बिना परमिट काटे देशी आम के पेड़ों की जड़ें खुदवाने में जुटा वन विभाग
राकेश मौर्य
जिला संवाददाता
लखीमपुर खीरी। मैगलगंज रेंज की बेहजम वन चौकी क्षेत्र के रारी गांव में बीते दिन हुए अवैध कटान की खबर वायरल होने के बाद वन विभाग व शातिर लकडकट्टों में खलबली मच गई है। इस खबर से कड़ाके की ठंड में भी बेहजम वन चौकी के दरोगा रविकांत व वन रक्षक उमेश के पसीने छूट रहे हैं। वहीं शातिर लकडकट्टे भी खुद को कार्रवाई से बचाने के लिए कड़ाके की ठंड में जेसीबी मशीन से अवैध रूप से काटे गए देशी आम के पेड़ों की जड़ें खुदवाने में जुटे हुए हैं। सूत्रों की मानें तो इस अवैध कटान की खबर प्रकाशित होने के बाद वन दरोगा रविकांत इतना बौखला गए हैं कि उन्होंने क्षेत्र के लगभग सभी ठेकेदारों को अपने पास बुलाकर उनके मोबाइलों की कॉल डिटेल तक चेक कर डाली है। वन दरोगा रविकांत को आशंका है कि क्षेत्र के ही किसी ठेकेदार ने इस अवैध कटान की खबर पत्रकारों को दी है।
जानकारी के मुताबिक दक्षिण खीरी वन प्रभाग की मैगलगंज रेंज के में सक्रिय शातिर लकडकट्टे कल्लू ने बेहजम वन चौकी के दरोगा रविकांत व वन रक्षक उमेश को मोटी रकम देकर रारी गांव निवासी इकबाल के देशी आम के पांच प्रतिबंधित पेड़ों का बिना परमिट अवैध कटान करा लिया था। इस अवैध कटान को लेकर वन विभाग में शिकायत की गई, लेकिन वन विभाग ने शातिर लकडकट्टे कल्लू के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। लखनऊ से प्रकाशित दैनिक सद्भावना का प्रतीक अखबार में इस अवैध कटान को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई। इस खबर के प्रकाशित होते ही मैगलगंज रेंज कार्यालय में खलबली मच गई तथा इस बाबत बेहजम वन चौकी के दरोगा रविकांत से पूछताछ की गई। जिस पर वन दरोगा रविकांत को सटीक जवाब नहीं दे सके। हालांकि खबर प्रकाशित होने की बात पता चलते ही वन दरोगा रविकांत व वन रक्षक उमेश ने क्षेत्र के सभी लकड़ी ठेकेदारों को अपने पास बुलाया तथा उनके मोबाइलों की कॉल डिटेल व व्हाट्सअप चैट चेक की। बताते है कि भ्रष्टाचार में संलिप्त वन दरोगा रविकांत को आशंका है कि क्षेत्र के ही किसी ठेकेदार ने दैनिक सद्भावना के प्रतीक अखबार के पत्रकार को इस अवैध कटान की खबर तथा फोटो दिये है। लेकिन वन दरोगा रविकांत को खबर लीक होने का कोई सुराग नहीं मिल पाया। तब वन दरोगा रविकांत ने रारी गांव में अवैध कटान कराने वाले लकडकट्टे कल्लू को अवैध रूप से काटे गए देशी आम के पेड़ों की जड़ों को खोद कर गायब कर देने का हुक्म दनदना दिया। वन दरोगा रविकांत का हुक्म मिलते ही शातिर लकडकट्टे कल्लू ने जेसीबी मशीन से देशी आम के पेड़ों की जड़ों को खुदवाना शुरू कर दिया है।
सूत्रों की मानें तो बेहजम वन चौकी के दरोगा रविकांत व वन रक्षक उमेश ने क्षेत्र की दर्जनों देशी आम की बागों को कलमी आम दर्शाकर कटवा दिया है। अगर कोई पत्रकार इन अवैध कटानों पर सवाल करता है तो वन दरोगा रविकांत इन पेड़ों को कलमी आम बताकर टरका देता है। इसी फार्मूले की आंड में वन दरोगा रविकांत व वन रक्षक उमेश ने अवैध कटान करा कर लाखों रूपयों का काला धन एकत्रित कर लिया है।
ऐसे में वन विभाग के वरिष्ठ अफसरों को अपने विभाग के भ्रष्ट कर्मचारियों की समय समय जांच करानी चाहिए तथा दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध कड़ा एक्शन लेना चाहिए।
फिलहाल अब देखना यह है कि रारी गांव में देशी आम के पांच पेड़ों के अवैध कटान में दक्षिण खीरी वन प्रभाग के डीएफओ संजय विश्वाल अपने विभाग के भ्रष्ट अफसरों व कर्मचारियों के विरुद्ध क्या एक्शन लेते हैं ?
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