[*हर एक दुआ में*
*हम तो यही कहते हैं,,,,,*
*वो सदा खुश रहें जिसके*
*दिल में हम रहते हैं,,,,,*❤️
: ❤️सितारों की हमसे हो न जाये दुश्मनी....!!
हम चाँद को अपनी बाहों में सजाये बैठे हैं...!!!! 🌸❤️
तुम मेरे हो
हम तेरे है सनम
कितना मीठा
है एहसास सनम??
एक तेरी साँवली सूरत के लिए
हमने परियों का भी दिल तोड़ा था
भीड़ में जब भी तन्हा तुम खुद को पाओगे
बस मेरा ख्याल कर लेना , हमेशा तुम मुझे सामने पाओगे .......❤️
*मैंने देखी हैं खूबसूरत नेमतें बहुत सारी,*
*मेरी बेटी के जैसी, पर, कोई नहीं!*
(नेमतें = Blessings)
: *दिखावे की मोहब्बत तो ज़माने को है हमसे
*ये दिल तो वहां बिकेगा जहाँ ज़ज्बातों की कदर होगी...!!!*
: *रावण ब्राह्मण होकर भी राक्षस कहलाया और शबरी दलित होकर भी देवी..*
।
*आपकी जाति आपके कर्मो से तय होती है जन्म से नहीं* ‼️🚩
।
#अ_श
: *हर एक दुआ में*
*हम तो यही कहते हैं,,,,,*
*वो सदा खुश रहें जिसके*
*दिल में हम रहते हैं,,,,,*❤️
❤️सितारों की हमसे हो न जाये दुश्मनी....!!
हम चाँद को अपनी बाहों में सजाये बैठे हैं...!!!! 🌸❤️
: तुम मेरे हो
हम तेरे है सनम
कितना मीठा
है एहसास सनम
: एक तेरी साँवली सूरत के लिए
हमने परियों का भी दिल तोड़ा था
भीड़ में जब भी तन्हा तुम खुद को पाओगे
बस मेरा ख्याल कर लेना , हमेशा तुम मुझे सामने पाओगे .......❤️
: *दिखावे की मोहब्बत तो ज़माने को है हमसे
*ये दिल तो वहां बिकेगा जहाँ ज़ज्बातों की कदर होगी...!!!*
: *मैंने देखी हैं खूबसूरत नेमतें बहुत सारी,*
*मेरी बेटी के जैसी, पर, कोई नहीं!*
(नेमतें = Blessings
रिश्ते में इश्क़ हो तो जेहन को भी सुकूँ मिलता है...!
वरना इंसान का साथ फेरों के बाद भी दम घुटने लगाता है...!!
:
गुनाह करके कहाँ कहाँ छुपोगे यारों...!
ये जमीं भी उसकी है, और आसमां भी उसका है...!!
मजहब पता चला..जो मुसाफिर की लाश का...!
चुपचाप आधी भीड़ अपने घरों को चली गई...!!
इश्क़ हम-उम्र हो जरूरी तो नहीं...!
इश्क़ हर उम्र को हम-उम्र बना देता है...!!
: ये शायरियां गवाह हैं, ❤❤
कि दिल लगाने वाले तबाह हैं...!!
सिर्फ खुशी में आना तुम...!
अभी थोडा दूर रहो यारों
बहोत परेशान हूं मैं...!!
कभी दिमाग , कभी दिल, कभी नजर में रहो
ये सब तुम्हारे ही घर हैं, किसी भी घर में रहो ।
तुम जुल्फे बांधा मत करो...! ❤
बेवजह हवाएं नाराज रहती हैं...!!
“ऐसे ही नहीं बन जाते ग़ैरों से गहरे रिश्ते,
कुछ ख़ालीपन अपनों ने ही दिया होता है।”
: “आख़िर एक ऐसा मक़ाम आता है,
जहां पाने की बेचैनी और न पाने का दुख...दोनों अर्थहीन हो जाते हैं।”
जिधर जाते हैं सब जाना उधर अच्छा नहीं लगता
मुझे पामाल रस्तों का सफ़र अच्छा नहीं लगता
ग़लत बातों को ख़ामोशी से सुनना हामी भर लेना
बहुत हैं फ़ाएदे इस में मगर अच्छा नहीं लगता
मुझे दुश्मन से भी ख़ुद्दारी की उम्मीद रहती है
किसी का भी हो सर क़दमों में सर अच्छा नहीं लगता
बुलंदी पर उन्हें मिट्टी की ख़ुश्बू तक नहीं आती
ये वो शाख़ें हैं जिन को अब शजर अच्छा नहीं लगता
ये क्यूँ बाक़ी रहे आतिश-ज़नो ये भी जला डालो
कि सब बे-घर हों और मेरा हो घर अच्छा नहीं लगता
जावेद अख्तर
*इबादत से बदल जाती है हाथ की लकीरे।*☝️
*रात के अंधेरे मे मेरे आसु बात करते है खुदा से*। 😭💔👈
*नीर भरी बदली*
*होती है क्या वफादारी कोई हमसे पुछना* ।☝️
*हम तो हर धडकन से उन्हे याद करना नही भुलते जो भुला चुके हमे सुरत और सीरत दोनो से यार*।😭💔👈
*नीर भरी बदली*
*मुद्दतें हो गयीं उनसे हिसाब किए हुए*
*क्या पता कितने रह गये हैं उनके दिल में हम*।
💔💔💔💔
: *आज हिचकियाँ लेगे अल्फाज मेरे*।☝️
*इतनी शिद्दत से लिखा है एक आख बन्द करके तुझे* ।😭💔👈
*नीर भरी बदली*
*माना कि तेरी हम उमर नही हू मै* ।☝️
तु मेरी चाहत देख शोक देख इतजार देख आखो से बरसता प्यार देख*।😭💔👈
*नीर भरी बदली*
[ *कुछ नापसन्द चीजे भी पसन्द है मुझे*।☝️
*सिर्फ एक तेरी पसन्द की खातिर जैसे तेरा इतजार मेरा एतबार* ।😭💔👈
*नीर भरी बदली*
*मेरा इश्क कोई जिस्मानी नही है*एक रूहानी नुर है*।☝️
*हम तुम रहे ना रहे साथ मे लेकिन इश्क कल भी था आज भी है और कल भी रहेगा*।😭💔👈
*नीर भरी बदली*
*"अकाल" हो अगर "अनाज" का,*
*तब "मानव" मरता है...*
*किन्तु*
*"अकाल" हो अगर "संस्कारों" का,*
*तो "मानवता" मरती है!!!*
*"संस्कारों" से बड़ी कोई "वसीयत" नहीं..*
*और "र्इमानदारी" से*
*बड़ी कोई "विरासत" नहीं !!!*
*🌹🙏शुभ प्रभात🙏🌹*
[🌺 आज का सुविचार 🌺
अगर दुनिया विश्वास
पर चलती,
तो किसी के दरवाजे
पर ताले नहीं होते
जय श्री कृष्णा
सुप्रभात ━━━━✧❂✧━━━━
[: 🌹🌷प्रातः नमन🌷🌹
"दीवारें छोटी होती थीं
लेकिन पर्दा होता था,
तालों की ईजाद से पहले,
सिर्फ़ भरोसा होता था..."
मैं तुझे खो के भी ज़िंदा हूँ ये देखा तूने,
किस क़दर हौसला हारे हुए इन्सान में है..
: “मेरी और उस की आरज़ू में फ़र्क़ ये था...,
मुझे बस वो...और उसे सारा ज़माना चाहिए था।”
सांसे खर्च हो रही हैं, बीती उम्र का हिसाब नहीं।
फिर भी जीते जा रहे हैं तुझे, ऐ-जिंदगी तेरा जवाब नहीं___!!
वो रम जाती है.....फकीरों में भी अक्सर.........
दोस्ती" किसी दौलतमंद की जायदाद नही होती........!!
ग़लत सही का फ़ैसला भी इतना आसान कहाँ होता है...
हमारे सच औऱ उनके सच के बीच में ही अक्सर... असली सच होता है...!!
*"प्रेम की तो बस शुरुआत होती है..."*
*"प्रेम का कोई अंत नहीं होता..."*
*"अपने आज़माये नहीं जाते..."*
*"वो तो दिलों में बसाये जाते हैं..."*
जो दिल से चाहते हैं वो कभी इजहार नही करते जनाब
कौन कहता है अदब से रहने वाले इश्क़ नही करते
:
*ना मैं शायर हूँ, ना शायरी से कोई वास्ता,...*
*बस एक आदत सी हो गई, उनकी यादों को बयाँ करना...!*
उनकी ख़ुश्बू से जो वाक़िफ़ नहीं है
वो फूलों से गुज़ारा कर रहें हैं
[
: सुना है हर बात का जवाब रखते है वो
क्या तरसती आंखों का भी ईलाज रखते है वो
वक़्त के पंजे से कोई कहां बचा है,
मिट्टी से पूछिये की सिकंदर कहां है !!
अब तो फ़ितरत ए इश्क कुछ ऐसी हो गयी है
शरीफों को मिलती नहीं और
बेगैरतो से सम्भलती नहीं
सोच का अंधेरा रात के अंधेरे से
ज्यादा खतरनाक होता है
: कभी कभी खो भी जाना चाहिए
ये देखने के लिये की कौन ढूंढने आता है
: हर धडकते पत्थर को, लोग दिल समझते हैं।
उम्र बीत जाती है, दिल को दिल बनाने में।
~बशीर बद्र
World Heart Day..
तुम ज़माने की राह से आए
वर्ना सीधा था रास्ता दिल का
Baqi Sidiqi
: छुप गए वो साज़-ए-हस्ती छेड़ कर..
अब तो बस आवाज़ ही आवाज़ है..!!!
- मजाज़ लखनवी
हर धडकते पत्थर को, लोग दिल समझते हैं।
उम्र बीत जाती है, दिल को दिल बनाने में।
~बशीर बद्र
World Heart Day..
तुम ज़माने की राह से आए
वर्ना सीधा था रास्ता दिल का
Baqi Sidiqi
: छुप गए वो साज़-ए-हस्ती छेड़ कर..
अब तो बस आवाज़ ही आवाज़ है..!!!
- मजाज़ लखनव
*चाहे अपनों के लिए सारी दुनिया से लड़ लेना,मगर कभी भी दुनिया की बातों में आकर अपनों से मत लड़ना, क्योकि दुनिया कभी साथ नही देती,साथ हमेशा अपने ही देते है!!*
🌷सुप्रभात🌷
*🖋
*🖋
*परमात्मा सभी को*
*एक ही मिट्टी से बनाता है,*
*बस फर्क इतना है कि....*
*कोई बाहर से खुबसूरत होता है...*
*तो कोई भीतर से....*
*🌹सुप्रभात*🌹
♏💟♈
*मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का , उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले...*
♏💟♈
*होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है , इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है...*
♏💟♈
*और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा , राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा...*
♏💟♈
*ये इश्क़ नहीं आसाँ इतना ही समझ लीजे , इक आग का दरिया है और डूब के जाना है...*
: ♏💟♈
*गिला भी तुझ से बहुत है मगर मोहब्बत भी , वो बात अपनी जगह है ये बात अपनी जगह...*
: ♏💟♈
*इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश 'ग़ालिब' , कि लगाए न लगे और बुझाए न बने...*
: ♏💟♈
*हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उन को , क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया...*
: ♏💟♈
*झुकी झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहीं , दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं...*
: “मेरी और उस की आरज़ू में फ़र्क़ ये था...,
मुझे बस वो...और उसे सारा ज़माना चाहिए था।”
*रख लो आईने हजार तसल्ली के लिए पर सच के लिए तो, आँखे ही मिलानी पड़ेगीl*
🌹
: उन्होंने फैसले ही फासले बढ़ाने वाले किए थे
वरना कोई नहीं था उनसे ज्यादा करीब मेरे..!
दरिया आँखों में था फिर भी प्यास रही
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी की तलाश रही
: धड़कता है
मेरा दिल उनकी धड़कनों से,
जुड़ा रहता है
"एक ख्याल" उनका हर पल मेरे खयालों से...!!!
: कुछ इश्क ..
इज़हार और इन्कार से परे होते हैं ..
: *दस्तक ना दिया करे यूं बार-बार दिल पर साहेब....*
*सूने दिल में आवाज़ गूंजती बहुत है.....*
हम डरते हैं , एक दुसरे से मिलने के लिये ,
मुझे इश्क है इसलिये , और उन्हें इश्क ना
हो जाये इसलिये ........
ज़िंदगी हर बेबसी पर मुस्कुराती है
और कहती है की,
अगर आज खुद पर भरोसा करेगा,
तो कल सब तुझ पर भरोसा करेंगे II
फासला दिल से ना हो बस यही दुआ करे
कभी यादों में कभी ख्वाबों में मिला करे
: धीमी धीमी सी हवा चले ?
उनके कदमो की आहट आये ....
वो आके पूछे हाल मेरा ?
मेरे लबो पर मुस्कराहट आये ...
कुछ घाव माफी की
इजाज़त नहीं देते हैं साहब !!
: *नकारात्मक लोगों से*
*सदैव दूर रहना चाहिए!*
*क्योंकि..*
*उन्हें समाधान में भी*
*समस्या ही नज़र आती है..!!*
🙏 *Good morning* 🙏
*करम की गठरी लाद के,*
*जग में फिरे इंसान,!!*
*जैसा करे वैसा भरे,*
*विधि का यही विधान,!!*
*कर्म करे किस्मत बने,*
*जीवन का ये मर्म,!!*
*प्राणी तेरे भाग्य में,*
*तेरा अपना कर्म!!*
*🙏🌹Goòoooooooood morning 🌹🙏*
: जो आपको सम्मान दे उसी को सम्मान दीजिए, हैसियत देखकर सर झुकाना कायरता का लक्षण है!!
: *_बुराई अच्छी भी लगे,_*
*_तो भी अच्छी नहीं है॥_
*जो आनंद अपनी छोटी पहचान बनाने में है।*
*वो किसी बड़े आदमी की परछाई बनने मे नही है।*
*कितनी अजीब बात है कि हम सब.*
*खुश*
*रहने के लिए परेशान रहते हैं..!!*
*"दुनिया" में प्रत्येक "व्यक्ति" अपनी "योग्यता"अनुसार ही "चमकता" है*
*इच्छा अनुसार नहीं*
: समझ “अनुभव” से आती है.....
उम्र बढ़ने से नहीं.....
*सुखी होने में ज्यादा खर्च नहीं होता!*
*लेकिन हम कितने सुखी हैं, यह लोगों को दिखाने में बहुत खर्च होता है !!*
: क़ानून तो सिर्फ बुरे लोगों के लिए होता है....! ..
अच्छे लोग तो शर्म से ही मर जाते हैं
*नसीहत अच्छी देती है दुनिया,*
*अगर दर्द किसी ग़ैर का हो।*।
बादशाह सिर्फ वक्त होता है,
इन्सान तो यूँ ही गुरुर करता है !!
: *जितना ज्यादा दूर से देखोगे लोग उतने ज्यादा अच्छे लगेंगे ।*
: *"प्रेम" या "सम्मान" का भाव सिर्फ उन्हीं के प्रति रखिएगा।*
*"जो आपके "मन" की भावनाओं को समझते हैं।*
*"कहते है कि*----
*जलो वहाँ , जहाँ जरूरत हो।*
*"उजालों" में "चिरागों" के मायने नहीं होते।*
🌷🌷 *Good Morning *🌷 ♏💟♈
*बादशाह थे हम अपनी मिजाज ए मस्ती के , इश्क़ ने तेरे दीदार का फ़क़ीर बना दिया..!!*
♏💟♈
*इश्क़ है या कुछ और ये तो पता नहीं, पर जो तुमसे है वो किसी और से नही..!!*
: ♏💟♈
*उन्हे देखकर एहसास हुआ कोई है, जो सिर्फ हमारा है, दूर होकर भी मेरे दिल में बसा है..!!*
: ♏💟♈
*इश्क का दस्तूर ही ऐसा है, जो इस को जान लेता है , ये उसकी जान लेता है..!!*
: ♏💟♈
*मेरे इश्क़ से मिली है तेरे हुस्न को ये शौहरत, तेरा ज़िक्र ही कहाँ था मेरी दीवानगी से पहले..!!*
: ♏💟♈
*कोहरा सा बनकर मेरे दिल पे छा गए हो, तुम्हारे सिवाय कुछ दिखता ही नहीं..!!*
♏💟♈
*चाहे कितनी भी तकलीफ दे इश्क़ , पर सुकून भी इश्क़ से ही मिलता है..!!* ♏💟♈
*इबादत ए इश्क बस इतना है, तु रहे सदा पास मेरे, मै रहू सदा एहसासो मे तेरे..!!*
*वो इश्क़ ही हैं, जो जीने की वजह देता हैं,...*
वो इश्क़ ही हैं, जो जीने नहीं देता...!*
: *कहानी शुरू हुई हैं, तो ख़त्म भी होगी,...*
*क़िरदार क़ाबिल हुए तो, याद भी रखे जाएंगे...!*
*ये झूठ हैं की इश्क़ में, दिल टूट जाते हैं,...*
*लोग ख़ुद टूट जाते हैं, इश्क़ करते-करते...!*
*इश्क़ को, हसीन बताने वालों,...*
*लगता हैं तुम्हारी मोहब्बत, अभी नई-नई हैं...!*
*हैरत में पड़ गया हूँ, मर कर मैं दोस्तों,...*
*ठोकरें मारने वाले, आज कांधा दे रहे हैं...!*
*तुम जानते हो, मेरे दिल की बात,...*
*ख़ैर छोड़ो, जानते होते तो तुम मेरे होते...!*
[
*दर्द भी, उनको ही मिलता हैं,...*
*जो रिश्ते, दिल से निभाते हैं...!*
*ग़ैरों से कहा तुमने, ग़ैरों से सुना तुमने,...*
*कुछ हमसे कहा होता, कुछ हमसे सुना होता...!*
*मदहोश कर देता हैं, आते ही ये दिसम्बर,...*
*कि कुछ सोए अरमांँ, जगा देता हैं ये दिसम्बर...!*
: *जलाते हो बुझाते हो, बुझाकर फ़िर जलाते हो,...*
*चराग-ए-बेबसी का फ़ायदा, तुम भी क्या ख़ूब उठाते हो...!*
♏💟♈
*तेरा ख़याल तेरी तलब और तेरी आरज़ू इक, भीड़ सी लगी है मेरे दिल के शहर में...*
: ♏💟♈
*ना जाने कौन सी दौलत हैं, कुछ लोगों के लफ़्जों में, बात करते हैं तो दिल ही खरीद लेते हैं...*
♏💟♈
*इश्क़ हारा है तो दिल थाम के क्यों बैठे, हो तुम तो हर बात पर कहते थे कोई बात नही...*
: ♏💟♈
*ले गया छीन के कौन आज तेरा सब्र ओ करार, बेक़रारी तुझे ऐ दिल कभी ऐसी तो न थी...*
: ♏💟♈
*दिल पागल है, रोज़ नई नादानी करता है , आग में आग मिलाता है फिर पानी करता है...*
: ♏💟♈
*तुम पर हक जताना अच्छा लगता है, एक तुम ही तो हो जो अपनी सी लगती हो...*
: ♏💟♈
*कोई नही जो तेरी कमी पूरी कर सके और कोई नही जिससे मैं, तेरी तरह प्यार कर सकूं...*
♏💟♈
*जिस रिश्ते में भरोसा अटूट होता है वही, रिश्ता इस दुनिया में सबसे मजबूत होता है...*
: ♏💟♈
*सच्ची मोहब्बत कभी खत्म नहीं होती, बस वक़्त के साथ खामोश हो जाती है...*
🌹दर्द का एहसास जानना है तो प्यार करके देखो , अपनी आँखों में किसी को उतार कर देखो........
चोट उनको लगेगी आँसू तुम्हें आ जायेंगे , ये एहसास जानना है तो दिल हार कर देखो........✍🏻😄
: "जिसे हम चाहे"
"उसे और क्या चाहिए"❤️
: आँखों पर तेरी निगाहों ने
दस्तखत क्या किए
हमने साँसों की वसीयत
तुम्हारे नाम कर दी💞💕
🌹