
*इस मलहम को फ़टी एड़ियों में भरकर जुराब (मोज़े) पहन लें।*
*रोज ऐसे ही करना है!*
*5-7 दिन से ही फर्क लगना शुरू हो जायेगा..*
*डेंगू को 48 घंटे मे समाप्त करने की क्षमता रखने वाली शानदार, दमदार दवा।*
*योग्य होमियोपैथी पद्धति के एक्सपर्ट द्वारा रिकमेंडेड..*
*कृपया इस संदेश को अधिक से अधिक लोगो तक भेजें।*
*महत्वपूर्ण सूचना:-*
यदि किसी को डेगूँ या साधारण बुखार के कारण प्लेटलेट्स कम हो गयी है तो होमोपेथिक दवा
*EUPATORIUM PERFOIAM 200*
liquid dilution homeopathic medicine.
*इसकी 5 बूँदें प्रत्येक 2-2 घँटें में साधारण पानी में ड़ाल कर मात्र 2 दिन पिलायें।*
बहुत सस्ती दवा है, विश्वास रखना।
हमारे पास स्वास्थ्य संसाधन अस्त व्यस्त हो गये हैं इसलिये हमें अपने और अपनों को इस आपदा से बचाना होगा।
: *घर का डॉक्टर,*
*घर की चीजों से बना...*
•••••••••••••••••••
*कायाकल्प चूर्ण*
•••••••••••••••••••
*निरोगी, स्वस्थ, सुखमय एवं सुरक्षित जीवन के लिए अपनाइये...*
*प्रोडक्ट कोड 1/10/KK*
*🤗काया कल्प चूर्ण🤗*
*_"हर उम्र के लिए"_*
*लेकिन क्यों..?*
*30 पार करते करते हवा, पानी और भोजन का प्रदूषण हमारे शरीर की इम्युनिटी को कमजोर करना शुरू कर देता है..*
*विशेषकर आज आज के माहौल की वजह से पूरी दुनियां एक अनजाने भय के बीच मे जी रही है।*
*पूरा विश्व एक ही बात पर जोर दे रहा है कि अपनी इम्युनिटी बढ़ाइये या अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाइये।*
*अभी तक कोई भी वैक्सीन नहीं बन पाई है लेकिन भारत एक प्राकृतिक धन संपदा सम्पन्न देश है जहां पर हर रोग का प्राकृतिक निदान पहले से ही हो रखा है।*
*अगर आप प्राकृतिक आपदा या कहर से बचना चाहते हैं तो घबराने की कोई बात नहीं, हमारा अद्भुत जादुई काया कल्प चूर्ण पर्याप्त है क्योंकि...*
*_स्वस्थ रहना सबकी मूलभूत आवश्यकता है_*
*अगर आप डाक्टरों के चक्कर लगा लगा के परेशान हो चुके हैं तो एक बार ज़रूर पढ़ें फिर आजमा के देखें, आप मायूस नही होंगे..*
*जानिये ऐसा क्यूं होता है..?*
*क्योंकि हमारा शरीर, पंचतत्व...*
*✅ भूमि,*
*✅ गगन,*
*✅ वायु,*
*✅ अग्नि एवं*
*✅ जल के* *सामंजस्य एवं योग से निर्मित होकर काया कल्प चूर्ण शरीर के वात, पित्त और कफ को बैलेंस करके स्वास्थ्य को नियंत्रित करता है।*
*घरल या घराट पद्धति से निर्मित चूर्ण, वो करिश्मा है जिसे आज नहीं तो कल लेना ही होगा, कारण एलोपैथी के साइड इफेक्ट। क्योंकि ये हमारी जरूरत भी है और समय की पुकार भी है।*
*😢काया कल्प चूर्ण😊*
*हज़ारों वर्ष पुराना नुस्खा आपकी जिंदगी की खुशियां दुबारा पा सकते हैं.!*
*लाख दवा की एक दवा,*
*थोड़ा जल्दी असर करने वाली,*
*हर मुश्किल का हमसफ़र,*
*जीवन वर्धक, रोग हर्ता, विघ्न विनाशक चमत्कारिक...*
*😢कायाकल्प चूर्ण😊*
*काया कल्प चूर्ण लेने से क्या होगा..??*
*रात को सोते समय एक छोटी चम्मच (सिर्फ 5 ग्राम) काया कल्प चूर्ण, हल्के गर्म पानी के साथ लेना है।*
*ये चूर्ण 10 वर्ष से अधिक उम्र का कोई भी ले सकता है।*
*रोज़ाना लेने से शरीर के कोने कोने में लगातार जम रही गंदगी और कचरा, मल और पेशाब द्वारा बाहर निकल जाएगी।*
*पूरा फायदा तो 80-90 दिन में महसूस करेगें, जब फालतू चरबी गल जाएगी, नया शुद्ध खून का संचार होगा।*
*हर प्रकार का ब्लोकेज खुल जायेगा।*
*चमड़ी की झुर्रियां अपने आप दूर हो जाएगी।*
*शरीर तेजस्वी, स्फूर्तिवान व सुंदर बन जायेगा।*
*अनिवार्य...*
*दिन में कम से कम 3 से 4 लीटर पानी पीना है।*
*"काया कल्प चूर्ण के अद्भुत फायदे..."*
*1. गठिया तो दूर होगा ही साथ मे गठिया जैसे जिद्दी रोग भी दूर हो जाएंगे।*
*2. हड्डियां मजबूत होगी।*
*3. आंखों की रोशनी बढ़ेगी।*
*4. बालों का विकास होगा।*
*5. पुरानी कब्जियत से हमेशा के लिए मुक्ति मिलेगी।*
*6. शरीर में खून जवानों की तरह दौड़ने लगेगा।*
*7. कफ से मुक्ति मिलेगी।*
*8. हृदय की कार्य क्षमता बढ़ेगी।*
*9. थकान जरा सी भी नहीं रहेगी, घोड़े की तरह दौड़ने लग जाएगें।*
*10. स्मरण शक्ति बढ़ेगी।*
*11. स्त्री का शरीर, शादी और बच्चों के बाद हुआ बेडोल की जगह स्लिम, ट्रिम और सुंदर बनेगा।*
*12. कानों का बहरापन दूर होगा।*
*13. पहले ली हुई एलोपैथी दवाओं के साईड इफेक्ट्स से मुक्त हो जायेंगें।*
*14. खून में सफाई और शुद्धता बढ़ेगी।*
*15. शरीर की सभी खून की नलिकायें शुद्ध हो जाएगी।*
*16. दांत मजबूत बनेगें और इनेमल जींवत रहेगा।*
*17. नपुसंकता जड़ से दूर होगी।*
*18. डायबिटिज काबू में रहेगी, डायबिटीज की जो दवा लेते है वह चालू रखना है।*
*जरूरी जानकारी..*
*कायाकल्प चूर्ण का असर 30-40 दिन तक लेने के बाद दिखने लगेगा।*
*आपका जीवन... निरोग, आनंददायक, चिंता रहित, स्फूर्ति दायक और आयुष्यवर्धक बनेगा।*
*जीवन जीने योग्य बनेगा क्योंकि बुढ़ापा, बुढ़ापे की समस्याएं और टेंशन से दूर रहेगा।*
*पूरा कोर्स 3 महीने का*
*मात्रा 450 ग्राम*
*सेवा शुल्क ₹1500/-*
*ट्रायल पैक एक महीनें के लिए भी उपलब्ध है..*
*मात्रा 150 ग्राम*
*सेवा शुल्क ₹600/-*
*कोरियर सेवा मुफ्त और साथ में आजीवन निःशुल्क स्वास्थ्य सलाह।*
*पेट्रोल और डीज़ल के रेट बढ़ने से जड़ी बूटियों की कीमतें आसमान छू चुकी हैं और इन्हीं कारणों से इलाज़ महंगे होते जा रहे हैं।*
*
: *100% नेचुरल, नैसर्गिक प्राकृतिक शक्तियों से भरपूर पूरे परिवार के लिए "बी-पोलेन" (पराग)...*
*प्रोडक्ट कोड 7/10/Bee*
*अधिकांश लोगों से अनजान अद्भुत अमृतमय मधुमक्खियों द्वारा निर्मित धरती का अमृत "पराग" या "बी-पॉलन".!*
*फ़िटनेस लवर्स, बॉडी बिल्डर्स, फिटनेस फ्रीक्स के लिये सर्वोत्तम...*
*क्या आप मात्र एक चम्मच से 5 किलो गाय का दूध, 5 किलो हरी सब्जियां, 5 किलो फल और बहुत सारे एन्टी ऑक्सीडेंट्स चाहते हैं.?*
*बी-पॉलन में फूलों का पराग, रस, एन्ज़ाइम्स, शहद और बी सीक्रेशन का मिक्सचर होता है!*
*मधुमक्खी जब अपने छत्ते पर शहद इकठ्ठा करती है तो शहद के साथ साथ उस छत्ते पर कुछ पराग कण भी इकठ्ठा हो जाते हैं और फिर ये दानों का आकार ले लेते हैं यही दाने सूखकर बी-पॉलन (Bee-Pollen) कहलाते हैं।*
*जो लोग डायबिटीज, हाइपरटेंशन, ऑटो इम्यून या कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं उन्हें बी-पॉलन का सेवन ज़रूर करना चाहिये।*
*बी-पॉलन और उसके फायदों के बारे में अभी भी बहुत कम लोग जानते हैं।*
*आपको बता दें कि यह मधुमक्खियों द्वारा इकठ्ठा किया गया फूलों के परागकण का ढेर होता है जो उनके आहार के रूप में काम आता है।*
*इसमें लगभग 40% प्रोटीन पाया जाता है और इसके अलावा इसमें पोषक तत्वों की मात्रा भी काफी ज्यादा होती है।*
*इसका सेवन इंसानों के लिए भी बहुत फायदेमंद है।*
*काफी समय पहले से ही बी-पॉलन को न्यूट्रीशनल सप्लीमेंट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।*
*ताजे बी-पॉलन में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स, कार्बोहाइड्रेट के अलावा लैक्टिक एसिड और फ्लेवेनॉयड जैसे यौगिक भी होते हैं।*
*चायनीज मेडिसन में इसके फायदों को देखते हुए जर्मन फेडरेल बोर्ड ऑफ़ हेल्थ द्वारा इसे ऑफिशियल मेडिसिन घोषित किया है।*
*इन्फ्लेमेशन (सूजन) कम करने में मदद :*
*साल 2010 में फार्मसूटिकल बायोलॉजी जर्नल के अनुसार बी-पॉलन में ऐसे एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जिस वजह से ये जोड़ों के दर्द, एक्ने और कई इंफ्लेमेटरी डिजीज से राहत दिलाने में मदद करती है।*
*मांसपेशियों की मजबूती :*
*फ्रेश बी पॉलन मसल्स रिकवरी रेट को बढ़ाने में बहुत मदद करते हैं।*
*साल 2014 में किये शोध के अनुसार जो लोग पोषक तत्वों की कमी से होने वाले रोगों से परेशान रहते हैं उनके लिए यह बहुत ही फायदेमंद है।*
*अगर आप वजन कम करने की सोच रहे हैं तो आपको बी-पोलन का सेवन बढ़ा देना चाहिये।*
*जो लोग डायबिटीज, हाइपरटेंशन या कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं उन्हें बी-पोलन का सेवन ज़रूर करना चाहिये।*
*एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर :*
*आप कैफीन युक्त ड्रिंक पीने की बजाय बी-पॉलन से निर्मित चाय का सेवन कर सकते हैं।*
*इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और इसी वजह से जो लोग कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों, डायबिटीज, हाइपरटेंशन या कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं उनके लिए बी-पॉलन बहुत ज्यादा फायदेमंद है।*
*इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार :*
*साल 2014 में एक शोध में बताया गया कि बी-पॉलन में पर्याप्त मात्रा में एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी क्षमताएं होती हैं और इसके सेवन से कैंडिडा और स्टाफ इन्फेक्शन जैसी बीमारियों से बचाव होता है।*
*निरोगी काया के लिये बी-पॉलन की बिक्री मैं किलो में ही करता हूं क्योंकि ये महंगाई के अनुसार तो महंगा है परन्तु स्वास्थ्य की दृष्टि से एकदम सस्ता या मुफ्त जैसा है।*
*ये ग्रेन्युल के रूप में आता है।*
*100% नेचुरल बी-पोलन*
*
*स्टेरॉइड, केमिकल एवं साइड इफेक्ट्स मुक्त...*
*जीवन अमृत कैप्सूल्स*
*सुखमय जीवन के लिये*
*जीवन अमृत कैप्सूल*
*(पुरुषों के लिए)*
*प्रोडक्ट कोड 5/10/JAC33*
*पुरुषों के पौरुष एवं पुरुषत्व लिये...*
*Only for men*
*स्पेशल जीवन अमृत कैप्सूल के अकल्पनीय, अविश्वसनीय, असाधारण परिणाम.!*
*सुखी दांपत्य जीवन का राज़ :-*
*(पुरुषों के लिए)*
*यौन क्षमता ही नहीं इम्युनिटी, एन्टी एजिंग पावर बढ़ायें और ताकत, सामर्थ्य एवं यौन फिर से पायें.!*
*5000 से ज्यादा मिले अद्भुत परिणाम...*
*स्पेशल जीवन अमृत (पुरूषों के लिए)*
*शरीर की अन्य समस्याओं की तरह यौन संबंधी समस्याएं भी आम हैं।*
*_इन्हें छिपाने के बजाय इनका समाधान ढूंढ़ना चाहिए।_*
*किसी व्यक्ति के जीवन में यौन समस्याएं उसके असुखद व असंतोषजनक यौन अनुभव होने के बाद भी हो सकती हैं।*
*सामान्यत: जो पुरुषों में किसी भी तरह की कमजोरी नहीं हैं, उनका दांपत्य और सामाजिक जीवन हमेशा खुशहाल रहता है।*
*इसलिए किसी भी तरह की पौरुष कमजोरी पुरुषों में आत्मविश्वास की कमी का कारण बन सकती है।*
*पुरुषों में पाई जाने वाली इन कमजोरियो के कारण व्यक्ति हीनभावना, मानसिक तनाव (डिप्रेशन) का शिकार हो जाता है। ज्यादातर इसका परिणाम आत्महत्या, धोखा, डाइवोर्स, सामाजिक अवहेलना के स्वरुप मे सामने आता है।*
*यौन समस्या के मुख्य कारण:*
*→ हार्मोन्स एवं रक्त में टेस्टोस्टेरोन की कमी, हस्तमैथुन, भ्रामक यौन प्रदर्शन,*
*→ शीघ्रपतन, मांसपेशियों का कमजोर होना, यौन शक्ति में कमी,*
*→ इरेक्टाइल डिस्फंक्शन यानी इंद्री की मांसपेशियों का शिथिल पड़ना,*
*→ धात रोग, स्वपन्दोष, वीर्य पतला होना, नसों की दुर्बलता या जकड़ना,*
*→ शरीर में सप्त धातुओं की कमी,*
*→ अनियमित रक्तचाप,*
*→ वीर्य में शुक्राणुओं (sperm) की कमी*
*→ धूम्रपान और अल्कोहल की वजह से कमजोरी आना,*
*→ अनियमित खानपान की वजह से शरीर में दुर्बलता आना,*
*→ दूषित या प्रदूषित वातावरण (Pollution) की वजह से धातुओं और शरीर का संतुलन बिगड़ना।*
*हमारी लाइफ स्टाइल का इस परेशानी से सीधा संबंध होता है।*
*यौन समस्या में हम कई बार दवाइयों की दुकान में मिलने वाली अंग्रेजी दवाइयों का प्रयोग कतरे हैं पर ये दवाइयां जब तक खाते हैं तब तक ही उनका फायदा मिलता हैं, अंग्रेजी दवाई यौन समस्या का जड़ से इलाज नहीं करती बल्कि शरीर में साइडइफेक्ट 100% करती है, जैसे की लीवर, किडनी, हृदय आदि को बिगाड़ना।*
*इनके बार बार सेवन सें आदी हो जाते हैं और बची हुइ यौन शक्ति को भी गँवा बैठते है।*
*हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति में सैकड़ो जड़ी बूटियों का वर्णन है जिनका सेवन करके हम किसी भी रोग को जड़ से मिटा सकते है।*
*धातु रोग/ हस्तमैथुन/ स्वप्नदोष/ शीघ्रपतन/ नपुंसकता/ मर्दाना कमजोरी जैसी समस्याओं से जड़ से छुटकारा पा सकते हैं।*
*इन जड़ी बूटियों में जैसे स्वर्ण भस्म, अश्वगंधा, शतावरी, शिलाजीत कौचा, मुसली, शुद्ध कौचा, अख्ख्ल हरो, गोखरू, वन्य भष्म, कर्पुर, अबरक भष्म,*
*इन सारी औषधियों का सही मिश्रण करके उनका सेवन किया जाय तो सभी यौन समस्याओं का जड़ से इलाज कर सकते हैं।*
*स्वर्ण भस्म, अश्वगंधा, शतावरी, मुसली और शुद्ध कौचा।*
*ये ऐसी महान औषधियां हैं जिनमे घोड़े (अश्व) जैसी ताकत का राज छिपा है।*
*इनमे शिलाजीत को तो भारतीय वियाग्रा भी कहा जाता है।*
*शतावरी और मुसली को यौन शक्ति का रामबाण माना गया है।*
*इन औषधियों में कुछ औषधियों को भस्म, कुछ सार तत्व / एक्सट्रैक्ट / extract और कुछ औषधियों को रस के रूप में ग्रहण करना होता है, जिसके सही उपयोग और मात्रा से ही समस्याओं का जड़ से इलाज हो सकता है।*
*हमारे आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक चिकित्सकों ने इन औषधियों पर आविष्कार करके हर एक औषधियों को सही मात्रा और योग्य स्वरुप में मिश्रित करके अत्यंत असरकार नुस्खों का निर्माण किया है!*
*आयुर्वेद के अनुसार मनुष्य की यौन शक्ति को बाजी (घोड़े) की तरह ही बनाने कि प्रक्रिया ही सेक्स या यौन शक्ति को बढ़ाने वाली होती है।*
*जीवन अमृत का दिन में दो बार दूध के साथ सेवन करने के बाद पौरुष सम्बन्धित सभी सुखों को प्राप्त कर सकता है और इस समस्या का जड़ का हमेशा के लिये समाधान किया जा सकता है।*
*संभोग मात्र एक क्रिया ही नहीं है बल्कि इसके साथ हमारी बहुत सी भावनायें जुड़ी होती है।*
*यह एक ऐसी जटिल प्रक्रिया से संचालित होती है जिसका अंदाजा लगाना सरल नहीं है।*
*कभी-कभी लोग किसी तस्वीर को देखकर ही उत्तेजित हो जाते हैं और कभी कभी इससे बिल्कुल उलट इंद्री में उत्तेजना ही खत्म हो जाती है जिसको नपुंसकता कहते हैं।*
*उतेजना संभोग पूरा हो जाने के बाद यानी (स्खलन) के बाद खत्म होना चाहिए।*
*जिन लोगों में यह दिक्कत पाई जाती है, वे चिड़चिड़े हो सकते हैं और उनका अपने पर से विश्वास भी कम हो जाता ही।*
*उन के मन मे एक तरह का डर बैठ जाता है और वह मानसिक रोगी बन जाता है और इस डर कारण ही सेक्स में हर बार नाकाम रहता है दिनों दिन उस रोगी की उदासी बढ़ती जाती है।*
*हम सब को पता है कि पुरुष की इंद्री में उतेजना पॉजिटव विचार और वीर्य की शक्ति से ही आती है।*
*अगर हमारा वीर्य शुद्ध और शक्तिशाली होगा तो हमे कभी भी इस तरह की समस्या का सामना नही करना पड़ेगा।*
*माना जाता है के पुरुषों में 45-50 या 55-60 और कभी कभी तो 35-40 साल के बाद ही हार्मोन्स की कमी के कारण उतेजना में कमी आने लगती है लेकिन कुछ लोग 70 साल के बाद भी उसी तरह से एक्टिव रहते हैं, उसका मुख्य कारण उनके शरीर मे हार्मोन टेस्टोस्टेरोन लेवल का भरपूर मात्रा में उपलब्ध रहना है।*
*उत्तेजना की कमी या नपुंसकता के कई कारण हो सकते है...*
*नशा, शुगर और तनाव से भी हमारी सेक्सुअल ज़िन्दगी पर बहुत असर पड़ता है। इससे भी धीरे धीरे उत्तेजना में कमी आने लगती है।*
*अगर आप को किसी भी कारण से उतेजना में कमी आ रही है या इंद्री में बिल्कुल भी तनाव या पहले जैसे उत्साह में कमी लग रही है तो आप एक बार जीवन अमृत का कोर्स जरूर ले कर देखे।*
*जीवन अमृत दो प्रकार की बनती है, एक स्त्री एवं पुरुष दोनों के लिये और दूसरा स्पेशल या स्ट्रांग, सिर्फ पुरुषों के लिये।*
*इस के इलावा यदि आप नीचे दी गईं किसी भी समस्या से परेशान है तो आप की समस्या का समाधान यही है।*
*(1). सहवास की इच्छा ही न होना।*
*(2). सहवास करते करते बीच में ही उत्तेजना समाप्त होकर लिंग का बिना वीर्य निकले ही ढीला पड़ जाना और पत्नी का असंतुष्ट रह जाना?*
*(3). यौन क्रिया शुरू करते ही वीर्य निकल जाना और पत्नी के सामने शर्मिंदा होना पड़े?*
*(4). एक बार यदि सहवास कर लिया तो कई कई दिनों तक इंद्री में सहवास करने लायक उत्तेजना का ही न आना।*
*(5). वीर्य में शुक्राणुओं की कमी, वीर्य पानी की तरह पतला होना?*
*(6). संभोग के बाद भयंकर कमजोरी महसूस होना जैसे बरसों से बीमार हों?*
*(7). कठोरता का न आना और इच्छा होने पर भी थोड़ा सा उत्तेजित होकर पिलपिला बना रहना?*
*(8). जवानी शुरू होते ही हस्तमैथुन करके वीर्य का सत्यानाश करा और इंद्री को भी बीमार बना डाला है?*
*(9). संभोग के दौरान दम फूलने लगना जैसे अस्थमा का दौरा पड़ गया हो?*
*ऐसी तमाम समस्याएं हैं जिनके कारण वैवाहिक जीवन का सत्यानाश होता रहता है और कई बार तो साथी के कदम बहक जाने से परिवार तक टूट जाते हैं।*
*ऐसे में पति बाजारू दवाओं का सेवन करके या नीम हकीमों के चक्कर में अपनी मेहनत का पैसा लुटाते रहते हैं लेकिन ऐसी दवाओं से स्थायी समाधान हाथ नहीं आकर बस कुछ देर के लाभ का छलावा महसूस होता है।*
*ऐसे में चाहिये कि शरीर का भली प्रकार पोषण करके शक्ति प्रदान करने वाले उपचार आपके पास हों, न कि क्षणिक उत्तेजना देकर आँखों, किडनी व मस्तिष्क यानि दिमाग का नाश करे।*
*अगर अपने चेहरे पर सूरज जैसी चमक चाहते है तो एक बार जरूर परखे।*
*जीवन अमृत कैप्सूल के घटक...*
*➡️ सफेद मूसली*
*➡️ काली मूसली*
*➡️ सालम पंजा*
*➡️ सालम मिश्री*
*➡️ अश्वगंधा*
*➡️ परिस्कृत शिलाजीत शुद्व*
*➡️ अकरकरा*
*➡️ गोखरू*
*➡️ विदारी कंद*
*➡️ जावित्री*
*➡️ जायफल*
*➡️ कौंच बीज*
*➡️ बबूल गोंद*
*➡️ मोचरस*
*➡️ तालमखाना*
*➡️ लौंग*
*➡️ तुलसी बीज*
*➡️ लौह भस्म*
*➡️ अब्रक भस्म*
*➡️ स्वर्णमाक्षिक भस्म*
*विशेष :-*
*जीवन अमृत कैप्सूल शत प्रतिशत प्राकृतिक है और वियाग्रा जैसे परिणाम की अपेक्षा रखने वाले इसे कतई न मंगवायें लेकिन एक बात की गारंटी है कि परिणाम स्थाई मतलब परमानेंट होंगे जिसे आप एक सप्ताह में महसूस करना शुरू कर देंगे।*
*100% स्टेरॉइड मुक्त*
*
*क्या आप बहुत जल्दी थक जाते हैं.?*
*क्या आपका बीपी अचानक लो हो जाता है.?*
*वर्ष 2023 की खतरनाक गर्मी से सावधान..??*
*गर्मी नुकसान कर सकती है इसलिए सावधान...*
*लीजिये...*
*"नेचर्स ऊर्ज़ा (एनर्जाइज़र)"*
*एक त्वरित ऊर्जा सूत्र*
*जो मांसपेशियों की कोशिकाओं को रिचार्ज करने में मदद करता है,*
*थकान की सीमा में सुधार करता है,*
*शरीर की भड़काऊ प्रतिक्रिया को मजबूत करता है और*
*ऊर्जा का निर्माण करता है।*
*बीपी को नार्मल करता है।*
*हमारे अद्भुत "ऊर्ज़ा" एनर्जाइज़र फॉर्मूलेशन में अवयवों की भूमिका...*
*(1). स्टार्च मकई (डेक्सट्रोज और सुक्रोज)*
*डेक्सट्रोज क्या है?*
*डेक्सट्रोज स्टार्च से बनी एक साधारण चीनी है।*
*स्टार्च मकई, गेहूं, चावल और आलू सहित कई पौधों में पाया जाने वाला प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला जटिल कार्बोहाइड्रेट है।*
*डेक्सट्रोज का सबसे आम स्रोत मकई स्टार्च है।*
*डेक्सट्रोज को डी-ग्लूकोज के नाम से भी जाना जाता है।*
*डेक्सट्रोज आपके रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को तेजी से बढ़ाकर काम करता है।*
*ग्लूकोज कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, जैसे ब्रेड, अनाज, आलू, फल, पास्ता और चावल।*
*ग्लूकोज ऊर्जा का एक स्रोत है, और आपके शरीर में सभी कोशिकाओं और अंगों को ठीक से काम करने के लिए ग्लूकोज की आवश्यकता होती है।*
*डेक्सट्रोज का उपयोग किसी ऐसे व्यक्ति को कार्बोहाइड्रेट कैलोरी प्रदान करने के लिए भी किया जाता है जो बीमारी, आघात या अन्य चिकित्सीय स्थिति के कारण नहीं खा सकता है।*
*यह कभी-कभी उन लोगों को दिया जाता है जो बहुत अधिक शराब पीने से बीमार हो जाते हैं।*
*आहार अनुपूरक*
*डेक्सट्रोज स्टार्च से बनी एक साधारण चीनी है।*
*स्टार्च मकई, गेहूं, चावल और आलू सहित कई पौधों में पाया जाने वाला प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला जटिल कार्बोहाइड्रेट है।*
*डेक्सट्रोज का सबसे आम स्रोत मकई स्टार्च है।*
*डेक्सट्रोज, जब एक दवा के रूप में उपयोग किया जाता है, या तो मुंह से (मौखिक रूप से) या इंजेक्शन द्वारा दिया जाता है।*
*डेक्सट्रोज को डी-ग्लूकोज के नाम से भी जाना जाता है।*
*डेक्सट्रोज आपके रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को तेजी से बढ़ाकर काम करता है।*
*ग्लूकोज कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, जैसे ब्रेड, अनाज, आलू, फल, पास्ता और चावल।*
*ग्लूकोज ऊर्जा का एक स्रोत है, और आपके शरीर में सभी कोशिकाओं और अंगों को ठीक से काम करने के लिए ग्लूकोज की आवश्यकता होती है।*
*डेक्सट्रोज का उपयोग किसी ऐसे व्यक्ति को कार्बोहाइड्रेट कैलोरी प्रदान करने के लिए भी किया जाता है जो बीमारी, आघात या अन्य चिकित्सीय स्थिति के कारण नहीं खा सकता है।*
*यह कभी-कभी उन लोगों को भी दिया जाता है जो बहुत अधिक शराब पीने से बीमार हो जाते हैं।*
*डेक्सट्रोज का उपयोग हाइपरक्लेमिया (आपके रक्त में पोटेशियम के उच्च स्तर) के इलाज के लिए भी किया जा सकता है।*
*चेतावनी*
*यदि आपको मकई से एलर्जी है, तो आपको डेक्सट्रोज से एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है।*
*इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।*
*सुक्रोस खनिज लोहे का एक रूप है। आयरन विशेष रूप से रक्त में ऑक्सीजन के परिवहन के लिए शरीर में कई कार्यों लिए महत्वपूर्ण है।*
*आयरन सुक्रोस इंजेक्शन गुर्दे की बीमारी के साथ लोगों में लोहे की कमी से एनीमिया के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है।*
*यह आमतौर पर लाल रक्त कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा देने के लिए दिया जाता है।*
*3 बड़े चम्मच पूर्ण 15 ग्राम (लगभग) की एक खुराक कार्बोहाइड्रेट से 57.6 कैलोरी प्रदान करती है।*
*डेक्सट्रोज (स्टार्च मकई) आसानी से आत्मसात होकर घुल जाता है और थकान को दूर करने के लिए ऊर्जा का उत्सर्जन करता है।*
*सुक्रोज से फ्रुक्टोज और ग्लूकोज प्रत्येक का एक अणु प्राप्त होता है।*
*(2). जिंक सल्फेट*
*ज़िंक से शरीर को कई फायदे मिलते हैं।*
*जिंक की कमी होने पर इम्यूनिटी, थकान और वजन घटना शुरु हो जाता है।*
*जिंक जिसे हिंदी में जस्ता (Zinc) कहते हैं एक ऐसा खनिज या मिनरल है जो आपकी इम्यूनिटी को मजबूत (Strong Immunity) बनाता है।*
*हमारा शरीर जिंक नहीं बनाता इसके लिए हमें जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थ (Foods For Zinc) या सप्लीमेंट का सेवन करना होता है।*
*दैनिक कार्यों को सुचारु रुप से करने के लिए जिंक जरूरी है।*
*जिंक से न सिर्फ शरीर स्वस्थ रहता है बल्कि ब्लड शुगर को कंट्रोल करने (Blood Sugar Level), हार्ट को हेल्दी बनाने (Heart) और स्किन और हेयर का ख्याल रखने के लिए भी ज़िंक जरूरी है।*
*शरीर में डीएनए (DNA) के निर्माण में भी ज़िंक अहम होता है।*
*आप डाइट में ऐसी चीजों को शामिल कर सकते हैं जिससे ज़िंक की कमी को आसानी से पूरा किया जा सकता है।*
*एक सर्विंग से 3.2 ग्राम एलिमेंटल जिंक मिलेगा, जो दैनिक आहार आवश्यकताओं का आधा है।*
*जिंक न्यूक्लोइक एसिड संश्लेषण घावों के उपचार और ऊर्जा के हस्तांतरण के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है।*
*जिंक स्वाद संकाय में भी सुधार करता है और इस प्रकार स्वास्थ्य लाभ के दौरान भोजन की इच्छा को बढ़ाता है।*
*(3). एस्कॉर्बिक एसिड (विटामिन-सी)*
*एस्कॉर्बिक एसिड शुद्ध विटामिन सी है, जो शरीर के लिए फायदेमंद एक आवश्यक पोषक तत्व है।*
*यह त्वचा की मरम्मत और पोषण करने में मदद करता है।*
*यह त्वचा की मजबूती और एक एंटी-एजिंग है। स्वस्थ हड्डियों को बनाए रखना और विकसित करना।*
*एक सर्विंग इस महत्वपूर्ण पानी में घुलनशील विटामिन का 15mg प्रदान करता है, जो दैनिक आहार एस्कॉर्बिक एसिड है जो तनाव और तनाव, वृद्धि और शरीर के गठन के खिलाफ समायोजित करने में मदद करता है और फागोसाइटोसिस में सुधार करता है जिससे संक्रमण के प्रतिरोध में वृद्धि होती है।*
*
*एक सर्विंग 15 ग्राम*
*दिन में एक या दो बार और जरूरत पड़ने पर कभी भी!*
*~*
*3 दिन में गैस की बीमारियों पर तुरंत असर दिखाने वाला अद्भुत प्राकृतिक जड़ी बूटियों से तैयार...*
*सालों से परेशान गैस्ट्रिक, हाइपर एसिडिटी से मुक्ति...*
*100% स्टेरॉइड मुक्त किंतु मनीबैक गारंटी के साथ...*
😊
*नेचर्स Gasss...Go..!*
*टेबलेट*
*_मानों या न मानो पर सच यही है..._*
*मानव में गैस की समस्या को हिंदी में "वायु गठिया" कहा जाता है।*
*शरीर मे गैस की समस्या किन किन कारणों से होती है एवं इनका क्या निवारण है...*
*शरीर में गैस की समस्या के कई कारण हो सकते हैं, जैसे खाने के समय ज्यादा खाना खाना, भोजन में तली हुई, तीखे और मसालेदार खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन, खाने के दौरान जल बिना खाना खाना, गैस पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना जैसे कि विफल कुल्चे, बीफ, राजमा, सेंधा नमक, सॉडा वगैरह।*
*इस समस्या को निवारण करने के लिए आप निम्नलिखित प्राकृतिक उपाय कर सकते हैं:*
*(1). समय पर भोजन करें और अधिक खाने से बचें।*
*(2). तले हुए, तीखे और मसालेदार खाद्य पदार्थों के सेवन को कम करें।*
*(3). विफल कुल्चे, बीफ, राजमा जैसे गैस पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों से दूर रहें।*
*(4). जल बिना भोजन खाने से बचें।*
*(5). नमक और सॉडा जैसे गैस को बढ़ाने वाले पदार्थों के सेवन से बचें।*
*(6). नियमित व्यायाम करें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।*
*(7). गैस समस्या होने पर धीरे-धीरे पेट को मले या फिर गर्म पानी की बोतल पर नीचे से दबाएं ताकि गैस निकल सके।*
*अगर फिर भी समस्या का समाधान न हो तो सम्पर्क करें क्योंकि हमारा जड़ी बूटियों के अद्भुत कॉम्बिनेशन से तैयार Gasss..Go... टेबलेट्स लें।*
*असर सिर्फ 3 दिनों में।*
*ये टेबलेट्स किसी भी प्रकार के स्टेरॉइड से मुक्त हैं।*
*
यदि गैस समस्या बहुत ज्यादा हो और यह नियंत्रण में नहीं आती है, तो किसी योग्य विशेषज्ञ से भी सलाह लेने के लिए चिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं।
No comments:
Post a Comment